सिरसा।अस्पताल में उपचार के दौरान महिला की हुई मौत के चलते परिजनों ने जमकर बवाल काटा। परिजनों ने सामान्य अस्पताल के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया और मार्ग पर जाम लगा दिया। करीब तीन घंटे तक जाम लगा रहा। सूचना मिलने पर शहर थाना प्रभारी दलीप सिंह मौके पर पहुंचे और परिजनों को शांत किया।
जानकारी के अनुसार रानियां की रहने वाली सीमा पत्नी सुखदेव सिंह का विगत सात जून को महिला चिकित्सक अंजनी नारंग ने शिविर के दौरान नलबंदी की थी। अगले ही दिन महिला की तबीयत बिगड़ गई और उसे सिरसा सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया। यहां चिकित्सकों ने उसे रोहतक रैफर कर दिया। करीब तीन महीने तक सीमा रोहतक में उपचाराधीन रही। गत दिवस उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप था कि महिला चिकित्सक की लापरवाही के कारण सीमा की मौत हो गई। चिकित्सक की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने सामान्य अस्पताल में प्रदर्शन किया और अस्पताल के मुख्य द्वार को ताला जड़ दिया। यही नहीं परिजनों ने रोड जाम भी लगा दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को शांत किया। आखिरकार परिजन रोहतक में पोस्टमार्टम करवाने की बात पर मान गए और जाम खोल दिया।
जानकारी के अनुसार रानियां की रहने वाली सीमा पत्नी सुखदेव सिंह का विगत सात जून को महिला चिकित्सक अंजनी नारंग ने शिविर के दौरान नलबंदी की थी। अगले ही दिन महिला की तबीयत बिगड़ गई और उसे सिरसा सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया। यहां चिकित्सकों ने उसे रोहतक रैफर कर दिया। करीब तीन महीने तक सीमा रोहतक में उपचाराधीन रही। गत दिवस उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप था कि महिला चिकित्सक की लापरवाही के कारण सीमा की मौत हो गई। चिकित्सक की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने सामान्य अस्पताल में प्रदर्शन किया और अस्पताल के मुख्य द्वार को ताला जड़ दिया। यही नहीं परिजनों ने रोड जाम भी लगा दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को शांत किया। आखिरकार परिजन रोहतक में पोस्टमार्टम करवाने की बात पर मान गए और जाम खोल दिया।
शर्मा ने जिले राम ने किया सरेंडर
चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व ट्रांस्पोर्ट मंत्री ओ. पी. जैन, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव जिले राम शर्मा और मंत्री के पीए रहे राजेंद्र ने आज यहां पंचकूला स्थित सीबीआई कोर्ट में सरेंडर कर दिया। वहीं दोनों नेताओ ने मीडिया के सामने इस इसे षडय़ंत्र करार दिया और इसका ठीकरा हंजका और इनेलो पर फोड़ा। फिलहाल कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्याययिक हिरासत में अंबाला सेंट्रल जेल में भेजने के आदेश दिए हैं। मामला 7 जून 2011 का है, जब नेशनल डायरी ऑफ इंस्टीट्यूट करनाल के पास कर्म सिंह की लाश मिली थी।
No comments:
Post a Comment