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सच और झूठ के बीच कोई तीसरी चीज नहीं होती और मैं सच के साथ हूं : छत्रपति       www.poorasach.com      

Wednesday 31 December 2014

अलविदा 2014, सुस्वागतम् 2015

31 दिसंबर यानी वर्ष का अंतिम दिन। इस दिन का सूर्य अस्त होने के साथ ही एक त्यौहार की शुरुआत। पुराने वर्ष का विदाई समारोह और नूतन वर्ष का स्वागत। किसी भी वर्ष का पहला और अंतिम त्यौहार। अन्य त्यौहारों की तरह की यह पर्व भी एक संदेश देता है। अतीत को अलविदा कीजिए उसमें बिताए गए पलों के मंथन के साथ। हर वर्ष मीठे-कड़वे पल देता है। असफलता सबक देती है और सफलता आगे बढऩे का हौसला। व्यापार के लेखा-जोखा की तरह ही इस दिन बीत गए वर्ष में बिताई जिंदगी की बैलेंसशीट पर नजर दौड़ाइए। सुकून के साथ कुछ नया करने का बल जरूर मिलेगा।
रात में जश्न शुरू होगा। नववर्ष का स्वागत करना बनता भी है। मगर जश्र कुछ यूं मनाइएगा कि नववर्ष की पहली गलती न बने। 'पूरा सच' इसी अपील के साथ आपका नववर्ष मंगलमय होने की कामना करता है। सभी पाठकों, विज्ञापनदाताओं और शुभचिंतकों को नववर्ष 2015 की बधाई।

रंगीन होगी रात

अपने-अपने ढंग से करेंगे नववर्ष का स्वागत

सिरसा।वर्ष 2014 खट्टïी-मीठी यादों के साथ कुछ घंटों बाद बीत जाएगा।  चल रहे वर्ष को अलविदा कहने को लेकर युवाओं में खासा उत्साह है। मौसम भी नए साल का स्वागत करने को लेकर होने वाली पार्टियों के लिए मेहरबान है। हर कोई अपने-अपने तरीके से नए वर्ष का स्वागत करना चाहता है। युवा मस्ती करेंगे तो एक तबका धार्मिक कार्यक्रमों की ओर रुझान रखेगा। शहर के मंदिर भी इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं। नए साल के स्वागत को लेकर बाजारों में भी खूब रौनक है। नववर्ष की खुशियों मनाने के लिए लोगों ने बाजारों में खरीददारी की। शाम को शहर में पूरी रौनक रहेगी। होटल, रेस्टोरेंट व बैंक्वैट हाल खासतौर पर स्वागत पार्टियों के लिए तैयार हैं। जहां युवाओं में नए साल को लेकर कई रंगीन सपने सजे हुए हैं वहीं 2014 के अंतिम लम्हों को अपने ढंग से सैलीब्रेट करने के लिए भी वे खासे उत्साहित दिख रहे हैं। कुल मिलाकर आज शहर की शाम और रात काफी रंगीन रहने वाली है। वहीं पीने के शौकीन जाम से जाम टकराते नजर आएंगे। युवा विभिन्न गानों पर थिरक कर नए साल का स्वागत करेंगे। दूसरी ओर सुरक्षा की दृष्टिï से पुलिस मुस्तैद है। सार्वजनिक स्थलों व भीड़-भाड़ वाले बाजारों में पुलिस टीमें गश्त करती रहेंगी और नववर्ष पर हेने वाले आयोजनों पर नजर रखेंगी। 

होश न खो दे कहीं...

सिरसा। नववर्ष के आगमन को लेकर जहां युवा पीढ़ी पश्चिमी सभ्यता को अपनाते हुए मौज-मस्ती करेगी। ऐसे में पुलिस प्रशासन का कर्तव्य बनता है कि ऐसी स्थिति में पूरी तरह सतर्क रहे। नववर्ष के मौके पर होने वाले जश्नों का हुडदंग सड़कों तक न परसने लगे, अगर यह जश्न सड़कों पर हुड़दंग की शक्ल धारण कर लेता है तो रंग में भंग की स्थिति पैदा हो सकती है। ऐसे में पुलिस प्रशासन को विशेष सतर्कता बरतनी पड़ेगी। वहीं अभिभावकों को भी चाहिए कि वे युवाओं को जोश में होश रखने की सलाह दें। ऐसा कभी न करें कि दूसरों की आजादी का हनन हो और समाज में सिर झुकाने की नौबत पैदा हो जाए। 

पोर्टेबल मशीन से करते थे लिंग जांच, गिरोह गिरफ्त में

सिरसा। कहते हैं कि चोरी रोकने के लिए जब भी कोई नई तकनीक ईजाद की जाती है तो चोर उससे पहले ही उसका मारक खोजने में जुट जाते हैं। और यह भी सच है कि उस तकनीक की जानकारी रखने वाले ही 'चोर रास्ता' बनाते हैं। आज डबवाली के गांव रघुआना में पकड़े गए लिंग जांच करने वाले गिरोह पर यह बात बिल्कुल सटीक बैठती है। सरकारें लिंगानुपात में सुधार के लिए कड़े प्रयास कर रही हैं। चिकित्सकों के लिए कई तरह की सीमाएं और नियम बनाए जा चुके हैं। आधुनिक तकनीक से लिंग जांच पर रोक लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन इन सबका तोड़ चिकित्सक निकाल रहे हैं।
सीआईए पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि पंजाब के एक चिकित्सक द्वारा संचालित गिरोह सिरसा जिला के क्षेत्र में लिंग जांच के मामलों को अंजाम दे रहा है। सूचना मिलने पर पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर जांच टीम गठित की और नकली ग्राहक बनाकर चिकित्सक के पास भेजा।  पंजाब के तरनतारन निवासी चिकित्सक जितेन्द्र उर्फ सोनू की टीम में डबवाली निवासी एक दाई आशा रानी, हैल्पर लखबीर तथा घुक्कांवाली का हैल्पर जगदीश व एक अन्य शामिल थे। ग्राहक ने जब इनसे संपर्क साधा तो चिकित्सक ने लिंग जांच करने की हामी भर दी। गांव रघुआना में लिंग जांच करने का स्थान निर्धारित किया गया। इसके बाद टीम ने निर्धारित समय व स्थान पर ग्राहक को भेजा और साथ ही मौके पर छापामारी कर दी। 

छापामारी में यह मिला

छापामारी के दौरान टीम को मौके से पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन व दो गाडिय़ां मिलीं। सभी आरोपी इसी पोर्टेबल मशीन द्वारा लिंग जांच करते थे और सूत्रों के अनुसार टीम में जिस प्रकार से दाई व हैल्परों को शामिल किया गया है, उससे यह पक्के तौर पर कहा जा सकता है कि आरोपी गर्भपात जैसे घिनौने कार्य को भी अंजाम देते थे। 

गैस एजेंसियों पर रही मारामारी

सिरसा। घरेलू गैस की मारामारी के बीच आधार कार्ड जमा करवाने की जद्दोजहद के कारण आज गैस एजेंसियों पर उपभोक्ताओं की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। एक ओर लोग गैस सिलेंडर लेने के लिए एजेंसी के कारिंदों से उलझ रहे थे तो वहीं आधार जमा करवाने आए लोग भी लंबी लाईनों में लगने के कारण परेशान थे। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा जारी आदेश के तहत घरेलू गैस पर सब्सिडी प्राप्त करने के लिए उपभोक्ताओं को एजेंसी में आधार कार्ड व बैंक खाता से संबंधित कागजात जमा करवाने को कहा  गया है। आज कागजात जमा करवाने का आखिरी दिन था। इसके चलते एजेंसियों में गैस की आपूर्ति नहीं की जा रही थी। इसकी बजाय सभी कर्मचारियों को उपभोक्ताओं के कागजात लेने व कम्प्यूटर में जानकारी दर्ज करने पर लगाया गया था।
शहर की भूपेन्द्रा गैस एजेंसी पर रिफिल लेने पहुंचे लोगों का कहना था कि गैस की आपूर्ति न करने संबंधी जानकारी उन्हें नहीं दी गई। वे सुबह से लाईन में लगकर आवश्यक कार्यों हेतु सिलेंडर लेने आए हैं लेकिन यहां उन्हें सिलेंडर नहीं दिया जा रहा।
वहीं आधार कार्ड व बैंक खाते से संबंधित कागजात जमा करवाने आए लोगों ने भी अपना दुखड़ा रोया। उनका कहना था कि आज कागजात जमा करवाने का आखिरी दिन है और वे सुबह से लाईनों में लगे हैं लेकिन उनका कार्य नहीं हो पा रहा है। यदि उनके कागजात जमा नहीं हुए तो उन्हें घरेलू गैस पर सब्सिडी नहीं मिलेगी जिसके चलते उन्हें दोगुना नुकसान उठाना पड़ेगा।
उधर भूपेन्द्रा गैस एजेंसी के मैनेजर अनिल का कहना है कि चूंकि आज कागजात जमा करवाने का आखिरी दिन है और लोगों की भारी भीड़ है इसलिए एजेंसी पर कागजात जमा करवाने के लिए विशेष रूप से पांच काउंटर बनाए गए हैं। एजेंसी में गैस आपूर्ति का कार्य इसके लिए बंद किया गया है। उन्होंने कहा कि वे अपना कार्य पूरी जिम्मेदारी से कर रहे हैं, लोगों को भीड़ अधिक होने के कारण कुछ परेशानी हो रही है।
जब उपभोक्ताओं को पेश आ रही समस्या के बारे खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी हंसराज से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई शिकायत अभी नहीं मिली है। यदि उनके पास कोई शिकायत आती है तो वे कार्रवाई करेंगे।

नगर परिषद चुनावों में ताल ठोकेगी हलोपा
कांडा ने भरी हुंकार, नप से लेंगे हिसाब

सिरसा। नगर परिषद सिरसा के चुनाव में हरियाणा लोकहित पार्टी ताल ठोकेगी। पार्टी की ओर से सिरसा की सभी 31 सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे जाएंगे। इस आशय की घोषणा हलोपा अध्यक्ष गोपाल कांडा ने आज जारी एक विज्ञप्ति में की। उन्होंने कहा कि नगर परिषद के निकट भविष्य में होने वाले चुनावों में पार्टी की ओर से जीतने वाले तथा स्वच्छ छवि के उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। उन्होंने दावा किया कि कमेटी हलोपा की बनेगी और सिरसा में विकास के नए आयाम स्थापित किए जाएंगे।
कांडा ने कहा कि उनके कार्यकाल में सिरसा शहर के विकास के लिए नगर परिषद को भेजी गई 60 करोड़ रुपए से अधिक की ग्रांट का भी हिसाब लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजनीतिक भेदभाव के चलते ग्रांट राशि का समुचित उपयोग नहीं किया गया। यदि नगर परिषद द्वारा इस 60 करोड़ रुपए की राशि का समुचित रूप से उपयोग किया जाता तो शहर की दशा कुछ और होती। उन्होंने कहा कि नगर परिषद के भ्रष्ट अधिकारियों ने ग्रांट राशि में धांधली की और राजनीतिक भेदभाव के चलते 25 करोड़ रुपए से अधिक की राशि को खर्च नहीं किया गया। बाद में इस राशि को खुर्द-बुर्द करने के लिए गलत ढंग से टेंडर प्रक्रिया अपनाई गई। सड़कों व गलियों के निर्माण में जमकर धांधली बरती गई। लोगों द्वारा शिकायत करने पर भी परिषद अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। नगर परिषद के चुनाव में हलोपा ग्रांट राशि के खर्च का हिसाब लेगी और भ्रष्ट अधिकारियों व जिम्मेवार लोगों को सबक सिखाएगी। उन्होंने हलोपा कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे परिषद् चुनाव के लिए कमर कस लें। अपने-अपने वार्ड की समस्याओं को सूचीबद्ध करें। लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास करें। उन्होंने 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवाओं के वोट बनवाने का भी आह्वान किया।

Tuesday 30 December 2014

दुकानदारों ने लगाया जाम

अतिक्रमण हटवाने पहुंची टीम का विरोध

सिरसा। नगर परिषद व यातायात थाना पुलिस ने संयुक्त टीम बनाकर आज शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। टीम ने शहर के विभिन्न बाजारों से दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटवाया। बरनाला रोड पर अतिक्रमण हटाए जाने की कार्रवाई को लेकर दुकानदारों में रोष फैल गया और दुकानदारों ने बरनाला रोड पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलने के बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। एक बारगी नप को अतिक्रमण हटाओ अभियान रोकना पड़ा।
जानकारी के अनुसार आज सुबह एसपी मितेश जैन व डीएसपी धर्मबीर सिंह ने शहर का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने पाया कि यातायात अव्यवस्था के लिए दुकानदारों द्वारा किया गया अतिक्रमण जिम्मेवार है। इसी के एसपी मितेश जैन ने यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। इसके बाद नप हरकत में आई। नगरपरिषद के कार्यकारी अधिकारी बीएन भारती व यातायात थाना प्रभारी संदीप सिंह श्योराण ने टीम का गठन कर अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई शुरू की। दुकानों के बाहर जो भी सामान मिला उसे टीम ने कब्जे में लिया और आगे बढ़ते गए। रोड़ी बाजार में दुकानों के बाहर  लगे बोर्ड भी नगरपरिषद के कर्मचारियों ने अपने कब्जे में लिए। सरकूलर रोड व सूरतगडिय़ा बाजार में भी दुकानदारों का सामान जब्त किया गया। टीम बरनाला रोड पर पहुंची और दुकानों के बाहर रखे सामान को जब्त करने की कार्रवाई शुरू की। टीम की कार्रवाई से दुकानदारों में रोष फैल गया और उन्होंने बरनाला रोड पर जाम लगा दिया। सूचना मिलने के बाद पुलिस बल मौके पर पहुंचा। दुकानदारों को अतिक्रमण नहीं करने की हिदायत दी गई। फिलहाल अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को रोक दिया गया। इसके बाद दुकानदारों ने जाम खोल दिया। 

Monday 29 December 2014

जांच से इतना क्यों डरता है डेरा?

सिरसा। डेरा सच्चा सौदा में हाईकोर्ट के आदेश पर जांच का सिलसिला चल रहा है। आज तीसरी बार जिला प्रशासन की जांच टीम ने डेरा सच्चा सौदा में दबिश दी और वहां की गतिविधियों की रिपोर्ट तैयार की। डेरा सच्चा सौदा का नाम सामाजिक गतिविधियों की बजाय अनैतिक गतिविधियों के कारण कुख्यात-सा हो चुका है। जब से डेरा के वर्तमान गद्दीनशीन गुरमीत सिंह ने गद्दी संभाली है, तब से डेरा की रिपोर्ट ठीक नहीं रही। डेरा द्वारा समाज की भलाई के लिए कार्य करने के बेशक लाख दावे किए जा रहे हों लेकिन यह भी सच है कि समाज भलाई के कार्य करके अनैतिक धंधे करने का लाइसेंस नहीं मिल जाता। किसी संगठन पर इतनी उंगलियां यूं ही नहीं उठतीं। साध्वियों से बलात्कार, पत्रकार रामचंद्र छत्रपति तथा डेरा की कमेटी के सदस्य रणजीत सिंह की हत्या मामलों की जांच सीबीआई कर चुकी है और खास बात यह है कि इन मामलों में सीबीआई ने जो रिपोर्ट अदालत के समक्ष रखी है, उसमें डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह को मुख्य आरोपी बनाया गया है। यानी बात साफ है कि सीबीआई की नजर में गुरमीत सिंह की शह पर ही यह कार्य हुए हैं। इसके अलावा डेरा के एक साधु फकीर चंद की गुमशुदगी के मामले की जांच भी सीबीआई कर चुकी है। डेरा में हथियारों की ट्रेनिंग की रिपोर्ट सेना इंटेलीजेंस द्वारा दी गई और सैनिकों को डेरा से दूरी बनाने के आदेश हुए। और हाल ही में सीबीआई के जिम्मे डेरा सच्चा सौदा की एक और जांच सौंपी गई है। डेरा में करीब 400 लोगों को नपुंसक बनाए जाने की जांच। इसमें एक बड़ी बात यह भी है कि डेरा सच्चा सौदा भी नपुंसक बनाए जाने के आरोप को नकारता नहीं है। नपुंसक बनाए गए लोग कहते हैं कि वे अपनी मर्जी से नपुंसक बने हैं। जाहिर है जो लोग नपुंसक बनाए गए हैं, वे डेरा में रहते हैं और डेरा यदि अपना दबाव सरकारों पर चला सकता है तो वहां रहने वाले तो उसके बंदी हैं। उन्हें भी अपनी जान प्यारी है। यदि थोड़ा गंभीरता से सोचा जाए तो यह देश के कुछ सबसे अधिक घिनौने अपराधों में शुमार है लेकिन डेरा की मैनेजमेंट के कारण अभी तक इसके विरुद्ध बड़ा अभियान मीडिया द्वारा नहीं चलाया गया है। एक ऐसा ही नपुंसक बनाया गया युवक, जिसके हार्मोन परिवर्तित हो गए हैं, वह डेरा से किसी तरह आजाद होता है और डेरा के इस कुकृत्य को समाज व कानून के समक्ष नंगा करता है। अदालत ने इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। यदि निष्पक्ष जांच हुई तो इस मामले में डेरा प्रमुख के गिरेबान तक सीबीआई को हाथ डालने से कोई नहीं रोक सकता।

तीसरी बार दी डेरा में दबिश

सिरसा। हाईकोर्ट के आदेश पर जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच टीम आज तीसरी बार डेरा सच्चा सौदा पहुंची। जांच टीम में सिरसा के एसडीएम के इलावा सिटी मजिस्ट्रेट व डीएसपी मुख्यालय को शामिल किया गया है। इससे पूर्व दो बार जांच टीम डेरा परिसर में पहुंच कर डेरा की गतिविधियों की जांच कर चुकी है। टीम द्वारा अपनी पहली जांच रिपोर्ट वीडियोग्राफी सहित सात जनवरी तक सौंप दी जाएगी। जबकि हाई कोर्ट के निर्देशानुसार पहली रिपोर्ट 14 जनवरी तक सौंपी जानी है।
हम आपको बता दें कि सतलोक आश्रम के रामपाल महाराज मामले के बाद हाईकोर्ट ने सरकार को प्रदेश में स्थित सभी डेरों की जांच के आदेश दिए थे। आदेश में कहा गया था कि सभी डेरों में संचालित होने वाली गतिविधियां और उनमें उपलब्ध असले इत्यादि की मुक्कल जांच रिपोर्ट तैयार की जाए। हाईकोर्ट के आदेशों को अमली जामा पहनाते हुए उपायुक्त निखिल गजराज ने एसडीएम परमजीत चहल के नेतृत्व में जांच टीम गठित की। इस तीन सदस्यीय टीम में एसडीएम के अलावा सीटी मैजिस्ट्रेट व डीएसपी मुख्यालय को शामिल किया गया।
आज जांच टीम दल-बल के साथ डेरा सच्चा सौदा पहुंची। टीम ने डेरा के मुख्य सेवादारों से पूछताछ की और डेरा सच्चा सौदा में संचालित की जा रही गतिविधियों का ब्योरा जुटाया। विशेष रूप से जांच टीम की ओर से डेरा की गतिविधियों की वीडियोग्राफी भी करवाई जा रही है।
जांच टीम का नेतृत्व कर रहे एसडीएम परमजीत चहल ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेशानुसार जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम आज एक बार फिर डेरा सच्चा सौदा पहुंची है। उन्होंने बताया कि पहले भी जांच की जा चुकी है और पूरा डेरा परिसर की वीडियोग्राफी करवाई जा रही है। वीडियोग्राफी सहित प्रथम जांच रिपोर्ट सात जनवरी तक पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय को सौंप दी जाएगी। उन्होंने बताया की डेरे की जांच  के निर्देश हाईकोर्ट ने दिए हैं उसके मुताबिक ही  जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह एक लगातार चलने वाली जांच है और समय-समय पर आगे भी जांच जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट द्वारा प्रथम जांच रिपोर्ट 14 जनवरी तक सौंपे जाने के निर्देश दिए गए है।

जांच से घबराहट क्यों?

खैर, यह तो थे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह के कच्चे चि_े, जो खुल तो चुके लेकिन उन पर अदालत की मुहर लगनी बाकी है। लेकिन एक सवाल जो सबके दिमाग में जरूर आता है कि यदि डेरा पाक-साफ है तो जांच का विरोध क्यों किया जाता है? डेरा अपने श्रद्धालुओं के बीच तरह-तरह के बेतुके तर्क पेश कर हर जांच का विरोध करता है। जैसा कि रामपाल ने किया था, वैसे ही श्रद्धालुओं को ढाल बनाकर हर बार डेरा प्रमुख के गिरेबां तक जांच एजेंसियों के हाथ पहुंचने से रोके जाते हैं। कई बार तो डेरा की प्रतिक्रिया इतनी हिंसक रही है कि कोई समाज व देश विरोधी संगठन भी उस तरह की योजनाबद्ध तरीके से अराजकता फैलाने का प्रयास नहीं कर पाता। खास बात यह है कि अदालतों के निर्णय पर भी हर बार डेरा की जांच हुई है। ऐसे में डेरा हर बार जांच के फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती देता रहा है और नपुंसक मामले में भी सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है। ऊपरी अदालत में जाना उनका अधिकार है, वे जाएं, लेकिन यदि डेरा प्रमुख या डेरा सच्चा सौदा किसी अनैतिक कार्य में लीन नहीं है तो जांच का स्वागत क्यों नहीं किया जाता? जांच एजेंसियां अपना काम करें, डेरा अपने समाजसेवा के कार्य करे। यदि डेरा पाक-साफ है तो डर क्यों? यहां पेश हैं समय-समय पर डेरा द्वारा विभिन्न प्रकार की जांच के विरोध का विवरण : 
-दिसम्बर 2003 में जब उच्च न्यायालय ने पत्रकार छत्रपति हत्याकांड की जांच सीबीआई को सौंपी तो डेरा सच्चा सौदा ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। आखिर नवंबर 2004 में डेरा की याचिका को खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने भी सीबीआई जांच को हरी झंडी दे दी।
-इसके बाद सीबीआई द्वारा डेरा प्रमुख को जांच के घेरे में लिए जाने पर सीबीआई अधिकारियों के विरोध में डेरा सच्चा सौदा के हजारों श्रद्धालु चंडीगढ़ पहुंचे और सड़कों पर जमकर प्रदर्शन किया। 
-जब डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह पर गुरु गोबिंद सिंह की नकल करने के मामले में बठिंडा अदालत ने 18 जून 2007 को गैर जमानती वारंट जारी किए तो डेरा प्रेमियों ने पंजाब में हिंसक प्रदर्शन किए। कई जगह सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया।
-31 जुलाई 2007 को सीबीआई ने हत्या मामलों व साध्वी यौन शोषण मामले में जांच पूरी कर चालान न्यायालय में दाखिल कर दिया। सीबीआई ने तीनों मामलों में डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह को मुख्य आरोपी बनाया। न्यायालय ने डेरा प्रमुख को 31 अगस्त 2007 तक अदालत में पेश होने के आदेश जारी कर दिया। डेरा ने सीबीआई के विशेष जज को भी धमकी भरा पत्र भेजा जिसके चलते जज को भी सुरक्षा मांगनी पड़ी। मामला अभी तक न्यायालय में विचाराधीन है।
-इसके बाद वर्ष 2010 में डेरा के ही साधु फकीर चंद की गुमशुदगी को लेकर उच्च न्यायालय ने सीबीआई जांच के आदेश दिए। बौखलाए डेरा प्रेमियों ने हरियाणा, पंजाब व राजस्थान में एक साथ सरकारी सम्पति को नुकसान पहुंचाया और बसों में आगजनी की गई।

जांच टीम की हो रही जांच

सिरसा। हाल ही में हिसार स्थित बरवाला में रामपाल के आश्रम में हुए घटनाक्रम में जब ऐसे डेरों की जांच की मांग उठी तो डेरा सच्चा सौदा का नाम सबसे पहले लाया गया। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने इस मामले में एमिक्स क्यूरी अनुपम गुप्ता द्वारा पेश की गई सेना इंटेलिजेंस की रिपोर्ट को गंभीर मानते हुए स्वत: संज्ञान लिया और प्रदेश के चुनिंदा डेरों की जांच के आदेश दिए। उल्लेखनीय है कि सेना इंटेलिजेंस ने सन् 2010 में एक रिपोर्ट अपने उच्चाधिकारियों को सौंपी थी जिसमें कहा गया था कि डेरा सच्चा सौदा में पूर्व सैनिकों द्वारा हथियारों की ट्रेनिंग दी जा रही है। इस रिपोर्ट पर सेना की ओर से सभी मुख्यालयों को पत्र जारी कर मौजूदा व पूर्व सैनिकों को डेरा से दूरी बनाए रखने की हिदायत दी गई थी।
अदालत ने इसे देश के लिए बड़ा खतरा मानते हुए प्रदेश सरकार को जांच के आदेश दिए। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद जिला स्तरीय टीम जब डेरा पहुंची तो फिर से विरोध का सामना करना पड़ा। डेरा प्रबंधक अपनी मर्जी के अनुसार टीम को जांच करने देना चाहते थे। वे चाहते थे कि टीम वीडियोग्राफी न करे। यहां तक एसडीएम, डीएसपी तथा सीटीएम जैसे अधिकारियों के साथ आए गनमैन को हथियार डेरा के परिसर में भी ले जाने से मना कर दिया गया। मीडिया को तो बिना इजाजत के डेरा में प्रवेश पहले ही नहीं दिया जाता।
लेकिन सूत्रों की माने तो सबसे हास्यास्पद बात यह रही कि डेरा गई टीम खुद को असुरक्षित महसूस करती रही क्योंकि उनके हथियार तो बाहर रखवा दिए गए और डेरा के गुर्गे हथियारबंद होकर उनके चारों ओर घेरा बनाकर चलते रहे। यही नहीं, वीडियोग्राफी से मना करने वाले डेरा के प्रबंधकों ने टीम की अपने स्तर पर वीडियोग्राफी जरूर करवाई। आखिर जब तीन सदस्यीय प्रशासनिक टीम ऐसी जांच से आजिज आ गई तो उच्च न्यायालय में डेरा की यही रिपोर्ट पेश करने की चेतावनी दी गई। तब जाकर डेरा के डौल कुछ ढीले हुए और टीम को जांच करने दिया गया। आज तीसरी बार टीम डेरा पहुंची लेकिन टीम की रिपोर्ट क्या होगी, यह देखने वाली बात रहेगी।

Saturday 27 December 2014

रेलवे ट्रेक पर दौड़ाई कार

रेल यातायात हुआ प्रभावित, कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज

सिरसा। आज सुबह डबवाली में धुंध के चलते कार चालक को सड़क दिखलाई न देने पर भूलवश कार रेलवे ट्रेक पर चढ़ गई। बाद में कार रेलवे ट्रेक में फंस गई। जिससे रेल यातायात ठप हो गया। रेलवे पुलिस ने कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज गिरफ्तार कर लिया है।
आज तड़के चार बजे के करीब डबवाली में धुंध के चलते  एक अनियंत्रित कार रेलवे ट्रेक पर दौडऩे लगी। कुछ दूरी पर जाकर कार रेलवे ट्रेक में फंस गई। उसी समय प्लेटफार्म नंबर दो पर ट्रेन बठिंडा की ओर जाने के लिए तैयार खड़ी थी। कार के सेलवे ट्रेक में फंसने की सूचना पर स्टेशन अधीक्षक सुभाष जैन ने गाड़ी को गंतव्य की ओर रवाना करने से पूर्व रोके रखा। बाद में एक ट्रेक्टर की सहायता से कार को रेलवे ट्रेक से हटाया गया। सूचना पाकर आरपीएफ हनुमानगढ़ प्रभारी बीरबल यादव मौका पर पहुंचे तथा कार चालक किलियांवाली निवासी गुरमीत सिंह को काबू किया। कार चालक गुरमीत सिंह ने बताया कि वह मंडी किलियांवाली में साऊंड का कार्य करता है। वह किसी कार्य से कार पर सवार होकर जा रहा था। धुंध की वजह से सड़क दिखाई ने देने पर उसकी कार रेलवे ट्रेक पर चली गई।
आरपीएफ हनुमानगढ़ प्रभारी बीरबल यादव ने बताया कि जिस समय अनियंत्रित कार रेल ट्रेक पर आई, उससे कुछ समय पूर्व ही स्पैशल लोड़ होकर अपने गंतव्य की ओर निकली थी। गनीमत रही कि एक बड़ा हादसा होने से बच गया। गुरमीत सिंह के खिलाफ अनियंत्रित होकर रेलवे ट्रेक में घुसने तथा रेल यातायात में बाधा उत्पन्न करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को छह जनवरी 2015 को सिरसा स्थित अदालत में पेश किया जाएगा।

प्रकाशोत्सव पर निकला नगर कीर्तन
शहर में जगह-जगह हुआ स्वागत, बरताया गया लंगर

सिरसा। दशम गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह का प्रकाशोत्सव जिलाभर में शनिवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर नगर में भव्य नगर कीर्तन निकाला गया। जिसमें श्री गुरुग्रंथ साहिब पालकी में विराजमान थे। अनेक रागी जत्थे श्री गुरुवाणी की अमृत वर्षा कर रहे थे जबकि गतका पार्टी के सदस्यों ने शानदार कला का प्रदर्शन किया। 
नगर कीर्तन सूरतगढिय़ों बाजार स्थित गुरुद्वारा दशमी पातशाही से शुरू हुआ। सबसे आगे श्रद्धालु सड़कों की सफाई करते हुए चल रहे थे। श्री गुरुगं्रथ साहिब पालकी में विराजमान थे पालकी की अगुवाई पंज प्यारे कर रहे थे। यात्रा में अनेक रागी जत्थे श्री गुरुवाणी की अमृत वर्षा कर साध संगत को निहाल कर रहे थे। नगर कीर्तन में अनेक गतका पार्टी के सदस्यों ने शानदार कला का प्रदर्शन कर रहे थे। लडकियों ने भी तलवारबाजी, चकरी, लाठी, पटका आदि से करतब दिखाए। नगर कीर्तन के स्वागत में शहर में जगह जगह पर स्वागत द्वार बनाए गए थे। कई स्थानों पर श्रद्धालुओ को लंगर का प्रसाद बरताया गया। श्रद्धालुओं ने श्री गुरुग्रंथ साहिब के समक्ष शीश नवाकर प्रसाद ग्रहण किया। सांसद डॉ. अशोक तंवर ने नगर कीर्तन में शिरकत की। उन्होंने पालकी के आगे शीश नवाया और प्रसाद ग्रहण किया।

कांग्रेस ने किया शिक्षा का व्यापारीकरण
शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री रामविलास शर्मा ने की प्रेसवार्ता

सिरसा। शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में शिक्षा का व्यापारीकरण हुआ था। सरकारी स्कूलों में अनुसूचित जाति-जनजाति, गरीब व मजदूर वर्ग के लोगों के बच्चे ही आते थे। लोगों में एक धारणा बन गई थी की निजी स्कूलों मे अच्छी पढ़ाई गुणवत्ता पूर्वक होती है लेकिन प्रदेश सरकार इस धारणा को बदलने के लिए अच्छी शिक्षा लागू करने पर वचनबद्ध है। इसके अलावा पर्यटन को हरियाणवी संस्कृति के साथ जोड़कर विशेष योजना के तहत विकसित किया जाएगा। शर्मा आज यहां पीडब्ल्यूडी विश्राम गृह में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
तीन घंटे की देरी से पहुंचे मंत्री
प्रदेश के मंत्री रामबिलास शर्मा को सुबह साढे 11 बजे पहुंचना था। इसके बाद उनके 12 बजे तक पहुंचने की सूचना मिली लेकिन इसके बाद भी वे नहीं पहुंचे। करीब तीन घंटे तक पुलिस प्रशासन व कार्यकर्ताओं को इंतजार करना पड़ा। आखिर करीब 3 बजे मंत्री जी पहुंचे और पत्रकारों से रूबरू हुए। 
मोदी की शान में पढ़े कसीदे
राम बिलास शर्मा ने स्थानीय पीडब्ल्यूडी विश्राम गृह में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए मकर सक्रांति की बधाई दी और लोकसभा व विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में गरीब आदमी की मिलीजुली सरकार है। इसके  साथ साथ ईमानदार, जिम्मेवार व पारदर्शी सरकार है। हिन्दुस्तान में अटक से कटक, कश्मीर से कन्याकुमारी तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व को आम आदमी ने स्वीकार किया है तथा 6 माह पहले केन्द्र में तथा 2 माह पहले हरियाणा में आप लोगों की मनचाही सरकार बनी है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के उपरांत पैट्रोलियम पदार्थाे की 6 बार कीमत कम की गई है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लोहा मान रही है जबकि पहले नरेन्द्र मोदी को वीजा देने से भी मना किया था। उन्होंने कहा कि  हिन्दुस्तान विश्वगुरू की तरह आगे बढ़ रहा है।
हेमा-धर्मेन्द्र होंगे ब्रांड अम्बेसडर
उन्होंने कहा कि एक फरवरी से सूरजकुंड में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मेला होने जा रहा है जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा करवाया जाएगा। इस मेले के लिए अभिनेता धरमेंद्र व हेमा मालिनी को ब्रॉड एम्बेस्डर बनाने का आग्रह किया जाएगा। 
परीक्षाओं के बाद होगा तबादलों पर विचार
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश में विकास के नए आयाम स्थापित किये जाएंगे। स्कूलों में अच्छे इंन्फ्रास्ट्रक्चर व अध्यापक नियुक्त किये जाएंगे। पिछली सरकार द्वारा शिक्षक भर्ती में अनियमित्ता बरती गई। इसलिए वर्तमान भाजपा सरकार ने शिक्षक भर्ती बोर्ड खत्म किया है। उन्होंने पत्रकारों के अध्यापकों के तबादलों बारे पूछे एक सवाल का जबाब देते हुए कहा कि परीक्षाओं के बाद अध्यापकों के तबादलों पर विचार किया जाएगा क्योंकि परीक्षा परिणाम का मुद्दा अध्यापकों की एसीआर से जुड़ता है। उन्होंने हरियाणा राज्य परिवहन के नीजिकरण के बारे में कहा कि हरियाणा राज्य परिवहन का निजीकरण नहीं किया जाएगा। क्योंकि हरियाणा राज्य परिवहन की बसे प्रतिदिन 14 लाख यात्रियों को सुरक्षित उनके गणतव्य स्थान पर पहुंचाती हंै तथा रोड़वेज में लगभग 30 हजार कर्मचारी नियुक्त हंै। इसके पश्चात शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने पूर्व मंत्री गणेशीलाल के नवनिर्मित होटल हवेली का उद्घाटन किया।

Friday 26 December 2014

दुष्कर्म के प्रयास का मामला दर्ज

सिरसा। गांव रघुआना निवासी एक नाबालिगा से दुष्कर्म के प्रयास का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस संबंध में एक वृद्ध के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बताया गया है कि गांव रघुआना निवासी 16 वर्षीय किशोरी जेजे कालोनी में अपनी बुआ के घर आई थी। बुआ ने छतरियां गांव निवासी 60 वर्षीय सूरजमल के साथ किशोरी को मोटरसाइकिल पर बैठाकर गांव भेजा था। आरोप है कि सूरजमल ने रास्ते में सुनसान जगह पर उससे छेड़छाड़ की और उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। फिलहाल पुलिस ने किशोरी की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उधर आरोपी सूरजमल का कहना है कि आरोप निराधार हैं।

हादसे के बाद कार में लगी आग

सिरसा। गांव डिंग के पास एक कार अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। हादसे के बाद कार में आग लग गई। कार चालक सहित चार लोग उस समय में कार में सवार थे। सभी सुरक्षित बाहर निकल आए। सूचना मिलने के बाद दमकल विभाग की गाड़ी पहुंची और आग पर काबू पाया।

एलनाबाद लूट प्रकरण
पुलिस ने जारी किया आरोपी का स्कैच

सिरसा। पुलिस अधीक्षक मितेश जैन ने आज एलनाबाद के नोहर रोड स्थित आरके कॉटजिन मिल में हुई लूटपाट की घटना को शीघ्र सुलझाने के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। सीआईए सिरसा प्रभारी इंस्पेक्टर जोगेंद्र सिंह पर आधारित यह टीम एलनाबाद के उप पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह बैनीवाल की देखरेख में जांच करेगी। इस टीम में सीआईए सिरसा, एलनाबाद थाना पुलिस व साइबर सैल पुलिस को शामिल किया गया है। पुलिस अधीक्षक मितेश जैन ने टीम को निर्देश दिए है कि घटना के बारे में गहन छानबीन करें और शीघ्र इस गुत्थी को सुलझाएं। इस बारे में उन्होंने सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखने और उचित ईनाम देने का भी ऐलान किया। जांच टीम ने कॉटन मिल मालिकों व कर्मचारियों से पूछताछ के बाद एक आरोपी का स्कैच भी जारी किया है। इस संबंध में कोई भी जानकारी डीएसपी एलनाबाद के मोबाइल नंबर 88140-11604, सीआईए सिरसा प्रभारी के मोबाइल नंबर 88140-11606 तथा एलनाबाद के थाना प्रभारी के मोबाइल नंबर 88140-11614 पर दी जा सकती है।

Thursday 25 December 2014

लाखों की लूट

तीन मोटरसाइकिल सवार युवकों ने पिस्तौल की नौक पर दिया वारदात को अंजाम

सिरसा। एलनाबाद की दिवाकर कॉटन फैक्ट्री से तीन मोटरसाइकिल सवार युवकों ने मुनीम को बंधक बनाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। सूत्रों के अनुसार लुटेरों ने पुस्तौल की नौक पर करीब 45 लाख की राशि उड़ा ली। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है।

वृद्धा से लाखों की ठगी

दरियापुर के पास पुलिस ने आरोपियों को किया काबू 

सिरसा। डाक घर में रुपया जमा करवाने आई एक वृद्धा को कुछ लोगों ने ठग लिया और उसके जेवरात लेकर चंपत हो गए। पुलिस ने पीडि़ता की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने आरोपियों को फतहाबाद के दरियापुर के नजदीक से काबू कर लिया है।
जानकारी के अनुसार बी ब्लॉक निवासी ओमप्रकाश डाक घर में बचत योजना के प्रतिनिधि के तौर पर काम करता है। वह प्रतिदिन की एकत्रित राशि डाकघर में जाकर जमा करवाता था लेकिन आज तबीयत खराब होने की वजह से उसने अपनी पत्नी दर्शना देवी को डाकघर राशि जमा करवाने भेज दिया। उसे इस बात का ध्यान नहीं था कि आज क्रिसमस डे के चलते सभी सरकारी विभागों में छुट्टी है। दर्शना देवी सुबह साढ़े 11 बजे डाकघर पहुंची और वहां ताला जड़ा देखा। इसके बाद वह बाहर निकली तो एक इंडिका कार उसके पास आकर रुकी। कार में सवार लोगों ने उससे पूछा कि गुरुद्वारा कहां है। दर्शना देवी ने उन्हें गुरुद्वारे का रास्ता बताया। इसके बाद कार में सवार तीन लोगों ने दर्शना देवी के बातों में उलझाकर उसके हाथों में पहनी दो चूडिय़ां, कानों की बालियां, अंगूठी व पांच हजार रुपए की नकदी ली और एक पोटली में रख दी। उक्त लोगों ने उसे कहा कि यह पोटली घर में ले जाकर अलमारी में रख देना। इससे तुम्हें काफी फायदा होगा। दर्शना देवी ठगों के बहकावे में आ गई। उन्होंने दर्शना देवी को पोटली दी और उसे कार से उतार दिया। पोटली भारी दिखने पर दर्शना देवी को शक हुआ। उसने पोटली की गांठ खोली लेकिन इतने में गाड़ी में सवार ठग फरार हो गए। पोटली खोली तो उसमें लोहे के कंगन व पत्थर पड़े मिले। लाखों के जेवरात ठगे जाने पर दर्शना ने शोर मचाना शुरू कर दिया। मौके पर पुलिस पहुंची और दर्शना देवी से सारी घटना की जानकारी ली। पुलिस ने दर्शना देवी के बयान दर्ज कर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला  दर्ज किया है। दर्शना देवी ने बताया कि ठग परशुराम चौक की ओर गए थे।
उधर सूत्रों के अनुसार फतहाबाद के दरियापुर के निकट आरोपियों को पुलिस ने सामान सहित काबू कर लिया है।

सड़क हादसे में दो दोस्तों की मौत

सिरसा। गांव गुडिय़ाखेड़ा के समीप आज रात को सड़क हादसे में बाइक सवार दो दोस्तों की मौत हो गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल भिजवाया। जानकारी के अनुसार गांव कोटली निवासी कालू व गांव बाजेकां निवासी सुरेश कुमार राजस्थान के हनुमानगढ़ जिला के नोहर व भादरा के बीच बन रहे रेलवे ट्रैक पर कुछ दिनों से मजदूरी कर रहे थे। बताया गया कि बुधवार रता को दोनों बाइक पर सवार होकर सिरसा आ रहे थे कि गांव गुडिय़ाखेड़ा के समीप धुंध के कारण बाइक सड़क किनारे पेड़ से जा टकराई। हादसे में दोनों को गंभीर चोटें आई जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को अपने कब्जे में लेकर सामान्य अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने बृहस्पहितवार को मृतकों के परिजनों के बयान पर सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई करते हुए शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिए। कालू व सुरेश दोनों गहरे दोस्त थे। दोनों की मौत का समाचार जैसे ही गांव में पहुंचा गांव बाजेकां व कोटली में मातम पसर गया। 

Wednesday 24 December 2014

बलात्कार पीडि़ता ने दी आत्महत्या की धमकी

पुलिस पर लगाया प्रताडऩा का आरोप
राजनीतिक दबाव में पुलिस कर रही काम

सिरसा। पुलिस जांच से नाखुश एक बलात्कार पीडि़ता ने आत्महत्या करने की धमकी दी है। पुलिस पर जांच के नाम पर प्रताडि़त करने का आरोप लगा रही पीडि़ता का कहना है कि उसने अपने साथ हुए दुष्कर्म से संबंधित सभी साक्ष्य पुलिस को उपलब्ध करवाए हैं। बावजूद इसके इस मामले में जांच के नाम पर पुलिस उसे ही परेशान कर रही है। पीडि़ता ने बताया कि वह एमएमएस और एम्स में हुई मेडिकल जांच रिपोर्ट भी पुलिस को सौंप चुकी है, लेकिन पुलिस के संरक्षण प्राप्त दुष्कर्मी अब तक खुले घूम रहे हैं। पीडि़ता ने सिरसा के विधायक मक्खन सिंगला को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि सिंगला के दबाव के चलते पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही।
मालूम हो कि तीन माह पूर्व दिल्ली की रहने वाली एक महिला ने सिरसा के विधायक मक्खन सिंगला के भतीजों मनीष, राहुल व पंकज सिंगला पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। पीडि़ता के आरोपों से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया था। पीडि़ता का कहना था कि उसे एक डील के बहाने सिरसा बुलाया गया और उसके साथ दुष्कर्म किया गया। आरोप यह भी था उसे नशीली पदार्थ पिलाकर होटल के एक कमरे में ले जाया गया और वहीं उसके साथ दुष्कर्म हुआ। पुलिस ने इस सिलसिले में दिल्ली में मुकद्दमा दर्ज किया था। पीडि़ता का आरोप है कि राजनीतिक दबाव डालकर विधायक मक्खन सिंगला ने यह मुकद्दमा सिरसा में ट्रांसफर करवा लिया और अब इस मामले में जांच को आगे नहीं बढऩे दिया जा रहा।
पीडि़ता के आरोपों से एक बार फिर मामला गर्मा गया है। विधायक मक्खन सिंगला के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। पीडि़ता ने सरकार से भी यही गुहार लगाई है कि आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह मजबूरन आत्महत्या कर लेगी, क्योंकि पुलिस उसे न्याय दिलवाने की बजाए जांच के नाम पर उसे ही प्रताडि़त कर रही है।

खुले मिले स्कूल, नायब तहसीलदार ने लगाई फटकार

सिरसा। उपायुक्त के स्कूलों में छुट्टी के आदेश के बाद भी निजी स्कूल खोलने पर जिला प्रशासन के आदेश पर कालांवाली के नायब तहसीलदार दयाल सिंह ने आज माता पुन्ना देवी डीएवी स्कूल का दौरा किया। स्कूल में विद्यार्थियों व स्कूल स्टाफ को उपस्थिति देखकर उन्होंने स्टाफ से स्कूल लगाने का कारण पूछा।
नायब तहसीलदार दयाल सिंह के आज सुबह स्कूल में आने की खबर लगते ही स्कूल स्टाफ ने आनन फानन में काफी संख्या में बच्चों को स्कूल से घर भेज दिया। जबकि कुछ बच्चे स्कूल में ही रह गए। नायब तहसीलदार ने बच्चों से स्कूल में आने का कारण पूछा तो बच्चों ने 27 दिसम्बर को स्कूल में होने वाले कार्यक्रम का हवाला दिया। स्कूल प्रधानाचार्य संगीता कक्कड़ ने नायब तहसीलदार से कहा कि स्कूल में कोई बच्चा नहीं था। कार्यक्रम पहले का रखा हुआ था, आप कहो तो कार्यक्रम को रद्द कर देते हैं। हमनें नियमों का उलंघन नहीं किया है। खंड शिक्षा अधिकारी बलविंद्र सिंह ने कहा कि छुट्टी के दिन स्कूल स्टाफ को तो स्कूल में बुलाया जा सकता है लेकिन छात्रों को किसी भी हालत में स्कूल नहीं बुलाया जा सकता। अगर किसी स्कूल ने ऐसा किया है तो उनके खिलाफ विभाग कार्रवाई करेगा। वहीं नायब तहसीलदार दयाल सिंह ने कहा कि स्कूल में पांच छह बच्चे आए हुए थे। बच्चे भंगडे की रिहर्सल के लिए आए थे, इसमें कोई खास बात नहीं है। बाकी स्कूल में सब कुछ ठीक है।

सिटिंग जज करें डेरा की जांच : अशोक अरोड़ा

सिरसा। इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने सिरसा डेरा सच्चा सौदा की जांच सीबीआई की बजाय सिटिंग जज से करवाने की मांग की है। उनका कहना है कि केंद्र व राज्य सरकार के मंत्री व प्रतिनिधि डेरा सच्चा सौदा में आकर नतमस्तक हो चुके हैं। यदि राज्य सरकार पर डेरा से मिलीभगत का आरोप लगाया जाए तो केंद्र में सत्तासीन भाजपा सरकार भी कटघरे में खड़ी होती है। सीबीआई केंद्र सरकार के अधीन है जिससे जांच निष्पक्ष होना संभव नहीं दिखता। अरोड़ा आज इनेलो के कार्यकर्ता सम्मेलन से पूर्व पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सीबीआई की बजाय हाईकोर्ट के सिटिंग जज से डेरा की जाँच होनी चाहिए ताकि  जो आरोप डेरा पर लगे है उनकी वास्तविकता का पता चल सके। प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने कहा कि इनेलो कार्यकर्ताओं की कांग्रेस के कुशासन के विरूद्ध संघर्ष बेकार नहीं जाएगा। इनेलो कार्यकर्ताओं के संघर्ष के कारण ही कांग्रेस को सत्ता से हाथ धोना पड़ा।

Tuesday 23 December 2014

डेरा पर चला कोर्ट का डंडा

हाईकोर्ट ने नपुंसक मामले की जांच सीबीआई को सौंपी

सिरसा। डेरा सच्चा सौदा में साधुओं को नपुंसक बनाने के मामले की भी जांच अब सीबीआई के हवाले कर दी गई है। आज पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपते हुए दो माह में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं। इससे पूर्व प्रदेश सरकार की जांच एजेंसी को हाईकोर्ट ने जांच के आदेश दिए थे लेकिन सरकार द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट से उच्च न्यायालय नाखुश नजर आया। विगत 17 दिसम्बर को अदालत ने सुनवाई करते हुए फैसला सुरक्षित रखा था। आज अदालत ने यह अहम फैसला सुनाते हुए याचिकाकर्ता को बड़ी राहत दी है, वहीं डेरा सच्चा सौदा और डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह की मुश्किलें इससे बढ़ गई हैं। एक ओर उच्च न्यायालय के आदेश पर जहां सभी डेरों की जांच करने की कड़ी में आज प्रशासनिक टीम ने डेरा सच्चा सौदा में दबिश दी तो वहीं सुबह सवेरे आए इस फैसले से डेरा में हड़कंप-सा माहौल रहा।
यह है मामला
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख  गुरमीत सिंह द्वारा अपने परिवार व साध्वियों की सुरक्षा के लिए अच्छे-भले लोगों के अंडकोष निकलवाकर नपुंसक बना दिया गया। इस बात का खुलासा डेरा के ही एक पूर्व साधु ने किया। साधु हंसराज चौहान का दावा है कि उसे भी डेरा के ही अस्पताल में ऑप्रेशन करके नपुंसक बना दिया गया जिससे उसके हार्मोन में परिवर्तन आने लगा और उसमें शारीरिक बदलाव आ गया। हंसराज चौहान का कहना है डेरा प्रमुख द्वारा उन जैसे करीब 400 युवाओं को 'भगवान के दर्शनÓ के नाम पर नपुंसक बनाया गया है।  उन्होंने 166 लोगों की नाम सहित सूची भी सार्वजनिक की है। चौहान ने इस मामले की जांच के लिए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में जुलाई 2012 में याचिका दायर की। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट के आदेश पर शिकायतकर्ता हंसराज का चिकित्सीय परीक्षण भी हो चुका है जिसमें उसके अंडकोष ऑप्रेशन द्वारा निकाले जाने की पुष्टि हुई थी। याचिका पर सुनवाई करते हुए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के जस्टिस के. कानन ने प्रदेश सरकार को जांच के आदेश दिए थे। सरकार को जांच के लिए एक माह का समय दिया गया था। सरकार ने जांच के संबंध में जानकारी देते हुए न्यायाधीश को बताया कि याचिकाकर्ता के अनुसार करीब 400 युवाओं को नपुंसक बनाया गया है। जांच एजेंसी इन सभी लोगों को बुलाकर पूछताछ कर रही है। एजेंसी ने कहा कि वह इन सभी लोगों की काउंसलिंग करना चाहती है। काउंसलिंग के तहत पता लगाया जाएगा कि नपुंसक बनाए गए लोगों ने अपनी मर्जी से यह कदम उठाया है या किसी के दबाव में। नपुंसक बनने के कारणों के बारे में इन लोगों से पूछताछ की जाएगी। इसके लिए जांच एजेंसी को काफी समय की जरूरत है। सरकार की ओर से अदालत में पेश हुए अधिवक्ता ने और समय की मांग की। जांच अधिकारियों की ओर से पक्ष रखते हुए अधिवक्ता ने कहा कि उन्होंने कुछ नपुंसक बनाए गए लोगों से पूछताछ की है जिन्होंने अपनी मर्जी से नपुंसक बनने की बात स्वीकार की है। सरकार के जवाब से असंतुष्ट न्यायाधीश ने कड़ी फटकार लगाते हुए तल्ख टिप्पणियां कीं। इस दौरान याचिकाकर्ता हंसराज चौहान ने सीबीआई जांच की मांग की थी। 
दो माह में जांच पूरी करने के आदेश
अदालत करेगी निगरानी
17 दिसम्बर को हुई सुनवाई के दौरान जस्टिस के. कानन ने सरकार के जवाब से असंतुष्ट होने के कारण फैसला सुरक्षित रख लिया।  न्यायाधीश के तल्ख तेवर देखते हुए इस मामले में कड़े फैसले की उम्मीद की जा रही थी। आज जस्टिस के. कानन ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंप दिया। सीबीआई को दो माह में जांच करने के आदेश दिए गए हैं। इसी के साथ अदालत स्वयं इस मामले की निगरानी करेगी।
सीबीआई से डेरा का पुराना सरोकार
यह कोई पहला मामला नहीं है जिसमें डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह को सीबीआई जांच का सामना करना पड़ा हो। इससे पहले पत्रकार रामचंद्र छत्रपति तथा रणजीत हत्याकांड और साध्वियों के साथ यौन शोषण  के मामले में सीबीआई जांच हो चुकी है। यह तीनों मामले अब सीबीआई अदालत में विचाराधीन हैं और अपने निर्णायक मोड़ पर हैं। यही नहीं, डेरा के ही एक पूर्व मैनेजर फकीरचंद की गुमशुदगी के मामले की जांच भी सीबीआई कर चुकी है। डेरा के ही एक पूर्व साधु राम कुमार ने फकीरचंद के गुमशुदा होने के कारण उच्च न्यायालय के समक्ष मामले की जांच की मांग उठाई थी। राम कुमार का आरोप था कि फकीरचंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के सभी राज़ जानता था। इसी के चलते डेरा प्रमुख द्वारा उसकी हत्या करवा दी गई। वह डेरा के मौजूदा गद्दीनशीन गुरमीत सिंह के गद्दी संभालने के कुछ समय बाद ही लापता हो गया था।

अदालत का निर्णय स्वागत योग्य : अंशुल छत्रपति

सिरसा। डेरा सच्चा सौदा में नपुंसकों की फौज तैयार करने के मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने के अदालत के फैसले का पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के पुत्र अंशुल छत्रपति ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि अदालत का निर्णय सराहनीय है। यह निर्णय इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में प्रदेश में डेरा और भाजपा की मिलीभगत स्पष्ट हो चुकी है। ऐसे में प्रदेश सरकार की कोई भी एजेंसी इस मामले की जांच निष्पक्ष रूप से नहीं कर पाती। उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच का भी अदालत की निगरानी के तहत होना निष्पक्ष जांच के प्रति अधिक आश्वस्त करता है। उन्होंने कहा कि  हाल ही में देश-प्रदेश में धार्मिकता की आड़ में गौरखधंधा करने वाले लोग बेनकाब हुए हैं। डेरा सच्चा सौदा तो अपने नाजायज क्रियाकलापों के कारण अधिक चर्चा में रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल तो ऐसे डेरों को केवल वोट बैंक के चलते शह देते हैं। अवैध धंधों में लिप्त होकर लोगों का आर्थिक व मानसिक शोषण करने वालों के खिलाफ अदालतों को ही निर्णय लेने होंगे। उन्होंने कहा कि सदैव समाज भलाई का ढिंढोरा पीटने वाले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। यूं ही किसी पर उंगली नहीं उठाई जाती। विभिन्न मामलों में उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई जांच डेरा में हो रहे नाजायज कार्यों की ओर इशारा करती है। उन्होंने कहा कि कुछ समाज भलाई के काम करने से अवैध धंधों का लाइसेंस नहीं मिल जाता।

प्रशासनिक टीम का डेरे में डेरा

सिरसा। एक ओर पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय ने साधुओं को नपुंसक बनाने के मामले की जांच सीबीआई से करवाने के आदेश दिए हैं, वहीं हाईकोर्ट के आदेश पर ही जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच टीम आज डेरा सच्चा सौदा पहुंची। सतलोक आश्रम के रामपाल मामले के बाद हाईकोर्ट ने सरकार ने हरियाणा में स्थित सभी डेरों की जांच के आदेश दिए थे। आदेश में कहा गया था कि सभी डेरों में संचालित होने वाली गतिविधियों और उनमें उपलब्ध असले इत्यादि की मुकम्मल जांच रिपोर्ट तैयार की जाए। हाईकोर्ट के आदेशों को अमली जामा पहनाते हुए उपायुक्त निखिल गजराज ने एसडीएम परमजीत चहल के नेतृत्व में जांच टीम गठित की। इस तीन सदस्यीय टीम में एसडीएम के अलावा सिटी मैजिस्ट्रेट व डीएसपी मुख्यालय को शामिल किया गया।
जांच टीम दल-बल के साथ डेरा सच्चा सौदा पहुंची। टीम ने डेरा के मुख्य सेवादारों से पूछताछ की और डेरा सच्चा सौदा में संचालित की जा रही गतिविधियों का ब्यौरा जुटाया। विशेष रूप से जांच टीम की ओर से डेरा की गतिविधियों की वीडियोग्राफी भी करवाई जा रही है।
जांच टीम का नेतृत्व कर रहे एसडीएम परमजीत चहल ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेशानुसार जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम डेरा सच्चा सौदा पहुंची है। जैसे निर्देश हाईकोर्ट ने दिए हैं उसके मुताबिक जांच की जाएगी और इस दौरान वीडियोग्राफी भी करवाई जाएगी।
जांच टीम में शामिल डीएसपी मुख्यालय जगदीश काजला ने बताया कि जांच के लिए आज टीम पहुंची है। जांच के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकेगा। फिलहाल तथ्य जुटाए जा रहे हैं।

Monday 22 December 2014

ठंड से ठिठुरे लोग

धुंध बढ़ा रही मुसीबत
किसानों को फायदा, आमजन हो रहे प्रभावित

सिरसा। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी ने प्रदेश में भी ठंड बढ़ा दी है। प्रदेश में हिसार के बाद सिरसा सर्वाधिक ठंडा जिला बना हुआ है। यहां ठिठुरा देने वाली ठंड ने आम आदमी का जीना मुहाल कर दिया है। न्यूनतम तापमान तीन डिग्री होने और साथ ही कोहरे की मार ने लोगों को मुश्किल में डाल दिया है। अलाव सेंक कर लोग ठंड से बच रहे हैं। ठंड की मार व्यापार पर भी पड़ी है। एक सप्ताह से सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए। मौसम की इस ठंडक का सर्वाधिक असर स्कूली बच्चों पर पड़ रहा है। बच्चों का कहना है कि सर्दी के इस मौसम में छुट्टियां होनी चाहिएं या फिर समय में बदलाव होना चाहिए, जिससे वे ठंड से बचकर पढ़ाई कर सकें। धुंध के कारण बसें व ट्रेनें भी प्रभावित हो रही हैं। सवारी गाडिय़ां कई-कई घंटे देरी से अपने गंतव्य तक पहुंच रही हैं।
हालांकि किसानों को इस मौसम से लाभ होगा। सुबह की ओस उनके लिए खासी फायदेमंद साबित हो रही है। दरअसल रबी की फसल को ओस से फायदा होता है। किसान सुरेश का कहना है कि ओस से फसल कोरे से बचती है और गेहूं और अन्य फसलों के पत्ते सडऩे की समस्या से निजात मिलती है। किसानों का कहना है कि कुछ दिन अगर ऐसा मौसम ऐसा बना रहेगा तो गेहूं की फसल अच्छी होने की उम्मीद बढ़ जाती है।
लेकिन व्यापारियों को इस धुंध व सूरज देवता के दर्शन न होने के कारण खासी परेशानी हो रही है। व्यापारी सुदर्शन बजाज का कहना है कि इस मौसम के कारण व्यापार पर बुरा असर पड़ रहा है। लोग बाजार में निकलने से कतरा रहे हैं। सुबह-शाम तो दूर, दोपहर में भी मौसम साफ न होने और कड़ाके की ठंड के कारण लोग घरों में दुबकना ही पसंद कर रहे हैं।
जिला कृषि अधिकारी वजीर सिंह ने बताया की मौसम फसलों के लिए फायदेमंद है। कुछ और दिनों तक मौसम ऐसा रहा तो गेहूं की फसल अछी होगी।

Saturday 20 December 2014

ठंड से ट्रैक्टर चालक की मौत

कीचड़ में धंस गया था पैर
रातभर किसी ने नहीं सुनी आवाज

सिरसा। गांव बेगू के बस स्टेंड के निकट एक व्यक्ति की ठंड के कारण मौत हो गई। दरअसल व्यक्ति का पैर कीचड़ में फंसे ट्रैक्टर के टायर के नीचे आ गया और उसकी पुकार कोई नहीं सुन पाया। असहाय अवस्था में वह रात भर वहीं पड़ा रहा जिससे ठंड लगने के कारण उसकी मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार शाहपुर बेगू निवासी 42 वर्षीय सोमनाथ ट्रैक्टर चालक था। बीती रात वह ट्रैक्टर पर लकडिय़ां लादकर सिरसा से गांव लौट रहा था। बेगू बस स्टेंड के पास अज्ञात वाहन ने ट्राली को पीछे से टक्कर मार दी जिससे ट्रैक्टर अनियंत्रित हो गया और सड़क किनारे कीचड़ में धंस गया। सूत्रों के अनुसार सोमनाथ कीचड़ में धंसे टायर को देखने के लिए ट्रैक्टर से उतरा लेकिन कीचड़ अधिक होने के कारण उसका पैर कीचड़ में धंसता चला गया और ट्रैक्टर का टायर  फिसलकर उसके ऊपर चढ़ गया। इससे सोमनाथ असहाय हो गया। देर रात होने के कारण उसकी चीख-पुकार कोई नहीं सुन पाया और वह पूरी रात ठंड में वहीं पड़ा रहा। अत्याधिक ठंड के कारण उसकी मौत हो गई। आज सुबह करीब छह बजे ग्रामीणों ने कीचड़ में उसका शव पड़ा देखा। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को सामान्य अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों के अनुसार सोमनाथ की मौत ठंड लगने के कारण ही हुई। गांव के सरपंच रामकिशन के अनुसार जब वे मौके पर पहुंचे तो सोमनाथ का पैर कीचड़ में ट्रैक्टर के पहिए तले दबा पड़ा था। आज दोपहर शव का पोस्टमार्टम कर उसके परिजनों को सौंप दिया गया। सोमनाथ तीन बच्चों का पिता था। उसकी मौत के बाद गांव बेगू में मातम पसरा हुआ है।

तनावग्रस्त युवक ने लगाई फांसी

सिरसा। गांव लकड़ांवाली में एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। शव का पोस्टमार्टम आज दोपहर सामान्य अस्पताल में किया गया। 
जानकारी के अनुसार गांव लकड़ांवाली निवासी हरभजन कुछ माह से मानसिक रूप से परेशान था। उसकी पत्नी ने उस पर दहेज प्रताडऩा का केस दर्ज करवा रखा था इसी कारण वह तनावग्रस्त रहने लगा। कल शाम उसने अधिक तनाव में आकर घर में स्वयं को फांसी लगा ली। सूचना मिलने पर थाना बड़ागुढ़ा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। पुलिस ने मृतक के परिजनों के बयान दर्ज कर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई की है। शव को पोस्टमार्टम कर उसके परिजनों को सौंप दिया गया।

सुनवाई स्थगित
तीन को होगी पेशी

सिरसा। साध्वियों के साथ यौन शोषण, पत्रकार छत्रपति तथा रणजीत हत्याकांड मामलों की सुनवाई आज स्थगित कर दी गई। मामले की सुनवाई अब 3 जनवरी को होगी। आज अदालत में वीडियो कांफ्रेंसिंग हॉल के उपलब्ध न हो पाने के कारण गुरमीत सिंह की पेशी नहीं हो पाई। 
मिली जानकारी के अनुसार कल सिरसा के सेशन जज की ओर से सीबीआई की पंचकूला स्थित विशेष अदालत को एक पत्र लिखकर पेशी को स्थगित करने की मांग की गई। पत्र में बताया गया है कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश का आज सिरसा अदालत में दौरा तय है जिसके चलते अदालत परिसर में बने वीडियो कांफ्रेंसिंग हॉल को गुरमीत सिंह की पेशी के लिए उपलब्ध नहीं करवाया जा सकता। न्यायाधीश द्वारा लिखे गए पत्र के आधार पर सीबीआई अदालत के न्यायाधीश द्वारा मामले में सुनवाई के लिए आगामी तारीख 3 जनवरी को मुकर्रर कर दी गई। उपरोक्त तीनों मामलों में अब सुनवाई आगामी 3 जनवरी को होगी। 

Friday 19 December 2014

भारी सुरक्षा के बीच समागम शुरू

डेरा-सिख विवाद के चलते प्रशासन ने की थी रोकने की मांग
स्थान बदलकर खेत में शुरू हुआ कार्यक्रम

कालांवाली। विगत कई दिनों से चर्चा का विषय बना संत बलजीत सिंह दादू की उपस्थिति वाला सिक्ख समागम आज भारी सुरक्षा के बीच शुरू हो गया। समागम तीन दिन तक चलेगा। इस दौरान किसी भी प्रकार के तनाव पर नियंत्रण के लिए पुलिस क्षेत्र में पूरी तरह सक्रिय है। 
उल्लेखनीय है कि कालांवाली में आज से सिख सम्मेलन प्रस्तावित था। खास बात यह है कि इस सम्मेलन में संत बलजीत सिंह दादू के विशेष तौर पर उपस्थित होने के कारण यह डेरा प्रेमियों को नागवार गुजरा। पहले इस समागम के लिए अनाज मंडी स्थान निर्धारित किया गया था लेकिन डेरा ने इस पर विरोध जताया और कहा कि यदि बलजीत सिंह दादू ने इस समागम में शिरकत की तो वे विरोध करेंगे। इस पर प्रशासन सक्रिय हो गया और सिख समाज से बातचीत की। सिख समुदाय का कहना था कि वे किसी भी प्रकार से शांति भंग नहीं होने देना चाहते। वे प्रशासन का पूरा सहयोग करेंगे। काफी मशक्कत के बाद समागम का स्थान एक किसान के खेत में निर्धारित किया गया। 
आज यहां यह समागम शुरू हुआ। समागम के दौरान डेरा प्रेमियों के हिंसक होने और क्षेत्र में तनाव पैदा करने के भय से प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। भारी पुलिस दल मौके पर मौजूद रहा और समागम की शांतिपूर्ण शुरुआत हुई। समागम के दौरान संत बलजीत सिंह दादू ने समुदाय के लोगों को संबोधित किया और धर्म के नाम पर द्वेष फैलाने वाले लोगों से बचने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि गुरु ग्रंथ साहिब में साफ-साफ लिखा है कि 'सब सिखन को हुकम है, गुरु मानयो ग्रंथ' अर्थात सभी सिखों के गुरु श्री ग्रंथ साहिब ही हैं। कोई भी सिख यदि किसी व्यक्ति को अपना गुरु बताता है तो वह गुरु ग्रंथ साहिब का निरादर कर रहा है। 

सिलेंडर में लगी आग

सिरसा। खैरपुर स्थित गली जंडी वाली में आज सुबह एक मकान में रसोई में खाना बनाते समय अचानक सिलेंडर में आग लग गई। आग लगने की सूचना दमकल विभाग को दी गई। जब तक दमकल मौके पर पहुंची आस-पड़ोस के लोगों ने मशक्कत कर आग पर काबू पा लिया। आग से रसोई का पूरा सामान जलकर राख हो गया। 
जानकारी के अनुसार खैरपुर स्थित गली जंडीवाली में रणजीत पुत्र बूटा राम का मकान है। रणजीत सिंह अपने परिवार सहित एक विवाह समारोह में भाग लेने के लिए गए हुए थे। घर में उनकी पत्नी की भांजी अमन व अमन की चाची प्रवीण थे। आज सुबह करीब साढ़े नौ बजे अमन रसोई में खाना बनाने के लिए गई। जैसे ही अमन ने रसोई में पड़ा गैस ऑन किया तो उसमें अचानक आग लग गई। आग लगते ही अमन व उसकी चाची प्रवीण ने शोर मचा दिया तथा मकान से बाहर आ गई। शोर सुनकर आस-पड़ोस के लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचित किया तथा आग पर काबू पाने के लिए मिट्टी व पानी का इंतजाम कर आग बुझाने में जुट गए। आग की सूचना दमकल विभाग को दी गई। जब तक दमकल पहुंची तब तक रसोई का पूरा सामान जल चुका था। आस-पड़ोस के लोगों ने कड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया।

जान को आफत

दमकल नहीं तंदरुस्त

सिरसा। आग की सूचना मिलने पर फायर बिग्रेड की दमकल रवाना हुई लेकिन ओवर ब्रिज के निकट ही दमकल खराब हो गई। जब तक दमकल की दूसरी गाड़ी मौके पर पहुंची तब तक आस-पास के लोगों द्वारा अपने प्रयासों से आग पर काबू पाया जा चुका था। विभाग की गाड़ी ने मौके पर पहुंच कर सिर्फ औपचारिकता की और वापिस लौट गई। यह पहली बार नहीं है जब आगजनी की घटना के बाद अग्निशमन विभाग की दमकल खराब हुई हो। इससे पहले भी कई बार आग बुझाने जा रही दमकल खराब होकर रास्ते में ही अटकी रही हैं। लोगों की जान पर बनी होती है और दमकल तंदरुस्त न हो तो ऐसे में किसी भी वक्त बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता। सवाल यह उठता है कि विभाग इस ओर कब ध्यान देगा। 

सीवर ओवरफ्लो : परेशान लोगों ने किया प्रदर्शन

सिरसा। कल्याण नगर में पिछले छह महीने से सीवरेज ओवरफ्लो की समस्या से लोग परेशान मोहल्लावासियों ने आज जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। 
प्रदर्शनकारी सुरेश कुमार, राजेश कुमार, प्रताप सिंह, मदन लाल, बंसी लाल, रामेश्वर दास, ओम प्रकाश, सरला देवी, राधा देवी, सुलोचना देवी, प्रियंका, सोनल, जानवी आदि ने बताया कि सीवर ओवरफ्लो को लेकर बार-बार विभाग में शिकायत दी गई और जेई से भी समस्या के समाधान की मांग की गई लेकिन छह माह से समस्या जस की तस बनी हुई है और उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने बताया कि सीवर ओवरफ्लो इस क्षेत्र के मकान धंसने लगे हैं और उनके मकानों में सीलन की समस्या बढ़ रही है। उनका कहना है कि सीवरेज ओवरफ्लो के कारण गंदा पानी एकत्र हो रहा है और बदबू व मच्छरों के कारण बीमारियां फैलने की आशंका बनी हुई है। उन्होंने इस समस्या के समाधान की मांग की। इस बारे में जब जेई ओम प्रकाश से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके पास कल्याण नगर की सीवर ओवरफ्लो की शिकायत आई है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही समस्या का समाधान करवा दिया जाएगा।

Thursday 18 December 2014

जेल में हवालाती ने स्वयं को मारा चाकू

धारदार चाकू से काटी नसेंसुसाइड नोट भी लिखाजेल अधीक्षक व एलओ पर लगाया प्रताडऩा का आरोप

सुसाइड नोट
सिरसा। जिला जेल में गत रात्रि एक हवालाती ने नसें काटकर आत्महत्या का प्रयास किया। बुरी तरह जख्मी हालत में उसे सामान्य अस्पताल पहुंचाया गया। देर रात उपचार के बाद उसे वापिस जेल स्थित अस्पताल ले जाया गया। हवालाती के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें उसने जेल अधीक्षक और एलओ पर प्रताडऩा का आरोप लगाया है। पिछले कई दिनों से विवादों का सामना कर रहे जेल प्रशासन के इस घटना के बाद हाथ-पांव फूल गए हैं। फिलहाल कैदी के खिलाफ हुडा चौकी में आत्महत्या के प्रयास का मामला दर्ज करवाया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार जेल की हवालात के बैरक नं. पांच में इंदिरा विकास कॉलोनी निवासी प्रवीण कुमार पुत्र राजकुमार शर्मा विगत 11 माह से बंद है। गत रात्रि प्रवीण ने अपनी बैरक में ही चम्मच को धारदार बनाकर हाथों की नसें काट लीं। घटना के बाद बैरक के अन्य कैदियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर जेल के अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रवीण को सामान्य अस्पताल पहुंचाया गया। प्रवीण की जान तो बच गई लेकिन उसके पास से मिले सुसाइड नोट ने जेल प्रशासन को आफत में डाल दिया। 
यह लिखा है सुसाइड नोट में
सुसाइड नोट में प्रवीण का आरोप है कि उसे  सीआईए पुलिस ने झूठे केस में उसे फंसाया है जिस कारण वह 11 माह से जेल में बंद है। विगत 14 नवम्बर को जेल में पुलिस द्वारा चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान कैदियों का प्रताडि़त किए जाने का आरोप प्रवीण द्वारा लगाया गया। उसका कहना है कि पुलिस ने जेल के बंदियों को बिना किसी कारण डंडों से पीटा। इसी दौरान उसे भी नाम लेकर बुलाया गया। उससे बिना कुछ पूछताछ किए ताबड़तोड़ मारपीट शुरू कर दी गई। उसने जब मारपीट की शिकायत और उसका मेडिकल करवाए जाने की मांग जेल अधिकारियों से करने का प्रयास किया तो उन्होंने भी उसे बेइज्जत किया और शिकायत करने पर पिटाई करने की धमकी दी। सुसाइड नोट में प्रवीण ने लिखा है कि इससे वह तनाव में आ गया जिस कारण वह आत्महत्या जैसा कदम उठा रहा है। सुसाइड नोट के अंत में प्रवीण ने जेल अधीक्षक जे.एस. सेठी व एलओ को नाम सहित आत्महत्या के लिए दोषी ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की है। उसे इसे अपनी अंतिम इच्छा बताया है।
यह बोले जांच अधिकारी
  मामले में जांच अधिकारी राजेन्द्र कुमार   ने बताया कि जेल प्रशासन की शिकायत पर  हवालाती प्रवीण के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि हवालाती प्रवीण कुमार पर चोरी के पहले से ही एक दर्जन मामले दर्ज है।
प्रवीण आदतन अपराधी, पहले भी कर चुका ऐसा : जेल अधीक्षक
          जेल अधीक्षक जे.एस. सेठी ने बंदी प्रवीण कुमार के आरोपों को नकारते हुए बताया कि आत्म हत्या का प्रयास करने वाला हवालाती प्रवीण कुमार आदतन अपराधी है। इसके खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले चल रहे है। उन्होंने बताया कि बंदी प्रवीण कुमार राजस्थान की जेल में भी सीसा पीकर आत्महत्या का प्रयास कर चुका है। सिरसा जेल में सभी बंदियों को अनुशासन में रखा जाता है।

Wednesday 17 December 2014

डेरा सच्चा सौदा में साधुओं को नपुंसक बनाने का मामला

सरकार को फटकार

सिरसा। डेरा सच्चा सौदा में साधुओं को नपुंसक बनाने के मामले में उच्च न्यायालय ने आज सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। सरकार द्वारा आज इस मामले  में सुनवाई के दौरान जवाब पेश किया गया था। जवाब से असंतुष्ट हाईकोर्ट ने सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए आगामी आदेश के लिए फैसला सुरक्षित रख लिया है।
यह है मामला
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख  गुरमीत सिंह द्वारा अपने परिवार व साध्वियों की सुरक्षा के लिए अच्छे-भले लोगों के अंडकोष निकलवाकर नपुंसक बना दिया गया। इस बात का खुलासा डेरा के ही एक पूर्व साधु ने किया। साधु हंसराज चौहान का दावा है कि उसे भी डेरा के ही अस्पताल में ऑप्रेशन करके नपुंसक बना दिया गया जिससे उसके हार्मोन में परिवर्तन आने लगा और उसमें शारीरिक बदलाव आ गया। हंसराज चौहान का कहना है डेरा प्रमुख द्वारा उन जैसे करीब 400 युवाओं को 'भगवान के दर्शन' के नाम पर नपुंसक बनाया गया है।  उन्होंने 166 लोगों की नाम सहित सूची भी सार्वजनिक की है। चौहान ने इस मामले की जांच के लिए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में याचिका भी दायर की हुई है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट के आदेश पर शिकायतकर्ता हंसराज का चिकित्सीय परीक्षण भी हो चुका है जिसमें उसके अंडकोष ऑप्रेशन द्वारा निकाले जाने की पुष्टि हुई थी। याचिका पर सुनवाई करते हुए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के जस्टिस के. कानन ने प्रदेश सरकार को जांच के आदेश दिए थे। सरकार को जांच के लिए एक माह का समय दिया गया था। आज मामले की सुनवाई के दौरान सरकार ने अपना पक्ष रखा। सरकार के जवाब से असंतुष्ट न्यायाधीश ने कड़ी फटकार लगाते हुए तल्ख टिप्पणियां कीं।
यह चाहती थी सरकार
सरकार ने जांच के संबंध में जानकारी देते हुए न्यायाधीश को बताया कि याचिकाकर्ता के अनुसार करीब 400 युवाओं को नपुंसक बनाया गया है। जांच एजेंसी इन सभी लोगों को बुलाकर पूछताछ कर रही है। एजेंसी का कहना है कि वह इन सभी लोगों की काउंसलिंग करना चाहती है। काउंसलिंग के तहत पता लगाया जाएगा कि नपुंसक बनाए गए लोगों ने अपनी मर्जी से यह कदम उठाया है या किसी के दबाव में। नपुंसक बनने के कारणों के बारे में इन लोगों से पूछताछ की जाएगी। इसके लिए जांच एजेंसी को काफी समय की जरूरत है। सरकार की ओर से अदालत में पेश हुए अधिवक्ता ने और समय की मांग की। 
सरकार का रवैया शर्मनाक
डेरा सच्चा सौदा द्वारा नपुंसक बनाने के मामले में सरकार के जवाब से न्यायाधीश भौचक्के रह गए। उन्होंने इसे शर्मनाक बताते हुए कहा कि सरकार द्वारा जांच की दिशा बदली जा रही है। उन्होंने कहा कि किसी को नपुंसक बनाया जाना एक घिनौना अपराध है, फिर चाहे वह किसी दबाव में बने हो या अपनी मर्जी से। न्यायाधीश के. कानन ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्होंने यह जांच करने के आदेश दिए हैं कि सूची में शामिल लोगों को कहां, कैसे और किसके आदेश पर नपुंसक बनाया गया है।   इस कार्य में शामिल चिकित्सक भी जांच के घेरे में आते हैं। जांच एजेंसी को इन सभी लोगों का पता लगाना है और उन्हें कटघरे में खड़ा करना है।
याचिकाकर्ता ने की सीबीआई जांच की मांग
मामले के याचिकाकर्ता डेरा सच्चा सौदा के पूर्व साधु हंसराज चौहान का कहना है कि डेरा प्रमुख हरियाणा में राजनीतिक व कूटनीतिक दबाव कायम करता है जिसके कारण सही जांच संभव नहीं है। उन्होंने न्यायाधीश के समक्ष इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने की अपील की है। न्यायाधीश के. कानन ने पूरी सुनवाई के बाद आगामी आदेश हेतु फैसला सुरक्षित रख लिया।

Tuesday 16 December 2014

लौट आओ सीएम!

सिरसा। सांडों की समस्या से परेशान बरनाला रोड के दुकानदारों की जुबान पर आज यही बात थी कि काश! मुख्यमंत्री हर रोज सिरसा का चक्कर लगाएं। हुआ यूं कि आज बरनाला रोड पर सांड आपस में भिड़ गए। सांडों की लड़ाई इतनी भयंकर थी कि दोनों तरफ के दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानों के शटर डाउन किए और खुद को अंदर कैद कर लिया। इस दौरान सड़क से गुजर रहा एक मोटरसाइकिल चालक बाल-बाल बचा लेकिन सांडों ने उत्पात मचाते हुए एक कार को अपना निशाना बना लिया। 
उल्लेखनीय है कि सांडों की समस्या पूरे शहर में मुंह बाए खड़ी है। विगत दिनों मुख्यमंत्री के दौरे से पहले भी मीडिया में जोर-शोर से इस समस्या को उठाया गया। इस कारण जब मुख्यमंत्री ने सिरसा में अपना पहला दौरा किया तो बरनाला रोड पर हाउसिंग बोर्ड से लेकर बस स्टेंड के छोर तक एक भी सांड प्रशासन द्वारा नजर नहीं आने दिया गया। सांडों को नगर परिषद कर्मियों ने दूर-दूर तक खदेड़ा ताकि गलती से भी मुख्यमंत्री की नजर बरनाला रोड की सड़कों पर हमेशा विचरते रहने वाले सांडों पर न पड़ जाए।
मुख्यमंत्री का जाना हुआ और सांडों ने फिर से बाल भवन के सामने जुटना शुरू कर दिया। यहां बने कूड़ा घर पर अक्सर आवारा पशुओं का झुंड जमा रहता है। कुछ समय पूर्व ही यहां सांडों की लड़ाई में एक बच्चे की जान भी जा चुकी है। अनेकों बार सांड लड़ते-लड़ते आस-पास की दुकानों में जा घुसे हैं जिससे दुकानदारों को बड़ा माली नुकसान उठाना पड़ा है। लेकिन प्रशासन को इससे कोई सरोकार नहीं है। दुकानदारों का कहना है कि अनेक बार इस संबंध में मौखिक व लिखित शिकायत की जा चुकी है। आवाजाही के लिहाज से भी बरनाला रोड व्यस्त बाजारों में शुमार है और यहां दिन-भर गहमा-गहमी रहती है लेकिन इस समस्या को लेकर प्रशासन कभी गंभीर दिखाई नहीं दिया।
आज फिर सांडों ने सड़क पर उत्पात मचाया। इस दौरान बरनाला रोड पर काफी देर तक दुकानदार सहमे से रहे। वहां से गुजर रहा एक मोटरसाइकिल चालक भी बाल-बाल बचा। दुकानदारों ने काफी प्रयास किया लेकिन सांडों ने भवी एंटरप्राजि़ज के संचालक पुनीत राबड़ा की कार को निशाना बना डाला। कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। पुनीत का कहना है कि करीब छह माह पूर्व भी उनकी एक कार सांडों की लड़ाई में क्षतिग्रस्त हो गई थी। यही नहीं, अन्य दुकानदारों को भी सांडों ने अनेक बार माली नुकसान पहुंचाया है। 
दुकानदारों ने आज इस संबंध में एक ज्ञापन भी उपायुक्त को सौंपा है और समस्या को गंभीरता से लेते हुए इसके स्थाई समाधान की मांग की है। 

एएसआई ने की आत्महत्या

बतौर मालखाना इंचार्ज तैनात था मृतक वीर सिंह

सिरसा। शहर थाना के समीप पुराने थाना में स्थित मालखाने में आज सुबह एएसआई वीर सिंह ने मालखाने में जब्त एक अवैध पिस्तौल से स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वीर सिंह पिछले करीब दो साल से मालखाने में प्रभारी तैनात था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार हिसार जिला के आदमपुर के पास स्थित ढाणी मोहब्बतपुर निवासी वीर सिंह हरियाणा पुलिस में एएसआई था। पिछले दो सालों से उसकी तैनाती पुराने सिटी थाना परिसर में बने मालखाना प्रभारी के रूप में थी। आईजी हिसार ने आज  मालखाना प्रभारियों की बैठक बुला रखी थी। 48 वर्षीय वीर सिंह को भी इस बैठक में भाग लेेने जाना था लेकिन वह नहीं पहुंचा। इसके बाद आईजी कार्यालय से शहर थाना  में फोन आया कि वीर सिंह बैठक में नहीं पहुंचा उसका पता करो, उसका मोबाइल भी बंद पड़ा है। इसके बाद एक पुलिस कर्मचारी मालखाने में पहुंचा तो कमरे में खून से सना वीर सिंह का शव पड़ा देखा। इसके बाद विभाग के सीनियर अधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई।
डीएसपी सिटी मौके पर पहुंचे। उनका कार्यालय भी मालखाने से सटा है। वीर सिंह के शव के पास तमंचा मिला। जांच में पता चला कि यह तमंचा पुलिस ने कुछ समय पहले बरामद किया था। घटना की सूचना पुलिस अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को दी। सूचना मिलने पर परिजन दोपहर को थाने में पहुंचे और अपने बयान दर्ज करवाए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचाया। 
सूत्रों के अनुसार अत्यधिक काम और अवकाश नहीं मिलने के कारण एएसआई वीर सिंह परेशान था। संभवत: इसी के चलते उसने स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
शहर थाना प्रभारी जगदीश राय ने बताया कि एएसआई वीर सिंह पिछले दो साल से मालखाने में तैनात था। उसने आज सुबह मालखाने में रखे तमंचे से स्वयं को गोली मार ली, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।

गौ भक्ति या गुंडागर्दी

तोडफ़ोड़, आगजनी मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

सिरसा। गौभक्ति के नाम पर गुंडागर्दी करते हुए गौ रक्षकों ने गत रात्रि कारोबारियों पर जानलेवा हमला किया और उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। मामले को गौकशी का रूप देने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली तो फरार हो गए। कारोबारियों ने गौरक्षा दल के सदस्यों पर लूट का आरोप भी लगाया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गत देर रात्रि मीडिया को सूचना मिली कि गौरक्षकों ने डबवाली रोड पर गौ तस्करों के वाहनों को फूंक दिया है। सूचना के अनुसार यूपी के गौ तस्कर गायों को ट्रकों व कैंटरों में भरकर गौकशी के लिए यूपी में ले जा रहे थे। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। शुरुआत में यह सामने आया कि गोभक्तों ने तस्करों के गोवंश से भरे ट्रकों व कैंटरों को एस्कार्ट कर रही एक बोलेरो को आग के हवाले कर दिया और पीछे चल रही स्कॉर्पियों को पूरी तरह तोड़ दिया।
जांच का दायरा जैसे ही बढ़ा तो मामला गोभक्तों पर उल्टा पड़ गया। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो वहां न तो कोई तस्कर था और न ही गोभक्त। वाहनों में लदी गउएं अच्छी नस्ल की दुधारू गउएं थी जिनके साथ बछड़े भी थे। इसलिए पुलिस मामले की गहन पड़ताल में जुट गई। जांच में सामने आया कि 2 ट्रकों व एक कैंटर में लदा गोवंश उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई कामधेनु योजना के तहत सरकारी डेयरियों में लेकर जाया जा रहा था। उल्लेखनीय है कि यूपी सरकार द्वारा काधेनु नाम से योजना शुरू की गई है जिसमें गोवंश की खरीद के लिए पांच लाख रुपए का लोन सरकार द्वारा दिया जाता है। इसी योजना के तहत मुरादाबाद निवासी मुकेश शर्मा अपने छह अन्य साथियों के साथ डबवाली में गउएं खरीदने आया था। यहां से उन्होंने 15 दुधारू गाय खरीदी और 2 ट्रकों व एक कैंटर में लादकर वापिस मुरादाबाद जा रहे थे। इसी दौरान डबवाली रोड पर गोरक्षा दल के सदस्यों ने उन्हें रोका और उनकी बोलेरो गाड़ी को मिट्टी का तेल छिड़क आग के हवाले कर दिया जबकि एक अन्य स्कॉर्पियो को बुरी तरह तोड़ दिया।
पशु कारोबारियों ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई। मिली जानकारी के अनुसार सात व्यापारी बुरी तरह घायल हुए हैं जिन्हें निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। व्यापारियों ने गोरक्षा दल के सदस्यों पर उनसे तीन लाख रुपए लूटने का भी आरोप लगाया है।
अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज
शहर थाना प्रभारी जगदीश राय ने कहा कि कारोबारियों पर हमला करने, गाड़ी फूंकने व लूट के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल आरोपियों की तलाश जारी है।

Monday 15 December 2014

समस्याओं का अंबार, पीडि़त लोगों ने किया प्रदर्शन

कामरेड गरजे, उपायुक्त कार्यालय के समक्ष किया प्रदर्शन

सिरसा। वामदलों ने आज संयुक्त रूप से उपायुक्त कार्यालय के समक्ष भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारों के खिलाफ प्रदर्शन किया और अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन उपायुक्त के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रेषित किया। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मिलकर केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों को जनविरोधी बताया और जमकर नारेबाजी की। 
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कामरेड बहबलपुरिया ने कहा कि अच्छे दिनों का वायदा करके केंद्र में सत्तासीन हुई भाजपा सरकार ने मेहनतकश जनता की रोजी-रोटी पर हमला बोल दिया है। स्वयं को कांग्रेस से अलग बताने वाली भाजपा कांग्रेस की ही विनाशकारी नीतियों को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, काला धन आदि से कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। सत्ता में आने से पूर्व मोदी अपने संबोधनों में करोड़ों युवाओं को रोजगार देने की बात करते थे लेकिन सत्तासीन होते ही नौकरियों पर रोक लगा दी गई। यही नहीं मनरेगा में सरकारी धन की भी कटौती कर दी गई। उन्होंने कहा कि अमेरिकी दौरे से लौटते ही तमाम जीवनरक्षक दवाईयां महंगी कर दी गईं और लोगों को बीमारियों से मरने को मजबूर कर दिया गया। अपने संबोधन में कामरेड स्वर्ण सिंह विर्क ने कहा कि मोदी सरकार बीमा, रेलवे, रक्षा क्षेत्र को विदेशी निवेश के लिए खोलकर कार्पोरेट क्षेत्र को लूटने की खुली छूट दे रही है। श्रम कानूनों को खोखला करके पूंजीपतियों के लिए कारगर बनाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जनमुद्दों को हल करने की बजाय 'लव जेहादÓ व धर्म परिवर्तन के नाम पर 'घर वापसीÓ के नकली मुद्दे उछालकर देश में सांप्रदायिक माहौल तैयार किया जा रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि  मुख्यमंत्री खट्टर अपने हर कार्य में असफल नजर आ रहे हैं। इतना समय बीत जाने के बाद भी अभी तक सरकार यह तय नहीं कर पाई है कि उसे करना क्या है। उन्होंने रामपाल मुद्दे में सरकार को असफल करार देते हुए कहा कि न्यायालय के अभी और भी फैसले आने बाकी हैं। ऐसे में सरकार की तैयारियों से जाहिर है कि वह जनता की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है। इस अवसर पर का. जयचंद, का. सुरजीत सिंह, राजकुमार शेखूपुरिया, विजय ढूकड़ा, एससीयूआई के राज्य नेता का. सत्यवान, जगरूप सिंह आदि ने भी सम्बोधित किया।

यूरिया खाद की किल्लत, किसान परेशान
दो-दो दिन से लगे हैं लाइन में, नहीं मिल रही खाद

सिरसा। यूरिया खाद की किल्लत प्रशासनिक तौर पर बेशक न हो, लेकिन किसानों के लिए यह इस वक्त की सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। दो-दो दिनों से किसान लाईन में लगकर खाद प्राप्त करने की कोशिश में जुटे हैं लेकिन फिर भी उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। जनता भवन रोड स्थित कॉपरेटिव सोसायटी व खाद विक्रय केंद्र पर सुबह 8 बजे से किसानों की कतारें लगनी शुरू हो जाती हैं। यूरिया खाद की किल्लत को लेकर आज किसानों ने अपना दुखड़ा रोया। गांव वैदवाला के हरगोबिंद सिंह, मीरपुर के प्यारे लाल, सलारपुर के मनजीत सिंह का कहना है कि वे अल सुबह आकर लाईनों में लगते हैं। उनके पास खाद प्राप्त करने के लिए पर्ची भी है। इसके बावजूद अधिकारियों द्वारा उन्हें परेशानी किया जा रहा है। कभी उनसे राशन कार्ड मांगा जाता है तो कभी आधार। पर्ची पर 10 थैलों की अनुमति प्राप्त होती है जबकि विक्रय केंद्र पर उन्हें 5 थैले दिए जा रहे हैं और विरोध करने पर उन्हें दो टूक जवाब मिलता है कि यदि लेने हैं तो ले जाओ वरना यह भी नहीं मिलेंगे। कई किसानों ने बताया कि उन्हें खाद प्राप्त करने के लिए दो-दो दिन लाईन में लगना पड़ा है। जो समय उन्हें खेत में देना होता है, वह यहां व्यर्थ हो जाता है। साथ ही खाद न मिलने के कारण उनका दो तरफा नुकसान हो रहा है। 
उधर, जिला कृषि अधिकारी वजीर सिंह का कहना है कि खाद की किल्लत होने के कारण वे अपने स्तर पर प्रयासरत हैं। शहर में खाद की नई खेप पहुंच चुकी है और वितरण का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। शीघ्र ही किसानों की समस्या दूर हो जाएगी। 

32 हजार की जुआराशि सहित आरोपी काबू

सिरसा। शहर थाना पुलिस ने सार्वजनिक स्थल पर जुआ खेलने के आरोप में सात लोगों को 32,300 रुपए की जुआ राशि व ताश समेत हाथी पार्क क्षेत्र से काबू किया है। 
शहर थाना के उपनिरीक्षक यादविंद्र सिंह ने गश्त के दौरान महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर पुलिस टीम के साथ छापा मारकर आरोपियेां को काबू किया। आरोपियों की पहचान श्याम सुंदर निवासी रानियां गेट, राजेश गुरुनानक नगर, श्यामलाल, राजकुमार चंडीगढिय़ा मोहल्ला, संजय कुमार न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी बरनाला रोड, प्रेम कुमार निवासी सुभाष कालोनी, महेंद्र वाल्मीकि चौक तथा सतबीर निवासी वाल्मीकि चौक क्षेत्र सिरसा के रूप में हुई है। पुलिस ने लालचंद निवासी मोहता मार्केट, मंटू निवासी जेजे कालोनी तथा प्रताप सिंह निवासी गुरु तेग बहादुर नगर सिरसा को सार्वजनिक स्थल पर जुआ खेलते सामान्य अस्पताल सिरसा के पास ग्रीन पार्क से 1050 रुपए की जुआ राशि के साथ काबू किया। एक अन्य घटना में पुलिस ने ओमप्रकाश निवासी जेजे कालोनी को सार्वजनिक स्थल पर सट्टा खाईवाली करते 800 रुपए की सट्टा राशि के साथ जेजे कालोनी क्षेत्र से काबू किया।

भारतीय समाज टूट चुका है

        अगर एक पंजाब का नौजवान शिमला घूमने चला जाये तो मालूम है वो वहां क्या करेगा ? वो वहाँ एक महंगा होटल बुक करेगा और रात को खूब रजके मीट खायेगा और शराब पियेगा और सुभह उठके घर लौट आएगा I एक अंग्रेज अगर शिमला जायेगा तो मालूम है क्या करेगा ? वो किसी पहाड़ी कि चोटी पे अपना टेंट गाड़ लेगा और रातभर बारिश में,ठण्ड में, तूफान में वहीँ रहेगा I वो बहुत सी समस्याओं से झूझेगा I क्योंकि वो खोजी, विद्रोही प्रवृति का है I हमारे लोग खोजी नहीं है वो आरामपरस्त है I और ये आरामपरस्ती कि आदत कहाँ से आई ? ये हमें धार्मिक लोगो ने सिखाई I
 


         धर्म सिखाता है कैसे आपने मुसीबतो से बचने के लिए हनुमान चालीसा पढना है ? कैसे रोज मंदिर जाना है ताकि अनर्थ न हो जाये I कैसे आपने शनि को तेल चढ़ाना है ताकि शनि का प्रकोप न पड़े I कैसे धार्मिक लोगो ने इस दुनिया को झूठा बताया और और हमारी निगाहे दूसरी दुनियां पे गाड़ दी I इससे क्या हुआ ? इससे हम पलायनवादी बन गए I हमने इस जीवन को नहीं समझा I अब हमारी सारी समस्याएं तो इस दुनियां कि है पर हमारे हाथ में सारे हल दूसरी दुनियां के है I इसका परिणाम ये हुआ कि हमारी कोई प्रोबलम हल नहीं हुई I मैं बड़ा हैरान होता हु कि हमारी सारी शिक्षा पद्धति पर भी धर्म कि छाप है I
             आपने देखा है कैसे टीचर एक पाठ पढ़ाता है तो वो अगले दिन नया पाठ ले के बैठ जाता है I उसको ये मतलब बिलकुल नहीं कि कल वाले पाठ में से बच्चो को कुछ आता है या नहीं I सिर्फ औपचारिकता कि जाती है I जैसे धर्म भी क्या है सिर्फ औपचारिकता है I वर्ना होना ये चाहिए कि पाठ पढ़ाते वक्त साथ-साथ ही बच्चो का टेस्ट होना चाहिए चाहे यह मैखिक ही क्यों न हो और फिर अगले दिन फिर 5 मिनिट का रिविज़न होना चाहिए और फिर साप्ताहिक टेस्ट होना चाहिए I लेकिन यहाँ अध्यापक आगे-आगे पढ़ाता चलता है और विधार्थी पीछे-पीछे भूलता चला जाता है यानि के 'शॉर्ट टर्म' कोई लक्ष्य नहीं I और परीक्षा के नजदीक जाकर बच्चे को कुछ नहीं आता I हमारी सारी सोच, हमारी सारी धारणाये पलायनवादी है I यही कारण है यहाँ अच्छे खिलाडी नहीं पैदा होते, यहाँ कोई खोज नहीं होती I दुनिआ कि टॉप कि 200 युनिवर्सिटियों में से हमारी यूनिवर्सिटी एक भी नहीं है I ओलम्पिक खेलो में हमारा नाम सूचि में सबसे नीचे होता है I
           इस सारे कि जड़ में कही न कही धर्म बैठा है I क्योंकि धर्म ने केह दिया कि ये संसार तो मिथ्या हैI जब संसार है ही मिथ्या है तो फिर कुछ हासिल करने को कुछ रहता ही नहीं और फिर इतने जोखिम लेने कि क्या जरूरत है ? यही कारण है यहां वर्क कल्चर नहीं पैदा हुआ, यहां काम करने की संस्कृति पैदा नहीं हुई I यही कारण है यहाँ कोई काम करके राजी नहीं I काम करने का क्या फायदा जब हमारी मंजिल तो आत्मा परमात्मा है I अब शरीर तो आनंद मांगेगा, इसलिए हमारी प्रवृति विलासता की बन गयी है I आनंद तो अंग्रेज लेते है I आप तब तक आनंद नहीं ले सकते जब तक आप ज्ञात से अज्ञात कि और नहीं जाते जैसे वो अंग्रेज पहाड़ो पर टेंट लगा लेता है I और जो भारतीय होटल में मीट खाके लौट आता है वो विलासता कि जिंदगी जी रहा है क्योकि वो ज्ञात में ही जी रहा है I
         यही कारण है कि भारतीए लोग आपको हमेशा अतीत कि और लेकर जायेंगे क्योंकि उन्होंने वर्त्तमान में कुछ किया ही नहीं I अगर गहराई में जाकर देखो तो सारा भारत आपस में अतीत पर झगड़ रहा है I ये भी एक तरह कि विलासता है, निठल्लापन है I यहाँ तो सारे अपनी -अपनी गठड़ी बांधे अगले जन्म कि तैयारी में है, इसलिए इस जन्म में कुछ हुआ ही नहीं और इसलिए ये अपनी कमियां छुपाने के लिए आपको अपने पूर्वजो कि गाथाये सुनाएंगे I इनकी अपनी कोई उपलब्धि नहीं है, इनकी अपनी किसी कहानी ने जन्म ही नहीं लिया I हमारे देश कि सारी समस्याएं जैसे भरस्टाचार ,अत्याचार, बलात्कार,हिंसा और बेईमानी इस प्रवृति से जन्म लेती है I अतः हमें ये रूल; तोडना होगा I याद रखो कि अगर आपने बहुत दूर भी जाना है तो शुरुवात आपको बहुत नजदीक से करनी होगी I भारतीए समाज असल में टूट चूका है क्योंकि इस पलायनवादी प्रवृत के तेहत ये जीवन से आज तक भागता रहा है I अगर ये जिंदगी का सामना करता तो जीवन ऊर्जा पैदा होनी थी, उमंग पैदा होनी थी, लेकिन ये तो हमेशा से जीवन से दूर भाग रहा है इसलिए अब बिलकुल थक-टूट चूका हैI                                                                                                    जे. एस. ब्रेकानन्द

Sunday 14 December 2014

जिला कारागार में चला सर्च अभियान

डीएसपी मुख्यालय के नेतृत्व में चला अभियान
100 पुलिस कर्मियों ने खंगाली जेल
नारकोटिस, साइबर और अपराध शाखा के प्रभारी भी रहे शामिल
3 सिम व एक मोबाइल बरामद
दो घंटे तक चला सर्च अभियान

सिरसा। जिला कारागार में मोबाइल व नशीले पदार्थ मिलने की घटनाओं को देखते हुए आज विशेष सर्च अभियान चलाया गया। डीएसपी मुख्यालय धर्मवीर सिंह के नेतृत्व में करीब 100 पुलिस कर्मियों ने जिला कारागार में चप्पे-चप्पे की तलाशी ली। सर्च अभियान में नारकोटिक्स विभाग, साइबर सैल व अपराध शाखा के प्रभारी व अन्य सदस्य भी शामिल रहे। सभी बैरकों की तलाशी ली गई। यह सर्च अभियान करीब दो घंटे तक चला। अभियान में तीन सिम और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ।
डीएसपी मुख्यालय धर्मवीर सिंह ने बताया कि पिछले दिनों की घटनाओं को देखते हुए आज सर्च अभियान चलाया गया था। अभियान में तीन सिम और एक मोबाइल बरामद हुआ है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि सिरसा जिला कारागार में पिछले कई दिनों से मोबाइल बरामद होने के साथ-साथ नशीले पदार्थ बरामद होने के मामले सामने आए थे। इसके अलावा दो दिन पूर्व कैदियों के दो गुटों के बीच भिड़ंत भी हुई थी, जिसमें तीन कैदी गंभीर घायल हो गए थे। इन सब मामलों के दृष्टिगत आज सर्च अभियान चलाया गया था।

Saturday 13 December 2014

मौसम ने बदली करवट

धुंध व बूंदाबांदी से खिले किसानों के चेहरे

सिरसा। पिछले कुछ समय से पड़ रही गर्मी के बाद अब मौसम ने करवट बदली है। आज ठंड के मौसम की शुरुआत हुई है। धुंध और हल्की बूंदाबांदी से मायूस किसानों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। किसानों का मानना है कि धुंध और बूंदाबांदी से रबी की फसल को बंपर फायदा होगा। बढ़ी ठंड के कारण हालांकि स्कूली बच्चों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन किसानों के लिए मौसम में आया बदलाव वरदान साबित हो रहा है। सिरसा जिला में इस बार 2.40 लाख हैक्टेयर भूमि में गेहूं की बिजाई की गई है जबकि 90 हजार हैक्टयेर में सरसों की बिजाई की है। पिछले लंबे समय से पड़ रही गर्मी के कारण दोनों फसलों को नुकसान हो रहा था। इसी को लेकर किसान चिंतित नजर आ रहे थे और उन्हें लगता था कि अगर मौसम में बदलाव नहीं आया तो सिंचाई में परेशानी आ सकती है। फसल उत्पादन कम होने की आशंका के चलते किसान मायूस थे। लेकिन आज धुंध पडऩे और साथ ही हल्की बूंदाबांदी होने से किसानों को राहत मिली है। गांव वैदवाला के किसान बूटा सिंह, सावन सिंह व खैरपुर के जगदीश ने बताया कि आज इस सीजन की पहली धुंध व हल्की बूंदाबांदी ने उनकी समस्याओं को घटाया है। अब उन्हें उम्मीद है कि गेहूं की फसल अच्छी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि हाल ही उन्हें फसल में यूरिया खाद डाली है, अब इस बूंदाबांदी से गेहूं की फसल को खासा फायदा होगा।

लाखों की नकदी व आभूषण चोरी

सिरसा। ए ब्लॉक में कल रात एक मकान से अज्ञात लोग करीब साढ़े चार लाख की नगदी और करीब 15 तोले स्वर्ण आभूषणो पर हाथ साफ कर गए।
एडीशनल मंडी में दुकान नं. 16 का संचालन करने वाले कपिल मेहता पुत्र रामप्रकाश का ए ब्लाक में मकान है। गत रात्रि कपिल परिवार सहित एक विवाह समारोह में शामिल होने गया था। वापिस लौटा  तो मकान के अंदर कमरों के ताले टूटे पड़े थे। साथ ही अलमारी का ताला भी  टूटा  हुआ था। अलमारी में रखी नगदी और सोने के आभूषण गायब थे। जे जे कॉलोनी पुलिस चौकी में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दजऱ् कर जांच शुरू कर दी गयी है।
पीडि़त कपिल मेहता ने बतया कि वे  परिवार सहित विवाह समारोह में गए थे पीछे से चोरों ने घर में रखी नगदी और सोने पर हाथ साफ़ कर दिया।
सर्दी की दस्तक होने के साथ ही क्षेत्र में चोरों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। कल रात भी धुंध और सर्दी का लाभ उठते हुए चोरों ने ए  ब्लॉक क्षेत्र में इस वारदात को अंजाम दिया। जांच अधिकारी मंगल सिंह ने बताया कि मुक़दमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है।

सीसीटीवी में दर्ज हुई हरकत

सिरसा। आढ़ती के घर में लाखों रुपए की नकदी और स्वर्ण आभूषण चुराने वाले तीन लोग थे। इन तीनों के चेहरे आढ़ती के निवास पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए हैं। पुलिस सीसीटीवी की फुटेज से चोरों की तलाश में जुट गई है। जानकारी के अनुसार कोठी में लगे सीसीटीवी कैमरे में तीनों चोरों की हरकत दर्ज हुई है। गृह स्वामी द्वारा पुलिस को सीसीटीवी की फुटेज मुहैया करवाई गई है। पुलिस ने इन फुटेज के बल पर चोरों की शीघ्र गिरफ्तारी का दावा किया है।

बच्ची से दुष्कर्म का प्रयास

सिरसा। भादरा पार्क में खेल रही बच्ची से दुष्कर्म के प्रयास का मामला सामने आया है। पुलिस को मामले की जानकारी दे दी गई है। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है। 
मिली जानकारी के अनुसार भादरा पार्क में गत शाम पांच वर्षीय एक बच्ची नग्न अवस्था में मिली।  आस-पड़ोस के लोगों ने बच्ची के परिजनों को इस बारे में सूचित किया। बच्ची के परिजन मौके पर पहुंचे तो बच्ची बुरी तरह रोने लगी।  वह सहमी हुई थी। परिजनों को उसके साथ किसी अनहोनी की आशंका हुई तो उन्होंने उससे इस बारे में पूछा। बच्ची केवल इतना ही बता पाई कि उसके कपड़े किसी ने उतारे हैं। उसके बाद जानकारी जुटाई गई तो सामने आया कि बच्ची के साथ दुष्कर्म के प्रयास में किसी हवशी द्वारा उसके कपड़े उतारे गए और वहां खेल रहे बच्चों के शोर मचाने पर आरोपी वहां से फरार हो गया। परिजनों ने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी है। पुलिस ने दुष्कर्म के प्रयास व पोस्को एक्ट के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी का कुछ पता नहीं चल पाया है।