बी-ब्लॉक स्थित जीआरजी स्कूल रोड पर जलभराव का दृश्य |
गौरतलब है कि सावन माह आधा बीत जाने के बाद इंद्र देवता प्रसन्न हुए हैं। आज प्रात: बदरा उमड़े और रिमझिम शुरू हो गई। करीब डेढ़ घंटे तक बारिश जारी रही। इस बारिश ने किसानों को राहत प्रदान की है। दड़बी के किसान जयचंद का कहना है कि बरसात न होने से फसलें प्रभावित हो रही थीं, जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में बरसात ने डूबते को सहारे का काम किया है। बरसात के कारण जहां गर्मी से राहत मिली है वहीं शहर व गांवों के निचले हिस्सों में पानी भर गया, जिससे लोगों को भारी नुकसान व मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है।
बाजेकां के किसान वीरेंद्र कुमार ने बताया कि फसलों के लिए यह सही समय पर हुई बरसात वरदान साबित होगी। उन्होंने बताया कि इस फसल से उनकी उम्मीदें बंधी है, अब फसलें नष्ट नहीं होंगी। क्षेत्र में ज्यादातर किसानों ने नरमे-कपास, धान व बाजरा फसल की बिजाई कर रखी है। इन फसलों को अब बरसात की सख्त जरूरत थी।
No comments:
Post a Comment