सिरसा। चुनाव प्रक्रिया को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करवाने के उद्देश्य से गुजरात आम्र्ड पुलिस की दो टीमें आज सिरसा पहुंची। इनमें से एक टुकड़ी को सिरसा की बिश्नोई धर्मशाला जबकि दूसरी को डबवाली में ठहराया गया है। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनावों की कड़ी में सबसे पहले हरियाणा व दिल्ली में चुनाव होने प्रस्तावित हैं। ऐसे में प्रदेश की पुलिस के साथ सुरक्षा का जिम्मा विशेष फोर्स के हवाले रहेगा। यह फोर्स उन क्षेत्रों से मंगवाई जा रही है जहां चुनाव देरी से होंगे। ऐसे में सिरसा में जो टुकडिय़ां अद्र्धसैनिक बलों की मंगवाई गई हैं, वे गुजरात से पहुंची हैं।
आज डीएसपी टीवी रावल के नेतृत्व में 180 जवानों की दो टुकडिय़ां सिरसा पहुंची हैं। इनमें इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर तथा कांस्टेबल रैंक के जवान शामिल हैं। क्षेत्र के अति संवेदनशील मतदान केंद्र खास तौर पर इन विशेष बलों के हवाले रहेंगे। इसके अलावा भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम चुनाव के दौरान किए जाएंगे। लेकिन अति संवेदनशील व संवेशनशील मतदान केंद्रों व क्षेत्रों में इन विशेष जवानों की तैनाती काफी अहमियत रखती है।
नवसम्वत् पर टेका माथा
नवरात्र शुरू, सजे मंदिर, हुई पूजा-अर्चना
सिरसा। नव संवत 2071 के शुभारंभ पर आज डेरा बाबा सरसाईं नाथ में विशाल मेले का आयोजन किया गया। वहीं दूसरी ओर प्रथम नवरात्र पर दुर्गा मंदिरों में श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की। नव संवत के उपलक्ष्य में डेरा बाबा सरसाईनाथ में आयोजित नवसंवतोत्सव में सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया। इस अवसर पर सरसाईनाथ डेरा को भव्य तरीके से सजाया गया था। डेरे को फूलों से सजाया गया था तथा देवी देवताओं की भव्य प्रतिमाओं से पंडाल सजाया गया था। नव संवत पर डेरा बाबा सरसाई नाथ में सभी बिरादरी के लोग नतमस्तक होते हैं। श्रद्धालुओं ने बाबा सरसाईनाथ की समाधि पर भगवा रंग की चद्दर, प्रसाद आदि चढ़ाकर मनोकामनाएं मांगी। डेरा के महंत बाबा सुंदराईनाथ ने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. अशोक तंवर, रणजीत सिंह, कांग्रेसी नेत्री सुनीता सेतिया सहित अनेक गणमान्य लोगों ने डेरा में पहुंचकर बाबा की समाधि पर शीश नवाया। श्रद्धालुओं को चूरमे का प्रसाद तथा बाबा सरसाईनाथ के कलैंडर वितरित किए गए।
बाबा सरसाईनाथ ने रखी थी सिरसा की नींव:सिरसा शहर का बहुत पुराना इतिहास है। सरस्वती नदी के तट पर बसा होने के चलते सिरसा को पूर्व में सरस्वती नगर के नाम से जाना जाता था। सरस्वती नगर को 1192 ईसवी में शाहबुद्दीन गौरी ने हमला कर नष्ट कर दिया था। उस समय नगर के तत्कालीन राजा कुंवरपाल ने गौरी का डटकर मुकाबला किया लेकिन राजा की सेना गौरी की विशाल सेना के सामने ज्यादा देर टिक नहीं पाई। बताया जाता है कि इसके बाद गौरी ने सिरसा को जमकर लूटा एवं उसके बाद नगर को आग लगा दी। पूरा नगर आग की भेंट चढ़ गया। बाद में सिद्धपुरुष बाबा सरसाईनाथ ने सिरसा नगर की नींव रखी, इसलिए सिरसा को सरसाईनाथ नगरी के नाम से जाना जाने लगा। मुगल बादशाह शाहजहां के पुत्र दारा शिकोह को भी सरसाईनाथ मंदिर में जीवन दान मिला था, जिसके पश्चात शाहजहां ने लाल रंग का गुंबद निर्माण करवाया तथा शाही फरमान जारी कर हजारों एकड़ भूमि डेरा के नाम करवाई। उक्त शाही फरमान आज भी डेरा के पास है।
दूसरी ओर प्रथम नवरात्रा के आरंभ पर शहर के दुर्गा मंदिरों में श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा की पूजा अर्चना की। सालासर धाम में नवरात्रों के उपलक्ष्य में मां दुर्गा की 251 अखंड ज्योत जलाई गई। ब्रह्मणों द्वारा सत चंडी का पाठ किया जा रहा है जो अष्टमी तक निरंतर जारी रहेगा। इसके अलावा गली गोलछावाली स्थित इच्छापूर्ण हनुमान मंदिर, वहीं बी ब्लाक स्थित दूर्गा मंदिर, भादरा गेट स्थित दुर्गा मंदिर सहित शहर के अनेक मंदिरों में भी नवरात्रों को लेकर भव्य सजावट की गई। श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा को चुनरी, नारियल व अन्य पूजा सामग्री भेंट कर पूजा अर्चना की।
हादसों में दो की मौत
सिरसा। गांव चोरमार व भावदीन के पास हुए हादसों में एक बच्चे सहित दो जनों की मौत हो गई। एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे उपचार के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस ने इस संदर्भ में मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लापरवाही के वाहन चलाकर दुर्घटना करने के आरोपी चालकों की धरपकड़ के प्रयास किए जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार गांव चोरमार निवासी जगसीर पुत्र मोहन सिंह अपने 12 वर्षीय पुत्र सुखदीप के साथ साइकिल पर सवार होकर गांव लौट रहा था। गांव के निकट अज्ञात वाहन ने साइकिल को टक्कर मार दी। जिससे पिता-पुत्र सड़क पर जा गिरे। सुखदीप की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसका पिता जगसीर गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को उपचार के लिए सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे परिजनों ने निजी अस्पताल में भर्ती करवाया है। जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।
दूसरी घटना गांव भावदीन के निकट हुई। बताया गया है कि भिरडाना निवासी मांगेराम पुत्र कुशाल बाईक पर सवार होकर जा रहा था। भावदीन के निकट अज्ञात वाहन ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। दुर्घटना में मांगेराम गंभीर रूप से घायल हो गया। राहगर उसे उपचार के लिए सामान्य अस्पताल लाए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।