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सच और झूठ के बीच कोई तीसरी चीज नहीं होती और मैं सच के साथ हूं : छत्रपति       www.poorasach.com      

Saturday, 1 March 2014

व्यापारी से 30 लाख की ठगी

असली दिखाकर दिया नकली सोना
दुकान से नकदी लेकर हुए फरार
दो पुरुष व एक महिला ने दिया ठगी को अंजाम

सिरसा। डबवाली रोड पर स्थित ताऊ दी हट्टी के संचालक को नकली सोना देकर एक महिला व दो पुरुष 30 लाख रुपये ठग कर ले गए। तीनों ने दुकानदार को पहले सोने का सैंपल दिया जिसे उसने स्वर्णकार को दिखाया। सोना असली था जिसपर उसे तसल्ली हो गई। इसके बाद तीनों पुन: दुकान पर पहुंचे और दुकानदार को अपने जाल में फंसा लिया। दुकानदार को बताया गया कि वे तीनों खुदाई का कार्य करते हैं और मिट्टी खोदते समय उन्हें सोना मिला है जिसे वे बाहर नहीं बेच सकते। आरोपियों ने दुकानदार से सारा सोना खरीदने की बात कही। दुकानदार को बताया गया कि करीब 60 लाख रुपये कीमत का सोना है जिसमें सोने की ईंट व कुछ आभूषण हैं। आरोपियों ने दुकानदार को सारा सामान दिखाया और 30 लाख रुपये में सौदा तय किया। दुकानदार ने सोना रख लिया और आरोपियों को तीस लाख का भुगतान कर दिया। इसके बाद दुकानदार ने स्वर्णकार के पास पहुंचकर सोने की जांच करवाई तो उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई। सारा सोना नकली था।
डबवाली रोड पर अरुण सिंगला पुत्र नारायण दास सिंगला की ताऊ दी हट्टी के नाम से दुकान है। दुकान पर वह वाहनों के रेडियेटर बेचने का कार्य करता है। ठगी का शिकार होने के बाद अरुण अपने पिता नारायण के साथ शहर थाना पहुंचा। शहर थाना में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत में आरोपियों का मोबाइल नंबर भी दिया गया है। अरुण का कहना है कि इसी नंबर से उसके पास फोन आया था और वह ठगी का शिकार हुआ है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

डेरा प्रमुख ने भुगती पेशी

सिरसा। साध्वी यौन शोषण व रणजीत हत्याकांड में सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष आज डेरा प्रमुख ने पेशी भुगती। इस दौरान डेरा प्रमुख के अधिवक्ता द्वारा यौन शोषण मामले में बचाव के लिए 98 गवाहों की पेश की गई सूची पर जमकर बहस हुई। सीबीआई के अधिवक्ता ने उक्त लंबी-चौड़ी सूची का विरोध किया।
ज्ञातव्य हो कि साध्वी यौन शोषण प्रकरण व रणजीत हत्याकांड में आज डेरा प्रमुख की पेशी थी। आज रणजीत हत्याकांड में सीबीआई के जांच अधिकारी रहे डा. अरमानदीप सिंह ने अपनी गवाही दर्ज करवाई। तत्पश्चात साध्वी यौन शोषण प्रकरण में डेरा प्रमुख के धारा 313 के तहत हुए बयानों के बाद बचाव पक्ष द्वारा अपने 98 गवाहों की सूची अदालत को सौंपी गई थी, जिनकी गवाही के लिए अदालत से स्वीकृति मांगी गई। सीबीआई के अधिवक्ता ने उक्त सूची पर बहस कराने की मांग की। दोनों पक्षों में जमकर बहस हुई। अदालत ने 98 में से बचाव पक्ष के 22 गवाहों को अदालत में बुलाए जाने की स्वीकृति दी है। सीबीआई के विशेष जज आरके यादव ने यौन शोषण मामले में आगामी 22 मार्च तारीख निर्धारित की है वहीं रणजीत हत्याकांड में 28 मार्च को डेरा प्रमुख को अदालत में हाजिर होना पड़ेगा। ज्ञातव्य हो कि छत्रपति हत्याकांड में भी 11 मार्च को सुनवाई होनी है।

हादसे में कैंटर चालक की मौत

सिरसा। राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गांव साहुवाला के निकट एक कैंटर व दूध के टैंकर में हुई भिड़ंत में टैंकर चालक की मौत हो गई। हादसे में कैंटर चालक भी घायल हो गया। राहगीरों ने उसे सामान्य अस्पताल पहुंचाया और सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को सामान्य अस्पताल पहुंचाया। 
मिली जानकारी के अनुसार पेहवा निवासी जगतार सिंह पुत्र कुलदीप सिंह कैंटर में कीनू लादकर अबोहर से वापिस लौट रहा था। वहीं  अबोहर निवासी सतीश पुत्र नंदलाल दूध का टैंकर लेकर गंगानगर जा रहा था। गांव साहुवाला के निकट कैंटर व टैंकर में जबरदस्त भिडं़त हो गई। हादसे में कैंटर चालक जगतार सिंह की मौत हो गई। मामले की जानकारी राहगीरों ने पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा की कार्रवाई के बाद शव को सामान्य अस्पताल पहुंचाया गया। आज यहां शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया।

ग्रामीणों ने धरे केबल चोर

सिरसा। गांव तारुआना में केबल चोरी करने वाले एक व्यक्ति को ग्रामीणों ने आज धर दबोचा। ग्रामीणों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। उल्लेखनीय है कि गांव तारुआना के किसान विगत काफी समय से खेतों में मोटरों की केबल चोरी की घटनाओं से परेशान थे। आए दिन किसी न किसी किसान के खेत से केबल चोरी की घटना सामने आ रही थी। इस संबंध में पुलिस को भी शिकायत दर्ज करवाई गई थी। 
मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह किसान बलकरण सिंह ने गांव के ही मेशी पुत्र दर्शन सिंह को अपने घर में केबल की तार को जलाकर तांबा निकालते देखा। उसने इसकी जानकारी अन्य ग्रामीणों को दी। सभी एकत्र होकर मेशी के घर पहुंचे और उससे कड़ी पूछताछ की। पूछताछ में मेशी ने अपने एक अन्य साथी लाला पुत्र भरपूर सिंह का नाम भी उगल दिया। इसके बाद आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया।

अवार्डी सरपंच पर आई आफत
सस्पेंड कर बैठाई जांच, रिकार्ड जलाने का है मामला

सिरसा। प्रदेश व केंद्र सरकार की योजनाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार से पूरे देश में अव्वल रहने पर अवार्ड हासिल करने वाले गांव कालूआना के सरपंच एक नई आफत में फंस गए हैं। दरअसल सरपंच पर आरोप है कि उन्होंने एक रिकार्ड जला डाला और इसका खुलासा आरटीआई के तहत हुआ। मामला जिला प्रशासन के पास पहुंचा तो सम्मान पाने वाले सरपंच को सस्पेंशन के ऑर्डर मिले हैं। इसके अलावा एडीसी को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। उधर सरपंच जगदेव सहारण का कहना है कि मामला हाईकोर्ट में जाने के बाद खुद की खाल बचाने के लिए प्रशासन ने आनन-फानन में निर्णय लिया है।
गांव कालूआना निवासी विजेंद्र सिंह को सरपंच की गतिविधियों पर कुछ संदेह हुआ। लिहाजा, उसने आरटीआई के तहत कुछ सवालों के जवाब मांग लिए। इसके बाद 30 जून 2011 को सरपंच की कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई और उसमें कहा गया था कि रिकार्ड जल गया, इसलिए वे विजेंद्र के सवालों का जवाब नहीं दे सकते। फिर मामला प्रशासनिक अधिकारियों के पास पहुंचा और आरोप लगाया गया कि रिकार्ड जला नहीं बल्कि जलाया गया है। सरपंच संदेह के घेरे में आ गए। जांच में यह बात पुख्ता भी हुई। इसके बाद 12 फरवरी को उपायुक्त के आदेश पर बीडीपीओ रामसिंह ने थाना सदर डबवाली में सरपंच के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया। सदर पुलिस ने सरपंच जगदेव  सहारण सहित उसके भतीजे लीलाधर तथा रोजगार सहायक प्रेम कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया था। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार इस मामले के तहत बीती 25 फरवरी को डीसी ने उक्त सरपंच को अपने कार्यालय में तलब किया और 28 फरवरी की शाम को सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए। इसके अतिरिक्त एडीसी को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।

मानवरहित फाटक पर हादसा
मृतकों की संख्या हुई छह

सिरसा। गांव सुचान के पास मानवरहित रेलवे फाटक पर हुए हादसे में मृतकों की संख्या छह हो गई। आज सुबह शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया गया। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व गांव जोधकां से वापिस लौट रहे बारातियों की कार सुचान के पास मानवरहित फाटक पर मालगाड़ी की चपेट में आ गई थी। हादसे में मौके पर ही पांच लोगों की मौत हो गई थी जबकि सुभाष पुत्र नत्थूराम और उसका पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सुभाष का दिल्ली के एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था जहां गत रात्रि उसकी मौत हो गई। आज सुबह सामान्य अस्पताल में मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर वारिसों को सौंप दिया। 

कांग्रेस रच रही सिखों को बांटने की साजिश : बलकौर
अलग कमेटी की मांग को एसजीपीसी ने बताया राजनीतिक पैंतरेबाजी
एचएसजीपीसी की मांग को लेकर संघर्षरत हैं सिख

सिरसा। हरियाणा में अलग सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की मांग को लेकर सिखों का एक धड़ा गत 14 फरवरी से सांसद अशोक तंवर के निवास के समक्ष धरने पर है। सिखों का 21 फरवरी से आमरण अनशन भी जारी है। सिखों की इस मांग को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य बलकौर सिंह ने नाजायज ठहराते हुए कहा कि यदि  हरियाणा में अलग कमेटी बनती है तो सिख सड़कों पर उतरेंगे।  सूरतगढिय़ा बाजार स्थित गुरुद्वारा दसमी पातशाही में शनिवार सुबह पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी)के सदस्य बलकौर सिंह ने कहा कि हरियाणा के सिखों की अलग कमेटी की कोई मांग नहीं है। उन्होंने कहा कि राजनीति चमकाने के लिए कुछ तथाकथित नेता इस प्रकार की मांग उठा रहे हैं। उन्होंंने कहा कि जगदीश सिंह झींडा कांग्रेस के कहने पर सिरसा में आकर लोगों को गुमराह कर रहे है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पूर्व झींडा ने पूरे प्रदेश में अपनी राजनीति चमकाने के लिए यात्रा निकाली थी तथा 90 लाख से अधिक रुपए इक_े किए थे, जिनका उसने कोई हिसाब किताब नही दिया। उन्होंने कांग्रेस पर भी आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी द्वारा सिखों को दो फाड़ करने की कोशिश की जा रही है जिसे सिख किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। बलकौर सिंह ने कहा कि हरियाणा के गुरूद्वारों में जितनी आय होती है उसका 65 प्रतिशत हरियाणा के गुरूद्वारों पर ही खर्च होता है तथा 35 प्रतिशत ही शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी को जाता है। उन्होंने बताया कि सिरसा में लड़कियों के लिए अलग से इंजीनियरिंग कालेज बनेगा। इसके लिए प्रेमनगर क्षेत्र में 15 एकड़ जमीन दी गई है। इस अवसर पर उनके साथ  जगसीर सिंह मांगेआना डबवाली, जगसीर सिंह जंडवाला, नक्षत्र सिंह पूर्व प्रधान झोरडरोही  आदि मौजूद थे।
उधर हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य अलग कमेटी की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से सांसद अशोक तंवर के निवास के समक्ष धरना दे रहे हैं। प्रदेशाध्यक्ष जगदीश सिंह झींडा का कहना है कि हरियाणा में अलग गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी शीघ्र बननी चाहिए। इस मांग को लेकर हरियाणा शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीपीसी) के नेताओं ने आमरण अनशन शुरू किया हुआ है। उन्होंने कहा कि आमरण अनशन पर बैठे जरनैल सिंह बराड़ को प्रशासन ने जबरदस्ती उठाकर उसे अस्पताल में बंधक बनाकर रखा है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों द्वारा जरनैल सिंह बराड़ को जबरदस्ती नशे के इंजेक्शन देकर सुलाया गया है। उन्होंने कहा कि जरनैल सिंह बराड़ की जगह रतिया का स्वर्ण सिंह बराड़ आमरण अनशन पर बैठ गया है। उन्होंने कहा कि वे अलग गुरुद्वारा कमेटी के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है। यदि उनकी मांग नहीं मानी जाती तो वे चुनाव में कांग्रेस का डटकर विरोध करेंगे।

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