सिरसा। राशोबा शिक्षण महाविद्यालय सिरसा में आज गुरू नानक देव जी के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान की अध्यक्षा सुश्री कुमुद बंसल जी ने गुरू नानक देव जी की प्रतिमा के समक्ष ज्योत प्रज्ज्वलित कर किया और कहा कि गुरू नानक देव जी मानवता के गुरू माने जाते है। इसके उपरांत प्रवक्ता तरसेम सिंह ने गुरू नानक देव जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरू नानक देव जी का जन्म कार्तिक पुर्णिमा 1469 ई0 को हुआ। इसी के साथ उनकी वाणी जो गुरू ग्रंथ साहिब में दर्ज है के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि गुरू नानक देव जी ने अपने जीवन में चार उदासी के नाम से चार बड़ी यात्राएं की जिसमें वे संपूर्ण मानव जीवन का उदार करते हुए 1539 ई0 को परम ज्योति में विलीन हो गए। अंत में उन्होंने छात्र-अध्यापक व छात्रा-अध्यापिकाओं को गुरू जी के मानव धर्म के रास्ते को अपनाने के लिए कहा। तदोपरांत गुरूवाणी व कीर्तन का आयोजन करते हुए छात्र-छात्राओं व अध्यापकों में प्रसाद वितरित किया गया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर अध्यक्षा सुश्री कुमुद बंसल जी ने सभी अध्यापकों व छात्र-छात्राओं को गुरूपर्व की बधाई दी। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डा. कमलेश बाबू अंबेडकर ने भी गुरू नानक देव जी के उपदेशों को जीवन में अपनाने के लिए बच्चों को प्रेरित किया। इस मौके पर उप-प्राचार्या रेणु बाला, प्रवक्तागण श्रीमती संतोष शर्मा, श्रीमती शैलजा मोंगा, श्री दीपक कुमार व पुस्तकालय अध्यक्षा श्रीमती पूजा सहित अन्य स्टाफ उपस्थित था।
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