खेलों से मिलती है मानसिक मजबूती : भागीराम
सिरसा, 3 अगस्त। आज भगत सिंह स्टेडियम में जिला बॉक्सिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसके मुख्यातिथि पूर्व मंत्री भागीराम थे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता रोटरी क्लब के पूर्व प्रधान राजीव गर्ग व विशिष्ट अतिथि के रूप में रिटायर डिप्टी डायरेक्टर व खेल प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक दुलीचंद शामिल हुए। इस प्रतियोगिता में सभी भार वर्ग के जिलाभर के लगभग 100 बॉक्सरों ने भाग लिया। बॉक्सिंग एसोसिएशन के जिला महासचिव आरके भारद्वाज ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। भागीराम ने कहा खेलों से खिलाडिय़ों का मानसिक, शारीरिक विकास होता है । खिलाड़ी हार-जीत को छोड़कर खेल को खेल की भावना से खेलें।
पंतजलि ने किया पौधारोपण
सिरसा, 3 अगस्त। पतंजलि योग समिति एवं महिला योग समिति सिरसा द्वारा महिला प्रभारी इन्द्रावती देवी एवं महासचिव विरेन्द्र कुमार की अगुवाई में पतंजलि योगापीठ के आचार्य बालकृष्ण के जन्मदिवस पर बरनाला रोड स्थित देवीलाल पार्क में पौधारोपण किया गया व साधकों को ग्लोय, तुलसी व एलोवेरा के पौधे वितरित किए। चन्द्रपाल योगी ने पौधों के औषधीय गुणों की जानकारी दी। इस अवसर पर कृष्ण चन्द राणा, मनोहर लाल, मलकीत सिंह, रामकुमार, योगराज, राजवन्त, किताबो देवी, आदाशर््, जयसिंह, कमला, सावित्री, कृष्ण, राजेन्द्र, नीलम, संतोष, धर्मपाल व गुरमीत कौर आदि उपस्थित थे।
शनिदेव की महिमा अपरमपार
सिरसा, 3 अगस्त। शनिदेव की शरण में जो भी व्यक्ति जाता है, उसका कल्याण अवश्य होता है। शनिदेव भगवान की महिमा अपरंपार है। यह बात हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि होशियारी लाल शर्मा ने नोहरिया बाजार स्थित शनिदेव मंदिर में माथा टेककर आशीर्वाद लिया और तेल चढ़ाया। शर्मा ने कहा कि शनिदेव के इस मंदिर में भक्त अपनी खाली झोली लेकर आते हैं और भगवान शनिदेव का आशीर्वाद ले जाते हैं। जहां भक्ति होती है वहां शक्ति होती है ।
दलों के दोगलेपन को समझने की जरूरत
सिरसा, 3 अगस्त। हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष दलबीर किरमारा ने राजनीतिक दलों द्वारा अपने फायदे के लिए आरटीआई जैसे कानून में संशोधन किए जाने को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि देशभर में लागू कानून को अपने फायदे के लिए तोडऩा-मरोडऩा देश के साथ गद्दारी और जनता से धोखा है। एक बयान में दलबीर किरमारा ने कहा कि राजनीतिक दल अपने को देश से ऊपर मान रहे हैं जबकि देश से ऊपर कोई नहीं है। राजनीतिक दलों को आरटीआई के दायरे में लाने का फैसला पूरी तरह से सही था लेकिन इन दलों को यह पारदर्शितापूर्ण कानून हजम नहीं हुआ और सभी दलों ने एकजुटता दिखाते हुए इस कानून में संशोधन करवाकर देश की जनता से धोखा करने का काम किया।
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