धुंध बढ़ा रही मुसीबत
किसानों को फायदा, आमजन हो रहे प्रभावित
सिरसा। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी ने प्रदेश में भी ठंड बढ़ा दी है। प्रदेश में हिसार के बाद सिरसा सर्वाधिक ठंडा जिला बना हुआ है। यहां ठिठुरा देने वाली ठंड ने आम आदमी का जीना मुहाल कर दिया है। न्यूनतम तापमान तीन डिग्री होने और साथ ही कोहरे की मार ने लोगों को मुश्किल में डाल दिया है। अलाव सेंक कर लोग ठंड से बच रहे हैं। ठंड की मार व्यापार पर भी पड़ी है। एक सप्ताह से सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए। मौसम की इस ठंडक का सर्वाधिक असर स्कूली बच्चों पर पड़ रहा है। बच्चों का कहना है कि सर्दी के इस मौसम में छुट्टियां होनी चाहिएं या फिर समय में बदलाव होना चाहिए, जिससे वे ठंड से बचकर पढ़ाई कर सकें। धुंध के कारण बसें व ट्रेनें भी प्रभावित हो रही हैं। सवारी गाडिय़ां कई-कई घंटे देरी से अपने गंतव्य तक पहुंच रही हैं।
हालांकि किसानों को इस मौसम से लाभ होगा। सुबह की ओस उनके लिए खासी फायदेमंद साबित हो रही है। दरअसल रबी की फसल को ओस से फायदा होता है। किसान सुरेश का कहना है कि ओस से फसल कोरे से बचती है और गेहूं और अन्य फसलों के पत्ते सडऩे की समस्या से निजात मिलती है। किसानों का कहना है कि कुछ दिन अगर ऐसा मौसम ऐसा बना रहेगा तो गेहूं की फसल अच्छी होने की उम्मीद बढ़ जाती है।
लेकिन व्यापारियों को इस धुंध व सूरज देवता के दर्शन न होने के कारण खासी परेशानी हो रही है। व्यापारी सुदर्शन बजाज का कहना है कि इस मौसम के कारण व्यापार पर बुरा असर पड़ रहा है। लोग बाजार में निकलने से कतरा रहे हैं। सुबह-शाम तो दूर, दोपहर में भी मौसम साफ न होने और कड़ाके की ठंड के कारण लोग घरों में दुबकना ही पसंद कर रहे हैं।
जिला कृषि अधिकारी वजीर सिंह ने बताया की मौसम फसलों के लिए फायदेमंद है। कुछ और दिनों तक मौसम ऐसा रहा तो गेहूं की फसल अछी होगी।
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