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सच और झूठ के बीच कोई तीसरी चीज नहीं होती और मैं सच के साथ हूं : छत्रपति       www.poorasach.com      

Sunday 28 August 2011

आते हैं हम अन्ना जी

हरभगवान चावला
(उन तमाम अवसरवादी अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के नाम, जो अन्ना के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं) 

थोड़ा सो कर, थोड़ा खा कर, आते हैं हम अन्ना जी
पापों की गठरी को छुपाकर, आते हैं हम अन्ना जी
लाठी-गोली, गुंडा-टोली, अब इस देश की किस्मत है
इसी बात की याद दिलाने, आते हैं हम अन्ना जी
दुनिया के हर देश में अपनी, अरबों-खरबों की दौलत है
अपनी दौलत यूंही रहेगी, आते हैं हम अन्ना जी
हेराफेरी, गुंडागर्दी, ये तो अपना पेशा है
फिर भी तुमको शीश झुकाने, आते हैं हम अन्ना जी
मां की पीठ में छुरा घोंपकर, बोलें वन्दे मातरम्
नए युग का यही चलन है, आते हैं हम अन्ना जी
'मैं भी अन्नाÓ की टोपी में, सारे पाप छुप जाते हैं
सिर पर टोपी रहने देना, आते हैं हम अन्ना जी
हमसे ये उम्मीद न करना, हम शहीद हो जाएंगे
शहीद तो तुमको ही होना है, आते हैं हम अन्ना जी
तार-तार किया है हमने, भारत मां के आंचल को
पर इस मां का झंडा लेकर, आते हैं हम अन्ना जी
तेरे दामन पर तो माना, इत्ता-सा भी दा$ग नहीं
दा$ग-दा$ग दामन को करने, आते हैं हम अन्ना जी
हम छलिए हैं, छल ही किया है, छल ही करेंगे आगे भी
तुमसे भी अब छल करने को, आते हैं हम अन्ना जी
लाशों पर से क$फन उतारे, सोना-चांदी जमा किया
तुमको भी अब क$फन ओढाने, आते हैं हम अन्ना जी
वक़्त की ऐसी-तैसी हो गई, तुम जैसों की लहर चली
इसी लहर में तुम्हें डुबोने, आते हैं हम अन्ना जी
कवि सिरसा के प्रख्यात साहित्यकार हैं

अन्ना से सीखिए बाबा रामदेव जी

वीरेन्द्र भाटिया
    देश में जश्न का माहौल है। हालांकि सरकार अपने ए.सी. रूम में बैठी जनता पर हंस भी रही होगी कि जश्न किस बात का! ना हमने अन्ना की प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में लाने की बात मानी, ना संासदों को लाने की और ना ही न्यायपालिका को लाने की! हम तो कहते रहे कि ये बातें स्टेंडिंग कमेटी में जाकर जुड़वा लो। हमने 12 दिन जरूर लिए, लेकिन वो तीनों बातें नेपथ्य में डाल दी। आपकी इस जिद को भी नहीं माना कि मसौदा स्टैंडिंग कमेटी को ना भेजा जाए और बिल 31 अगस्त तक पास हो। संसद अपने ऊपर किसी को कैसे बैठने देती। इस बात की जिद पर हम अड़े रहे और देश को हमने एक बार फिर बरगला दिया।
    लेकिन फिर भी जनता के पास जश्न मनाने का कारण है। कारण यह है कि संसदीय इतिहास में पहली बार इस तरह जनता के दबाव के कारण किसी मुद्दे पर चर्चा हुई है और उस पर पूरे सदन की सहमति हुई है। जश्न का कारण यह है कि जनता के इस मंतव्य की जीत हुई है कि संसद में भेजे लोग जब अपना काम ठीक से नहीं कर रहे तो जनता का प्रहरी बन जाना अनुचित नहीं है। और जश्न का यह कारण भी है कि अन्ना के आंदोलन के बाद देश भर में सामाजिक आंदोलनों के लिए दोबारा कुछ जगह बनती नजर आती है, जो 1990 के मनमोहन के उदारीकरण के कारण धूमिल पड़ रही थी। देश के नक्सलवादियों को अब बंदूक छोड़ देनी चाहिए और अपने बीच में से कोई अन्ना ढूंढ लेना चाहिए। राज कुमार हिरानी कल अन्ना के मंच से बोल रहे थे कि जब मैंने गांधीगिरी पर फिल्म बनाई तो लोगों ने कहा कि ये सब चीजें अब किताबों के लिए हैं। लेकिन अन्ना जैसे लोग ही सिद्ध करते हैं कि किताबों में लिखी बातेें ही सड़कों पर क्रियान्वित होती हैं और सड़कों पर सच हुई बातें ही किताबों में जाती हैं।
    हालांकि किसी को आईना दिखाने का वक्त नहीं है और यह नैतिकता भी नहीं है, लेकिन बाबा रामदेव से हमें उम्मीदें हैं। इसलिए उन्हें अन्ना हजारे से सीखना चाहिए कि आंदोलन को चलाना, अहिंसा के दायरे में रखना, पूरी संसद द्वारा प्रशंसा करने के बाद भी फूल कर कुप्पा ना होना, 12 दिन अनशन के बावजूद टिके रहना और संयमित रहना योग करने से नहीं आता। देश को योगी बाबा से इसलिए उम्मीद हो आई थी कि बाबा एक महीना तो कम से अनशन पर टिक ही जाएंगे। शायद सरकार भी यही सोच कर डर गई थी कि बाबा एक महीना टिक गए तो सरकार की मिट्टी हो जाएगी। फिर बाबा के पास मुद्दा भी क्या था, देश की जनता आज भूल गई है। और बाबा के सिपहसलार कौन थे, यह भी देश नहीं जानता। देश यह जानता है कि बाबा ने एक-एक दिन में 6 बार प्रैस कान्फ्रेंस ली, सुबह-सुबह योगा किया और अन्य फालतू कामों में अपनी ऊर्जा का क्षय किया जो अन्ना ने सहेज कर रखी। बाबा हीरो बनने की आकांक्षा लेकर आये थे जबकि अन्ना काम लेकर आये थे। हीरो स्क्रिप्ट पर एक्ट करता है लेकिन काम हमेशा जमीन पर होता है। काम करने वाला टिका रहा लेकिन स्क्रिप्ट पर एक्ट करने वाला बिफर पड़ा, जब अकेले सिब्बल ने उसकी स्क्रिप्ट बदल दी। अन्ना ने मनीष तिवारी को अपना थूका चाटने पर विवश किया। सिब्बल को बुरी तरह पीछे धकेला और बड़े  से बड़े आदमी को बौना साबित कर दिया।
    देश में बहुत से लोग अपनी अपनी मांगों को लेकर धरने प्रदर्शन पर हैं। कुछ बरसों से हैं लेकिन सरकार उनकी सुन नहीं रही। सुनाने का तरीका अन्ना ने देश को दे दिया है। गांधीगिरी पुन: अपनी ताकत के साथ व्यवस्था के सामने खड़ी है। बाबा रामदेव के अनशन से आम आदमी के आंदोलन को बल नहीं मिल सकता था क्योंकि वह फाईव स्टार आंदोलन था और पैसे लत्ते की कमी नहीं थी। आम आदमी को इस बात से कैसे प्रेरणा मिल सकती थी, जिसने बिना किसी जुगाड़ के आंदोलन खड़ा करना हो। हालांकि केजरीवाल का एन.जी.ओ. आज करोड़ों का मालिक है लेकिन मुख्य सिम्बल अन्ना है जो फकीर है, बिना बैंक बैलेंस का आदमी है। गांधी के पीछे भी बिरला खड़ा था लेकिन सिम्बल तो गांधी ही थे, जो फकीरी के प्रतीक थे और महात्मा के संबोधन से विभूषित थे। विभूषण तो रामदेव के पास भी बाबा का था लेकिन गांधीगिरी और बाबागिरी में फर्क है, खासकर आज के संदर्भ में।
    बाबा रामदेव आज नेपथ्य में हैं, आत्ममंथन का दौर है, देश के सभी बाबाओं के लिए खास कर। उनके  लिए भी जो सरकार के प्रश्रय पर हैं, जो सरकार के बिचौलिए हैं और जो एक आवाज पर बाबा का अनशन तुड़वाने चले गये थे। शायद उन्हें यह भी लगा होगा कि वह अन्ना को भी डिगा देंगे। लेकिन बाबा तो खुद अनशन तोडऩा चाहते थे। अन्ना ने उन सभी धर्मगुरूओं को जमीन दिखाई जो सरकार के लिए काम करते हैं। उन सभी बड़े-बड़े नामों को बौना साबित किया जिसके लिए टी.वी. एंकर गला फाड़कर बोलता रहा कि इस वक्त अन्ना के मंच पर फलां शख्सियत पहुंची है, इस वक्त की सबसे बड़ी खबर, शायद वह शख्सियत अन्ना का अनशन तुड़वा दे, वह अन्ना से बात कर रही है। और पांच मिनट में बड़ी खबर बनी वह शख्सियत अन्ना के सामने बौनी साबित होती रही। और यह इसलिए हुआ क्योंकि अन्ना के पीछे जनता खड़ी है और जनता उसी के पीछे खड़ी होती है जो स्वयं को महात्मा सिद्ध करता है। गांधी के बाद अन्ना ने यह सिद्ध किया है।
लेखक पूरा सच समाचार पत्र के स्तंभ लेखक हैं

Saturday 27 August 2011

क्या हो पाएगा व्यवस्था परिवर्तन?

अंशुल छत्रपति
आज एक ज्वलंत सवाल प्रत्येक बुद्धिजीवी के दिमाग में कौंध रहा है कि अन्ना हजारे के लोकपाल बिल को यदि सरकार संसद से पारित करवा देती है तो क्या भ्रष्टाचार का समूल नाश हो पाएगा?  देश में नीचे से लेकर ऊपर तक सारा ढांचा भ्रष्टाचार की गर्त में डूबा हुआ है। एक से बढ़कर एक सामने आ रहे घोटालों ने देश की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ सामाजिक ताने-बाने को भी झिंझोड़ कर रख दिया है। खास बात यह रही कि इन घोटालों में देश के वजीर और आला अफसर शामिल थे।
    कॉमनवेल्थ खेल घोटाले ने देश की साख को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर भी धूमिल कर दिया। इन घोटालों ने आज हमारे देश को सबसे भ्रष्ट देशों की कतार में टॉप पर ला दिया है। यह शर्मनाक तथ्य हमारे देश की सत्ता के लिए चिंता का विषय होने चाहिएं थे। लेकिन सत्ता में आसीन नेता नहीं चाहते कि कोई ऐसा सशक्त कानून बने जिससे उन पर नकेल डाली जा सके। जबकि भ्रष्टाचार से त्रस्त देश की जनता चाहती है कि पटवारी से लेकर प्रधानमंत्री तक को भ्रष्टाचार विरोधी कानून के दायरे में रखा जाए। प्रत्येक कर्मचारी, अधिकारी, मंत्री, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री तक की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। सैंकड़ों वर्ष अंग्रेजों की गुलामी झेल चुके देश के नागरिक अब जाग रहे हैं। शहीदे आजम भगत सिंह ने भी कहा था कि गोरे अंग्रेज देश से चले जाएं और काले अंग्रेज आकर बैठ जाएं, हमें ऐसी व्यवस्था कदापि मंजूर नहीं। हम व्यवस्था में परिवर्तन चाहते हैं। परंतु दुर्भाग्य है कि हमारा देश भगत सिंह के सपनों का भारत नहीं बन पाया। 
    चलिए देर से ही सही लेकिन आजाद भारत के गुलाम नागरिक आखिरकार जागे तो सही। आवश्यकता है व्यवस्था में आमूल-चूल परिवर्तन की। सवाल यह है कि जन लोकपाल कानून व्यवस्था में किस हद तक बदलाव ला पाएगा। यदि हम हालात पर नजर दौड़ाएं, तो देश में सूचना का अधिकार कानून भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा हथियार साबित हो रहा है। हालांकि लोगों में कानून के प्रति जानकारी का अभाव है, लेकिन परिणाम सकारात्मक आ रहे हैं। इसी प्रकार सशक्त लोकपाल बिल से भी व्यवस्था में परिवर्तन अवश्य आएगा। जरूरत है केवल आम नागरिकों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने की। अगर हम बदलाव चाहते हैं तो सबसे पहले हमें स्वयं को बदलना होगा। प्रण लेना होगा कि हम न तो स्वयं भ्रष्टाचार में शामिल होंगे और भ्रष्टाचारियों को सबक सिखाएंगे।

तीरंदाजों ने दिखाया जौहर

सिरसा।  बरनाला रोड स्थित शहीद भगत सिंह स्टेडियम में तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया। प्रतियोगिता में अंडर-13, 16, 18 व सीनियर ग्रुप की छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। अंडर-13 में सागरमणी स्कूल की छात्राओं कविता, मनीषा व किरण ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। अंडर-13 में ही सैंट्रल सीनियर सैकण्ड्री स्कूल के छात्र वंशदीप ने प्रथम, हरदीप ने द्वितीय तथा जयदीप ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। स्टेडियम अन्य टीमों के मुकाबले भी जारी थे। इस अवसर पर कृष्ण लाल सैनी, सूरत सिंह सैनी, रामचंद्र कम्बोज, नगरपार्षद रमेश मेहता, राजेंद्र पाहुजा, हरीश सोनी सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।

विद्युतकर्मी की मौत

सिरसा। विद्युतकर्मियों की लापरवाही के कारण आज एक और व्यक्ति की मौत हो गई। खास बात यह रही कि इस हादसे में विद्युतकर्मी ही हादसे का शिकार हो गया। डिंग थाना पुलिस ने मृतक के परिजनों की शिकायत पर विभाग के तीन कर्मचारियों के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है।
    मिली जानकारी के अनुसार डिंग मंडी निवासी दामोदर प्रसाद विद्युत विभाग में बतौर लाईनमैन पद पर तैनात था। गत दिवस वह सिकंदरपुर स्थित एक डेरा के निकट विद्युत लाईन दुरुस्त कर रहा था। इसी दौरान कर्मचारी को बिना सूचित किए विद्युत आपूर्ति चालू कर दी गई। करंट लगने से दामोदर की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव सामान्य अस्पताल पहुंचाया। मृतक के पुत्र ओमनारायण की शिकायत विद्युत विभाग के एसडीओ एसके नैन, जेई गंगाराम तथा आप्रेटर जगनराम के खिलाफ भादंसं की धारा 304ए के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने शव का अंत: परीक्षण करवा वारिसों के सुपुर्द कर दिया। ज्ञातव्य हो कि इससे पूर्व भी विद्युतकर्मियों की लापरवाही के कारण एक विद्यार्थी की मौत हो गई थी। इस मामले में परिजनों ने अधिकारियों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की थी।

पैट्रोलपंप लूट की गुत्थी सुलझी

सिरसा।  विगत 20 अगस्त को ओढां क्षेत्र में स्थित एसडी पेट्रोल पंप पर हुई लूट की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस घटना के तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है, जबकि चौथे आरोपी की पहचान कर ली गई है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान रवि उर्फ लल्ला पुत्र राजेन्द्र सिंह निवासी बंगी निहाल सिंह वाला, गुरमीत उर्फ मोटा पुत्र थाना सिंह निवासी बंगी निहाल सिंह वाला तथा अम्बा पुत्र सतपाल सिंह निवासी मलकाना पंजाब के रूप में हुई है। ओढां थाना के प्रभारी निरीक्षक रवि खुंडिया ने बताया कि पैट्रोल पम्प पर कार्यरत सेल्समैन रामलाल पुत्र काशी राम निवासी कर्मशाना राजस्थान की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

Sunday 21 August 2011

अनशन जारी, अब सांसद के घेराव की तैयारी

अभय चौटाला ने कहा, जुट जाए जन-जन



सिरसा। जन लोकपाल बिल की मांग को लेकर अन्ना द्वारा छेड़ा गया अभियान जारी है। सिरसा नागरिक मंच के बैनर तले आज पांचवें दिन लगातार लोगों का अनशन जारी रहा। खास बात यह थी कि आज अनशन पर बैठने वालों में एक 11 साल का बच्चा भी शामिल हुआ। मंच ने आगामी बुधवार को शहर में विशाल प्रदर्शन का निर्णय लिया है। ज्ञातव्य हो कि सिरसा नागरिक मंच के बैनर तले बरनाला रोड स्थित पुलिस लाईन के गेट पर शहर के विभिन्न वर्गों से प्रतिदिन लोग अनशन व धरने पर बैठ रहे हैं। आज धरने पर 11 साल का बच्चा यादवेंद्र, नरेंद्र तलवाड़, लेखराज ढोट, सतपाल पूनियां, ठाकुर शिवराम सिंह बैठे। मंच के प्रतिनिधियों ने बताया कि सिरसा नागरिक मंच ने बुधवार 24 अगस्त को सुबह 10 बजे से शहर में प्रदर्शन का निर्णय लिया है।  प्रदर्शनकारी बाजारों से होते हुए सांसद अशोक तंवर के निवास का घेराव करेंगे।  उन्होंने शिक्षण, सामाजिक संस्थाओं तथा आमजन से प्रदर्शन में बढ़चढ़ कर भाग लेने की अपील की है।
    भ्रष्टाचार के विरुद्ध आंदोलन के तहत 'सांई गोल्डÓ द्वारा भी शहरभर में प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारी पैदल तथा वाहनों पर शहर से होते हुए सांसद बरनाला रोड पर पहुंचे। वे सांसद निवास पर पहुंचना चाहते थे  लेकिन किसी प्रकार की अनहोनी की संभावना को देखते हुए पुलिस ने पहले ही उन्हें रोक लिया।
    वहीं टाऊन पार्क में यूथ अगेंस्ट करप्शन के साथ-साथ भारत स्वाभिमान ट्रस्ट एवं पतंजलि सेवा समिति ने भी अन्ना के अभियान में समर्थन दिया है। यूथ अगेंस्ट करप्शन के सदस्य आज पांचवें दिन अनशन पर बैठे। यहां भी दिनभर क्षेत्र के अनेक लोगों ने धरने में भाग लिया और अनशनकारियों का हौसला बुलंद किया।
    उधर इनेलो के प्रधान महासचिव एवं विधायक अभय सिंह चौटाला ने अन्ना के अभियान को समर्थन दिया है। चौटाला आज पन्नीवाला मोटा में इनेलो के चिकित्सा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित निशुल्क चिकित्सा शिविर के उद्घाटन के उपरांत वहां लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनशक्ति सबसे बड़ी ताकत है, अत: संगठित होकर अन्ना द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ छेड़ी गई मुहिम में अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों और केंद्र सरकार को सशक्त जनलोकपाल बिल पारित करने के लिए मजबूर करें।

अस्पतालों का भी होगा इलाज

सिरसा। हरियाणा के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री राव नरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से सभी सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा से संबंधित सभी प्रकार के उपकरण व विभिन्न रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध करवाए जाएंगे। श्री राव आज सामान्य अस्पताल का दौरा करने के पश्चात पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने सामान्य अस्पताल के सिविल सर्जन एवं डॉक्टरों को निर्देश दिए कि वे अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखें और सभी तरह की सुविधाएं लोगों को मुहैया करवाएं।  उन्होंने अस्पताल के सभी वार्डों का दौरा किया और अस्पताल में दाखिल कई रोगियों से मिले और उनका हालचाल जाना। सिरसा के सांसद डा. अशोक तंवर ने सिरसा में मैडिकल कॉलेज बनवाने की मांग रखी।
    इसके बाद श्री सिंह ने बरनाला रोड स्थित निजी क्षेत्र के ऑक्सीजन जिम का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद डा. अशोक तंवर ने की और विशिष्ट अतिथि के रूप में गोबिंद कांडा उपस्थित हुए। इससे पूर्व राव नरेंद्र सिंह ने स्थानीय तारा बाबा कुटिया में माथा टेका।

Sunday 14 August 2011

आत्ममंथन का दिन : सांसद

सिरसा। सांसद एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव डा. अशोक तंवर ने 65 वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश वासियों को शुभकामनाएं देते हुए एकजुट हो कर विकास करने का सकंल्प दोहराया। डा.तंवर ने कहा कि आजादी के लिये संघर्ष करने वाले हमारे महान नेताओं व स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी के बाद एक ऐसे समाज का निर्माण करने का स्वप्न संजोया था, जहां गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी न हो, हर व्यक्ति खुशहाल हो, सभी को प्रगति के लिये समान अवसर मिलें, किसी भी व्यक्ति के साथ जाति व धर्म के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने कहा कि आज इस राष्टï्रीय पर्व के अवसर पर हमें यह आत्म-चिन्तन करना चाहिये कि हम अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों के इस स्वप्न को साकार करने में कहां तक सफल हुए हैं।
    तंवर ने कहा कि देश को आजाद करवाने के लिए महात्मा गांधी,नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, शहीद भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद जैसे वीरों ने कड़ा संघर्ष किया था। देश की आजादी और संविधान निर्माण में हरियाणा के वीरों का भी अहम स्थान है।  हमें अपने शहीदों, महान स्वतंत्रता सेनानियों, सैनिकों और भूतपूर्व सैनिकों पर गर्व है। उन्होंने कहा कि देश ने आधारभूत संरचना के विकास, रक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में भी अभूतपूर्व प्रगति की है।

मोटरसाइकिल सहित चोर दबोचा

सिरसा। एलनाबाद पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर चोरीशुदा मोटरसाइकिल सहित एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी को न्यायिक दंडाधिकारी अमरजीत सिंह की अदालत में पेश किया गया। न्यायालय ने आरोपी को जिला कारागार भेजे जाने के आदेश दिए। मिली जानकारी के अनुसार एलनाबाद के अंतर्गत ढाणी नानकपुरा निवासी गुरतेज सिंह पुत्र गुरदास सिंह विगत 12 अगस्त की रात्रि को एक ढाबे पर खाना खाने गया था। उसने मोटरसाइकिल ढाबे के बाहर रोका और भीतर चला गया। खाना खाने के पश्चात व बाहर लौटा तो भौचक्का रहा गया। मोटरसाइकिल नदारद था। 13 अगस्त को गुरतेज ने एलनाबाद थाने में मोटरसाइकिल चोरी की शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने अभियोग अंकित कर जांच शुरू कर दी। पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि चोरीशुदा मोटरसाइकिल सहित युवक रेलवे स्टेशन क्षेत्र में घूम रहा है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी को धरदबोचा। आरोपी की पहचान ढाणी नानकपुर के ही जसबीर सिंह पुत्र श्रवण सिंह के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपी से मोटरसाइकिल बरामद कर लिया। उसे न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने आरोपी को जिला कारागार भेज दिया।

Wednesday 10 August 2011

तिलोकेवाला ने भरा नामांकन

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनावों हेतु आज आज़ाद उम्मीदवार संत गुरमीत सिंह तिलोकेवाला ने नामांकन भरा। सैंकड़ों समर्थकों के साथ शक्तिप्रदर्शन करते हुए तिलोकेवाला लघुसचिवालय पहुंचे और चुनाव निर्वाचन अधिकारी को अपना नामांकन सौंपा।

सरपंच ने बदला आबंटित प्लाटों का स्थान, ग्रामीणों का प्रदर्शन

लघुसचिवालय परिसर में प्रदर्शन करते गांव दड़बी के प्लॉटधारक
सिरसा। सरकार द्वारा गरीबों को 100-100 गज प्लाट आबंटित करने की योजना सिरे नहीं चढ़ पा रही है। अनेकों में गांवों या तो प्लाटों के स्थान को बदल दिया गया या फिर ग्राम सरपंच ने  प्लाट देने की एवज में कथित तौर पर राशि की मांग की है। ऐसा ही मामला गांव दड़बी व बूढ़ाभाणा में सामने आया है। गांव दड़बी के प्लाटधारकों का आरोप है कि मौजूदा सरपंच ने प्लाट आबंटन प्रक्रिया में छेड़छाड़ की है। इसी बात को लेकर आज अनेक लोग उपायुक्त कार्यालय पहुंचे। उन्होंने उपायुक्त को सरपंच पर कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में लोगों ने आरोप लगाया कि मौजूदा ग्राम सरपंच ने पूर्व सरपंच द्वारा आबंटित किए गए प्लाटों के स्थान को बदल दिया है। पूर्व सरपंच ने मुरब्बा नं. 70 के तहत प्लाट आबंटित किए थे। उस प्रक्रिया को बदलते हुए मौजूदा सरपंच ने किला नं. 158 में प्लाट आबंटित कर दिए। उधर ग्राम सरपंच द्वारा स्थान बदले जाने पर खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी ने भी उपायुक्त को लिखित रूप में शिकायत दर्ज करवाई है। बीडीपीओ द्वारा भी शिकायत में प्लाट धारकों की बात को दोहराया गया है। प्लाटधारकों व बीडीपीओ ने सरपंच पर सरकारी नीतियों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। जब इस बाबत ग्राम सरपंच बागचंद दड़बी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के सहयोग से ही उक्त स्थान में तबदीली की गई है। प्लाट आबंटन से पूर्व इस संदर्भ में एक सभा का भी आयोजन किया गया था जिसमें लोगों ने सहमति जताई थी। कुछ लोग बिना वजह इस बात को तूल दे रहे हैं।
    वहीं बुढ़ाभाणा के लोग भी आज उपायुक्त कार्यालय पहंंचे। प्लाट धारकों ने ग्राम सरपंच दलबीर सिंह पर प्लाट आबंटन में धांधली का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि उक्त सरपंच प्लाट आबंटित करने में प्रति प्लाट धारक से 700 रुपये की मांग कर रहा है। ग्रामीणों ने उपायुक्त से गुहार लगाई कि सरपंच के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए। मामले की जांच हेतु खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी व पटवारी को जिम्मेवारी सौंपी जाए।

खून ने किया खून

सिरसा। गांव ढुढियांवाली में जमीनी विवाद के चलते दम्पती ने अपनी मां की गला घोंटकर हत्या कर दी। रानियां थाना पुलिस ने शव सामान्य अस्पताल पहुंचाया। पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया।
    मिली जानकारी के अनुसार गांव ढुढियांवाली में इंद्राज कुमार का परिवार रहता है। इंद्राज का अपने पुत्र महावीर से जमीनी विवाद चल रहा है। कुछ दिनों से इसी बात को लेकर परिवार में अनबन चल रही थी। इंद्राज के अनुसार आज प्रात: उसकी पत्नी घर के पिछवाड़े बने शौचालय के निकट मृत मिली। इंद्राज का कहना है कि उसकी पत्नी कमला की गला घोंटकर हत्या की गई है। आरोप है कि उक्त घटना को उसके पुत्र महावीर व पुत्रवधु राजबाला ने अंजाम दिया है। मामले की जानकारी रानियां थाना पुलिस को दी गई।
    सूचना मिलने पर थाना प्रभारी हीरा सिंह तथा फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंचे। शव का पंचनामा भरा और सामान्य अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने इंद्राज की शिकायत पर पुत्र-पुत्रवधु के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
    उधर गांव फग्गू में एक वृद्ध की हत्या किए जाने मामला प्रकाश में आया है। मामले के अनुसार कलालआना पंजाब निवासी जीत सिंह (60) विगत काफी समय में फग्गू स्थित वाल्मिकी मंदिर में रह रहा था। आज प्रात: वह मंदिर के बरामदे में मृत अवस्था में मिला। पुलिस के मुताबिक मृतक के शरीर पर चोटों के निशान पाए गए हैं। रोड़ी थाना प्रभारी श्रीमती कृष्णा यादव ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी गई है।

दोषी पति दंडित

सिरसा। जिला एवं सत्र न्यायालय ने दहेज हत्या के मामले में एक युवक को दोषी करार देते हुए सात वर्ष कारावास की सजा सुनाई है। दोषी को 10 हजार रुपए अर्थदंड भी लगाया गया है। अर्थदंड की अदायगी न करने पर दोषी को तीन माह अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा।
    मामले के अनुसार 6 जून, 2010 को वार्ड नं. 15 डबवाली में पूनम पत्नी विकास कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में झुलसने से मौत हो गई थी। पुलिस ने मृतका के पिता रामेश्वर दास निवासी भुल्लर कालोनी मुक्तसर की शिकायत पर ससुरालियों के खिलाफ दहेज हत्या का अभियोग दर्ज किया था। पुलिस को दी शिकायत में पीडि़त पिता ने आरोप लगाया था कि एक जून, 2010 को उसकी पुत्री ससुराल में झुलस गई थी। चंडीगढ़ स्थित पीजीआई में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। आरोप था कि पति विकास, ससुर पूर्णचंद व सास सत्यादेवी ने मिलकर उसे आग के हवाले कर दिया। उक्त आरोपी दहेज की मांग को लेकर अक्सर पूनम को प्रताडि़त करते रहते थे। मांग पूरी न होने के कारण उन्होंने उसे जलाकर मार डाला। पुलिस ने उक्त सभी के विरुद्ध भादंसं की धारा 304बी के तहत मामला दर्ज कर चालान न्यायालय में पेश किया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुभाष गोयल की अदालत ने विकास को पूनम की हत्या का दोषी पाया और उपरोक्त सजा सुनाकर दंडित किया। साक्ष्यों के अभाव में सास व ससुर को बरी कर दिया गया है।

Sunday 7 August 2011

छत्रपति व रणजीत हत्याकांड में सुनवाई कल

सिरसा। हत्या तथा बलात्कार के मामले में मुख्य आरोपी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह को कल सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष हाजिर होना पड़ेगा। कल होने वाली अदालती कार्रवाई में पत्रकार छत्रपति हत्याकांड व रणजीत मर्डर केस में सुनवाई होगी। कल अदालत के समक्ष उक्त मामलों में गवाही होगी। ज्ञातव्य हो कि पंचकूला स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में पत्रकार छत्रपति हत्याकांड, रणजीत मर्डर केस व साध्वी यौन शोषण प्रकरण में गवाही दर्ज की जा रही है। तीनों मामलों में मुख्य आरोपी डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह है।

Thursday 4 August 2011

कहीं मुस्कुराए तो कहीं मुरझाए चेहरे

बी-ब्लॉक स्थित जीआरजी स्कूल रोड पर जलभराव का दृश्य
सिरसा। क्षेत्र में हुई सावन माह की बरसात ने लोगों के चेहरे पर खुशी ला दी। जहां किसानों को भारी राहत मिली है वहीं गर्मी से भी आमजन को निजात मिली है। लेकिन शहर में हुई बरसात ने प्रशासन की पोल खोल कर रखी दी है। प्रशासन द्वारा जल निकासी के पुख्ता प्रबंध नहीं किए गए थे। प्रशासन की इस लापरवाही से यह राहत शहरवासियों के लिए आफत प्रतीत हो रही है।
    गौरतलब है कि सावन माह आधा बीत जाने के बाद इंद्र देवता प्रसन्न हुए हैं। आज प्रात: बदरा उमड़े और रिमझिम शुरू हो गई। करीब डेढ़ घंटे तक बारिश जारी रही। इस बारिश ने किसानों को राहत प्रदान की है। दड़बी के किसान जयचंद का कहना है कि बरसात न होने से फसलें प्रभावित हो रही थीं, जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में बरसात ने डूबते को सहारे का काम किया है। बरसात के कारण जहां गर्मी से राहत मिली है वहीं शहर व गांवों के निचले हिस्सों में पानी भर गया, जिससे लोगों को भारी नुकसान व मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है।
    बाजेकां के किसान वीरेंद्र कुमार ने बताया कि फसलों के लिए यह सही समय पर हुई बरसात वरदान साबित होगी। उन्होंने बताया कि इस फसल से उनकी उम्मीदें बंधी है, अब फसलें नष्ट नहीं होंगी। क्षेत्र में ज्यादातर किसानों ने नरमे-कपास, धान व बाजरा फसल की बिजाई कर रखी है। इन फसलों को अब बरसात की सख्त जरूरत थी।

भाजपा ने किया प्रदर्शन

सिरसा। भारतीय जनता पार्टी की सिरसा इकाई द्वारा आज सुभाष चौक पर हुड्डा सरकार का पुतला फूंका गया। प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष गुरदेव सिंह राही ने कहा कि कुछ दिनों पहले कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी द्वारा नोएडा में यह ब्यान दिया गया था कि हरियाणा की हुड्डा सरकार की भूमि अधिग्रहण नीति देश में सर्वश्रेष्ठ है जबकि हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है। हुड्डा सरकार ने गुडग़ांव में किसानों से कौडिय़ों के भाव जमीन अधिग्रहित करके असंवैधानिक तरीके से राजीव गांधी ट्रस्ट को भेंट कर दी। इस अवसर प्रदेश उपाध्यक्ष जगदीश चोपड़ा, महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती रेणु शर्मा ने अपने सम्बोधन में प्रदेश सरकार की अधिग्रहित जमीन को किसानों को वापिस देने तथा इस प्रकरण की सी.बी.आई. जांच करवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि नैतिकता के आधार पर हुड्डा सरकार सेे इस्तीफा  दे देना चाहिए। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की भी मांग की। प्रदर्शन में रमेश यादव एडवोकेट, आशा रानी जैन, शीशपाल कम्बोज, कर्मजीत सिंह,  सोमप्रकाश महता, सुरेश पंवार, प्रदीप बंसल, रामजीदास भाटिया, अशोक जायसवाल, विक्रम चानना, प्रभुदयाल, मुकेश मेहता अन्य भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।

फल विक्रेता की हत्या

एलनाबाद। एलनाबाद में गत रात्रि बाइक सवार असामाजिक तत्वों ने फ्रूट विक्रेता की गोली मारकर हत्या कर दी। गोलीबारी में एक बच्चे सहित दो लोग घायल हो गए। घायलों को सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। पुलिस ने मृतक के शव का अंत:परीक्षण करवा वारिसों के सुपुर्द कर दिया। सूचना मिलने पर फतहबाद के पुलिस अधीक्षक विवेक शर्मा दलबल सहित घटनास्थल पर पहुंचे।
    मिली जानकारी के अनुसार एलनाबाद के वार्ड नं. 4 निवासी सुनील उर्फ विक्की पुत्र विशम्भर दयाल मोंगा फ्रूट बेचने का कार्य करता था। रोजमर्रा की भांति कल सायं भी सुनील ने टिब्बी बस अड्डा पर अपनी रेहड़ी लगा रखी थी। इसी दौरान तीन मोटरसाइकिलों पर सवार कुछ युवक वहां पहुंचे। उन्होंने सुनील से फ्रूट खरीदा, लेकिन रुपए नहीं दिए। जब सुनील ने रुपयों का तकाजा किया तो उक्त युवक तैश में आ गए और उससे मारपीट करने लगे। वहां मौजूद अन्य रेहड़ीवालों ने भी युवकों का विरोध किया। सूत्रों के मुताबिक इसी बात से बौखलाए युवकों ने सुनील पर देसी कट्टे से फायर करने शुरु कर दिए। गोलीबारी में सुनील (30) के साथ-साथ अख्तर अली (25) पुत्र शंकर खान व मुश्ताख अली (12) पुत्र मुंशी खान भी घायल हो गए। बस अड्डा पर असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए इस तांडव से सनसनी फैल गई। घटना को अंजाम देकर आरोपी मौके से फरार हो गए। वहां मौजूद अन्य दुकानदारों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। तीनों घायलों को सामान्य अस्पताल ले जाया गया। घावों का ताव न सहते हुए सुनील की बीच रास्ते ही मौत हो गई। आज प्रात: फतहबाद के पुलिस अधीक्षक दलबल सहित घटनास्थल पर पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने इस संदर्भ में त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी दलजीत पुत्र तेगा सिंह निवासी प्रताप नगर व दिलराज पुत्र रिक्खी राम वार्ड नं. 3 एलनाबाद को गिरफ्तार किया है।
    वहीं मृतक सुनील के भाई अरूण ने आरोपियों को पहचानने का दावा किया है। उसका कहना है कि उक्त आरोपी उनसे हफ्ते की मांग करते थे। यही नहीं प्रतिदिन दादागिरी दिखाकर मुफ्त में फ्रूट आदि ले जाते थे। रुपए मांगने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाती थी। क्षेत्र में हुई इस वारदात से आमजन में भय का माहौल है। सूत्रों के अनुसार उक्त आरोपियों पर पूर्व में भी अनगिनत मामले दर्ज हैं। पुलिस ने मामला दर्ज जांच शुरु कर दी है।

Monday 1 August 2011

कांग्रेस सरकार में कांग्रेस का प्रदर्शन

सिरसा। पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला व उनके विधायक बेटों की विधानसभा से बर्खास्तगी की मांग को लेकर आज कांग्रेस द्वारा शहर में प्रदर्शन किया गया। कांग्रेस ने बाजार में इनेलो सुप्रीमो का पुतला भी फूंका। इसके बाद महामहिम राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा गया। ज्ञातव्य हो कि सीबीआई द्वारा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला, उनके पुत्र अजय व अभय चौटाला के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने तथा जे.बी.टी. शिक्षक भर्ती में अनियमितताएं बरतने के आरोप तय किए हैं। तीनों पिता-पुत्र विधायक हैं। सीबीआई द्वारा आरोपी बनाए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी उक्त तीनों की विधानसभा से सदस्यता समाप्त किए जाने की मांग पर अड़ी है।
    आज सुबह जिला कांग्रेस अध्यक्ष मलकीयत ङ्क्षसह खोसा के नेतृत्व में कांग्रेस भवन से कार्यकर्ता प्रदर्शन करते हुए निकले। शहर के मुख्य बाजारों से होते हुए प्रदर्शनकारी सुभाष चौक पहुंचे। यहां चौटाला का पुतला फूंका गया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि चौटाला परिवार द्वारा अपने काल में सत्ता का दुरुपयोग किया गया। सीबीआई द्वारा पेश की गई जांच रिपोर्ट में तीनों को आरोपी बनाया गया है। नैतिकता के आधार पर चौटाला व उनके पुत्रों को विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे देना चाहिए। इसके बाद कांग्रेसी प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय परिसर पहुंचे। यहां अपनी मांगों से संबंधित एक उपायुक्त को सौंपा गया। प्रदेश के राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन में मांग की गई है कि विधायिका की मर्यादा के अनुसार उक्त तीनों को सदस्यता से शीघ्र मुक्त किया जाना चाहिए। इसके अलावा इस मामले को कानूनन भी शीघ्र निपटाया जाना चाहिए। इस अवसर पर रणजीत ङ्क्षसह, गोङ्क्षबद कांडा, मनीराम केहरवाला, होशियारी लाल शर्मा, ओमप्रकाश केहरवाला, मोहनलाल डरोलिया, नवीन केडिया, लादूराम पूनियां, भूपेश मेहता आदि मौजूद थे।

सांसद के पड़ोसी ही नहीं सेफ

सिरसा। जिला में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वे बेखौफ होकर प्रतिदिन वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। बेशक पुलिस महकमा सतर्क हुआ है लेकिन अपराधियों में पुलिस का कोई डर नहीं है। खासतौर पर चेन स्नेचेरों का गिरोह शहर में सक्रिय है। पुलिस द्वारा चेन स्नेचिंग के मामलों में अभी तक कोई खास सफलता हासिल नहीं की है। अपराधी घटनाओं का अंजाम दे रहे हैं। पुलिस वाहन चालकों के चालान काटने व बाईक जब्त करने के अतिरिक्त कुछ नहीं कर पाई है।
    आज फिर दो महिलाएं चेन स्नेचर गिरोह की शिकार हुईं। इस बार तो हद हो गई। सांसद डा. अशोक तंवर के साथ लगते मकान के पास महिला को स्नेचरों ने अपना शिकार बनाया। महिला अपने घर के बाहर खड़ी थी। हुडा में लगातार चेन स्नेचिंग का यह तीसरा मामला है। झपटमार पुलिस को चकमा देने के लिए हर बार नया तरीका ईज़ाद करते हैं। पुलिस मुंह ढंके लोगों की शिनाख्त पर उतरी तो आरोपियों ने हैल्मेट पहन लिया। आरोपियों ने सुमन पत्नी कैलाश गोयल के गले से चेन झपटी और फरार हो गए। महिला ने शोर मचाया लेकिन आरोपी पकड़ में नहीं आए। सूचना मिलने पर पुलिस ने तुरंत क्षेत्र की नाकाबंदी की। उधर, रानियां के वार्ड नं. 5 में राजकुमार गाबा की पत्नी नीरू गाबा से चेन लूट ली गई। पुलिस अधीक्षक सतेंद्र गुप्ता का दावा है कि क्षेत्र में 24 स्थानों पर नाके लगाए गए हैं। आरोपी अब ज्यादा देर तक पुलिस से आंख-मिचौली नहीं खेल पाएंगे।