सिरसा। क्षेत्र में हुई दो अलग-अलग दुर्घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन युवक घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए।
प्रथम दुर्घटना को एक शराबी कैंटर चालक ने अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि बेगू रोड पर एक तेज रफ्तार कैंटर ने सर्वप्रथम मोटरसाइकिल पर जा रहे रवि नामक युवक को पीछे से टक्कर मारी। रवि ने कैंटर का पीछा शुरू किया गया तो चालक ने रफ्तार बढ़ा दी और भागने का प्रयास किया। इसी प्रयास में कैंटर अनियंत्रित हो गया और बेगू रोड स्थित पैट्रोल पंप के पास साइकिल सवार मेला ग्राउंड निवासी सुनील को टक्कर दे मारी और आगे जाकर एक खंबे से टकरा गया। खंबे के साथ ही रिक्शा खड़ा कर खाना खा रहा रिक्शा चालक कैंटर की चपेट में आ गया। हादसे की रिक्शा चालक देवकी यादव पुत्र झुग्गर यादव की मौत हो गई। मृतक मूल रूप से झारखंड का रहने वाला था। हादसे के बाद चालक कैंटर छोड़कर फरार हो गया। उधर आसाखेड़ा ढाणी निवासी दलीप चंद पुत्र श्योकरण अपने पुत्र कैलाश के साथ मोटरसाइकिल पर जा रहा था। पीछे से अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में दलीप की मौत हो गई।
जांच को लेकर आप ने सौंपा ज्ञापन
सिरसा। आम आदमी पार्टी की जिला इकाई ने आज ओएचएम प्रबंधन के खिलाफ जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा और डा. गुलशन चौहान मामले में जांच की मांग की। ज्ञापन की प्रति राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, हाईकोर्ट के न्यायाधीश, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, राज्य उपभोक्ता फोरम सहित अन्य को भेजी गई है।
आप कार्यकर्ता नरेंद्र भटनागर, मोहन कंबोज व अन्य ने उपायुक्त को सौंपे ज्ञापन में बताया कि ओएचएम में उपभोक्ता हितों का हनन किया जा रहा है। यहां पर उपभोक्ताओं के पीने के लिए निशुल्क पानी तक की व्यवस्था नहीं है। हर चीज के दोगुने-तीगुणे भाव है तथा किसी भी चीज की खरीद पर बिल नहीं दिया जाता। मांग पत्र में पार्किंग रसीद को लेकर भी सवाल उठाया गया है कि यहां पर वाहन खड़ा करने की पर्ची की एवज में 20 रुपये लिए जाते है और इसके लिए जवाबदेही मात्र 250 रुपये की दर्शायी गई है। मांगपत्र में बताया गया है कि सिविल अस्पताल के डा. गुलशन चौहान द्वारा ओएचएम प्रबंधन के खिलाफ वाद दायर किया गया है, जिसके कारण उनके खिलाफ झूठी शिकायत दी गई है।
टीएनए परीक्षा का बाहिष्कार
सिरसा। शिक्षा विभाग द्वारा ली जा रही ट्रेनिग नीड एसेस्मेंट परीक्षा का आज जिलाभर के प्राथमिक शिक्षकों ने बाहिष्कार कर दिया और परीक्षा केन्द्रों के समक्ष धरने पर बैठ गए। राजकीय प्राथमिक शिक्षा संघ व हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के आह्वान पर प्रदेशभर में प्राथमिक अध्यापकों ने विभाग द्वारा ली जा रही इस परीक्षा को बेमानी बताया। आज सुबह टीएनए परीक्षा शुरू हुई तो स्कूलों में इक्का-दुक्का अध्यापक ही परीक्षा देने पहुंचे। कई जगह तो एक भी परीक्षार्थी नहीं था। संघ के आह्वान पर अध्यापकों ने अपने-अपने स्कूल के बाहर ही धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। अध्यापकों का आरोप है कि परीक्षा लेकर उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है। यह सरकार की निजी क्षेत्र को लाभ पहुंचाने की नीति है। उन्होंने कहा कि इस परीक्षा का कोई औचित्य नहीं है। परीक्षा लेकर केवल अध्यापकों के सब्र का इम्तिहान लिया जा रहा है। उधर जिला शिक्षा अधिकारी कुमकुम ग्रोवर ने विभिन्न सेंटरों का निरीक्षण किया और धरनारत अध्यापकों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन अध्यापक टस से मस नहीं हुए।
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