लखनऊ। मीडिया और देश का ध्यान जब मुजफ्फरनगर के दंगे पर था तब यूपी सरकार ने गुपचुप तरीके से आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन को रद्द कर दिया। एक समाचार पत्र ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि यूपी सरकार ने चार दिन पहले ही दुर्गा शक्ति का निलंबन रद्द कर दिया गया था। हालांकि उन्हें नई पोस्टिंग नहीं दी गई है।
जब तक उन्हें नई पोस्टिंग नहीं मिल जाती तब तक वे राजस्व बोर्ड से अटैच रहेगी। हालांकि इस बारे में अभी तक आधिकारिक जानकारी नहीं आई है। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि दुर्गा शक्ति का निलंबन चार दिन पहले ही रद्द कर दिया गया था। उन्हें चुप रहने को कहा गया है,ताकि कोई नया विवाद खड़ा न हो। अधिकारी के मुताबिक कुछ वक्त के लिए दुर्गा शक्ति राजस्व बोर्ड के साथ अटैच रहेगी। एक या दो महीने बाद उन्हें नई पोस्टिंग दे दी जाएगी। उन्हें विवादित और संवेदनशील मुद्दों पर सीनियर अधिकारियों से निर्देश लेने के लिए कहा गया है। गौतम बुद्ध नगर में एसडीएम पद पर कार्यरत दुर्गा शक्ति को जुलाई में निलंबित कर दिया गया था। यूपी सरकार का कहना था कि दुर्गा शक्ति ने एक निर्माणाधीन मस्जिद की दीवार गिरवा दी थी,इससे साम्प्रदायिक तनाव उत्तपन्न हो सकता था इसलिए उन्हें निलंबित किया गया है लेकिन विपक्ष का आरोप था कि रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई के कारण उन्हें निलंबित किया गया है।
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