मुख्यमंत्री ने ली अधिकारियों की बैठक, लगाया जनता दरबार और कार्यकर्ताओं से हुए रू-ब-रू
सुनीं समस्याएं, दिया समाधान का आश्वासन
25 से खुलेंगी सीएम विंडो
विधानसभा स्तर पर 11 सदस्यीय निगरानी कमेटी होगी स्थापित
ग्रास रूट लेबल का समस्याओं का होगा समाधान
समान जल वितरण के लिए बनेगी नई जल वितरण नीति
जनवरी से बैंक खातों में मिलेगी पैंशन
जमीन का रजिस्ट्रेशन भी होगा ऑनलाइन
सिरसा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आज सरकार के गठन के बाद पहली बार सिरसा आए। सबसे पहले उन्होंने आते ही लघु सचिवालय में अधिकारियों की बैठक ली। इसके बाद लोक निर्माण विश्राम गृह परिसर में जनता दरबार लगा। यहां उन्होंने संक्षिप्त संबोधन भी दिया और साथ ही लोगों की समस्याएं भी प्राप्त कीं। इसके बाद मुख्यमंत्री खट्टर ने पंचायत भवन में कार्यकर्ता बैठक को संबोधित किया। कुल मिलाकर आज का उनका पूरा दिन सिरसा के नाम रहा और इस दौरान उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों, आम लोगों व कार्यकर्ताओं के बीच जाकर एक अलग नजीर पेश करने की कोशिश की। खट्टर ने एक ओर जहां अधिकारियों को सरकार व आम लोगों के बीच की मजबूत कड़ी बनने को कहा तो वहीं पारदर्शिता पर पूरा जोर दिया। पूर्व की कांग्रेस सरकार पर छोटी मगर तल्ख टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार ने केवल गड्ढे खोदने का कार्य किया है और अब वे उन गड्ढों को दिन-प्रतिदिन भरने का कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा कार्यकर्ता सम्मेलन में संगठन की मजबूती के लिए कार्यकर्ताओं को जुटने का आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें सरकार, प्रशासन व आम लोगों के बीच सामंजस्य स्थापित करने के कार्य करने का पाठ पढ़ाया। उनके साथ इस दौरान भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला, मुख्यमंत्री के ओएसडी जवाहर यादव, पूर्व मंत्री गणेशी लाल, वरिष्ठ भाजपा नेता जगदीश चोपड़ा भी उपस्थित रहे।
अधिकारियों की ली बैठक :
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सा अधिकारी व पैरामेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों को यथाशीघ्र भरने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं क्योंकि इनके अभाव में बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने में कमी आती है। बैठक में मुख्यमंत्री को इस बात से अवगत करवाया गया कि जिले में सिविल सर्जन एस एम ओ व चिकित्सा अधिकारियों के पद अन्य जिलों की तुलना में अधिक खाली हैं। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम सभा की बैठकें एक औपचारिकता मानकर न की जाएं बल्कि इनमें सामजिक बुराइयां, व अन्य मुद्दों पर चर्चा करके समाधान ढूंढना चाहिए। अधिकारियों को ग्राम सभा की बैठक के लिए पहले से मुनादी करवानी चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोग इन बैठको में भाग ले सकें। मुख्यमंत्री ने सिरसा शहर में आवारा पशुओं की समस्या से निजात के सम्बन्ध में किसी नजदीक गांव की पंचायत से जमीन उपलब्ध करवाने का प्रस्ताव पास करवा कर सरकार को भेजें इनके लिए गौशाला बनवाई जाए। उन्होंने सिरसा जिला के पंजाब व राजस्थान सीमा लगने के कारण यहां युवाओं में नशा प्रवृति की जानकारी मिली है जो हमारे लिए चिंता का विषय है। उन्होंने अधिकारियों को नशीली दवाओं पर अंकुश लगाने के लिए आवश्यक कड़े कदम उठाने के लिए कहा।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिस परिवर्तन के साथ लोगों ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार चुनी है। सरकार की प्राथमिकता व्यवस्थाओं में बदलाव लाने की है और जनभावना के अनुरूप कार्य करने के लिए सभी अधिकारी प्रात: 11 बजे से 12 बजे तक अपने कार्यालय में अवश्य बैठे ताकि लोगों को अनुभव हो कि नई सरकार उनके हित की सरकार है। नेताओं, अधिकारियों व जनता के बीच जो दूरी व अविश्वास बना हुआ है उसे हमें खत्म करना है और इसके लिए सभी को बेहतर तालमेल बनाकर नियमानुसार कार्य करना होगा। बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कर्तव्य निष्ठा भाव से लोगों की सेवा करें। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार आज समाज में एक कैंसर का रूप धारण कर चुका है इसे हमें प्राथमिकता के आधार पर खत्म करना है। उन्होंने कहा कि सरकार बनना लोकतंत्र में निरन्तर प्रक्रिया है। पिछली सरकारों में अब तक जो हुआ है, उसे छोड़कर हमें आगे क्या करना है इस पर फोकस करना होगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों व अधिकारियों को समझना चाहिए कि सरकार की ओर से को वेतन के रूप में जो उन्हें मिल रहा है, वह काफी है अगर आवश्यकता हुई तो हम इसमें इजाफा भी करेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों की धारणा है कि तहसीलों में भ्रष्टाचार सबसे अधिक है इसलिए सरकार ने सबसे पहले रजिस्ट्रियां ऑन लाईन करने का निर्णय लिया है इसके लिए सम्पति बेचने व खरीदने वाला आवश्यक स्टाम्प फीस व अन्य दस्तावेज सम्बन्धित अधिकारी के पास जमा करवा कर रजिस्ट्री अपने घर प्राप्त कर सकता है।
विश्राम गृह में प्राप्त की शिकायतें:
बाद में मुख्यमंत्री ने विश्रामगृह में लोगों की शिकायतें भी सुनी और उनके समाधान के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम विकलांग व्यक्तियों की शिकायतें सुनी। सरकार की ओर से भी आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिकायत सुनने के लिए प्रत्येक जिला में सी एम विंडो नाम से नई व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र में 11 सदस्यीय निगरानी कमेटी का गठन किया जा रहा है जो विकास कार्यो की पारदर्शिता व अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर नजर रखेगी और सम्बन्धित विधायक या मंत्री को फीडबैक सौंपेगी, जो उन्हें बाद में सरकार तक पहुचाएंगे।
कार्यकर्ताओं को किया संबोधित :
प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की एक निगरानी कमेटी बनाई जाएगी जो सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करेगी और सरकार तक अपनी रिपोर्ट भिजवाएगी। यह बात मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज पंचायत भवन में जिला के कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए कही। मनोहर लाल ने प्रदेश में पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनाने पर कार्यकर्ताओं व जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सरकार पूर्ववर्ती सरकारों से बिल्कुल अलग होगी। यह मंत्रियों और नेताओं की नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं की सरकार होगी। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक वरिष्ठ कार्यकर्ता की देखरेख में 11-11 कार्यकर्ताओं की निगरानी कमेटी बनाई जाएगी जो आमजन तक सरकारी योजनाओं के पहुंचने पर निगरानी रखेगी और अपनी रिपोर्ट संबंधित विधायक को देगी। जहां पार्टी का विधायक नहीं होगा वहां यह कमेटी प्रभारी मंत्री को अपनी रिपोर्ट देगी। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को सरकार का महत्वपूर्ण टूल बनकर अपनी जिम्मेदारी निभानी है।
फिर अलापा गया महिला कॉलेज का राग
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि प्रदेश में पिछली सरकार अव्यवस्थाओं से घिरी रही। चाहे मामले नौकरियों का रहा, या फिर प्रशासनिक कार्यों का। चहुंओर अव्यवस्था हावी थी। प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था को समझ रही है और उसके आधार पर ही नई नीतियों को लागू किया जाएगा। उन्होंने समान जल वितरण के लिए नई जल वितरण नीति बनाने की बात भी कही। सिरसा के लोगों की महिला कॉलेज सम्बंधित पुरानी मांग को भी शीघ्र पूरा करवाने का आश्वासन मुख्यमंत्री ने दिया।
चौटाला को दिया जाएगा जवाब
अजय सिंह चौटाला द्वारा मुख्यमंत्री सिंगल विंडो पर उठाए गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि अभी औपचारिक तौर पर सीएम विंडो शुरू नहीं हुई है। जिस दिन सिंगल विंडो शुरू हो जाएगी उस दिन चौटाला को भी जवाब दिया जाएगा।
सड़क हादसे में मजदूर की मौत
सिरसा। नाथुसरी चोपटा थाना क्षेत्र के गांव चोपटा के समीप बुधवार रात को जीप की चपेट में आने से बाइक सवार एक प्रवासी मजदूर की मौत हो गई जबकि चालक घायल हो गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल में पहुंचाया।
जानकारी के अनुसार मूलरूप से गांव खंगरी जिला चत्तरा झारखंड निवासी केसर यादव (40) पुत्र लटु यादव कई वर्षों से चोपटा स्थित एक पोल्ट्रीफार्म में मजदूरी का कार्य करता था। बताया गया कि केसर यादव बुधवार रात को संतसिंह के साथ बाइक पर सवार होकर पोल्ट्रीफार्म की ओर जा रहा था कि पीछे से तेज गति से आ रही जीप ने टक्कर मार दी। हादसे में बाइक पर सवार केसर यादव सड़क पर आ गिरा और गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल अवस्था में उसे उपचार के लिए सिरसा सामान्य अस्पताल लाया जा रहा था कि रास्ते में उसकी मौत हो गई। जबकि बाइक चालक संत सिंह घायल हो गया। घायल को सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया। घटना के बाद से ही जीप चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश आरंभ कर दी है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।
ऑटो मार्केट में मिला कन्या भ्रूण
सिरसा। कंगनपुर रोड स्थित आटो मार्केट में बुधवार शाम को कन्या का भ्रूण मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। राहगीर ने आटो मार्केट में भ्रूण पड़ा देख पुलिस को सूचना दी। कीर्ति नगर पुलिस चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे और भ्रूण को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।
जानकारी के अनुसार गत सायं आटो मार्केट में इंडेन गैस एजेंसी गोदाम के सामने खुले में कन्या का भू्रण पड़ा हुआ था। भ्रूण लगभग छह-सात माह का था। आटो मार्केट से गुजर रहे किसी राहगीर की नजर भू्रण पर पड़ी। उसने पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद कीर्तिनगर पुलिस चौकी प्रभारी भूदेव सिंह टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने मौके की जांच के बाद भ्रूण को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचाया। बृहस्पतिवार सुबह भ्रूण का पोस्टमार्टम हुआ। कीर्ति नगर पुलिस चौकी प्रभारी भूदेव सिंह ने बताया कि आटो मार्केट में भू्रण पड़ा होने की सूचना के बाद वे मौके पर गए और आवश्यक कार्रवाई के बाद भ्रूण का सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया। उन्होंने बताया कि अज्ञात महिला के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
नवचयनित अध्यापकों ने नियुक्ति की मांग को लेकर किया प्रदर्शन
सिरसा। नवचयनित जेबीटी अध्यापक संघ के आह्वान पर सिरसा के टाऊन पार्क में जेबीटी अध्यापकों ने प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आगमन से ठीक पहले टाऊन पार्क में सभी नवचयनित जेबीटी अध्यापक एकत्रित हुए और सरकार से उन्हें शीघ्र नियुक्ति प्रदान करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि लंबी विभागीय प्रक्रिया के बाद उन्हें अगस्त में चयनित किया गया था। नई सरकार बनने के बाद उन्हें नियुक्ति की उम्मीद थी लेकिन समीक्षा के नाम पर उनकी नियुक्ति रोक रखी है। जब तक उनकी नियुक्ति नहीं होगी वे आंदोलन चलाए रखेंगे। सरकार ने उनकी मांग पर गंभीरता पूर्वक विचार नहीं किया तो वे प्रदेशभर में भाजपा सरकार का विरोध जताएंगे। मालूम हो कि बेरोजगारी से लंबी लड़ाई लडऩे के बाद विगत अगस्त में 9870 जेबीटी अध्यापकों का प्रदेशभर में चयन हुआ था। इन अध्यापकों का चयन तो हो गया लेकिन इन्हें निुयक्ति प्रदान नहीं की गई। प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए। उसके बाद भाजपा सरकार का गठन हुआ। नियुक्ति की प्रतिक्षा कर रहे अध्यापकों को उम्मीद थी कि नई सरकार में उन्हें ज्वाइन करवा दिया जाएगा। लेकिन पिछली सरकार के सभी फैसलों की समीक्षा करने में जुटी मनोहर सरकार ने नवचयनित जेबीटी अध्यापकों की नियुक्ति का मामला भी पैंडिंग रख लिया। इस अवसर पर सुरेन्द्र बेनीवाल, पवन कुमार व ममता सहित अन्य नवचयनित अध्यापक मौजूद थे।
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