jubin mehta |
श्रीनगर। तमाम विरोध और धमकियों के बीच मशहूर संगीतकार जुबिन मेहता का लाइव कंसर्ट शनिवार शाम पांच बजे शुरू होगा। इसके लिए वे शुक्रवार हो ही श्रीनगर पहुंच चुके हैं। ये कंसर्ट शालीमार मुगल बाग में हो रहा
है। आतंकियों की धमकी और अलगाववादियों के विरोध को देखते हुए इस कार्यक्रम
की सुरक्षा बेहद सख्त कर दी गई है।
राज्य सरकार का कहना है कि वो हर हाल में इस कंसर्ट को कामयाब बनाकर रहेगी। इस बीच शुक्रवार शाम श्रीनगर पहुंचे मेहता ने कहा कि वो अमन का पैगाम फैलाने आए हैं।
श्रीनगर का शालीमार बाग किले में तब्दील हो गया है। जुबिन मेहता के म्यूजिकल कंसर्ट एहसास-ए-कश्मीर को लगातार धमकियां मिल रही हैं। इसलिए केंद्र और राज्य सरकार इसकी सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरतना चाहतीं। जर्मन दूतावास के सहयोग से आयोजित कराए जा रहे इस कंसर्ट की सुरक्षा तीन स्तरों पर की जा रही है। इसके लिए सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस फोर्स के जवान तैनात किए गए हैं।
शुक्रवार शाम खुद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शालीमार बाग पहुंचकर सुरक्षा इंतजाम का जायजा लिया। अब्दुल्ला ने अलगाववदियों पर निशाना साधते हुए कहा उनके सड़क पर उतरने से सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता।
जम्मू-कश्मीर के डीजी अब्दुल गनी चौधरी ने बताया कि शो के लिए हमने सब प्रबंध कर लिए हैं। सुरक्षा कड़ी है।
अलगाववादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस का कहना है कि कश्मीर की जनता इस कंसर्ट के खिलाफ है। हुर्रियत का कहना है कि श्रीनगर के हालात पूरी दुनिया से छिपाने के लिए इस कंसर्ट का आयोजन किया जा रहा है। हुर्रियत कांफ्रेंस के नेता नईम खान का कहना है कि वे म्यूजिक के खिलाफ नहीं है। यहां की आवाम इस कंसर्ट के खिलाफ हैं। जर्मनी-हिंदुस्तान के साथ मिलकर हो रहा है। ये उनकी आवाम के लिए नहीं है।
राज्य सरकार का कहना है कि वो हर हाल में इस कंसर्ट को कामयाब बनाकर रहेगी। इस बीच शुक्रवार शाम श्रीनगर पहुंचे मेहता ने कहा कि वो अमन का पैगाम फैलाने आए हैं।
श्रीनगर का शालीमार बाग किले में तब्दील हो गया है। जुबिन मेहता के म्यूजिकल कंसर्ट एहसास-ए-कश्मीर को लगातार धमकियां मिल रही हैं। इसलिए केंद्र और राज्य सरकार इसकी सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरतना चाहतीं। जर्मन दूतावास के सहयोग से आयोजित कराए जा रहे इस कंसर्ट की सुरक्षा तीन स्तरों पर की जा रही है। इसके लिए सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस फोर्स के जवान तैनात किए गए हैं।
शुक्रवार शाम खुद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शालीमार बाग पहुंचकर सुरक्षा इंतजाम का जायजा लिया। अब्दुल्ला ने अलगाववदियों पर निशाना साधते हुए कहा उनके सड़क पर उतरने से सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता।
जम्मू-कश्मीर के डीजी अब्दुल गनी चौधरी ने बताया कि शो के लिए हमने सब प्रबंध कर लिए हैं। सुरक्षा कड़ी है।
अलगाववादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस का कहना है कि कश्मीर की जनता इस कंसर्ट के खिलाफ है। हुर्रियत का कहना है कि श्रीनगर के हालात पूरी दुनिया से छिपाने के लिए इस कंसर्ट का आयोजन किया जा रहा है। हुर्रियत कांफ्रेंस के नेता नईम खान का कहना है कि वे म्यूजिक के खिलाफ नहीं है। यहां की आवाम इस कंसर्ट के खिलाफ हैं। जर्मनी-हिंदुस्तान के साथ मिलकर हो रहा है। ये उनकी आवाम के लिए नहीं है।
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