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Thursday 15 August 2013

बसों के ठहराव की मांग को लेकर दुकानदारों ने निकाला रोष मार्च

काला दिवस के रुप में मनाया स्वतंत्रता दिवस


सिरसा, 15 अगस्त। ऐलनाबाद रानियां की ओर जाने वाली बसों के शिवचौक पर ठहराव की मांग को लेकर 14 दिनों से धरनारत शिवचौक, सूरतगढिय़ा बाजार, वाल्मीकि चौक, सरकूलर रोड, अनाज मंडी रोड के दुकानदारों ने आज अपनी दुकानें बंद करके स्वतंत्रता दिवस को काला दिवस के रूप में मनाते हुए रोष मार्च निकाला।
               रोष मार्च में माकपा नेता राजकुमार शेखुपुरिया, ओपी सुथार, टोनी सागु, भूषणलाल बरोड़, प्रदीप सचदेवा, व्यापार मंडल के प्रधान हीरालाल शर्मा, इनेलो के शहरी जिला प्रधान प्रदीप मेहता, पार्षद सीताराम बटनवाला, मनोहर मेहता, लक्की चौधरी, राजेंद्र टिंडी, सतपाल अरोड़ा, रोहित गनेरीवाला, प्रेम सहगल, नीरू बजाज, रमेश गुलाटी, जगमोहन सहगल, हरीश चुघ, राकेश जैन, गोपाल मेहता, कुलदीप, गुरमीत, रामनिवास आदि उपस्थित थे। व्यापारी संघर्ष समिति के आह्वान पर धरने के 15वें दिन आज सैंकड़ों व्यापारी शिवचौक पर एकत्रित हुए। बाद में सभी ने स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में शहीदों की कुर्बानियों को याद किया तथा देश की आन-बान व शान के लिए हर प्रकार के बलिदान का संकल्प लिया। दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद करके स्वतंत्रता दिवस को काला दिवस के रूप में मनाया।
               समिति के महासचिव पंकज कामरा ने कहा कि जिला प्रशासन कुछ लोगों के बहकावे में आकर तथा अपनी कमियों को छुपाने के लिए यातायात का बहाना लगाकर इस मुद्दे को जीवंत रखना चाहता है ताकि लोगों की नजर में प्रशासनिक बदइंतजामी न आ सके। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को पता है कि प्रशासन के इस कदम से सैंकड़ों व्यापारियों की रोजी-रोटी पर संकट आ सकता है। समिति के प्रधान पूर्ण खुराना ने कहा कि जिला प्रशासन ने व्यापारियों को इतना मजबूर कर दिया है कि स्वतंत्रता दिवस के दिन तिरंगा झंडा उठाने की बजाय उन्हें काले झंडे उठाकर रोष मार्च निकालना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि अब भी प्रशासन नहीं जागा तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा तथा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

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