BREAKING NEWS

 

सच और झूठ के बीच कोई तीसरी चीज नहीं होती और मैं सच के साथ हूं : छत्रपति       www.poorasach.com      

Tuesday, 16 December 2014

एएसआई ने की आत्महत्या

बतौर मालखाना इंचार्ज तैनात था मृतक वीर सिंह

सिरसा। शहर थाना के समीप पुराने थाना में स्थित मालखाने में आज सुबह एएसआई वीर सिंह ने मालखाने में जब्त एक अवैध पिस्तौल से स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वीर सिंह पिछले करीब दो साल से मालखाने में प्रभारी तैनात था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार हिसार जिला के आदमपुर के पास स्थित ढाणी मोहब्बतपुर निवासी वीर सिंह हरियाणा पुलिस में एएसआई था। पिछले दो सालों से उसकी तैनाती पुराने सिटी थाना परिसर में बने मालखाना प्रभारी के रूप में थी। आईजी हिसार ने आज  मालखाना प्रभारियों की बैठक बुला रखी थी। 48 वर्षीय वीर सिंह को भी इस बैठक में भाग लेेने जाना था लेकिन वह नहीं पहुंचा। इसके बाद आईजी कार्यालय से शहर थाना  में फोन आया कि वीर सिंह बैठक में नहीं पहुंचा उसका पता करो, उसका मोबाइल भी बंद पड़ा है। इसके बाद एक पुलिस कर्मचारी मालखाने में पहुंचा तो कमरे में खून से सना वीर सिंह का शव पड़ा देखा। इसके बाद विभाग के सीनियर अधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई।
डीएसपी सिटी मौके पर पहुंचे। उनका कार्यालय भी मालखाने से सटा है। वीर सिंह के शव के पास तमंचा मिला। जांच में पता चला कि यह तमंचा पुलिस ने कुछ समय पहले बरामद किया था। घटना की सूचना पुलिस अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को दी। सूचना मिलने पर परिजन दोपहर को थाने में पहुंचे और अपने बयान दर्ज करवाए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचाया। 
सूत्रों के अनुसार अत्यधिक काम और अवकाश नहीं मिलने के कारण एएसआई वीर सिंह परेशान था। संभवत: इसी के चलते उसने स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
शहर थाना प्रभारी जगदीश राय ने बताया कि एएसआई वीर सिंह पिछले दो साल से मालखाने में तैनात था। उसने आज सुबह मालखाने में रखे तमंचे से स्वयं को गोली मार ली, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।

गौ भक्ति या गुंडागर्दी

तोडफ़ोड़, आगजनी मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

सिरसा। गौभक्ति के नाम पर गुंडागर्दी करते हुए गौ रक्षकों ने गत रात्रि कारोबारियों पर जानलेवा हमला किया और उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। मामले को गौकशी का रूप देने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली तो फरार हो गए। कारोबारियों ने गौरक्षा दल के सदस्यों पर लूट का आरोप भी लगाया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गत देर रात्रि मीडिया को सूचना मिली कि गौरक्षकों ने डबवाली रोड पर गौ तस्करों के वाहनों को फूंक दिया है। सूचना के अनुसार यूपी के गौ तस्कर गायों को ट्रकों व कैंटरों में भरकर गौकशी के लिए यूपी में ले जा रहे थे। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। शुरुआत में यह सामने आया कि गोभक्तों ने तस्करों के गोवंश से भरे ट्रकों व कैंटरों को एस्कार्ट कर रही एक बोलेरो को आग के हवाले कर दिया और पीछे चल रही स्कॉर्पियों को पूरी तरह तोड़ दिया।
जांच का दायरा जैसे ही बढ़ा तो मामला गोभक्तों पर उल्टा पड़ गया। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो वहां न तो कोई तस्कर था और न ही गोभक्त। वाहनों में लदी गउएं अच्छी नस्ल की दुधारू गउएं थी जिनके साथ बछड़े भी थे। इसलिए पुलिस मामले की गहन पड़ताल में जुट गई। जांच में सामने आया कि 2 ट्रकों व एक कैंटर में लदा गोवंश उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई कामधेनु योजना के तहत सरकारी डेयरियों में लेकर जाया जा रहा था। उल्लेखनीय है कि यूपी सरकार द्वारा काधेनु नाम से योजना शुरू की गई है जिसमें गोवंश की खरीद के लिए पांच लाख रुपए का लोन सरकार द्वारा दिया जाता है। इसी योजना के तहत मुरादाबाद निवासी मुकेश शर्मा अपने छह अन्य साथियों के साथ डबवाली में गउएं खरीदने आया था। यहां से उन्होंने 15 दुधारू गाय खरीदी और 2 ट्रकों व एक कैंटर में लादकर वापिस मुरादाबाद जा रहे थे। इसी दौरान डबवाली रोड पर गोरक्षा दल के सदस्यों ने उन्हें रोका और उनकी बोलेरो गाड़ी को मिट्टी का तेल छिड़क आग के हवाले कर दिया जबकि एक अन्य स्कॉर्पियो को बुरी तरह तोड़ दिया।
पशु कारोबारियों ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई। मिली जानकारी के अनुसार सात व्यापारी बुरी तरह घायल हुए हैं जिन्हें निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। व्यापारियों ने गोरक्षा दल के सदस्यों पर उनसे तीन लाख रुपए लूटने का भी आरोप लगाया है।
अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज
शहर थाना प्रभारी जगदीश राय ने कहा कि कारोबारियों पर हमला करने, गाड़ी फूंकने व लूट के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल आरोपियों की तलाश जारी है।

No comments:

Post a Comment