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सच और झूठ के बीच कोई तीसरी चीज नहीं होती और मैं सच के साथ हूं : छत्रपति       www.poorasach.com      

Saturday 10 September 2011

छत्रपति परिवार फिर डेरा के निशाने पर

सिरसा। डेरा सच्चा सौदा अपनी कुत्सित चालों से बाज नहीं आ रहा। डेरा द्वारा छत्रपति परिवार के खिलाफ पुन: साजिश रची जा रही है। इस बात का खुलासा आज उस वक्त हुआ जब डेरा की ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स का सदस्य पूरा सच कार्यालय में जबरन घुस आया। सुरक्षा एजेंसी और लोकल पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि उक्त व्यक्ति फरीदकोट के गांव मोरांवाली का निवासी है और उसका पिता गांव का भंगीदास है।
    हुआ यूं कि आज प्रात: तकरीबन 11 बजे एक युवक पूरा सच कार्यालय आ धमका। पूरा सच के संवाददाता ने उक्त युवक से कार्यालय में पहुंचने के बारे में पूछा तो वह कोई सकारात्मक जबाव नहीं दे पाया। उसके संदिग्ध रवैये को भांपते हुए पूरा सच के संपादक, स्टाफ सदस्य व उनके गनमैन ने जब उसे सच्चाई बताने के लिए दबाव डाला तो उसने बताया कि वह डेरा सच्चा सौदा का प्रेमी है। वह डेरा परिसर में कमरा नं. 13 में रह रहा है। उसे बाकी डेरा प्रेमियों की तरह बाकायदा हथियार चलाने की ट्रेनिंग डेरा में दी गई है। यह ट्रेनिंग डेरा में कैप्टन बलदेव सिंह द्वारा दी जाती है। जब उससे कार्यालय में आने का मकसद पूछा गया तो उसने बेबाकी से जबाव दिया कि उसे यहां पूरा सच कार्यालय में कैप्टन बलदेव सिंह ने भेजा है। डेरा प्रेमी ने यह भी स्वीकार किया कि उसने अब से पहले एक आदमी को 'गड्डी चढ़ायाÓ है। पूछताछ के दौरान उसने अपना नाम राजेंद्र सिंह, पिता का नाम चानन सिंह निवासी मोरांवाली जिला फरीदकोट बताया। युवक के गले में डेरा का 'एक नं.Ó लोकेट डाला हुआ था। जिस लोकेट का बाकायदा तौर पर रजिस्टर्ड नं. 1603074 अंकित था। उसके बाद युवक को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने अंशुल छत्रपति की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिंता की धारा 506, 491 के तहत मामला दर्ज किया है।
    गौरतलब है कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत सिंह ने ही पत्रकार छत्रपति की हत्या करवाई थी। इस मामले में सीबीआई द्वारा गुरमीत सिंह को मुख्य आरोपी बनाया गया है। पत्रकार छत्रपति को फरीदकोट के ही कुलदीप व निर्मल ने अपनी गोलियों का निशाना बनाया था। आज पूरा सच कार्यालय में पहुंचा डेरा प्रेमी भी फरीदकोट का है।  आस-पास के लोगों का कहना है कि सुबह 9 बजे चार लोग मोटरसाइकिल पर 'पूरा सचÓ में आए थे। उनमें से उक्त व्यक्ति वहीं रुक गया और बाकी वापिस गए चले। यह व्यक्ति काफी समय तक यहां बारीकी से नजर टिकाए हुए था।
    डेरा प्रेमी के पूरा सच कार्यालय में पहुंचने की 'योजनाÓ का खुलासा होने के बाद सुरक्षा एजेंसी ने सीबीआई को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दे दी है। अब छत्रपति परिवार की सुरक्षा की दोबारा से समीक्षा पर चिंतन किया जा रहा है।

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