चंडीगढ़। तेजी से बढते शहरीकरण से शहरों में झुग्गी बस्तियों की बढ़ती समस्या का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि शहरी गरीबों के लिए 15 लाख से अधिक मकान बनाए जाएंगे। सिंह ने झुग्गी बस्तियों में रहने वालों के लिए शहर के बाहरी इलाके में 2400 करोड़़ रुपये की लागत वाली आवासीय परियोजना का उद्घाटन करते हुए कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि चंडीगढ़ देश में सबसे पहला झुग्गी मुक्त शहर होगा।
उन्होंने कहा 'मेरा मानना है कि इस तरह की महत्वपूर्ण परियोजनाएं देश को विकसित राष्ट्र बनने की यात्रा में एक नया आयाम प्रदान करेंगी।Ó सिंह ने कहा कि आने वाले कुछ सालों में शहरी आबादी में तेजी से वृद्धि से शहरी आधारभूत ढांचे पर जबरदस्त दबाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि देश में अगले 20 सालों में शहरी आबादी में 22 करोड़़ तक की वृद्धि होने जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा 'भारत में शहरीकरण की गति बहुत तेज है। 1971 में शहरी आबादी 11 करोड़़ थी। वर्ष 2011 तक पिछले 40 सालों में इसमें 27 करोड़़ तक की वृद्धि हो गई है। अनुमान है कि आने वाले 20 सालों में इस संख्या 22 करोड़़ तक का इजाफा और हो जाएगा।Ó
उन्होंने कहा कि शहरी आबादी में वृद्धि देश के शहरी आधारभूत ढांचे पर जबर्दस्त प्रभाव डालेगी। 'शहरों में बढ़ती हमारी झुग्गियां शहरीकरण की वजह से उत्पन्न होने वाली समस्याओं की एक तस्वीर पेश करती हैं।Ó उन्होंने कहा कि अनुमान है कि झुग्गियों में रह रहे लोगों की संख्या 2017 तक 10 करोड़़ से लेकर 10 करोड़़ 40 लाख तक बढ़ जाएगी।
उन्होंने कहा 'मेरा मानना है कि इस तरह की महत्वपूर्ण परियोजनाएं देश को विकसित राष्ट्र बनने की यात्रा में एक नया आयाम प्रदान करेंगी।Ó सिंह ने कहा कि आने वाले कुछ सालों में शहरी आबादी में तेजी से वृद्धि से शहरी आधारभूत ढांचे पर जबरदस्त दबाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि देश में अगले 20 सालों में शहरी आबादी में 22 करोड़़ तक की वृद्धि होने जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा 'भारत में शहरीकरण की गति बहुत तेज है। 1971 में शहरी आबादी 11 करोड़़ थी। वर्ष 2011 तक पिछले 40 सालों में इसमें 27 करोड़़ तक की वृद्धि हो गई है। अनुमान है कि आने वाले 20 सालों में इस संख्या 22 करोड़़ तक का इजाफा और हो जाएगा।Ó
उन्होंने कहा कि शहरी आबादी में वृद्धि देश के शहरी आधारभूत ढांचे पर जबर्दस्त प्रभाव डालेगी। 'शहरों में बढ़ती हमारी झुग्गियां शहरीकरण की वजह से उत्पन्न होने वाली समस्याओं की एक तस्वीर पेश करती हैं।Ó उन्होंने कहा कि अनुमान है कि झुग्गियों में रह रहे लोगों की संख्या 2017 तक 10 करोड़़ से लेकर 10 करोड़़ 40 लाख तक बढ़ जाएगी।
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