ए ग्रेड युनिवर्सिटी बनाना लक्ष्य : राधेश्याम शर्मा
सिरसा(02 अगस्त)। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाने के लिए विश्वविद्यालय में शोध गतिविधियों को बढ़ावा दिया जायेगा और शीघ्र ही शोध एवं विकास अधिष्ठाता का पद सृजित किया जायेगा। विद्यार्थियों के अन्दर संचार कौशल विकसित किये जायेंगे ताकि विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने के उपरान्त विभिन्न बहुराष्ट्रीय क पनियों में विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सके। विश्वविद्यालय के अन्दर स्वच्छ शैक्षणिक वातावरण विकसित किया जायेगा।
यह विचार चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति डा. राध्ेाश्याम शर्मा ने अपना पद ग्रहण करने के उपरान्त शहर के पत्रकारों से रूबरू होते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा को नैक का 'ए' ग्रेड दिलवाया जायेगा और 'ए' ग्रेड के लिए जिन मूलभूत संसाधनों की आवश्यकता होगी उन्हें जुटाया जायेगा। विश्वविद्यालय के अन्दर भाषाओं के विभाग भी विकसित किये जायेंगे। विद्यार्थियों के हितों के लिए गुणवतापरक शिक्षा के साथ-साथ समय पर परीक्षाएं करवाना तथा परिणाम घोषित करवाना भी उनकी प्राथमिकताओं में से एक होगा। शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ में ही एकडेमिक कलैण्डर विद्यार्थियों को वितरित कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवतापरक शिक्षा के साथ-साथ मूल्यों पर आधारित शिक्षा भी प्रदान की जायेगी। ताकि उनका अच्छा चरित्र विकसित करके स पूर्ण व्यक्तित्व का विकास किया जा सके। उन्होंने कहा कि वेे अपने आप को शिक्षक मानते हैं और शैक्षणिक कार्यो में 18 वर्षो से अधिक अनुभव होने की वजह से शिक्षकों की समस्याओं से वे भली-भांति वाकिफ हैं। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय की पहचान वहां के विद्यार्थियों तथा अध्यापकों से होती है इसलिए विद्यार्थियों तथा अध्यापकों को गुणवतापरक शोध कार्य की सुविधाए मुहैया करवाने के लिए सभी प्रकार के संसाधन प्रदान करवाना उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि जीवन में सफल होने के लिए अनुशासन का होना अत्यंत आवश्यक है। कुलपति ने पद ग्रहण करने से पूर्व प्रण लिया कि विश्वविद्यालय के चहुमुखी विकास के लिए वे तत्परता से कार्य करेंगे और विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारियों के सहयोग से चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा को प्रदेश के आदर्श विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करेंगे। डा. शर्मा ने हरियाणा के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने जिस भरोसे के साथ उन्हें विश्वविद्यालय के कुलपति की जिम्मेदारी सौंपी है वे उस पर खरे उतरेंगे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय तथा हरियाणा सरकार से तालमेल स्थापित करके धन की कमी को आड़े नहीं आने दिया जायेगा।
यह विचार चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति डा. राध्ेाश्याम शर्मा ने अपना पद ग्रहण करने के उपरान्त शहर के पत्रकारों से रूबरू होते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा को नैक का 'ए' ग्रेड दिलवाया जायेगा और 'ए' ग्रेड के लिए जिन मूलभूत संसाधनों की आवश्यकता होगी उन्हें जुटाया जायेगा। विश्वविद्यालय के अन्दर भाषाओं के विभाग भी विकसित किये जायेंगे। विद्यार्थियों के हितों के लिए गुणवतापरक शिक्षा के साथ-साथ समय पर परीक्षाएं करवाना तथा परिणाम घोषित करवाना भी उनकी प्राथमिकताओं में से एक होगा। शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ में ही एकडेमिक कलैण्डर विद्यार्थियों को वितरित कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवतापरक शिक्षा के साथ-साथ मूल्यों पर आधारित शिक्षा भी प्रदान की जायेगी। ताकि उनका अच्छा चरित्र विकसित करके स पूर्ण व्यक्तित्व का विकास किया जा सके। उन्होंने कहा कि वेे अपने आप को शिक्षक मानते हैं और शैक्षणिक कार्यो में 18 वर्षो से अधिक अनुभव होने की वजह से शिक्षकों की समस्याओं से वे भली-भांति वाकिफ हैं। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय की पहचान वहां के विद्यार्थियों तथा अध्यापकों से होती है इसलिए विद्यार्थियों तथा अध्यापकों को गुणवतापरक शोध कार्य की सुविधाए मुहैया करवाने के लिए सभी प्रकार के संसाधन प्रदान करवाना उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि जीवन में सफल होने के लिए अनुशासन का होना अत्यंत आवश्यक है। कुलपति ने पद ग्रहण करने से पूर्व प्रण लिया कि विश्वविद्यालय के चहुमुखी विकास के लिए वे तत्परता से कार्य करेंगे और विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारियों के सहयोग से चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा को प्रदेश के आदर्श विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करेंगे। डा. शर्मा ने हरियाणा के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने जिस भरोसे के साथ उन्हें विश्वविद्यालय के कुलपति की जिम्मेदारी सौंपी है वे उस पर खरे उतरेंगे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय तथा हरियाणा सरकार से तालमेल स्थापित करके धन की कमी को आड़े नहीं आने दिया जायेगा।
No comments:
Post a Comment