पत्रकारवार्ता में बोले गोपाल
विधानसभा चुनाव में प्रदेश की सभी सीटों पर देंगे चुनौती
सिरसा। पूर्व गृहराज्यमंत्री और सिरसा के विधायक गोपाल कांडा का कहना है कि यदि प्रदेश की जनता चाहेगी तो वे आगामी विधानसभा चुनावों में प्रदेश की 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार मैदार में उतारेंगे। इस सम्बंध में वे पूरे प्रदेश में अपने कार्यकर्ताओं व साथियों के साथ विस्तृत चर्चा कर रहे हैं। कांडा आज अपने आवास पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछली बार कांग्रेस को समर्थन प्रदेश के विकास के लिए दिया था। प्रदेशवासियों का मन देखते हुए ही उन्होंने अब बड़े स्तर पर राजनीति में उतरने का मन बनाया है। वे अपनी पार्टी गठित करेंगे और पूरे प्रदेश में सिरसा दोहराया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिरसा के विकास में कोई भी कसर नहीं रही। हालांकि विरोधियों की साजिश के चलते रुकावट जरूर आई लेकिन अब भी विकास जारी है और आचार संहिता के बाद भी सभी परियोजनाएं पूरी की जाएंगी। जिन परियोजनाओं पर कार्य जारी है वे सभी जल्द ही जनता के सुपुर्द कर दी जाएंगी।
प्रदेश में आम आदमी पार्टी के अस्तित्व को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कांडा ने कहा कि दिल्ली व हरियाणा की राजनीति में जमीन-आसमान का अंतर है। 'आपÓ का हरियाणा में कोई अस्तित्व नहीं है। भविष्य में उनकी पार्टी द्वारा किसी अन्य पार्टी से गठजोड़ के सवाल पर उन्होंने कहा कि विकास ही उनका राजनीति मेें उतरने का आधार रहा है। इसके लिए यदि उन्हें किसी पार्टी से गठजोड़ करना पड़ा तो वे हिचकेंगे नहीं, बशर्ते वह पार्टी विकास की बात करे। उन्होंने कहा कि जनता जनार्दन ही भाग्य विधाता होती है। इसलिए वे अपनी पार्टी की नींव भी जनता से पूछे बगैर नहीं रखेंगे।
भूख हड़ताल पर बैठे विद्यार्थी
सिरसा। चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के विधि विभाग के विद्यार्थी आज विभाग को बार काउंसिल से सम्बंद्धता दिलवाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठ गए। उनके साथ विभाग के कई विद्यार्थियों ने धरना दिया। आज दिनभर विधि विभाग में हंगामा रहा। आज सुबह विधि विभाग के विद्यार्थी विभाग को बार काउंसिल से सम्बंद्धता दिलवाने की मांग को लेकर भड़क उठे। विभाग के दो छात्र रोहित, यूनुस व दो छात्राएं चंचल व ममता टैगोर भवन के समक्ष भूख हड़ताल पर बैठ गए। इनके साथ विभाग के अनेकों छात्र भी समर्थन में धरने पर बैठे। विद्यार्थियों ने कक्षाओं का बहिष्कार किया और कक्षाएं ले रहे प्राध्यापकों से भी उलझ गए। प्राध्यापकों ने हालांकि विद्यार्थियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे अड़े रहे। इस कारण आज दिन भर विधि विभाग सहित पूरे टैगोर भवन में हंगामे का माहौल रहा। विधि विभाग के विद्यार्थियों का कहना है कि बार काउंसिल से एफिलिएशन न होने के कारण उनकी पढ़ाई का कोई औचित्य नहीं रह जाता। वे अपने जीवन के कई महत्वपूर्ण साल पढ़ाई करके जब विश्वविद्यालय से बाहर निकलते हैं तो उन्हें तवज्जो नहीं मिलती। इससे उनकी पढ़ाई व्यर्थ प्रतीत होती है। भूख हड़ताल पर बैठे विद्यार्थियों का कहना था कि जब तक उनकी मांग पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक वे आंदोलन जारी रखेंगे।
No comments:
Post a Comment