नई दिल्ली. स्वयंभू और फर्जी बाबाओं के दिन जल्द ही लद सकते
हैं। संतों की संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने जल्द ही फर्जी संतों की
लिस्ट जारी करने का फैसला किया है। परिषद इस सूची को केंद्र सरकार को
सौंपेगी ताकि सरकार अपने स्तर पर कार्रवाई कर सके। परिषद के अध्यक्ष महंत
ज्ञानदास ने इस बारे में कहा है कि गलत काम करने वाले कई लोग संत समाज में
घुस गए हैं और ये लोग आध्यात्म में रमने वाले असल लोगों की छवि खराब कर रहे
हैं।
दूसरी तरफ, इलाहाबाद हाईकोर्ट में दायर एक जनहित याचिका में स्वयंभू
बाबाओं व ज्योतिषियों के लिए राष्ट्रीय स्तर की नियामक संस्था बनाने की
मांग की गई है। याचिका उत्तर प्रदेश के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर और
उनकी पत्नी व सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने लगाई है। इस पर सुनवाई
बुधवार को होगी। याचिका में कहा गया है कि देश में बड़ी संख्या में
ज्योतिषि और स्वयंभू भगवान, बाबा और धर्मगुरु हैं। इनका लोगों पर काफी असर
है। इनमें से अधिकांश अपनी सेवाओं के बदले लोगों से विभिन्न रूपों में धन
पाते हैं।
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