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सच और झूठ के बीच कोई तीसरी चीज नहीं होती और मैं सच के साथ हूं : छत्रपति       www.poorasach.com      

Saturday 28 February 2015

युवती से दुष्कर्म

नशीली वस्तु सुंघाकर उठा ले गए थे दो युवक

सिरसा। सदर थाना क्षेत्र में रहने वाली एक युवती को दो युवक नशीला पदार्थ सुंघाकर ले गए और उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने पीडि़ता की शिकायत पर आरोपी युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
जिला के गांव चकसाहिबा निवासी 20 वर्षीय पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि वह गत 19 फरवरी को घर के बाहर खड़ी थी कि दो युवकों ने उसे नशीला पदार्थ सुंघाया और अपने साथ ले गए। युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पीडि़ता का कहना है कि राजस्थान के जिला अलवर के गांव सीकमवास निवासी रामप्रकाश व हरदयाल उनके गांव में दिहाड़ी मजदूरी के लिए आए थे। दोनेां युवकों का उनके घर में अक्सर आना जाना था और इसी का लाभ उठाते हुए उन्होंने उसे नशीला पदार्थ सुंघाया और गाड़ी में डालकर ले गए। पीडि़ता ने बताया कि रामप्रकाश ने उसके साथ दुष्कर्म किया और इस कार्य में आरोपी हरदयाल ने उसका सहयोग किया। उक्त शिकायत के बाद पुलिस ने पीडि़ता की मेडिकल जांच करवाने के बाद आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल मामले की जांच एएसआई सुनीता कर रही हैं। 

सड़क हादसे में युवक की मौत

सिरसा। डबवाली रोड पर रचना पैलेस के निकट गत रात्रि अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार ढाणी सावन सिंह निवासी रमेश कुमार अनाजमंडी में मुनीम का कार्य करता था। गत रात्रि को रमेश बाइक पर सवार होकर अपने गांव जा रहा था। बताया गया कि डबवाली रोड पर रचना पैलेस के समीप अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया। राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मृतक के परिजनों के बयान पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। पुलिस ने शव का शनिवार सुबह सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।

Friday 27 February 2015

किसको मूर्ख बनाना चाहता है डेरा प्रमुख?

फिल्म की कमाई को लेकर बोला बड़ा झूठ

सिरसा, 27 फरवरी। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह ने अपनी फिल्म से व्यक्तिगत तौर पर बेशक 100 करोड़ से अधिक की कमाई कर ली हो लेकिन फिल्म अभी तक 10 करोड़ रुपए का बिजनेस ही कर पाई है। जी हां, फिल्म की कमाई का निर्धारण करने वाले बॉक्स ऑफिस के आधिकारिक आंकड़ों की मानें तो फिल्म ने पहले सप्ताह में केवल 9.92 करोड़ रुपए की कमाई की। बड़ी बात यह है कि फिल्म निर्माण करने वाली कंपनी के प्रवक्ता द्वारा चार दिन में 61 करोड़ से अधिक कमाई कर लिए जाने संबंधी प्रेस नोट जारी कर दिया गया। इसके बाद छह दिन में 82 करोड़ व एक सप्ताह में 100 करोड़ से अधिक कमाई कर लिए जाने की जानकारी फिल्म के प्रोडक्शन हाउस की तरफ से दी गई। यही नहीं, 13 फरवरी को रिलीज हुई इस फिल्म को 4000 स्क्रीन्स पर दिखाए जाने का दावा किया गया लेकिन बॉक्स ऑफिस के सूत्र बताते हैं कि फिल्म केवल 423 थियेटरों में दिखाई गई। अब सवाल यह उठता है कि ऐसी झूठी जानकारी प्रसारित करवाकर डेरा प्रमुख किसे मूर्ख बनाना चाहता है? अपने अंधभक्तों को या फिर स्वयं को? क्योंकि देखा जाए तो इन दिनों गुरमीत सिंह खुद को तसल्ली देने के लिए दिखावी रिकॉर्ड 'छपवाने' की चाहत लिए दर-दर भटकता दिखाई दे रहा है।

उल्लेखनीय है कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह के फिल्म  बनाए जाने के साथ ही इसके निर्माण को लेकर सवाल खड़े हो गए थे। इनेलो ने जहां इस फिल्म को गुरमीत सिंह द्वारा काले धन को सफेद करने की कोशिश बताया तो वहीं सिख समुदाय ने भी गुरमीत सिंह अभिनीत इस फिल्म का विरोध किया। कई अन्य धार्मिक संगठनों ने भी गुरमीत सिंह के फिल्म बनाने को लेकर सवाल खड़े किए। यहां तक कि सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को फिल्म मानने से ही इंकार करते हुए पास करने से मना कर दिया। सेंसर बोर्ड सदस्यों का कहना था कि यह फिल्म नहीं, एक लंबा विज्ञापन है। भारी दबाव के बाद फिल्म पास तो हुई लेकिन सेंसर बोर्ड के आधे सदस्यों ने इसको लेकर इस्तीफा दे दिया। कुल मिलाकर फिल्म ने चर्चा तो खूब बटोरी लेकिन जैसा कि फिल्म निर्माताओं द्वारा दावा किया गया था कि फिल्म 1000 करोड़ रुपए का बिजनेस करेगी, वह सब धरा का धरा रह गया। हालांकि फिल्म निर्माण करने वाली कंपनी के प्रवक्ता, जो कि डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता भी हैं, द्वारा फिल्म के 4 दिन में 61.15 करोड़ कमाने का दावा किया गया। इसके बाद छह दिन में 82 करोड़ और सप्ताह में 100 करोड़ से अधिक की कमाई करने का दावा किया गया। हालांकि यह दावा सिर्फ निर्माताओं द्वारा किया गया। बॉक्स ऑफिस की मानें तो आधिकारिक तौर पर फिल्म ने सप्ताहांत यानी रविवार तक 6 करोड़ रुपए कमाए और पूरे एक सप्ताह के समय में 10 करोड़ की कमाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई।

'हाउस फुल' लेकिन दर्शक नहीं
स्टिंग ने खोली पोल

               फिल्म निर्माताओं द्वारा पहले सप्ताह में देशभर में हाउसफुल होने का दावा किया गया लेकिन उनके 'हाउस फुल' की पोल हाल ही में आए एक स्टिंग ने खोल कर रख दी। वैसे तो इस प्रकार के समाचार पहले भी आते रहे कि डेरा द्वारा फिल्म की कमाई का रिकॉर्ड बनाने के लिए स्वयं ही टिकटों की खरीद की गई है और फिर उन टिकटों को अपने श्रद्धालुओं और सिनेमा घरों में गए लोगों को प्रलोभन के रूप में मुफ्त में दिया जा रहा है। लेकिन 'नाईन एक्स' टीवी ग्रुप की ओर से किए गए एक स्टिंग में यह बात पुख्ता हो रही है। फिल्म की टिकट लेने गई युवती को बताया जाता है कि सिनेमा हॉल की सभी टिकटें खरीद ली गई हैं केवल आगे की दो लाइनों में जगह बची है। खैर, युवती टिकट लेती है और जब सिनेमा हॉल में दाखिल होती है तो नजारा देख भौचक्की रह जाती है। पूरा का पूरा सिनेमा हॉल खाली। फिर बाहर आती है तो फिल्म से जुड़ी एक महिला व पुरुष वहां आए लोगों को मुफ्त में टिकट देकर 'टारगेट' पूरा करने की दुहाई देते नजर आते हैं। यही नहीं स्टिंग ऑप्रेशन करने वाली युवती को भी 19 फरवरी तक कभी भी आकर मुफ्त में फिल्म देखने का प्रलोभन दिया जाता है। यहां तक कि कहा जाता है कि 'एक घंटा ही देख लो', 'चलो आधा घंटा ही देख लेना'। जाहिर है, देश में बनी यह एकमात्र फिल्म होगी जो ऐसा रिकॉर्ड भी बना रही है!
भड़के डेरा प्रेमियों ने किया पत्रकार पर हमला
              बॉक्स ऑफिस के आधिकारिक आंकड़ों को पेश करती एक तस्वीर फेसबुक के पेज पर डालने से भड़के डेरा प्रेमियों ने सिरसा के एक पत्रकार पर हमला कर दिया। राष्ट्रीय समाचार पत्र के सिरसा से संवाददाता हितेश चतुर्वेदी ने गत दिवस फेसबुक के अपने पेज 'एटूजेड न्यूज़' पर फिल्म की कमाई की पोल खोलती बॉक्स ऑफिस की रिपोर्ट की एक फोटो अपलोड की थी। इससे बौखलाए डेरा प्रेमियों ने पहले तो फेसबुक पेज पर ही धमकी भरे कमेंट किए। रात करीब साढे 10 बजे जब हितेश अपने कार्य से वापिस घर लौट रहे थे तो उन पर शहीद भगत सिंह स्टेडियम के निकट पल्सर मोटरसाइकिल सवार तीन युवकों ने हमला बोल दिया। वहां से गुजर रहे लोगों ने हितेश को हमलावरों के चंगुल से छुड़वाया। इस संबंध में हुड्डा पुलिस चौकी में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई है।

Thursday 26 February 2015

कर्मचारी व मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ दीं गिरफ्तारियां

सिरसा। राष्ट्रीय स्तर पर 16 केंद्रीय टे्रड यूनियनों के आह्वान पर केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार के कर्मचारियों, मजदूरों, किसानों व आम जनता के खिलाफ कथित जनविरोधी एवं पंूजीपतियों के पक्ष में लिए जा रहे निर्णयों के खिलाफ 'जेल भरो सत्याग्रह' के तहत आज जिला के सैकड़ों कर्मचारियों, मजदूरों व परियोजनाओं में काम कर रही महिलाओं ने गिरफ्तारियां दीं। इससे पूर्व कर्मचारी, मजदूर बरनाला रोड स्थित चौ. देवीलाल पार्क में एकत्रित हुए। यहां से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय की तरफ कूच किया। लालबत्ती चौक के निकट पुलिस ने भारी सुरक्षा प्रबंधों के बीच प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
इससे पूर्व 'जेल भरो सत्याग्रह' के लिए एकत्रित कर्मचारियों की पार्क में सभा हुई। सभा की अध्यक्षता सर्वकर्मचारी संघ के जिला प्रधान सोहन सिंह रंधावा व कर्मचारी महासंघ के प्रधान आत्मा सहारण ने की। मंच संचालन प्रेम शर्मा व देवीलाल बिरड़ा ने किया। सर्वकमचारी संघ के राज्य वरिष्ठ उपप्रधान सरबत सिंह पूनियां व महासंघ के प्रांतीय प्रवक्ता विजय जाखड़ ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार श्रम कानूनों में बदलाव करके कर्मचारियों एवं मजदूरों को मिले अधिकारों को समाप्त करने का षडयंत्र रच रही है। रोडवेज ट्रांसपोर्ट सेफ्टी एक्ट व बिजली बिल 2014 के माध्यम से परिवहन सुविधा एवं बिजली को पंूजीपतियों के हवाले किया जा रहा है। सरकारी विभागों का निजीकरण किया जा रहा है व ठेकेदारी प्रथा के माध्यम से आम जनता का शोषण किया जा रहा है। भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के माध्यम से भी सरकार किसानों को बर्बाद करने पर तुली हुई है। मैकेनिकल वर्करज यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष कृपाशंकर त्रिपाठी व सीटू नेता विजय ढूकड़ा ने सरकार से मांग की कि पंूजीपतियों को लाभ पहुंचाने वाले श्रम कानूनों में बदलाव को रद्द किया जाए। परियोजना व अन्य विभागों में कार्यरत कर्मचारियों को पक्का किया जाए, न्यूनतम वेतन कम-से-कम 15 हजार रूपए मासिक लागू किया जाए। 
सभा में वक्ताओं ने हरियाणा सरकार से मांग की कि पूर्व सरकार के दौरान संघर्षों से मनवाई गई मांगें जैसे कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, पंजाब के समान वेतनमान लागू करना, वेतन विसंगतियां दूर करना, ठेकेदारी के तहत कर्मचारियों को पक्का करना, सरकारी विभागों में रिक्त पड़े पदों पर नियमित भर्ती करना जैसी मांगों को तुरन्त लागू किया जाए। सभा को महेंद्र शर्मा, अशोक कुमार पटवारी, राजमंदर शर्मा, टेकचंद मेहता, अविनाश कंबोज, राजकुमार शेखुपुरिया, मान सिंह डागर, रामकुमार, मदनलाल खोथ, कामरेड अवतार सिंह, महिला नेत्री बलवीर कौर गांधी ने भी संबोधित किया।

मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर छात्रों का प्रदर्शन

सिरसा। राजकीय नेशनल कालेज के छात्रों ने आज कालेज में अव्यवस्थाओं को लेकर कक्षाओं का बहिष्कार कर कालेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने रोषस्वरूप प्राचार्या को कार्यालय में बंद कर दिया तथा कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की। करीब 20 मिनट बाद पुलिस ने कालेज में पहुंचकर प्राचार्या को वहां से बाहर निकाला तथा प्राचार्या ने छात्रों को आश्वासन देकर शांत करवाया। 
आज सुबह नेशनल कालेज में व्यवस्थाओं का जायजा लेने लिए टीम पहुंची हुई थी। छात्रों का आरोप है कि कालेज प्रशासन झूठी व्यवस्थाएं दिखाकर छात्रों के हितों से खिलवाड़ कर रहा है जबकि कालेज में व्यवस्थाओं के नाम पर कुछ भी सही नहीं है। इसके विरोध में सैकड़ों छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार कर नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारी छात्रों ने करीब 11:30 बजे कालेज प्राचार्या सुमन गुलाब से मिलना चाहा तो उन्होंने मिलने से इंकार कर दिया जिसके रोषस्वरूप छात्रों ने प्राचार्या के कार्यालय का दरवाजा बंद कर दिया तथा गेट के समक्ष नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान उन्होंने किसी भी प्राध्यापक को कार्यालय में नहीं जाने दिया तथा न ही किसी को कार्यालय से बाहर आने दिया। करीब 20 मिनट बाद बस स्टेंड चौकी प्रभारी भूदेव सिंह व इसके बाद शहर थाना प्रभारी सुरेशपाल मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारी छात्रों ने भूदेव सिंह को भी प्राचार्या के कार्यालय में जाने से रोका लेकिन बाद में भूदेव सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे उनकी समस्याएं प्राचार्या के समक्ष रखेंगे तथा उनका हल करवाएंगे। इसके बाद उनको अंदर जाने दिया गया। बाद में कालेज प्राचार्या ने बाहर आकर छात्रों की समस्याएं सुनीं। प्रदर्शनकारी छात्रों ने बताया कि कालेज में पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि कालेज में लाईब्रेरी है लेकिन उसमें किताबें नहीं हैं, कक्षाओं के समय लेक्चरॉर गायब मिलते हैं, कक्षाओं में बैठने के लिए बैंच, हवा के लिए पंखें नहीं हैं तथा बिल्डिंग भी जर्जर हालत में है। कालेज प्राचार्या ने छात्रों की समस्याएं सुनते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि वे लिखित में शिकायतें दें तथा उनकी समस्याओं को एक सप्ताह में हल कर दिया जाएगा। इसके बाद छात्रों ने हड़ताल समाप्त की।

आप ने डीटीपी के खिलाफ खोला मोर्चा

सिरसा। आम आदमी पार्टी ने बृहस्पतिवार को नगर योजनाकार विभाग पर आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की। आप के प्रांतीय संयोजक प्रहलाद सिंह भारुखेड़ा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि डीटीपी विभाग पर बड़े स्केंडल को अंजाम देने की तैयारियों का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि डीटीपी विभाग की ओर से वर्ष 1892 के बाद शहर के भीतर और बाहर के क्षेत्र की उनके विभाग से एनओसी की अनिवार्यता लागू कर दी है। जिसकी वजह से विभाग की ओर से एनओसी की एवज में लूट मचाने की तैयारी की गई है। भारुखेड़ा ने बताया कि डीटीपी की ओर से 19 फरवरी 2015 को जारी किए गए पत्र में 1902 के बाद बसे शहर को अवैध घोषित कर दिया है जबकि वर्ष 2007 में सरकार द्वारा अनेक अवैध कालोनियों को वैध घोषित किया जा चुका है। सरकार की ओर से तमाम मूलभूत सुविधाएं भी मुहैया करवाई गई हैं। उन्होंने कहा कि नगर योजनाकार विभाग में एनओसी के बदले रिश्वत की खुलेआम मांग की जाती है। डीटीपी विभाग की ओर से कभी किसी क्षेत्र के लिए एनओसी की अनिवार्यता की शर्त लागू की जाती है तो  कभी इस शर्त को हटा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि डीटीपी विभाग की ओर से 27 मई 2013 को पत्र क्रमांक 1266 के तहत चतरगढ़ पट्टी के जिन क्षेत्रों के लिए एनओसी की अनिवार्यता लागू की गई थी 22 अगस्त 2013 को पत्र क्रमांक 1536 के माध्यम से उस अनिवार्यता को खारिज कर दिया गया। उन्होंने बताया कि आप के सदस्य वीरेंद्र कुमार एडवोकेट के माध्यम से सीएम विंडो पर इस आशय की शिकायत दाखिल की गई है। उन्होंने जनहित में नगर योजनाकार विभाग के इस आदेश की पड़ताल करने और शहर को अवैध घोषित करने वाले अधिकारिायें के खिलाफ एसआईटी का गठन कर जांच करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भूमि अधिकरण बिल के विरोध में आंदोलन चला रही आम आदमी पार्टी की ओर से चार मार्च को प्रदेश के सभी सांसदों को नमक की थैली भेंट की जाएगी और उनसे इस बिल का विरोध करने की मांग की जाएगी।

Wednesday 25 February 2015

प्रदर्शन कर फूंकी अखबार की प्रतियां

सिरसा। कालांवाली में लोगों ने आज एक राष्ट्रीय समाचार पत्र एवं उसके संवाददाता के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष जाहिर किया और अखबार की प्रतियां आग के हवाले की। प्रदर्शनकारी लोगों की अगुवाई पीडि़त सुनील कुमार व नगरपालिका के अध्यक्ष जगसीर सिंह व नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष मंगत नागर कर रहे थे। समाचार पत्र व संवाददाता की कार्यप्रणाली से आक्रोशित लोग आज सुबह नई अनाज मंडी में एकत्रित हुए और उसके बाद शहर में रोषस्वरूप नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर संवाददाता को अविलंब अखबार प्रशासन से हटाने और उसके खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं प्रदर्शनकारी लोगों ने अखबार में लोगों के खिलाफ छप रही झूठी खबरों को लेकर प्रदर्शन कर अपना रोष व्यक्त किया।

चाचा ने मारी भतीजे को गोली

सिरसा। पंजाब सीमा से सटे गांव मानखेड़ा में आज सुबह एक युवक को उसी के कुछ रिश्तेदारों ने गोली मार दी। घायल को गंभीर हालत में सामान्य अस्पताल लाया गया। 
घटना के अनुसार मानखेड़ा निवासी मनजीत सिंह पुत्र सुखदेव सिंह का अपने ही कुछ रिश्तेदारों से किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। आज सुबह उसका रिश्तेदारों से फिर झगड़ा हो गया। बताया जाता है कि मनजीत के चाचा ने उस पर बंदूक से फायर कर दिया। गोली के छर्रे उसके सीने व शरीर के अन्य भागों में लगे। खून से लथपथ हालत में उसे सामान्य अस्पताल में लाया गया। घटना की जानकारी पुलिस को दे दी गई है। 

घरों में घुसा सीवर का पानी

सिरसा। वार्ड नंबर 19 नोहरिया बाजार की गली मस्जिद वाली में सीवर लाइन का दूषित पानी लोगों के घरों में फैल रहा है। कुछ घरों में यह गंदा पानी पूरे परिसर पसरा हुआ है और घर में पैर रखने तक की जगह नहीं है। गली के लोग पिछले करीब 2 साल से इस नरक को झेल रहे हैं, लेकिन सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। 
नगर पार्षद रोहित गनेरीवाला ने गलीवासियों की पीड़ा पर चर्चा करते हुए बताया कि जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को एक बार नहीं बल्कि अनेक बार लिखित और मौखिक शिकायतें देने के बावजूद इस सीवर लाइन को ठीक से खोलने या सुचारू करने के लिए कभी प्रयास नहीं हुए। गनेरीवाला ने बताया कि जनस्वास्थ्य विभाग से बार-बार आग्रह किया गया है कि मशीन से इस लाइन की सफाई करवाई जाए और लोगों को राहत दी जाए, लेकिन विभाग के अधिकारी जानबूझ कर मशीन भेजने में टाल मटोल कर रहे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को आगाह किया कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो गली के लोग आंदोलन करने को मजबूर होंगे। 

वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना समय की मांग : ढींडसा

सिरसा। विश्वविद्यालय तथा महाविद्यालयों में पढ़ रहे विद्यार्थियों की सृजन शक्ति विकसित करने में कार्यशालाएं तथा सेमीनार महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कार्यशालाओं के आयोजन से विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित होता है। 
यह विचार चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के कुलपति डा. राधेश्याम शर्मा ने रसायन विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित नेशनल कांफ्रेस ऑन एमरजिंग ट्रेंडस इन कैमिकल साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी का उद्घाटन करने के उपरान्त विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अध्ययन काल के दौरान कठोर से कठोर परिश्रम करना चाहिए। विद्यार्थी काल के दौरान की गई मेहनत ताउम्र काम आती है। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों को प्रत्येक प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है।
कांफ्रेस में शिक्षाविद् प्रोफेसर आर.एस. चौधरी, प्रो. के.सी. सिंह, प्रो. ऐ. के. शर्मा सहित लगभग 100 प्रतिभागियों ने फिजिकल, कैमिस्ट्रिी, नैनो कैमिस्ट्री, ऑर्गेनिक कैमिस्ट्री, मेडिकल कैमिस्ट्री, न्यूकिलियर कैमिस्ट्री, इंडिस्ट्रीयल कैमिस्ट्री आदि विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुत किये। प्रतिभागियों ने पोस्टर के माध्यम से भी रसायन विज्ञान के विभिन्न मॉडल्स का प्रदर्शन किया। समापन्न समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए प्रो. कुलदीप ढींडसा ने आह्वान किया कि बढ़ते प्रदूषण की वजह से जलवायु परिवर्तन से सारा विश्व प्रभावित हो रहा है। उन्होंने इंटर गवर्नमेंट पैनल ऑन क्लाईमेंट चेंज की रिपोर्ट का हवाला देते हुए  बताया कि वर्ष 2050 तक वैश्विक तापमान में लगभग 2 डिग्री तक इजाफा होगा और विश्व के प्रत्येक राष्ट्र को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भारत के वैज्ञानिकों को ऊर्जा के नवीनतम स्त्रोतों की खोज करनी होगी। सौर ऊर्जा का प्रयोग करके बढ़ती जनसंख्या की मांग को पूरा किया जा सकता है। बशर्ते की इस तकनीक को सुविधाजनक बनाने के साथ-साथ सस्ता भी किया जाये। इस अवसर पर मंच संचालन डा. संगीता सांगवान ने किया। कुलपति ने एक शोविनियर का विमोचन भी किया।

Monday 23 February 2015

तेल टैंकर से निकली शराब

1010 पेटी अवैध शराब लेकर राजस्थान जा रहा था टैंकर

सिरसा। शहर थाना पुलिस ने रात को गश्त के दौरान महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर नाकेबंदी कर तस्करी के लिए ले जाई जा रही तेल टैंकर में भरी हुई 1010 पेटी विभिन्न प्रकार की अंग्रेजी शराब बरामद की। पुलिस ने टेंकर व शराब को कब्जे में लेकर मौके से फरार हुए आरोपी के खिलाफ  मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। शहर थाना पुलिस की सब्जीमंडी पुलिस चौकी प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक रामनिवास को देर रात गश्त के दौरान इस संबंध में महत्वपूर्ण सूचना मिली। उन्होंने इस आशय की सूचना पाकर अन्य पुलिस कर्मियों के साथ रानियां चुंगी क्षेत्र में नाकेबंदी कर दी। इसी दौरान शहर की ओर से तेल टेंकर आया। पुलिस पार्टी ने उक्त टेंकर को रुकवाने का प्रयास किया। चालक रात को अंधेरे का फायदा उठाकर टेंकर को छोड़ फरार हो गया। पुलिस ने तेल टेंकर की तलाशी लेने पर उसमें 1010 पेटी जिनमें 735 पेटी इंपेक्ट अंग्रेजी शराब, 250 पेटी बीयर, तथा 25 पेटी रॉयल स्टेग शराब बरामद हुई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि फरार हुए आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस शराब तस्करी से जुड़े इस समूचे नेटवर्क का पर्दाफाश करेगी। 

कांग्रेस ने फूंका शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा का पुतला
राज्यपाल से की मंत्री को बर्खास्त करने की मांग

सिरसा। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा की प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को लेकर की गई अभद्र टिप्पणी के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज लघु सचिवालय में रामबिलास शर्मा का पुतला फूंका और राज्यपाल व प्रदेश सरकार से मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कांग्रेस नेता नवीन केडिया ने किया।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए नवीन केडिया ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने देश की आजादी के लिए जहां संघर्ष किया वहीं देश के विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं दी। ऐसे व्यक्तित्व के लिए प्रदेश के शिक्षा मंत्री के मुख से अभद्रपूर्ण बातें शोभा नहीं देती। उन्होंने कहा कि एक ओर प्रदेश में गीता की शिक्षा देने की बात शिक्षा मंत्री करते हैं और दूसरी ओर देश के महान नेताओं के प्रति इस तरह की बातें करना उनके चेहरे और चरित्र को दर्शाता है। कांग्रेस एससी सैल के प्रदेश संयोजक शीशपाल केहरवाला ने कहा कि शिक्षा मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहने वाले व्यक्ति के लिए अशोभनीय बातें करना शर्मनाक है। इससे प्रदेश के युवा और विद्यार्थी क्या सबक लेंगे। उन्होंने कहा कि पहले भी शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा अपने विवादित बयानों से अकसर चर्चा में रहते हैं। अब उन्होंने फिर से इस तरह के बयान देकर साबित कर दिया है कि सरकार के मंत्री कितने जिम्मेदार हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस मौके पर हरियाणा सरकार व शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। इस अवसर पर जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष उर्मिल भारद्वाज, यशपाल भारद्वाज, संगीत कुमार, राजेंद्र कुमार, अनिल शर्मा, अमित सोनी, रामकुमार निरंकारी, राजू बजाज, भूपेंद्र सिंह राठौर, विनीत कंबोज, कुलवंत कौर, तेजभान यादव, राजेश खत्री, मदन सुथार, राजेंद्र ढूकड़ा आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे। 

संत गुरमीत की विदेश यात्रा पर दादूवाल ने उठाए सवाल
बोले: डेरा के प्रभाव में है सरकार

सिरसा। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को विदेश जाने की अनुमति पर तीखी प्रतिक्रिया करते हुए पंथक सेवा लहर के प्रमुख संत बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा है कि जिस व्यक्ति के खिलाफ अनेक संगीन मामले विभिन्न विभिन्न अदालतों में चल रहे हों, उसे विदेश जाने की अनुमति संकेत देती है कि सरकार डेरा सच्चा सौदा के प्रभाव में है। डेरा प्रमुख पर धारा 107/151 भी लगी हुई है, जिसके चलते पासपोर्ट बन नहीं सकता। 
संत दादूवाल आज दसवीं पातशाही गुरूद्वारा में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को विदेश जाने की जो अनुमति मिली है, वह गलत है, क्योंकि डेरा मुखी का पासपोर्ट अदालत में जमा था, जिसकी सीमा खत्म हो गई थी। जिसने विदेश जाने के लिए नया पासपोर्ट बनवाकर वीजा प्राप्ति करने के लिए झूठे व फर्जी तथ्य उपलब्ध करवाए हैं। उन्होंने कहा कि पासपोर्ट बनवाने से पूर्व कानूनी प्रक्रिया के चलते पासपोर्ट बनवाने वाले की पुलिस वैरीफिकेशन होती है, जिसमें सभी अपराधों का विवरण देखा जाता है। दिलचस्प तथ्य यह है कि अनेक संगीन आरोपों में घिरे डेरा मुखी की पुलिस वैरीफिकेशन के चलते पासपोर्ट कैसे बन गया, इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि डेरामुखी विदेश में घूमने के लिए गए हैं, जहां वे स्टे लेकर स्थायी डेरा भी जमा सकते है। इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। उन्होंने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर व्यंग्य कसते हुए कहा कि वह दिल्ली या चंडीगढ़ को छोड़कर सिरसा के डेरा सच्चा सौदा में ही अपना आसन बना लें, क्योंकि सरकार डेरा से ही चलती है। डेरामुखी को वीवीआईपी की सुविधाएं उपलब्ध करवाना भी इस बात का संकेत देता है कि केंद्र तथा प्रदेश की सरकार डेरे के आगे एक पंगू बनकर रह गई है, जिसका फायदा डेरामुखी उठा रहे हैं, इसलिए भाजपा सरकार को बाबा की सरकार कहना गलत नहीं होगा।

हादसों में तीन की मौत

सिरसा। गांव माधोसिघाना के समीप गत रात्रि शादी समारोह से लौट रही बारातियों से भरी जीप ट्रैक्टर ट्राली से जा टकराई। हादसे में एक बाराती की मौत हो गई जबकि आठ गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। 
जानकारी के अनुसार राजस्थान के जिला हनुमानगढ़ के रावतसर निवासी दलीप सिंह के पुत्रों सुनील व विष्णु की शादी कल हिसार स्थित कृष्णा नगर में थी। कल सुबह रावतसर से बारात हिसार के लिए रवाना हुई। शाम को शादी समारोह संपन्न होने के बाद बाराती बोलेरो जीप में सवार होकर रावतसर लौट रहे थे। जिसमें कुछ बाराती सिरसा व एक बाराती एलनाबाद का था। बताया गया कि माधोसिंघाना के समीप सामने से आ रहे ट्रैक्टर ट्राली से जीप की टक्कर हो गई। हादसे में बाराती रावतसर निवासी गणपत राम की मौके पर ही मौत हो गई जबकि जीप चालक गोपाल, बलराम, निक्कू राम, राहुल निवासी नौहरिया बाजार सिरसा, संत राम निवासी पंजाब, बाबू लाल शर्मा निवासी एलनाबाद व उसका भाई घायल हो गए। राहगीरों ने घायलों को उपचार के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचाया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतक के परिजनों के बयान दर्ज कर शव का सोमवार सुबह पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।
उधर नटार गांव के समीप आज सुबह एक कार सवार ने साइकिल सवार व्यक्ति को टक्कर मार दी। हादसे में साइकिल सवार की मौके पर ही मौत हो गई। ढाणी शहीदांवाली निवासी भजन लाल (50) आज सुबह साइकिल पर सवार होकर गांव लौट रहा था। गांव नटार के समीप तेज रफ्तार कार ने साइकिल को टक्कर मार दी। हादसे में भजन लाल की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद कार सवार मौके से फरार हो गया। दूसरी ओर गांव पन्नीवाला मोटा निवासी कविता रानी अपनी बेटी मनीषा (15)के साथ गांव से घुक्कांवाली की ओर लकडिय़ां चुगने जा रही थी। सिरसा की ओर से आ रही कार ने मां-बेटी को टक्कर मार दी। हादसे में मनीषा की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसकी मां कविता गंभीर रुप से घायल हो गई। राहगीरों ने पुलिस को सूचित किया तथा घायल को उपचार के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचाया। हादसे के बाद कार सवार मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मृतका के परिजनों के बयान पर अज्ञात कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।

Saturday 21 February 2015

हमलावर प्रोफेसरों ने किया आत्मसमर्पण

सिरसा। सीडीएलयू के लॉ डिपार्टमेंट के प्रो. राजेश मलिक पर हमला करने के आरोपी प्रो. मुकेश गर्ग व सत्यवान दलाल ने गत दिवस शाम को सीजेएम अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। 
प्रो. मुकेश गर्ग व सत्यवान दलाल दोनों प्रोफेसर पिछले एक साल से अदालत में पेश नहीं हो रहे थे। इसके चलते एडीजे आर के मेहता ने याचिका पर फैसला सुनाते हुए आरोपी प्रोफेसरों को 20 फरवरी तक न्यायालय में आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया था। आत्मसमर्पण नहीं करने पर पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार करने की प्रक्रिया थी। इसके चलते दोनों प्रोफेसरों ने कोर्ट में समर्पण किया। अदालत ने 25-25 हजार रुपए के मुचलके पर प्रो. मुकेश गर्ग और सत्यवान को जमानत दे दी। मामले के अनुसार मार्च 2014 में लॉ विभाग के प्रोफेसर राजेश मलिक विश्वविद्यालय में घूम रहे थे। इसी दौरान लॉ विभाग के प्रोफेसर मुकेश गर्ग व लोक प्रशासक विभाग के सत्यवान दलाल ने उनका रास्ता रोका और उन पर हमला कर दिया था। इस मामले में दोनों तरफ से शिकायतें पुलिस में दी गई लेकिन पुलिस ने प्रो. राजेश मलिक की शिकायत पर कार्रवाई नहीं की। इसी के चलते उन्होंने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। इसके बाद प्रोफेसर मुकेश गर्ग व सत्यवान दलाल के खिलाफ पुलिस ने अदालत के आदेश पर धारा 341/323/506/34 के तहत केस दर्ज किया। केस दर्ज होने के उपरांत पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया और आरोपियों ने भी कोर्ट में पेश होने की जहमत नहीं उठाई। दोनों न्यायालय से एक साल तक आंख मिचौली खेलते रहे। बाद में कोर्ट की सख्ताई के बाद आखिरकार आरोपी प्रोफेसरों को कोर्ट में आत्मसमर्पण करना पड़ा।

177549 बच्चों को पिलाई जाएगी दो बूंद जिंदगी की

पोलिया मुक्त जिला बनाना लक्ष्य
रैली निकालकर किया लोगों को जागरूक
सिरसा। जिला में आगामी 22 फरवरी से 24 फरवरी, 2015 तक पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान का संदेश जन-जन तक प्रभावी रूप से पहुंचाने के लिए आज सिविल सर्जन डॉ. सुरेन्द्र नैन ने विभिन्न कॉलेजों में प्रशिक्षण ले रही एएनएम की रैली को हरी झंडी दिखा कर सामान्य अस्पताल से रवाना किया। रैली की एक टुकड़ी सामान्य अस्पताल से रानियां चुंगी बाजार में से होती हुई टाउन पार्क, दूसरी टुकड़ी सामान्य अस्पताल से खैरपुर होती हुई टाउन पार्क तथा तीसरी टुकड़ी सामान्य अस्पताल से बेगू रोड होते हुए टाउन पार्क तक पहुंची और पल्स पोलियो अभियान के बारे में लोगों को जागरूक किया। ताकि कोई भी बच्चा पल्स पोलियो की खुराक लेने से वंचित न रहे। डॉ. नैन ने कहा कि पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान के तहत आगामी 22 से 24 फरवरी तक जिला में 0 से पांच वर्ष आयु के 1,77,549 बच्चों को पोलियो प्रतिरक्षण की खुराक दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी व मेेहनत के साथ पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान में कार्य कर सफल बनाएं और प्रयास करें कि विभाग द्वारा रखे गए लक्ष्य की शतप्रतिशत प्राप्ति हो। उन्होंने कहा कि हालांकि हरियाणा के साथ-साथ पूरा भारतवर्ष पोलियोमुक्त हो चुका है फिर भी पड़ोसी देशों से आने वाले प्रवासी लोगों के कारण हमें बहुत सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। सतर्कता के मद्देनजर ही पूरे देश में पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं, सामाजिक संस्थाओं तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व गणमान्य व्यक्तियों से कहा कि वे इस अभियान में सहयोग करें ताकि विभागीय टीम प्रत्येक 0 से पांच वर्ष तक के बच्चे तक पहुंच पाएं और उन्हें पोलियो प्रतिरक्षण की ड्राप्स पिलाएं। सिविल सर्जन ने बताया कि पोलिया ड्राप्स पिलाने के लिए जिला में 743 टीमों का गठन किया गया। इसी के साथ 48 मोबाइल टीमें बनाई गई हैं। यह टीमें रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पहुंचकर बच्चों को पोलियो ड्राप्स पिलाएंगी।

खेत में मिला किसान का शव

सिरसा। रानियां थाना क्षेत्र की ढाणी प्रताप सिंह में एक किसान की खेतों में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल में पहुंचाया गया।
जानकारी के अनुसार ढाणी प्रताप सिंह निवासी भगवान सिंह (50) गत दिवस प्रीतम सिंह के खेतों में कीटनाशक का छिड़काव करने गया था। देर रात तक वह घर नहीं लौटा। परिजन आज सुबह जब उसकी तलाश में निकले तो उसका शव खेत में बने खाले में पड़ा मिला। शुरुआती जांच में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कीटनाशक के प्रभाव के चलते भगवान की मौत हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने खेत मालिक प्रीतम सिंह व मृतक के परिजनों के बयान दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारण स्पष्ट हो पाएंगे। 

Friday 20 February 2015

सड़क हादसे में दो की मौत

सिरसा। हिसार रोड स्थित महाराणा प्रताप चौक के समीप आज सुबह एक कैंटर ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार दो व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद कैंटर चालक मौके से कैंटर छोड़ फरार हो गया।
जानकारी के अनुसार खैरपुर कालोनी निवासी अशोक (31) पुत्र भोला राम व रघुवंश (45) पुत्र जंग बहादुर पेंटर का काम करते थे। बताया गया कि दोनों हिसार रोड स्थित एक निजी अस्पताल में रंग रोगन का काम करके सुबह बाइक पर सवार होकर घर लौट रहे थे। हिसार रोड पर महाराणा प्रताप चौक के समीप कैंटर ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद कैंटर चालक मौके से कैंटर छोड़ फरार हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और कैंटर को अपने कब्जे में लिया। पुलिस ने घटना की जानकारी मृतकों के परिजनों को दी। शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मृतकों के परिजनों के बयानों के आधार पर कैंटर चालक के खिलाफ मामला  दर्ज कर दोपहर बाद शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिए। 

जमींदार की हत्या
गांव जगमालवाली का मामला
गांव के बब्बू व उसके परिवार के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज

सिरसा। गांव जगमालवाली में एक किसान की उसकी कार के अंदर बेरहमी से हत्या कर दी गई। घटना का पता आज सुबह चला। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मृतक के बेटे इकबाल सिंह के ब्यान पर गांव के एक व्यक्ति व उसके परिवार के लोगों पर हत्या का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार गांव जगमालवाली निवासी मेजर सिंह (50) पुत्र जगर सिंह शुक्रवार सुबह अपनी कार में मृत पड़ा मिला। मेजर सिंह का शव खून से लथपथ था और शव के पास दो ईंटें खून से सनी मिली। सिर पर गहरी चोट के निशान के कारण संभवत: सिर पर ईंट से तेज वार करके उसकी हत्या की गई। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचित किया। सूचना पाकर कालांवाली थाना प्रभारी अनिल कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लेने के बाद शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल भिजवाया।
सूचना मिलने के बाद डबवाली के डीएसपी सत्यपाल भी घटनास्थल पर पहुंचे। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक के बेटे इकबाल सिंह के बयान पर गांव के ही बब्बू सिंह व उसके परिवार के लोगों पर मेजर सिंह की हत्या करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि आरोपियों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

नायब तहसीलदार के खिलाफ किया प्रदर्शन
रिश्वत मांगने के लगाए आरोप

सिरसा। कालांवाली में नायब तहसीलदार दयाल सिंह के खिलाफ रिश्वत मांगने के आरोप को लेकर आज आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं व किसान यूनियन ने विरोध प्रदर्शन किया। 
नायब तहसीलदार दयाल सिंह पर आरोप है कि वह लोगों से काम कराने की एवज में रिश्वत मांगते हैं और न देने वालों के कामों को लटका दिया जाता है। शुक्रवार को आप कार्यकर्ताओं व किसान यूनियन के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया कि यदि सोमवार तक सरकार ने नायब तहसीलदार दयाल सिंह के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया तो क्षेत्र में एक बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। उधर इनेलो ने भी नायब लहसीलदार के खिलाफ इस प्रदर्शन का साथ देते हुए कहा कि वे इस मामले को विधानसभा में भी उठाएंगे। आम आदमी पार्टी के वीर सिंह ने बताया कि अगर सोमवार तक कोई कार्रवाई न हुई तो पंजाब के सासंद भगवंत मान व अन्य सांसद भी धरना पर आएंगे। आम आदमी पार्टी आम लोगों की पार्टी है और भ्रष्टाचार के खिलाफ है। किसान यूनियन के लोगों ने कालांवाली के नायब तहसीलदार को सस्पेंड करने की मांग की। यूनियन के गुरनाम सिंह ने कहा कि किसान यूनियन भी भ्रष्टाचार के खिलाफ है। इस संबंध में जब नायब तहसीलदार दयाल सिंह से बात करनी चाही, तो उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था। जबकि नायब कार्यालय के रीडर हरि राम ने बताया कि साहब तो आज छुट्टी पर है। 

ब्लैकमेलिंग गिरोह की दो महिलाओं सहित तीन गिरफ्तार

सिरसा। एलनाबाद पुलिस ने ब्लैकमेलिंग गिरोह के दो महिला सदस्यों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस इस गिरोह के दो सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। 
रानियां चुंगी निवासी राजेश की शिकायत पर पुलिस ने ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज किया था। शिकायत में छह लोगों को नामजद किया गया था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि गिरोह के सदस्यों ने 19 जनवरी को उसे अपना शिकार बनाया और अपने ठिकाने पर बुलाकर उससे 50  हजार रुपए की मांग की। पैसा न देने पर उसके खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाने की धमकी दी गई थी। इस मामले में ऐलनाबाद पुलिस ने हिसार के महावीर कॉलोनी निवासी अंजू पत्नी महेंद्र, मल्लेकां निवासी कुलवंत कौर व ऐलनाबाद के वार्ड नंबर 12 निवासी दलीप पुत्र शंकर लाल को गिरफ्तार किया है। पुलिस इस गिरोह के दो सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

कन्या भ्रूण हत्या पर दर्ज हो 302 का मुकद्दमा : आर्यवेश

सिरसा। सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान स्वामी आर्यवेश ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या जैसा अपराध करने वाले लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज होना चाहिए। धर्म के नाम पर तथाकथित अनैतिक गतिविधियां चलाने वाले डेरों के खिलाफ गहन जांच होनी चाहिए।
स्वामी आर्यवेश आज आर्य समाज मंदिर में जनचेतना यात्रा का प्रारंभ करने से पूर्व उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। दस दिवसीय यह बेटी बचाओ जनचेतना यात्रा पलवल से शुरू हुई थी जो प्रदेश के कोने-कोने से होती हुई 23 फरवरी को चंडीगढ़ में संपन्न होगी। इस यात्रा से पूर्व मंदिर परिसर में हवन यज्ञ किया गया तथा कन्या भ्रूण हत्या, नशाखोरी एवं धार्मिक अंधविश्वास के विरूद्ध शंखनाद करती हुई जागरूकती रैली निकाली गई। रैली में आर्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तथा अनुपम हाई स्कूल के विद्यार्थियों ने हाथों में जागरूकता नारे लिखी तख्तियां लेकर लोगों को जागरूकता संदेश दिया। इस यात्रा में बेटी बचाओ अभियान की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम आर्या, राष्टीय संयोजक प्रवेश आर्या, स्वामी श्रद्धानंद, स्वामी चंद्रवेश, स्वामी विश्वानंद, सौम्यनंद, चेतनानंद, अतर सिंह क्रांतिकारी, बिरजानंद एडवोकेट, स्वामी रामवेश, स्वामी शांतिवेश, रामफल, सहसरपाल आर्य, अजय आर्य, आजाद सिंह, आचार्य संत राम, जितेंद्र आर्य सहित काफी संख्या में साधु संत व सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। आर्य समाज सिरसा के प्रधान अशोक वर्मा व आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा के मंत्री जगदीश सिंवर ने यात्रा का स्वागत किया और सिरसा जिला के दौरान इस यात्रा को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई। स्वामी आर्यवेश ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या करने वालों पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए तथा सभी जन प्रतिनिधियों को अपने-अपने क्षेत्र में इस संदर्भ में जवाबदेही का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बेटी के जन्म पर सरकार की ओर से बेटी के खाते में एक लाख रूपए का सहयोग दिया जाए तथा जिन परिवारों में केवल बेटियां हैं, उनको प्रदेश स्तर पर सम्मानित करने के साथ-साथ सरकारी नौकरी में प्राथमिकता दी जाए। नशाबंदी को लागू करने के लिए पहले चरण में ग्रामीण क्षेत्रों से शराब ठेके बंद किए जाएं तथा आगामी 4 वर्षों में शहरी क्षेत्र से भी शराब को समाप्त किया जाए। उन्होंने कहा कि डेरा सच्चा सौदा में हाल ही में हुई जांच की रिपोर्ट से वे संतुष्ट नहीं है और इस डेरे की व्यापक स्तर पर जांच की जाए तथा यहां रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जांच व पूछताछ होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन डेरों में अनैतिक कार्य हो रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि 23 फरवरी को यात्रा के समापन अवसर पर चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री व राज्यपाल को अपनी मांगों के संदर्भ में ज्ञापन देंगे। इस मौके पर वेद प्रचार संगठन मंत्री भूपसिंह गहलोत, उमेद सिंह ढाका, कुलदीप दलाल, बृजलाल पटवारी, बलवीर सिंह जांडवाला, रामप्रताप सरपंच, इंद्रपाल आर्य, आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तरप्रदेश से जितेंद्र छिकारा, राजवीर मलिक, कुलदीप आर्य, प्रदीप बाना, ओमप्रकाश सहित अनेक लोगों ने यात्रा का अभिनंदन किया।

Thursday 19 February 2015

विश्वविद्यालय विवाद : कुलपति की निकाली शव यात्रा

प्राध्यापक भी बैठे धरने पर
अनशनकारी शिवम की हालत बिगड़ी
स्थाई एंबुलेंस व पीसीआर तैनात

सिरसा। चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय के समक्ष पिछले आठ दिनों से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे विद्यार्थियों के समर्थन में बृहस्पतिवार को विश्वविद्यालय के 15 प्राध्यापक भी धरने पर बैठे। विद्यार्थियों ने मांगों को लेकर विश्वविद्यालय परिसर में कुलपति के पुतले के शवयात्रा निकाली। उधर अनशनकारी शिवम की तबीयत फिर बिगड़ गई। 
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य सुखबीर के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के लॉ व अन्य विभागों के विद्यार्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया। इससे पूर्व सुबह अनशन पर बैठे छात्र शिवम की हालत फिर से खराब हो गई और छात्रों ने उसे तुरंत सामान्य अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद आंदोलनकारी छात्र बिफर पड़े 'सेव चौ. देवीलाल युनिवर्सिटी' की मांगों को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्रों के साथ छात्राएं भी काफी संख्या में प्रदर्शन में शामिल हुईं। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में कुलपति के पुतले की शवयात्रा निकाली और इसके बाद कुलपति कार्यालय के समक्ष ही पुतले का अंतिम संस्कार कर दिया। 
अध्यापकों के विद्यार्थियों के समर्थन में बैठने के बाद प्रो. गहलावत उन्हें समझाने पहुंचे लेकिन वे नहीं माने और उन्होंने कहा कि वे विद्यार्थियों का पूरा साथ देंगे। छात्रों के आंदोलन के मुख्य सदस्य विकास कुमार ने बताया कि आज से छात्राएं भी अनशन पर बैठेंगी। जब तक विद्यार्थियों की मांगें पूरी नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा। प्रशासन ने एहतियात के रूप में स्थाई तौर पर धरना स्थल के समीप पीसीआर तथा एक एंबुलेंस तैनात कर दी है।

किसान स्वयं को ठगा महसूस कर रहे हैं : योगेन्द्र यादव

'आप' नेता ने मुख्यमंत्री हरियाणा को पत्र लिखकर भूमि अधिग्रहण मुद्दे पर जताई नाराजगी

सिरसा। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेन्द्र यादव का कहना है कि हरियाणा प्रदेश के किसान स्वयं को ठगा महसूस कर रहे हैं। जिन उम्मीदों को लेकर प्रदेश के किसानों ने भाजपा को स्पष्ट बहुमत दिलवाया था, सरकार उन उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पा रही है। योगेन्द्र यादव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नाम लिखे पत्र में यह बात कही है।  योगेन्द्र यादव का कहना है कि भाजपा ने जिस प्रकार के वायदे प्रदेश के किसानों के साथ किए थे, उनसे प्रभावित होकर किसानों ने भाजपा को न चाहते हुए भी मत दिया। इसके बूते प्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत से सरकार बनी। लेकिन सरकार बनने के पश्चात मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा लिए जा रहे फैसलों से स्पष्ट हो चुका है कि भाजपा अपने वायदों पर खरी नहीं उतरने वाली है। भूमि अधिग्रहण को लेकर सवाल उठाते हुए यादव ने लिखा है कि 'आपने यह वादा किया था कि कृषि भूमि को कॉर्पोरेट घरानों को नहीं बेचा जायेगा और अगर अधिग्रहण किया तो किसान के शेयर का प्रावधान रखा जायेगा। लेकिन जब से आपकी सरकार आई है तब से किसान अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है। पिछली सरकारों के राज में पनपी किसानों की दु:ख-तकलीफ का निवारण करने के बजाय भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार ने एक के बाद एक किसानों के साथ धक्का किया है। सरकारी बद-इंतज़ामी के कारण किसान यूरिया खाद के लिए त्राहि-त्राहि कर रहा है. किसान को वादा हुआ था 24 घंटे की बिजली का लेकिन उसकी बिजली 14 घंटे से घटाकर 11 घंटे कर दी गयी है। लागत से 50 प्रतिशत लाभ देना तो दूर, सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य को महंगाई दर के हिसाब से भी नहीं बढाया है। उन्होंने कहा कि फसलों के दाम गिर रहे हैं लेकिन सरकारी मूल्य पर भी खरीद नहीं हो रही है और ऊपर से भूमि-अधिग्रहण कानून में संशोधन करके किसान की जमीन छीनने की तैयारी चल रही है।

नरमा लदी ट्राली में लगी आग
चालक ले गया ट्रैक्टर को सीधे दमकल विभाग कार्यालय

सिरसा। बृहस्पतिवार सुबह मिनी बाइपास पर नरमा से लदी ट्राली में आग लग गई। ट्रैक्टर चालक की सूझबूझ से शीघ्र ही आग पर काबू पा लिया। आग से पांच क्विंटल नरमा जलकर राख हो गया।
जानकारी के अनुसार गांव ढाबा निवासी हरविंद्र सिंह पुत्र इकबाल सिंह बृहस्पतिवार सुबह अपने गांव से नरमा से लदी ट्रैक्टर-ट्राली लेकर सिरसा मंडी में बेचने के लिए आ रहा था। बताया गया कि मिनी बाइपास के समीप पहुंचा तो ट्राली पर बैठे मजदूर ने बीड़ी जला ली। बीड़ी से निकली चिंगारी से नरमें में आग लग गई। नरमे से धुंआ उठता देख टै्रक्टर चालक हरविन्द्र ने तुरंत ट्रैक्टर का दमकल विभाग कार्यालय की ओर कर दौड़ा दिया। वहां पहुंचने पर दमकल कर्मियों ने तुरंत आग पर काबू पा लिया। आग से करीब पांच क्विंटल नरमा जलकर राख हो गया। ट्रैक्टर चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से टल गया।

कबड्डी और कुश्ती के हुए रोमांचक मुकाबले
हरियाणा पंजाबी सभ्याचारक मंच द्वारा प्रतियोगिताओं का आयोजन

सिरसा। हरियाणा पंजाबी सभ्याचारक मंच द्वारा चतरगढ़ पट्टी बाइपास पर आयोजित विशाल कुश्ती कबड्डी एवं सभ्याचारक मेले में सिरसा व आसपास के शहर-कस्बों से हजारों की संख्या में खेलप्रेमियों ने शिरकत की। प्रतियोगिता में खिलाडिय़ों के जौहर की लोगों ने हौसला अफजाई की। हर खिलाड़ी के दाव पर लोगों ने जमकर तालियां बजाई। इस अवसर पर लड़कियों का ओपन कबड्डी मैच हुआ जिसकी लोगों ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की। आयोजन समिति द्वारा प्रतियोगिता में लोगों के बैठने व खाने-पीने का उचित प्रबंध किया गया था। हरियाणा पंजाबी सभ्याचार मंच के प्रधान बुटा सिंह व सचिव दविन्द्र टक्कर ने जानकारी देते हुए बताया कि मेले में पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद बियानी, एसएचओ दलीप सिंह, एसएचओ सिटी शीशपाल, यज्ञदत्त वर्मा, सर्वसेवा संघ के अध्यक्ष श्याम बांसल, कुलवंत सिंह करगवाल सहित अनेक गणमान्य लोगों ने शिरकत की। इस अवसर पर सभ्याचारक मेले में नवोदित लोकगायक विरेन्द्र नढा, शिवजोत सिंह व हैरी हमराज ने अपनी प्रस्तुति से लोगों का मन मोह लिया। उन्होंने बताया कि कबड्डी प्रतियोगिता में सर्वप्रथम लड़कियों का मैच हुआ। पहले मैच में लकड़ावाली व चौ. देवीलाल यूनिवर्सिटी की खिलाडिय़ों के बीच मुकाबला हुआ, जिसमें लकड़ावाली टीम विजेता घोषित की गई। लकड़ावाली टीम की खिलाड़ी राजू व सोमा ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टीम को जीत दिलाई। लड़कियों के फाइनल मुकाबले में लकड़ावाली व हिसार विश्वविद्यालय की टीम के बीच मुकाबला हुआ जिसमें लकड़ावाली की टीम ने जीत दर्ज कर ट्राफी पर अपना कब्जा जमाया। इसके बाद लड़कों के फाइनल मुकाबले में फरीदकोट व डीएवी बठिंडा की टीम में मुकाबला हुआ जिसमें फरीदकोट के खिलाडिय़ों ने विजयश्री हासिल की। वहीं कुश्ती में अग्रसैन स्कूल के प्रह्लाद व सिमर बेगू के बीच मुकाबला हुआ जिसमें सिमर ने बाजी मारी। मीना बठिंडा और फारुख प्रतापगढ़ के बीच हुए मुकाबले में फारुख (अग्रसैन) ने जीत की पताका फहराई।  कुश्ती के अन्य मुकाबलों में कारज फिरोजपुर, बिंदा बठिंडा, जबरा बठिंगडा, लवप्रीत बठिंडा, चन्ना सिरसा, सोनू सिरसा, रोहताश सिरसा, संजय सिरसा, सोनू फिरोजपुर, प्रीत बेगू, कपिश सिरसा, दीप सिंह (अग्रसैन) खिलाडिय़ों ने जीत दर्ज की। दोपहर दो बजे तक कुश्ती के मुकाबले जारी थे। कुश्ती मुकाबलों में कोच राजू पहलवान ने रैफरी की भूमिका निभाई। इस अवसर पर हिंदी टेलीफिल्म 'मेरे देश में आना लाडो' को रिलीज किया गया। पंजाबी सभ्याचारक मंच ने आए हुए अतिथियों, समाजसेवियों, पत्रकारों, लोकगायकों, साहित्यकारों, लेखकों, शिक्षाविदों, शहीदों के परिजनों को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर पंजाबी सभ्याचार मंच व राजेश बजाज की ओर से 'नशे छुड़ाओ पहलवान बनाओ' मुहिम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर प्रधान बुटा सिंह मल्लेवाला, महासचिव देवेन्द्र सिंह टक्कर, जगसीर मालवा, डॉ. कुलदीप कंबोज, संजीव पहलवान, राजू पहलवान कोच, मोनू सेतिया, ब्रह्मजीत सिंह, ओमप्रकाश काशी, जयप्रकाश, दीपक सेठी, विनोद कोचर, राजू फक्कर झंडे वाला आदि उपस्थित थे।

एसपी ने ली साइबर कैफे संचालकों की क्लास

सिरसा। पुलिस अधीक्षक अश्विन शैणवी ने कहा है कि लोग हरियाणा पुलिस की ओर से शुरू की गई 'हर समय' वेबपोर्टल तथा वेबसाइट haryanapoliceonline.gov.in का फायदा उठाएं। इस वेबसाइट पर कोई भी शिकायत, आरटीआई व गुमशुदा संबंधी शिकायत ऑनलाइन की जा सकती है। 
शैणवी बृहस्पतिवार को पुलिस लाइन स्थित सीसीटीनएस लैब में शहर के साइबर कैफे संचालकों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। साइबर कैफे संचालकों को 'हर समय' वेबपोर्टल के बारे में संपूर्ण जानकारी दी गई। साइबर संचालकों के लिए आयोजित की गई इस वर्कशाप में उन्होंने निर्देश दिए गए है कि वो अपने साइबर कैफे को इस वेेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाएं तथा आने वाले ग्राहकों के बारे में प्रतिदिन वेबसाइट अपडेट करें। इस वर्कशाप में प्रोजेक्टर के माध्यम से साइबर कैफे संचालकों को वेबसाइट पर दर्ज करवाई जाने वाली शिकायतों, आरटीआई, गुमशुदगी से संबंधित जानकारी दी गई। एसपी ने साइबर कैफे संचालकों को कहा कि उनके पास आने वाले लोगों की मदद करें तथा उन्हें इस संबंध में पूरी जानकारी देकर सहयोग करें। उन्होंने कहा कि साइबर कैफे व होटल का वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन होने तथा ग्राहकों के बारे में जानकारी अपडेट होने से अपराध व अपराधियों पर भी अंकुश लगाने में कामयाबी मिलेगी। होटल व साइबर कैफे पर आने वाले संदिग्ध लोगों के बारे में पता चलने पर उनके खिलाफ  कारगर ढंग से कार्रवाई की जा सकती है।

'द ब्लड स्ट्रीट' को भी अनुमति दे सैंसर बोर्ड : बराड़

सिरसा। द ब्लड स्ट्रीट के मुख्य अभिनेता कर्मजीत बराड़ ने कहा है कि पंथक सेवा लहर के प्रमुख संत दादूवाल के मार्गदर्शन में बनाई गई फिल्म द ब्लड स्ट्रीट को सेंसर बोर्ड को अब अनुमति दे देनी चाहिए, क्योंकि यह फिल्म आज की पीढ़ी को जुर्म के खिलाफ लडऩे की प्रेरणा देती है। 
बराड़ ने बृहस्पतिवार को जारी बयान में कहा है कि इस फिल्म में संत दादूवाल की अहम भूमिका है, जिन्होंने युवाओं को जुर्म के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि  द ब्लड स्ट्रीट पंजाब की सच्ची घटना पर आधारित है और इस तरह की फिल्मों पर सेंसर बोर्ड को कभी भी रोक नहीं लगानी चाहिए। द ब्लड स्ट्रीट मेें संत दादूवाल ने युवाओं को जुर्म के खिलाफ लडऩे की सीख देते हैं और दादूवाल के इस अभिनय को देखने के बाद आज की युवा पीढ़ी जागरूक होगी और वे अपने एवं अपने आसपास होने वाले अत्याचारों का विरोध करेंगे, जिससे एक स्वच्छ समाज की निर्माण होगा।

Wednesday 18 February 2015

रेटिंग खोल रही फिल्म का भेद

सिख प्रचारक दादूवाल को प्रशासन ने नहीं दी प्रदर्शन की अनुमति
गुरुद्वारा के समक्ष की नारेबाजी

सिरसा। पंथक सेवा लहर के प्रमुख और सिख धर्म प्रचारक बलजीत सिंह दादूवाल ने एक बार फिर डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह की फिल्म पर निशाना साधा है। बलजीत सिंह दादूवाल ने आज गुरुद्वारा दशम पातशाही के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। दादूवाल की ओर से सिरसा में एमएसजी के विरोध में प्रदर्शन का ऐलान किया गया था। प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए सिखों को शहर में प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जिसके चलते प्रदर्शन केवल गुरुद्वारा के समक्ष ही किया गया।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए संत बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि फिल्म को लेकर उनका विरोध जारी रहेगा। दादूवाल ने भाजपा को भी आड़े हाथों लेते हुए बीजेपी को बाबा जनता पार्टी करार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार सिरसा डेरे से चल रही है। साथ ही उन्होंने रेटिंग के मामले में फिल्म के खराब प्रदर्शन की भी चर्चा की। दादूवाल ने कहा कि फिल्म की रेटिंग शून्य आ रही है, जिससे बाबा की लोकप्रियता का भेद खुल गया है और यह फिल्म फ्लॉप साबित हुई है। दादूवाल ने कहा कि बेहतरीन फिल्मों की रेटिंग में उसे चार अंक मिलते हैं और खराब प्रदर्शन वाली फिल्म को एक अंक, जबकि डेरा की फिल्म को रेटिंग देने वालों ने फिल्म मानने से ही इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि फिल्म और डेरा प्रमुख का विरोध जारी रहेगा। अगर प्रशासन इजाजत देता है तो वे सिरसा शहर में प्रदर्शन कर अपना रोष जताएंगे। पंथक सेवा लहर के प्रमुख बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि सिख धर्म के कई लोग बहला-फुसलाकर डेरा के समर्थक बनाए गए थे। डेरा प्रमुख की हरकतों को देखते हुए ऐसे सैंकड़ों लोग आज उनके नेतृत्व में सिख धर्म में वापिसी कर रहे हैं।

भूख हड़ताल का पांचवा दिन
समझौते का बना रहे दबाव

सिरसा। चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में आज फिर से हंगामा बरपा रहा। विद्यार्थियों की भूख हड़ताल आज पांचवें दिन में प्रवेश कर गई। एक छात्र की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है। इसी दौरान हड़ताल पर बैठे विद्यार्थियों को समझाने आए युवक के साथ विद्यार्थियों की कहासुनी हो गई। हड़ताली विद्यार्थियों का कहना है कि उक्त संदीप शर्मा नामक युवक एक प्रोफेसर के कहने पर उन पर समझौता करने का दबाव बना रहा था। जब उन्होंने ऐसा करने से इंकार कर दिया तो संदीप शर्मा ने उनसे बदसलूकी की। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने संदीप शर्मा को हिरासत में ले लिया और थाने ले गई। 
उधर, हड़ताली विद्यार्थियों का स्वास्थ्य दिनों-दिन गिरता जा रहा है लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन कोई भी ढील बरतने को तैयार नहीं है। न तो कुलपति और न ही रजिस्ट्रार विद्यार्थियों से मिलने के लिए पहुंचे और न ही विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस मामले को निपटाने के लिए कोई पहल की जाती दिखाई दे रही है। 
आज हड़ताल पर छात्राओं की बैठने की भी चर्चा थी लेकिन कोई भी छात्रा अभी तक भूख हड़ताल पर नहीं बैठी। लेकिन हड़ताल पर बैठे छात्र अपनी मांगों को पूरा करने पर अडिग हैं। उनका कहना है कि आरोपियों पर न्यायोचित कार्रवाई के लिए वे किसी भी कुर्बानी को तैयार हैं। 

रेलवे कर्मियों ने किया प्रदर्शन

सिरसा। नेशनल फैडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मैन के आह्वान पर उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ सिरसा शाखा की ओर से आज सुबह बठिंडा से दिल्ली जाने वाली किसान एक्सप्रेस के समक्ष स्टेशन पर केंद्र सरकार के मजदूर विरोधी नीतियां अपनाने के विरोध में रोष प्रदर्शन किया गया। कर्मचारियों ने इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
शाखा सचिव लक्ष्मीनारायण खर्रा ने प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की ओर से अभी तक 50 प्रतिशत से अधिक महंगाई भत्ता होने के बावजूद वेतन में विलय नहीं किया है। उन्होंने कहा कि दो लाख से अधिक रिक्तियां होने पर भी रिक्तियों को नहीं भरा जा रहा है। उन्होंने कहा कि रेलवे आवासों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है तथा रेलवे अस्पतालों में स्थाई डॉक्टरों व स्टाफ की कमी है। इस मौके पर चंदूलाल ने कहा कि यदि समय रहते कर्मचारियों की उचित मांगों को हल नहीं किया गया तो सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे जिसका दायित्व केंद्र सरकार पर होगा। इस मौके पर प्रेम कुमार, नाथाराम, राजकुमार, दीपक मेहता, सुरेंद्र सिंह, राजेश सिंह, जयसिंह, साधुराम, कुलदीप, रमेश राय, बुधराम, राजकुमार आदि उपस्थित थेे।

विवाहिता ने लगाई फांसी

सिरसा। गांव केवल में रहने वाली एक विवाहित युवती ने अपने घर में रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवती के घरवालों ने पुलिस को दिए बयान में मृतका के पति को कसूरवार बताते हुए ठोस कार्रवाई की मांग की है। गांव केवल में रहने वाले चानन सिंह की पुत्री नीलम का विवाह करीब डेढ़ साल पहले ख्योवाली निवासी छिंद्र के साथ हुआ था। शादी के कुछ समय बाद ही नीलम और छिंद्र के बीच अनबन रहने लगी। कई बार समझौते के प्रयास हुए लेकिन बात नहीं बनी। करीब बीस दिन पूर्व नीलम ससुराल छोड़ मायके आकर रहने रहने लगी। उसके पति ने उसकी कोई सुध नहीं ली जिसके चलते वह मानसिक संतुलन खो बैठी। कल नीलम घर में अकेली थी। परिजन बाहर गए हुए थे। तनाव के चलते उसने घर में फांसी लगा ली। जब परिजन घर पहुंचे तो नीलम को फंदे पर लटके देखा। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारा। आज सुबह शव का पोस्टमार्टम सामान्य अस्पताल में हुआ। फिलहाल पुलिस जांच में जुट गई है।

हादसों में महिला सहित तीन की मौत

सिरसा। जिला में हुए अलग-अलग सड़क हादसों में एक महिला सहित तीन की मौत हो गई जबकि पिता-पुत्री घायल हो गए। घायलों को सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए। 
जानकारी के अनुसार गांव शाहपुर बेगू निवासी जंगीर सिंह पुत्र चंबा राम गत रात्रि शहर से बाइक पर सवार होकर गांव लौट रहा था। बताया गया कि गांव के समीप एक जीप ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार जंगीर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। जीप चालक हादसे के बाद मौके से फरार हो गया। राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने आज मृतक के परिजनों के बयान पर अज्ञात जीप चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।
उधर गांव बप्पां निवासी राजेंद्र मेहता की बेटी सपना (22) की शादी फतहाबाद जिला के गांव नागपुर में हुई थी। सपना अपने मायके में आई हुई थी। जिसे लिवाने के लिए उसका पति गोल्डी बप्पां आया। गत दिवस गोल्डी, उसकी पत्नी सपना व उनकी दो बेटियां आल्टो कार में सवार होकर गांव नागपुर लौट रहे थे। गांव नागोकी के समीप कार अनियंत्रित होकर खेत में पलट गई। हादसे में सपना व उसकी चार माह की पुत्री की मौके पर ही मौत हो गई जबकि गोल्डी व उसकी एक बेटी गंभीर रुप से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में दाखिल करवाया गया। पुलिस ने मृतकों के परिजनों के बयान के आधार पर कार्रवाई करते हुए शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिए।

Tuesday 17 February 2015

श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक

बम-बम भोले के जयकारों से गुंजायमान हुआ शहर

सिरसा। जिलाभर में महाशिवरात्रि पर्व आज धूमधाम से  मनाया गया। श्रद्धालुओं ने शिवालयों में जलाभिषेक किया। वहीं शहर में जगह जगह लंगर भंडारे का आयोजन किया गया। शिवभक्तों ने हरिद्वार से लाई गई कांवड से शिवभोले का जलाभिषेक किया।
मुख्य आयोजन शिवपुरी स्थित भूतेश्वरनाथ मंदिर में किया गया। मंदिर परिसर में सुबह हवन यज्ञ किया गया। बाद में भंडारे का आयोजन किया गया। सुबह से जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं की कतारे लगी हुई थी। वहीं कांवडिय़ों ने हरिद्वार से लाए गंगाजल से शिव भोले का जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की। श्रद्धालुओं ने दुध, दही, घी, शहद, चीनी, मिष्ठाण, फल आदि के साथ पूजा अर्चना की। साथ ही शिवपुरी रोड पर मेला लगा था। जहां पर बच्चों और महिलाओं ने खरीददारी की तो युवा वर्ग भांग की पकौड़ी और कचौड़ी खरीदने के लिए उमड़ा हुआ था। श्री सरसांई नाथ डेरा और सनातन धर्म मंदिर में इस मौके पर लंगर भंडारे का आयोजन किया गया। सिरसा के संस्थापक सरसांई नाथ बाबा की पूजा अर्चना की साथ ही जलाभिषेक किया। परशुराम चौक स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया और लंगर का प्रसाद ग्रहण किया। 
रानियां रोड स्थित श्री बाबा तारा कुटिया परिसर में गोबिंद कांडा ने कुटिया परिसर में हवन यज्ञ कर भगवान भोलेनाथ व तारा बाबा से सर्वकल्याण की कामना की। सुबह-सवेरे से ही बाबा तारा कुटिया में स्थित शिवालय पर जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया। काशी के विद्वान पंडितों ने विधिविधान पूर्वक पूजा-अर्चना की तथा महामत्युंज्य मंत्र का जाप किया। इसके बाद गोपाल कांडा व गोबिंद कांडा ने कुटिया परिसर में आयोजित भंडारे का प्रसाद वितरित किया।
इसके साथ ही गौशाला स्थित प्राचीन शिव मंदिर, भादरा पार्क स्थित सर्राफों वाला शिव मंदिर, खजांचियों वाला शिवालय, गली पारखांवाली स्थित शिव मंदिर, भादरा बाजार स्थित प्राचीन दूधेश्वर मंदिर, बी ब्लाक स्थित दुर्गा मंदिर, मुलतानी कालोनी स्थित शिव मंदिर, सब्जी मंडी स्थित शिव मंदिर में शिवालय पर जलाभिषेक किया गया। दिनभर मंदिरों में भगवान शिव के भजनों का गुणगान होता रहा। शहर में शिवभक्तों ने जगह जगह लंगर भंडारों का आयोजन किया गया। इसके अलावा ऐलनाबाद, डबवाली, रानियां, नाथुसरी चौपटा, कालांवाली, ओढ़ां, गौरीवाला आदि में महाशिवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया गया। उधर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता होशियारीलाल शर्मा ने प्राचीन बंसीवट मंदिर में शिवरात्रि के उपलक्ष्य में पूजा अर्चना की। मंदिर के पुजारी सीताराम शर्मा ने विधिवत रूप से पूजा अर्चना करवाई। शर्मा ने कहा कि भगवान शिव देवों के देव हैं और समस्त विश्व का कल्याण करने वाले हैं।

छात्र की हालत बिगड़ी
चिकित्सकों ने की अनशनकारी छात्रों की स्वास्थ्य जांच
एक छात्र को खराब स्वास्थ्य के चलते किया गया अस्पताल में भर्ती

सिरसा। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में पिछले चार दिनों से विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों की हालत बिगड़ती जा रही है। रात को भूख हड़ताल पर बैठे छात्र शिवम की हालत बिगड़ी तो सामान्य अस्पताल से डाक्टरों की टीम कुलपति कार्यालय के समक्ष भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों के पास पहुंची और उनकी चिकित्सीय जांच की। आज सुबह फिर से शिवम की हालत खराब हो गई और विश्वविद्यालय प्रशासन की गाड़ी में उसे सामान्य अस्पताल ले जाया गया। सीडीएलयू प्रशासन ने सामान्य अस्पताल से एंबुलेंस मंगवाई। डाक्टर ने भूख हड़ताल पर बैठे प्रीतम व अंकित की स्वास्थ्य जांच की।
उधर, सामान्य अस्पताल में शिवम ने उपचार लेने से साफ इंकार कर दिया। इसके बाद फिर उसे विश्वविद्यालय स्थित धरना स्थल पर लाया गया। आज 'सेव चौधरी देवीलाल युनिवर्सिटीÓ के नाम से छपे इश्तिहार भी विद्यार्थियों में वितरित किए गए। इस इश्तिहार में विश्वविद्यालय में चल रही गतिविधियों पर कटाक्ष करते हुए विश्वविद्यालय की बेहतरी के लिए कार्य करने का संकल्प लिया गया है। इसी के साथ बताया जा रहा है कि कल से विश्वविद्यालय की छात्राएं भी भूख हड़ताल पर बैठने की तैयारी में हैं। 

नकली घडिय़ां बेचते काबू

सिरसा। शहर थाना पुलिस ने गत रात्रि रोड़ी बाजार स्थित भाटिया वॉच कंपनी पर छापेमारी की। पुलिस ने दुकान से 25 लाख रुपये की कंपनियों के मार्का लगी घडिय़ां बरामद की। इस मामले में आरोपी दुकान संचालक मोहित भाटिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कॉपीराइट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। आरोपी को आज अदालत में पेश किया गया जहां से उसे जमानत पर छोड़ दिया गया। जानकारी के अनुसार स्पीड नेटवर्क कंपनी के अधिकारियों ने शहर थाना पुलिस को शिकायत दी थी कि बाजार में उनके ब्रांड की नकली घडिय़ां बेची जा रही हैं।  पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए रोड़ी बाजार स्थित भाटिया वॉच कंपनी पर छापेमारी की। तलाशी में दुकान से 25 लाख रुपये कीमत की नकली घडिय़ां बरामद हुईं। इन घडिय़ों पर अलग-अलग कंपनियां के मार्के लगाकर इन्हें बेचा जा रहा था। पुलिस ने मौके पर दुकान संचालक मोहित भाटिया को काबू कर लिया। शहर थाना पुलिस ने स्पीड कंपनी के अधिकारियों की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ कॉपी राइट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

Saturday 14 February 2015

वैलेंटाइन डे का विरोध

ग्रीटिंग कार्ड जलाकर सुभाष चौक में किया प्रदर्शन

सिरसा। वैलेनटाइन-डे के विरोध में आज कंगनपुर रोड स्थित शिव सेना के जिला कार्यालय के सामने शिव सैनिकों ने एकत्रित होकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी विभिन्न बाजारों में जुलूस निकालते हुए सुभाष चौक पर पहुंचे और यहां ग्रीटिंग कार्ड जलाए।
प्रदर्शनकारी शिव सैनिकों को सम्बोधित करते हुए शिव सेना के जिला प्रधान सोमनाथ दुग्गल ने कहा कि वैलेनटाइन-डे पश्चिमी सभ्यता द्वारा प्रायोजित एक कुरूप त्योहार है। सनातन भारतीय संस्कृति एवं हमारे देश के विद्वान पुरूषों के विचारों के सर्वथा विपरीत है। कुछ विदेशी कम्पनियां इस त्योहार की आड़ में ग्रीटिंग कार्ड व उपहार बेचने के साथ-साथ सदियों पुरानी भारतीय संस्कृति को तिरोहित करना चाहती हैं, इसलिए हमारे युवाओं को इस षड्यंत्र से हर हाल में बचना चाहिए। इसके विपरीत युवाओं को सुबुद्धि एवं प्रेरणा देने वाले भारतीय त्योहारों को हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक देशवासी को हमारे युवाओं को जागरूक करने की दिशा में निश्चित ही इस त्योहार का विरोध करना चाहिए। शिव सेना के जिला उपप्रमुख भूपेन्द्र गौड़ ने कहा कि आज देश में बलात्कार, वेश्वावृत्ति और छेड़छाड़ की घटनाओं में वृद्धि होना निश्चित तौर पर वैलेनटाइन-डे जैसे त्योहारों की देन है। उन्होंने युवाओं एवं उनके माता-पिता से अपील की कि वे अपने प्रियजनों को इन त्योहारों से दूर रखें व भारतीय त्योहारों को धूमधाम से मनाएं। इस अवसर पर अंकुर गिल, बॉबी, पवन जोधकां, सतबीर महरा, पंकज पंवार सहित अन्य शिव सैनिक उपस्थित थे।

Friday 13 February 2015

दिग्विजय, दादूवाल हिरासत में

फिल्म का रहे थे विरोध
प्रशासन ने एहतियातन उठाया कदम

सिरसा। तमाम विवादों और विरोध के बीच आज डेरा सच्चा सौदा प्रमुख की फिल्म आज सिनेमाघरों में प्रदर्शित की गई। सिरसा में कड़ी सुरक्षा के बीच फिल्म का प्रदर्शन किया गया। दूसरी ओर इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला के नेतृत्व में प्रदर्शन करने जा रहे दर्जनों इनेलो कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। काली पट्टी लगाकर गांव मोरीवाला स्थित पीवीआर के सामने इनेलो कार्यकर्ता प्रदर्शन करना चाहते थे, लेकिन पीवीआर से करीब पांच किलोमीटर पहले बाजेकां नाके पर ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इसी तरह पंथक सेवा लहर के प्रमुख बलजीत सिंह दादूवाल भी फिल्म का विरोध करने पीवीआर की और जा रहे थे। दिल्ली पुल के निकट पुलिस ने दादूवाल को भी समर्थकों सहित हिरासत में ले लिया।
डबवाली में नहीं हुआ प्रदर्शन
फिल्म को लेकर सिखों व इनसो ने विरोध जताने का निर्णय ले रखा था। इसी को लेकर सिरसा में सुरक्षा के बंदोबस्त कड़े किए गए थे। डबवाली में फिल्म के प्रदर्शन को रोक दिया गया। बताया जा रहा है कि सिनेमा के संचालक ने फिल्म चलाने से इंकार किया है।

डेरा का नहीं, डेरा प्रमुख का विरोध

सिरसा। इंडियन नेशनल लोकदल की छात्र इकाई इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने कहा कि उनका विरोध डेरा सच्चा सौदा को लेकर नहीं है, वे व्यक्तिगत रूप से डेरा के गद्दीनशीन गुरमीत सिंह की गतिविधियों का विरोध कर रहे हैं। डेरा प्रमुख की गलत नीतियों के कारण देश-विदेश में डेरा सच्चा सौदा का नाम बदनाम हो रहा है। इससे पूर्व भी डेरा के संस्थापक शाह मस्ताना व गद्दीनशीन रहे हैं लेकिन तब डेरा अनैतिक गतिविधियों के कारण चर्चा में कभी नहीं रहा। दिग्विजय आज बरनाला रोड स्थित चौटाला निवास पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार के दौरान गुरमीत सिंह ने  डेरा सच्चा सौदा की आड़ में अनैतिक धंधों का साम्राज्य खड़ा किया। 
कालेधन का हो रहा इस्तेमाल
उल्लेखनीय है कि इनेलो व इनसो दिग्विजय चौटाला के नेतृत्व में डेरा प्रमुख की फिल्म  का विरोध कर रहे हैं। दिग्विजय चौटाला का कहना है कि डेरा प्रमुख द्वारा यह फिल्म काले धन को सफेद करने के लिए बनाई गई है। उन्होंने कहा कि फिल्म के सर्वेसर्वा डेरा प्रमुख एवं उनके कुछ चुनिंदा लोग हैं। ऐसे में फिल्म का सारा खेल डेरा प्रमुख और डेरा के धन के ईर्द-गिर्द खेला जा रहा है। उन्होंने कहा कि गुडग़ांव में एक सिनेमा हॉल में कोई भी व्यक्ति फिल्म देखने नहीं गया लेकिन फिर भी सिनेमा में फिल्म का शो हाउस फुल रहा। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि सिनेमाघरों में एडवांस बुकिंग डेरा के लॉकर से रुपए निकालकर करवाई गई है। लोग अपनी मर्जी से फिल्म देखें चाहे न, लेकिन डेरा प्रमुख अपने मंतव्य में कामयाब हो जाएगा। चौटाला ने कहा कि यह सारा पैसा टैक्स चोरी का है। यह धन आम लोगों की जेब से गया है  और यदि डेरा प्रमुख अपनी पब्लिसिटी और विभिन्न केसों से धूमिल हुई अपनी छवि को सुधारने के प्रयास में इस रुपए का इस्तेमाल करता है तो इनेलो बर्दाश्त नहीं करेगी।
बोर्ड बना बंधक
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष लीला सैमसन और सदस्यों ने इस फिल्म को लेकर इस्तीफा दे दिया। सैमसन के बयानों पर गौर किया जाए तो पता चलता है कि फिल्म वास्तव में देखने लायक है ही नहीं। बोर्ड के सदस्यों ने इसे एक लंबा विज्ञापन बताया जो कि इसके ट्रेलर से ही पता चल जाता है। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड के नए अध्यक्ष की कुर्सी पर डेरा प्रमुख के चाहवान व्यक्ति को बैठा दिया गया जिससे जाहिर है कि बाबा जनता पार्टी (भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने इसे बाबा जनता पार्टी बताया) ने डेरा प्रमुख के साथ मिलीभगत कर बोर्ड को गुरमीत सिंह का बंधक बना दिया।
दिल्ली ने दिखाया आईना
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि दिल्ली की जनता ने भाजपा के साथ-साथ डेरा सच्चा सौदा को भी आईना दिखा दिया है। डेरा जितने वोट होने का दम वहां भर रहा था, उतने कुल वोट भी बीजेपी को नहीं पड़े। ऐसे में यही माना जाए कि या तो बीजेपी का अपना वोटबंैक नहीं, या डेरा प्रमुख का।
जान को खतरा लेकिन हार नहीं मानेंगे
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि उनकी जान को खतरा है और इस बात से वे केंद्रीय गृहराज्य मंत्री से भेंट के दौरान उन्हें भी वाकिफ करवा चुके हैं। सीएम विंडो पर भी कई बार इस मामले में कार्रवाई के बाबत पूछा लेकिन अभी तक कोई आश्वासन तक उन्हें कहीं से नहीं मिला है। इससे पता चलता है कि हमारे शासकों को अपने नागरिकों की जान की परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि वे हार नहीं मानने वाले और डेरा प्रमुख के काले चि_े लोगों के सामने उजागर करते रहेंगे।

कितना जायज फिल्म का विरोध

अरिदमन
डेरा सच्चा सौदा के कुख्यात प्रमुख गुरमीत सिंह की फिल्म चर्चा में है। चर्चा फिल्म की कहानी को लेकर होती तो शायद सार्थक साबित होती लेकिन यहां चर्चा फिल्म के निर्माण को लेकर अधिक गर्म है। कथित रूप से एक धार्मिक संगठन के प्रमुख होने के नाते फिल्म में अभिनय धार्मिक लोगों के ही गले नहीं उतर रहा। वहीं, इस फिल्म के निर्माण के पीछे कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कारण की बात भी करेंगे लेकिन मेरा व्यक्ति तौर पर मानना है कि यदि फिल्म वास्तव में मनोरंजन के लिए बनी फिल्म है तो उसका विरोध जायज नहीं ठहराया जा सकता!
लेकिन पिछले दिनों घटे कुछ घटनाक्रमों पर नजर दौड़ाई जाए तो यह फिल्म मनोरंजन से अधिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति, एक संस्थान के प्रचार के अलावा ऐसे कई कारणों को लेकर बनाई गई प्रतीत होती है, जो संवैधानिक रूप से जायज नहीं है। लेकिन बात वही है, जैसी बीबीसी के एक संवाददाता ने इस फिल्म का ट्रेलर देखने के बाद समीक्षा करते हुए कही कि 'इट हैपंस ऑनली इन इंडिया'। 
फिल्म निर्माण के कारण कई हैं और गहराई में जाया जाए तो डेरा प्रमुख ने इस फिल्म से एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है। इनमें सबसे बड़ा कारण है हदों को लांघती महत्वाकांक्षाएं। गुरमीत सिंह ने डेरा सच्चा सौदा के गद्दीनशीन होते हुए हर लुत्फ उठाने की कोशिश की है। हर क्षेत्र में अपना दबदबा दिखाने की महत्वाकांक्षा इस कदर डेरा प्रमुख पर हावी हो चुकी है कि अगर इसे सनक का नाम दिया जाए तो गलत न होगा। इससे पूर्व स्पोट्र्स कार, बाइक चलाना, डांस, गाना आदि दिखाकर डेरा प्रमुख ने इसी सनक का परिचय दिया। यह फिल्म भी इसी सनक का नतीजा है। डेरा प्रमुख बॉलीवुड ही नहीं, हॉलीवुड हीरो का खिताब पाना चाहता है और हर क्षेत्र की तरह यहां भी रिकॉर्ड की इच्छा रखता है। उसके पास बिना मेहनत का अथाह धन है। अपना स्टूडियो है। अपना प्रोडक्शन हाउस है और सबसे बड़ी बात अंधभक्तों की फौज है। इसी कारण इस फिल्म में अभिनेता ही नहीं, बाकी के सभी कार्यों का श्रेय भी अकेले गुरमीत सिंह को दिया गया है और यह दिखाने की कोशिश की गई है कि वह हर फन में माहिर है। फिल्म में क्या दिखाया गया है, यह तो सेंसर बोर्ड के सदस्यों के बयानों से ही अंदाजा लगाया जा सकता है, जिन्होंने इसे एक लंबा विज्ञापन बताते हुए पास करने पर सवालिया निशान लगाए। फिल्म को अंधभक्तों या किसी स्वार्थ के अलावा कोई शायद ही देखे लेकिन यह फिल्म रिकॉर्ड बना सकती है... ठीक वैसे ही, जैसे पिछले दिनों गुरमीत सिंह द्वारा गाए गानों की एक ऑडियो एलबम सबसे अधिक बिक्री का रिकॉर्ड बना चुकी है! 
दूसरा कारण काले धन को सफेद करने का भी रहा है।  ऐसा बताया जा रहा है कि फिल्म को देशभर के 3000 से अधिक सिनेमा घरों में दिखाया जाना है और कुछ अन्य देशों में भी। फिल्म यदि मनोरंजक हो तो उसे लोग स्वयं देखने आते हैं जिससे फिल्म की कमाई का अंदाजा लगाया जाता है। लेकिन यहां मनोरंजन के नाम पर डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह का बेडौल शरीर और उसके गाए बेसुरे गीत परोसे गए हैं। कम से कम अंध भक्तों के अलावा किसी को इसमें रस नहीं दिखता! ऐसे में यह तय है कि पूर्व की भांति रिकॉर्ड बनाने के लिए गुरमीत सिंह द्वारा स्वयं ही फिल्म के सभी शो 'हाउस फुल' करवा दिए जाएंगे। बताया जा रहा है कि कई सिनेमाघरों की कई दिनों के लिए बुकिंग हो भी चुकी है। आखिर कमाई का रिकॉर्ड जो बनाना है! डेरा के अकूत काले धन का इस्तेमाल इससे बेहतर और फिर कहां किया जा सकता है?
एक अन्य और सबसे महत्वपूर्ण कारण इस फिल्म को बनाने के पीछे 'मैनेजमेंट' भी रहा है। गुरमीत सिंह पर हत्या, अपनी साध्वियों से बलात्कार और करीब 400 साधुओं को नपुंसक बनाने के जघन्य आरोप हैं। किसी आम व्यक्ति पर यदि छेड़छाड़ का आरोप भी लगे तो चंद घंटों में सलाखों के पीछे धकेल दिया जाता है लेकिन इतने जघन्य अपराधों के बावजूद यदि आरोपी बाहर है तो इसमें हर स्तर की मैनेजमेंट है। राजनीतिक मैनेजमेंट तो वोटों के दम पर हो जाती है लेकिन यदि 'मीडिया मैनेजमेंट' में कमी रह जाए तो राजनीतिक मैनेजमेंट किसी काम की नहीं रहती। और मीडिया को मैनेज करने के लिए आज के दौर में अथाह धन की जरूरत रहती है।  ऐसे में फिल्म के बहाने पेड साक्षात्कार, फिल्म के विज्ञापन आदि के बहाने यदि मीडिया मैनेज होता है तो बुराई क्या है! मीडिया को देने तो हैं ही, कुछ काम तो लिया जाए!
...तो पाखंड का विरोध तो करना बनता है!

Thursday 12 February 2015

स्थिति फिर तनावपूर्ण

धारा 144 लगाईदंगारोधी दस्ता तैनातपुलिस ने बुलाई अतिरिक्त कंपनियां

सिरसा। डेरा सच्चा सौदा के विवादित गद्दीनशीन गुरमीत सिंह की वजह से कई बार कफ्र्यू का दंश झेल चुके सिरसा जिला में स्थिति फिर से  तनावपूर्ण बन गई है। गुरमीत सिंह की फिल्म के प्रदर्शन को लेकर स्थिति चिंताजनक है क्योंकि सिखों सहित विभिन्न  संगठनों द्वारा इस फिल्म के विरोध का निर्णय लिया गया है। विरोध के दौरान स्थिति पर नियंत्रण के लिए पुलिस प्रशासन ने भी पुख्ता प्रबंध किए हैं। जिलाधीश निखिल गजराज ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सिनेमा हाल की 200 मीटर की परिधि में आज से ही धारा 144 लगाए जाने के निर्देश जारी किए हैं। कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आदेशानुसार उपरोक्त सिनेमाघरों के 200 मीटर की परिधि में विरोध प्रदर्शन करने, भाषण देने, लिखे हुए सलोगन लेकर चलने, लाठियां, भाला, अन्य प्रकार के हथियार व ज्वलनशील पदार्थ लेकर चलने तथा पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों के इक_ा होने पर पाबंदी रहेगी।
उधर, पुलिस अधीक्षक अश्विन शैणवी ने बताया कि जिला में पुलिस की दो अतिरिक्त कंपनियां बुलाई गई हैं। जिला मुख्यालय पर दंगारोधी दस्ता, वॉटर केनन, स्ट्राइकिंग रिजर्व तैनात की गई है। शैणवी ने बताया कि मोरीवाला स्थित ओएचएम सिनेमाघर पर उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय जगदीश काजला के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात किया गया है जबकि डबवाली शहर स्थित दर्पण सिनेमा पर उपपुलिस अधीक्षक सत्यपाल यादव के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात किया गया है। इस दौरान ऐलनाबाद तथा रानियां क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐलनाबाद के उपपुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह बैनीवाल के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात किया गया है। शहर सिरसा में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उप पुलिस अधीक्षक सिटी धर्मवीर के नेतृत्व में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा समुचित जिले में उपपुलिस अधीक्षक रविंद्र सींवर के नेतृत्व में पेट्रोलिंग पार्टियां गठित की गई हैं जो स्थिति पर लगातार कड़ी निगाह रखेंगी।

पूरी सरकार को प्रशिक्षण की जरूरत : तंवर
कांग्रेस भवन में मनाया गया तंवर का जन्मदिन

सिरसा। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डा.अशोक तंवर ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा वैट में वृद्धि करके पैट्रोल मंहगा करना आम लोगों के हित में नहीं है। सरकार का यह कदम सीधे-सीधे मुनाफाखोरी को बढ़ावा देने वाला है। उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में कमी के ववाजूद पैट्रोल व डीजल के दाम नहीं घटाए जा रहे जोकि प्रदेश के लोगों के हितों पर कुठाराघात है। सरकार द्वारा विधायकों को प्रशिक्षण देने की योजना पर चुटकी लेते हुए अशोक तंवर ने कहा कि सरकार स्वयं ट्रेनिंग पीरियड में है। प्रशिक्षण की जरूरत न केवल विधायकों को बल्कि सभी मंत्रियों और उनके मुखिया को भी है। तंवर आज अपने जन्मदिन पर कांग्रेस भवन में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद पत्रकारों से मुखाबित हो रहे थे। कांग्रेस नेता नवीन केडिया व शीशपाल केहरवाला के नेतृत्व में कांग्रेस भवन में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर का 39वां जन्मदिन मनाया गया। इस अवसर पर हवन यज्ञ व लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया, जिसमें काफी संख्या में पुरूषों व महिलाओं ने शिरकत की।
तंवर ने कहा कि दिल्ली चुनाव परिणामों ने भाजपा की अलोकप्रियता उजागर कर दी है। अगर आम आदमी पार्टी भी लोगों से किए वायदों को पूरा नहीं करेगी तो उनका भी यही हश्र होगा। डा. तंवर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सरकार की गलत नीतियों को लेकर लगातार आवाज उठा रही है। कांग्रेस में मतभेदों के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई मतभेद या मनभेद नहीं है। लेकिन किसी को भी पार्टी के अनुशासन को भंग करने की इजाजत नहीें दी जा सकती। प्रदेश में लगातार बढ़ रही बलात्कार की घटनाओं को उन्होंने सरकार की विफलता का प्रमाण बताया। डा. तंवर ने कहा कि रोहतक के निर्भया कांड मामले में भी सरकार ने केवल लीपा पोती की है।

सर्विस स्टेशन की लिफ्ट के नीचे दबने से मौत

सिरसा। कालांवाली में सर्विस स्टेशन की लिफ्ट के अचानक खराब हो जाने से एक व्यक्ति की दब जाने से मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल में लाया गया है। जानकारी के अनुसार कालांवाली निवासी जसबीर पुत्र करनैल सिंह कालांवाली में रोड़ी रोड पर सर्विस स्टेशन का संचालन करता है। आज प्रात: 10 बजे वह किसी गाड़ी की सर्विस कर रहा था अचानक लिफ्ट खराब हो गई और गाड़ी उसके ऊपर आ गिरी। लिफ्ट और गाड़ी के नीचे दबने से जसबीर सिंह बुरी तरह से घायल हो गया। उसे तत्काल उपचार के लिए ओढां अस्पताल लाया गया और यहां से उसे सिरसा रैफर कर दिया गया। रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। 

झाड़ू के प्रकार

दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने अप्रत्याशित जीत हासिल की है। किसी भी दल की जीत के साथ उसके चुनाव चिन्ह की पहचान भी बनती है। और यदि कहा जाए कि मौजूदा दौर में चुनाव चिन्ह और दल का नाम उस दल की पहचान बनाने में अहम भूमिका अदा करता है, तो कतई गलत नहीं होगा। शायद इसी लिए पिछले कुछ समय से कहीं भी कोई नया दल जब राजनीति में उतरता है तो उसका नाम व चुनाव चिन्ह का चयन एक अहम प्रक्रिया माना जाता है। ऐसा नहीं है कि पहले चुनाव चिन्ह अहमियत नहीं रखता था लेकिन मौजूदा समय में दल के लोगों की विचारधारा को प्रदर्शित करते चुनाव चिन्ह की मांग बढऩे लगी है। आम आदमी पार्टी (AAP/आप) के नाम और चुनाव चिन्ह झाड़ू के चयन ने इस दल के संस्थापक लोगों की रचनात्मकता का ऐसा नमूना पेश किया था कि लोगों को सहज ही दल से जुड़े सदस्यों की विचारधारा समझ में आ गई। एक साथ कई अर्थ संजोए इस नाम ने लोगों को कायल बना लिया और दिल्ली में ऐसा स्वच्छता अभियान चलाया कि झाड़ू ब्रांड बन गया। 
झाड़ू के प्रकार
देश में अब झाड़ू के प्रकार पर नई चर्चा छिडऩे लगी है! सिरसा के डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत सिंह द्वारा देश भर में जा-जाकर झाड़ू लगाई गई। इस झाड़ू का संबंध भी अप्रत्यक्ष तौर पर वोटों से ही था। जिस प्रकार राजनीतिक दल और दलों के बड़े नेता चुनावों के नजदीक अपना शक्ति प्रदर्शन करने के लिए रैलियों में लोगों की भीड़ दिखाते हैं, उसी प्रकार डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख इन दलों को अपनी भीड़ दिखाने के लिए देश भर में खूब झाड़ू लगाता घूमा। झाड़ू के डंडे के सहारे खड़े रहकर गले में पड़ी सीबीआई व अदालतों की फांस को ढीला करने की कोशिश थी। 
एक झाड़ू नरेन्द्र मोदी ब्रांड की भी चर्चा में रही। मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनते ही स्वच्छता अभियान की शुरुआत की और स्वयं झाड़ू भी लगाई। इस झाड़ू के हालांकि राजनीतिक मायने नहीं बताए गए लेकिन कहीं न कहीं यह अभियान विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों के दौरान दूसरे दलों की 'सफाई' से अधिक जुड़ा रहा। हरियाणा में गुरमीत झाड़ू और मोदी झाड़ू मिल गए। स्वार्थ दोनों के ही वास्तविक सफाई से इतर लगे। खैर, चुनाव में लड़े विपक्षी दलों का सफाया हो भी गया। डेरा प्रमुख द्वारा कथित तौर पर किसी भी दल या नेता को समर्थन की एवज में एफिडेविट लिए जाते हैं कि अमुक व्यक्ति या दल समाज से नशे व अन्य बुराइयों की समाप्ति में सहयोग करेंगे। हैरानी की बात यह है कि हरियाणा में जीत के बाद भाजपा के 47 में से 30 से अधिक विधायक डेरा में घुटने टेक कर आए, यानी प्रदेश सरकार घुटनों के बल डेरा में नतमस्तक थी। यदि डेरा वास्तव में नशे की समाप्ति के प्रति गंभीर है तो सरकार उसकी ही थी। बहुत अच्छा मौका था। सबसे पहले तो शराब बंदी करवाते! आधी से अधिक बुराइयां तो स्वत: ही समाप्त हो जातीं। लेकिन गुरमीत झाड़ू की असलियत कम से कम सिरसा के लोग तो जानते ही थे!
एक तीसरी प्रकार की झाड़ू अब चर्चा में है। आम आदमी पार्टी की झाड़ू। इस ब्रांड का उत्पादन हालांकि पहले से ही हो रहा था लेकिन जब से यह झाड़ू चल निकली, तब से मोदी और गुरमीत झाड़ू बिल्कुल बंद हो गई। अब शायद उक्त दोनों मिलीभगत ब्रांड की झाड़ू कभी न चले क्योंकि आम आदमी पार्टी बं्राड झाड़ू ऐसी है कि यदि मोदी या गुरमीत अपनी झाड़ू भी चलाते हैं तो मुनाफा आप ब्रांड को होता दिखता है! दिल्ली में अभी इस ब्रांड की झाड़ू ने सफाई की है और लोगों की विश्वसनीयता बताती है कि उन्हें और कोई झाड़ू पसंद नहीं है।

Wednesday 11 February 2015

डेरा के विज्ञापन को मंजूरी, लेकिन सत्य घटना पर आधारित फिल्म को नहीं

बलजीत सिंह दादू ने सिरसा में की प्रेसवार्ता
बोले, करेंगे फिल्म का विरोध

सिरसा। पंथक सेवा लहर के प्रमुख संत बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा के एक लंबे विज्ञापन को सेंसर बोर्ड द्वारा मंजूरी दे दी जाती है जबकि दूसरी ओर एक सत्य घटना पर आधारित फिल्म 'द ब्लड स्ट्रीट' पर बैन लगा दिया गया है। इसके पीछे भाजपा सरकार  की एक बड़ी साजिश काम कर रही है। दादू आज दसवीं पातशाही गुरुद्वारा में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डेरा प्रमुख कभी भी भगवान का रूप नहीं हो सकता क्योंकि इस व्यक्ति पर अपने श्रद्धालुओं को नपुंसक बनाने, पत्रकार की हत्या, अपने मैनेजर की हत्या, साध्वी यौन शोषण जैसे कई गंभीर आरोप अदालत में विचाराधीन हैं। उन्होंने कहा कि डेरा प्रमुख ने अपने धनबल के प्रभाव से सेंसर बोर्ड से अपनी फिल्म को पास करवा लिया। उन्होंने पंजाब में एमएसजी द मैसेंजर पर प्रतिबंध लगाने का स्वागत करते हुए हरियाणा सरकार से आग्रह किया कि वह भी इस फिल्म को प्रदेश में बैन करे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इस फिल्म को प्रदर्शित किया गया तो वे सिख संगठनों की ओर से इस फिल्म का जबरदस्त विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि वे सभी सिनेमा मालिकों से भी आग्रह करते हैं कि वे धन के लालच में आए बगैर झूठ व पाखंड पर आधारित इस फिल्म को प्रदर्शित न करें। यदि फिल्म प्रदर्शन पर सिख संगठनों की ओर से कुछ भी अप्रिय घटना घटती है तो उसकी जिम्मेदारी सरकार, प्रशासन व स्वयं सिनेमा मालिकों की होगी। दादूवाल ने डेरा प्रमुख पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जिस व्यक्ति पर इतने संगीन आरोप हों, उसकी जगह सलाखों के पीछे है। उन्होंने कहा कि वे इस बात की भी आलोचना करते हैं कि आरोपी व्यक्ति की सुरक्षा में जैड सुरक्षा दी गई है जिस पर करोड़ों रुपए खर्च होते हैं। उन्होंने सवाल किया कि आखिर डेरा प्रमुख का समाज अथवा देश के लिए क्या महत्वपूर्ण योगदान है? उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में 20 लाख समर्थक होने का दावा करके भाजपा को पथभ्रमित करने वाले डेरा प्रमुख की सच्चाई की कलई खुल गई है। उन्होंने कहा कि उनकी प्रेरणा से पंजाब में वर्ष 1986 से अब तक अल्पसंख्यकों पर हुए अत्याचारों को दर्शाती फिल्म द स्ट्रीट ब्लड को सेंसर बोर्ड की ओर से प्रतिबंधित किया गया है जोकि सच्चाई पर आधारित है लेकिन डेरा प्रमुख की वैज्ञानिक सोच के प्रमाणिकता से दूर डेरा सच्चा सौदा के एक लंबे विज्ञापन को फिल्म  के तौर पर चलाने के लिए प्रमाण पत्र देकर सरकार भेदभाव कर रही है। इस अवसर पर उनके साथ 'द ब्लड स्ट्रीट' फिल्म के निर्माता जसवीर सिंह बोपाराय, सहायक निर्माता इंद्रजीत सिंह, कलाकार कर्मजीत बराड़, प्रकाश सिंह साहुवाला, मैनेजर शेरसिंह सहित अनेक सिख प्रतिनिधि मौजूद थे।

'श्रद्धा को नीलाम कर रहा है गुरमीत सिंह'

सिरसा। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह भोले-भाले श्रद्धालुओं को गुमराज कर सीबीआई द्वारा दर्ज केसों से बचने के प्रयास कर रहा है। जब से डेरा प्रमुख पर सीबीआई का साया पड़ा है तभी से उसने डेरा में राजनीतिक विंग बनाकर श्रद्धालुओं की ओट लेकर राजनीतिक पार्टियों को गुमराह करने का धंधा शुरू कर रखा है। यह दावा डेरा के पूर्व साधु रामकुमार बिश्रोई व गुरदास सिंह तूर ने किया। आज यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में दोनों पूर्व साधुओं ने कहा कि गुरमीत सिंह जब से डेरा के प्रमुख बने हैं तभी से डेरा में सामाजिक गतिविधियों की जगह राजनीतिक गतिविधियों व व्यापार ने ले लिया है। 
उन्होंने कहा कि डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह के खिलाफ साध्वियों से यौन शोषण, पत्रकार छत्रपति व रणजीत हत्याकांड, साधुओं को नपुंसक बनाने के मामले सीबीआई ने दर्ज किए हैं। यह मामले सीबीआई की पंचकूला स्थित विशेष अदालत में विचाराधीन हैं। डेरा प्रमुख इन सब मामलों में बेकसूर साबित होने के लिए डेरा के श्रद्धालुओं को सरकार के समक्ष बेच रहा है और सौदा कर रहा है कि सरकार उसे केसों से बचाए और वह डेरा श्रद्धालुओं के वोट उसे दिलवाएगा। उन्होंने कहा कि डेरा के श्रद्धालु अब समझदार हो गए हैं और उन्होंने डेरा की राजनीतिक विंग की ओर से जारी होने वाले फतवों को मानना बंद कर दिया है। इसी का परिणाम है कि हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में सिरसा, फतेहाबाद व जींद की लगभग सीटों पर भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा। लेकिन डेरा प्रमुख ने अपनी चालों से भाजपा को यह मानने पर मजबूर कर दिया कि हरियाणा में उसकी जीत डेरा के कारण हुई है। उन्होंने कहा कि अब दिल्ली चुनाव के नतीजों के बाद भाजपा का भी भ्रम टूट गया होगा। डेरा के समर्थन के बिना जहां पिछले चुनाव में भाजपा ने दिल्ली में 32 सीटें जीती थीं तो अब डेरा का समर्थन मिलने के बाद भाजपा विपक्ष में बैठने के लायक भी नहीं रही। डेरा के समर्थन की हवा निकल गई और डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह को भी सच्चाई का आइना नजर आ गया। उन्होंने केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार से अपील की कि बलात्कार व हत्या जैसे आरोपों से घिरे डेरा प्रमुख को सलाखों के पीछे भेजे और इसके बहकावे में आकर इसका गुणगान न करे।

पत्नीहंता गिरफ्तार
पत्नी के छोटे कद को लेकर की थी हत्या

सिरसा। नाथुसरी चौपटा थाना पुलिस ने उत्तरप्रदेश से क्षेत्र में दिहाड़ी मजदूरी करने आए एक व्यक्ति को अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। पति अपनी पत्नी के कद को लेकर लड़ाई करता था। 
गत नौ फरवरी को नाथुसरी चौपटा थाना क्षेत्र में लक्ष्मा पत्नी कुलदीप की मौत हो गई थी। कुलदीप ने पुलिस के समक्ष दिए बयान में बताया कि उसकी पत्नी लक्ष्मा ने नौ फरवरी को फांसी लगाकर जान दे दी। उसने बताया कि उसने पत्नी को बचाने के लिए उसे फांसी के फंदे से उतार लिया था। इस मामले में पुलिस ने जब लक्ष्मा के भाई बिशनपाल पुत्र वेद सिंह निवासी सोगरा (यूपी) को सूचित किया तो उसने घटना को आत्महत्या की बजाय हत्या करना बताया। बिशनपाल ने बताया कि जीजा कुलदीप पुत्र सुरेंद्र व उसकी मां पुष्पा उसकी बहन लक्ष्मा को छोटे कद के लिए ताने देते थे। लक्ष्मा को कई बार मारा पीटा भी गया। उसने आरोप लगाया कि उसके जीजा और उसकी मां ने मिलकर ही उसकी बहन लक्ष्मा की हत्या की है। इसके बाद पुलिस ने दोनों मां बेटा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया है।

धरनारत छात्रों को पुलिस ने लिया हिरासत में
सीडीएलयू में वीसी कार्यालय के समक्ष चल रहा था धरना

सिरसा। विश्वविद्यालय में वीसी कार्यालय के समक्ष विभिन्न मांगों को धरने पर बैठे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों को आज दोपहर को पुलिस धरना स्थल से उठाकर ले गई।
एबीवीपी के विद्यार्थियों ने आज सुबह धरना देकर कामकाज को पूरी तरह से बाधित कर दिया। इसके बाद कुलपति राधेश्याम शर्मा ने उपायुक्त निखिल गजराज से बात की और इसके बाद काफी पुलिस बल प्रशासनिक भवन में पहुंचा। शहर थाना प्रभारी सुरेश पाल के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने धरनारत छात्रों को जबरन उठाकर गाडिय़ों में डाला और हुडा पुलिस चौकी में छोड़ आए। कुलपति ने विद्यार्थियों के खिलाफ शिकायत दी है। इस शिकायत के आधार पर पुलिस धरनारत छात्र-छात्राओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करेगी।
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से एबीवीपी की छात्र-छात्राएं प्रशासनिक भवन में अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे थे। सरकारी कामकाज बाधित होने के चलते मजबूरन कुलपति को पुलिस बल की सहायता से धरनारत विद्यार्थियों को उठाना पड़ा। पुलिस की गाडिय़ों में डाले जाने के बाद विद्यार्थी कुलपति के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। छात्राओं को उठाने के लिए महिला पुलिस मंगवाई गई। करीब 25 छात्र-छात्राओं को हिरासत में लेकर हुडा चौकी में रखा गया है।