अगली सुनवाई पर गवाही निपटाने के आदेश
दो गवाह भुगते, अब सुनवाई 10 को
सिरसा। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह ने आज कमर में दर्द उठने के कारण सीबीआई अदालत में हाजिरी नहीं लगाई। आज साध्वी यौन शोषण प्रकरण में सुनवाई हुई। इस मामले में आरोपी पक्ष की ओर से पेश दो गवाहों की गवाही की प्रक्रिया पूरी कर ली गई। विशेष सीबीआई अदालत द्वारा आगामी सुनवाई के लिए 10 फरवरी की तारीख मुकर्रर की गई है।
उल्लेखनीय है कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह पर अपनी साध्वियों के यौन शोषण सहित पत्रकार रामचंद्र छत्रपति तथा डेरा की मैनेजिंग कमेटी के सदस्य रहे रणजीत सिंह की हत्या के आरोप हैं। उक्त तीनों मामलों में सीबीआई ने जांच कर डेरा प्रमुख को मुख्य आरोपी पाया। तीनों मामले सीबीआई की पंचकूला स्थित विशेष अदालत में विचाराधीन हैं। आज तीनों मामलों में सुनवाई थी लेकिन डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह ने अदालत में हाजिरी नहीं लगाई। अदालत में पेश किए गए अपने मेडिकल सर्टिफिकेट में कमर में दर्द उठने की बात कही है। बताया जा रहा है कि गुरमीत सिंह कोयम्बटूर में है।
आज हुई अदालती कार्रवाई के दौरान साध्वी यौन शोषण प्रकरण में आरोपी डेरा प्रमुख की ओर से पेश किए गए दो गवाहों की गवाही की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई। अदालत ने कार्रवाई के बाद आगामी तारीख 10 फरवरी की तय की। साथ ही आरोपी पक्ष को शेष तीन गवाहों को 10 फरवरी को पेश कर उनकी गवाही पूर्ण करवाने की भी हिदायत दी गई है।
यहां गौरतलब है कि सीबीआई अदालत ने पहले इस मामले में और गवाहों की गवाही करवाने से इंकार कर दिया था। इस पर डेरा प्रमुख द्वारा हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई और अपने पक्ष में 34 और गवाह पेश करने की अनुमति मांगी। उच्च न्यायालय ने 24 गवाहों की स्वीकृति देते हुए निचली अदालत को निर्देश दिए कि वह प्रमाणिकता के आधार पर अपने स्तर पर गवाह बुलाने को स्वतंत्र है। सीबीआई की विशेष अदालत ने विगत 4 फरवरी को हुई सुनवाई के दौरान इस मामले पर निर्णय लेते हुए 5 गवाहों को प्रमाणिकता के आधार पर पेश किए जाने की अनुमति डेरा प्रमुख को दी। आज इन पांच गवाहों में से दो की गवाही की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई जबकि तीन अन्य गवाहों को अदालत ने आगामी तारीख पर पेश करने के आदेश डेरा प्रमुख को दिए हैं।
बलात्कार कर युवती को फेंका!
कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं युवती
पुलिस को चिकित्सीय रिपोर्ट का इंतजार
सिरसा। दिल्ली पुल के निकट एक युवती संदिग्ध अवस्था में पड़ी मिली है। राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और युवती को सामान्य अस्पताल पहुंचाया। युवती कुछ भी बोलने-समझने में असमर्थ जान पड़ती है। इस कारण पुलिस अभी इस मामले में कुछ भी बताने से बच रही है। पुलिस का कहना है कि युवती की चिकित्सीय जांच करवाई जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ बताया जा सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह किसी ने दिल्ली पुल के निकट एक 17-18 वर्ष की लड़की को सड़क किनारे बेसुध अवस्था में पड़े देखा। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और युवती को सामान्य अस्पताल लेकर आई। युवती सहमी हुई है और कुछ भी बता पाने में असमर्थ है। आशंका जताई जा रही है कि युवती उत्तराखंड या बिहार की ओर से है। इसी के साथ यह भी कहा जा रहा है कि संभवत: युवती को कोई ट्रक चालक अपने साथ लाया और रात के अंधेरे में उसे यहां फेंक कर चला गया। युवती के साथ दुष्कर्म किए जाने बारे अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस ेका कहना है कि युवती की चिकित्सीय रिपोर्ट आने के बाद ही सब स्पष्ट हो पाएगा। इसके अलावा युवती के बारे में अन्य जानकारी जुटाने की भी कोशिश की जा रही है।
लाईव शो की टिकट मांगने पर भड़के विश्वविद्यालय के विद्यार्थी
प्रदर्शन कर मुख्य द्वार को जड़ा ताला
सिरसा। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के मल्टीपर्पज हॉल में आयोजित पंजाबी गायकों के लाईव कन्सर्ट के दौरान विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से आयोजकों का टकराव हो गया। विद्यार्थी इस बात से नाराज थे कि विश्वविद्यालय में समारोह हो रहा है और आयोजक विद्यार्थियों को निशुल्क देखने नहीं दे रहे हैं जो कि सरासर अन्याय है। विद्यार्थियों ने इस बात को लेकर करीब डेढ़ घंटा हंगामा किया। पहले प्रशासनिक भवन के आगे प्रदर्शन किया और फिर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार को ताला जड़ दिया। मामला बिगड़ता देख पुलिस को बीच-बचाव करना पड़ा। आखिरकार समारोह के आयोजकों द्वारा विवि के विद्यार्र्थियों को निशुल्क एंट्री दिए जाने की बात कहने पर मामला शांत हुआ।
उल्लेखनीय है कि लॉयन्स क्लब रैपिड व यूथ एमर्जिंग टैलेंट क्लब सिरसा द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में स्थित मल्टीपर्पज़ हॉल में पंजाबी गायकों के लाइव कन्सर्ट का आयोजन किया जा रहा है। इस कन्सर्ट के दौरान पंजाबी के गायक बब्बल राय, जस्सी गिल, प्रभ गिल और सुरजीत माही द्वारा प्रस्तुति दी जा रही है। समारोह के लिए 1000 रुपए की टिकट रखी गई है।
आज सुबह विश्वविद्यालय के विद्यार्थी जब समारोह देखने मल्टीपर्पज़ हॉल पहुंचे तो उनसे टिकट दिखाने को कहा गया। इससे विद्यार्थी भड़क गए और हंगामा करने लगे। विद्यार्थियों का कहना था कि वे विश्वविद्यालय में पढ़ रहे हैं और ऐसे में उनके लिए कार्यक्रम में एंट्री निशुल्क होनी चाहिए। विद्यार्थी अपनी मांग को लेकर प्रशासनिक भवन के समक्ष प्रदर्शन करने लगे लेकिन जब इतने से भी बात नहीं बनी तो उन्होंने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया। किसी को भी न तो अंदर जाने दिया जा रहा था और न ही बाहर आने दिया गया। ऐसे में समारोह देखने के लिए आने वाले लोगों की भीड़ विश्वविद्यालय के बाहर जमा हो गई लेकिन विद्यार्थी टस से मस न हुए और गेट के ऊपर भी चढ़ गए।
मामले की सूचना मिलने पर शहर थाना प्रभारी सुरेश पाल दल-बल सहित मौके पर पहुंचे और विद्यार्थियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन छात्रों ने उनकी भी एक न मानी। आखिर करीब डेढ़ घंटे बाद समारोह के आयोजकों ने घुटने टेक दिए और विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की निशुल्क एंट्री पर सहमति दे दी। इसके बाद विद्यार्थियों ने ताला खोला और मामला शांत हो पाया।
कुलपति पर उतारा गुस्सा
सिरसा। समारोह में एंट्री न होने का गुस्सा विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के कुलपति पर जम कर निकाला। प्रशासनिक भवन के समक्ष प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों ने कहा कि कुलपति की नाकामियों की वजह से विश्वविद्यालय शिक्षा की बजाय अन्य वजहों से ज्यादा चर्चा में रहता है। आए दिन किसी न किसी विभाग के कर्मचारियों के बीच असंतोष के कारण धरने-प्रदर्शन होते हैं और कुलपति कभी भी उनकी बात सुनने के लिए विश्वविद्यालय में मौजूद नहीं मिलते।
विज्ञान प्रदर्शनी में सिरसा प्रथम
सिरसा। एस.सी.ई.आर.टी गुडग़ांव द्वारा आयोजित दो दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी-2015 में सिरसा जिला प्रथम स्थान पर रहा है। यह जानकारी देते हुए सिरसा जिला के विज्ञान विशेषज्ञ डॉ.ज्ञान चावला ने प्रैस को जारी एक विज्ञप्ति में बताया कि एस.सी.ई.आर.टी गुडग़ांव द्वारा 04 फरवरी से 6 फरवरी तक दो दिवसीय प्रदेशस्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी-2015 का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेशभर से विज्ञान के 200 माडॅल प्रस्तुत किए गए, जिसमें गणित पर्यावरण, ऊर्जा, यातायात एवं सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित विभिन्न मॉडलों के साथ सिरसा जिला के 12 मॉडलों ने हिस्सा लिया। विज्ञान के नवीनतम सिद्धांतों तथा प्रयोगों पर आधारित सिरसा जिला के ये मॉडल बच्चों ने अपने अध्यापकों एवं जिला विज्ञान विशेषज्ञों के सहयोग से तैयार किए है। इन 12 मॉडलों में से 4 मॉडलों को राष्ट्रीय स्तरीय विज्ञान प्रदर्शन के लिए चयनित किया गया है, जोकि प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थानों पर रखे गए है। इसके अलावा विभिन्न गतिविधियों को देखते हुए एस.सी.ई.आर.टी गुडग़ांव नेे सिरसा जिला को प्रथम स्थान का सम्मान देने के साथ साथ जिला के विज्ञान विशेषज्ञ डॉ.ज्ञान चावला को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया हैै, जिससे सिरसा जिला गौरवान्वित हुआ है।
अब ऑनलाइन मिलेंगे शराब के ठेके
भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी पर नकेल कसने की कवायद
सिरसा। उपायुक्त निखिल गजराज ने बताया कि शराब के ठेके देने की प्रक्रिया को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए शराब के ठेके ऑनलाइन दिए जाएंगे।
उपायुक्त ने बताया कि व्यापारियों की सुविधा के लिए अप्रैल 2015 से ई-रजिस्ट्रेशन, ई-पेमेंट और ई-फाइलिंग पद्धति अपनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि मार्च माह से व्यापारियों के लिए सी फार्म ऑनलाइन उपलब्ध होगा तथा प्रत्येक जिला में सबसे अधिक कर अदा करने वाले तीन व्यक्तियों को सम्मानित करने की एक योजना भी प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि मूल्यवर्धित कर (वैट) आकलन की इलेक्ट्रॉनिक फाइलिंग रिटर्न प्राप्त करने के लिए ई-वाणिज्य के लिए यूजर अक्सेप्टेंस टेस्ट शुरू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आबकारी एवं कराधान विभाग की ओर से अक्टूबर, नवम्बर, दिसम्बर 2014 के दौरान 5 हजार 911 करोड़ का राजस्व एकत्रित किया जबकि गत वर्ष इसी अवधि के दौरान 5 हजार 532 करोड़ रुपए का राजस्व प्रदेश में इक_ा किया गया था। उन्होंने बताया कि प्रशासन को चुस्त-दुरूस्त और प्रभावी बनाने के लिए उपमंडलों, तहसीलों, उप तहसीलों, पंचायतों, पंचायत समितियों, खंड और पुलिस थानों के पुनर्गठनों के लिए एक मंत्रिमंडलीय कमेटी गठित की गई है। इसके साथ-साथ अचल संपत्ति के सूचिकरण की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। इससे संपत्ति से संबंधित विवादों में कमी आएगी तथा धोखाधड़ी खत्म होगी।
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