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सच और झूठ के बीच कोई तीसरी चीज नहीं होती और मैं सच के साथ हूं : छत्रपति       www.poorasach.com      

Wednesday 18 September 2013

जांच अधिकारी ने दी गवाही

पत्रकार छत्रपति व रणजीत हत्याकांड में डेरा मुखी की हुई पेशी

सिरसा। पत्रकार छत्रपति व रणजीत हत्याकांड में आज सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह ने हाजिरी लगाई। इस दौरान उक्त मामलों के जांच अधिकारी रहे सीबीआई के एसपी डा. अरमानदीप सिंह ने अपनी गवाही दर्ज करवाई। न्यायालय ने उक्त मामलों में 21 सितंबर की तारीख मुकर्रर की है ज्ञातव्य हो कि पत्रकार छत्रपति व रणजीत हत्याकांड मामलों में सीबीआई ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह के खिलाफ षडय़ंत्र व हत्या सहित अन्य धाराओं के तहत न्यायालय में चालान दाखिल किया था। उक्त दोनों मामलों में गवाहियां चल रही हैं। आज न्यायालय के समक्ष रणजीत हत्याकांड मामले में जांच अधिकारी डा. अरमानदीप सिंह ने गवाही दर्ज करवाई। उन्होंने अदालत को बताया कि रणजीत की हत्या को लेकर उन्होंने डेरा सच्चा सौदा में जाकर भी जांच की थी। इस सिलसिले में डेरा प्रमुख से पूछताछ भी की गई थी। जांच के बाद उक्त हत्याकांड में डेरा प्रमुख की संलिप्तता पाई गई थी। जिसके तहत षड्यंत्र की धारा 120बी के तहत डेरा प्रमुख को आरोपी बनाया गया। अरमानदीप की गवाही दर्ज कर ली गई। जबकि गवाही पर जिरह के लिए न्यायालय ने 21 सितंबर की तारीख मुकर्रर की है। वहीं दूसरी ओर साध्वी यौन शोषण प्रकरण में डेरा प्रमुख को 5 अक्तूबर को पंचकुला में व्यक्तिगत तौर पर पेश होना होगा।

कोर्ट परिसर के बाहर जमावड़ा खतरनाक : महानिरीक्षक

सिरसा। हिसार मंडल के पुलिस महानिरीक्षक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह के पेशी के दौरान न्यायालय परिसर के बाहर एकत्रित होने वाले डेरा प्रेमियों का मामला उनके संज्ञान में है। प्रेसवार्ता के दौरान पत्रकारों द्वारा उक्त मामले पर किए गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि डेरा सच्चा सौदा के लठैतों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। पुलिस प्रशासन इस मामले में कार्रवाई के लिए विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि डेरा सच्चा सौदा से जुड़े मामले न्यायालय में निर्णायक दौर में हैं। ऐसे में डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं के अदालत परिसर के बाहर जमावड़े को हल्के में नहीं लिया जा सकता। कपूर ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सैक्सूअल असॉल्ट रिस्पोंस टीम गठित की गई है, जिसमें कंमाडों ट्रेनिंग प्राप्त महिला पुलिस कर्मी तैनात की जाएंगी। तैनाती के लिए दस्ता सिरसा भी पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि एनडीपीएस एक्ट के तहत पकड़े गए मादक पदार्थों की होली शीघ्र ही जलाई जाएगी। महानिरीक्षक शत्रुजीत ने इससे पूर्व पुलिस लाईन परिसर में नवस्थापित रोड सेफ्टी नॉलेज सेंटर का रीबन काटकर उद्घाटन किया।

नाबालिगा के गैंगरेप

सिरसा। गांव बुर्जकर्मगढ़ की एक छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
    मिली जानकारी के अनुसार बुर्जकर्मगढ़ निवासी कविता फरवाई स्थित स्कूल में आठवीं की छात्रा है। गत दिवस वह सिरसा स्थित लालबत्ती चौक पर बेसुध अवस्था में मिली। किशोरी के परिजनों को सूचित  किया गया और उसे घर पहुंचाया। छात्रा ने होश में आने के बाद बताया कि उसे दो युवक नशीली वस्तु पिलाकर कहीं ले गए और दुराचार किया। पुलिस ने चिकित्सीय जांच करवाई जिसमें रेप की पुष्टि हुई। पीडि़ता की शिकायत पर दो युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।

युवती से बलात्कार

सिरसा। भगत सिंह कालोनी की रहने वाली युवती ने एक युवक पर बलात्कार का अरोप लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
    जानकारी के अनुसार मूल रूप से मंगाला की रहने वाली राजेन्द्र कौर हाल भगत सिंह कालोनी में रह रही है। महिला का आरोप है कि उसके घर ढाणी काहन सिंह के हरपिन्द्र सिंह का आना-जाना था। आरोप है कि गत दिवस उसने उसे घर में अकेली पाकर जबरन दुराचार किया। गौरतलब है कि उक्त महिला फतहाबाद में विवाहित है। कुछ दिनों से वह सिरसा की भगत सिंह कालोनी में रह रही है। पुलिस ने हरपिन्द्र सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि अभियोग दर्ज कर लिया। गिरफ्तारी के पश्चात ही मामले का पटाक्षेप हो पाएगा।

अन्याय के खिलाफ आंदोलन

परिणाम खराब आने पर दिया धरना, किया प्रदर्शन

सिरसा। छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडैंटस फेडरेशन (ए.आई. एस.एफ.) के आह्वान पर आज राजकीय बहुतकनीकी कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा कॉलेज के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया गया और कॉलेज के मुख्य द्वार पर एक दिवसीय धरना लगाया गया। तकनीकी बोर्ड पंचकूला के नये फैसले के अनुसार प्रथम वर्ष में फेल अथवा रिपेयर छात्रों का अंतिम वर्ष में दाखिला रद्द कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाना अन्याय करार दिया। इस सम्बन्ध में ए.आई.एस.एफ. नेताओं ने आरोप लगाया है कि गेट मीटिंग के दौरान कॉलेज प्राचार्य व कुछ प्राध्यापकों ने कथित तौर पर उनके हाथ से माईक छीनने और हाथापाई की कोशिश करने के साथ-साथ धरनारत छात्रों को कॉलेज से बाहर की निकालने की धमकी दी है। ए.आई.एस.एफ. के प्रदेश संयोजक रोशन सुचान ने कहा कि विद्यार्थी शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे थे लेकिन प्राचार्य द्वारा पुलिस बुलवाकर आंदोलन को कुचलने की कोशिश की गई जो कि छात्रों के जनतांत्रिक अधिकारों पर हमला है जिसे आजाद देश के छात्र कदापि सहन नहीं करेंगे। इस दौरान छात्रों ने प्राचार्य को तकनीकी बोर्ड पंचकूला के नाम पर फैसला आने तक प्रभावित छात्रों को कक्षाएं लगाए जाने की अनुमति सम्बन्धी ज्ञापन सौंपा जिस पर प्राचार्य द्वारा कक्षाएं लगाने की मांग को मान लिया गया तथा बाकी मांगों को तकनीकी बोर्ड को भेजकर मामला करवाने का आश्वासन दिया गया। ए.आई.एस.एफ. ने मांगें पूरी करने के लिए दस दिन का अल्टीमेटम दिया है।

मौन जुलूस निकाल मांगा न्याय

सिरसा। जनता अस्पताल में डिलीवरी के दौरान हुई महिला की मौत के मामले में चिकित्सक की गिरफ्तारी को लेकर आज पीडि़तों ने मौन जुलूस निकाला। प्रदर्शनकारी विभिन्न बाजारों से होते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और उपायुक्त को शिकायत पत्र सौंपा। पीडि़तों का आरोप था कि चिकित्सक की लापरवाही के कारण गीता देवी पत्नी राजकुमार निवासी थेड़ मोहल्ला की मौत हो गई थी। पुलिस ने महिला चिकित्सक स्निग्धा खुराना व डा. आजाद सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अभियोग अंकित होने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई। उपायुक्त को शिकायत पत्र सौंपाकर चिकित्सकों की गिरफ्तारी की मांग की गई है। इस अवसर पर बालकृष्ण सांवरिया, यशपाल, बलवान सिंह, अनूप कुमार, सोहन सिंह, बंसीधर, निर्मल कुमार, इन्द्रपाल, दयानन्द, मुकेश कुमार सहित अन्य मौजूद थे।

सीडीएलयू में भड़के छात्र

सिरसा। चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में छात्र नेताओं के खिलाफ दर्ज हुए मुकद्दमें को लेकर छात्र भड़क उठे।  विद्यार्थियों ने टैगोर भवन को ताला जड़ दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व छात्र नेताओं व ठेकेदार के बीच विवाद हो गया था। इसी दौरान ठेकेदार ने छात्र नेताओं के विरुद्ध मामला दर्ज करवा दिया था। अभियोग अंकित होने पर विद्यार्थी आज विश्वविद्यालय में अंकित हुए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उग्र हुए छात्र-छात्राओं ने टैगोर भवन को ताला जड़ दिया। बाद में थाना प्रभारी दलीप सिंह मौके पर पहुंचे और छात्र-छात्राओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन विद्यार्थी नहीं माने। बाद में कुलदीप डा. राधेश्याम शर्मा, रजिस्ट्रार मनोज सिवाच, एएसपी राजेन्द्र मीणा मौके पर पहुंचे और विद्यार्थियों को गिरफ्तारी नहीं होने का आश्वासन देकर शांत करवाया।

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