थ्री टॉयर होंगे सुरक्षा के प्रबंध
मतगणना से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी नहीं ले जा सकेंगे मोबाइल
पंचायत भवन में हुई रिहर्सल
सिरसा। आगामी 16 मई को लोकसभा चुनाव की मतगणना और अधिक पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से इस बार भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा सिरसा लोकसभा क्षेत्र के मतगणना केन्द्रों में दो मतगणना पर्यवेक्षक (काउंटिंग आब्जर्वर) नियुक्त किए गए हैं जिनमे से एक सिरसा के मतगणना केन्द्र में तथा दूसरा पर्यवेक्षक फतहाबाद जिला के मतगण्ना केन्द्र में तैनात रहेंगे। यह जानकारी रिटर्निंग अधिकारी डा. अंशज सिंह ने आज पंचायत भवन में मतगणना के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में दी। आज सुपरवाईजर, मतगणना सहायक तथा स्टेटिक माइक्रो ऑब्जर्वर को प्रशिक्षण दिया गया और मशीन से मतगणना की पूरी प्रक्रि या बारे विस्तार पूर्वक बताया गया।
उपायुक्त डा अंशज सिंह ने मशीन की पहली सील खोलने से लेकर मतों की गणना तक की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सभी टेबल इंचार्ज मशीनों के डाटा को फार्म नं. 17 ए के डाटा से मिलान करें और किसी भी तरह का अंतर दिखाई दे तो वे तुरन्त सम्बन्धित ए आर ओ को इसकी सूचना दें। उन्होंने कहा कि पूरे आत्मविश्वास और धैर्य के साथ मतगणना की प्रक्रिया पूरी करें। मशीन में किसी प्रकार की दिक्कत आने पर मतगणना केन्द्र में सम्बन्धित ए आर ओ के साथ-साथ ईवीएम इंजीनियर व मास्टर टे्रनर मौजूद रहेंगे इसलिए किसी भी प्रकार की दिक्कत की कोई संभावना नहीं है।
उन्होंने बताया कि मतगणना केन्द्रों में सबसे पहले बैलेट पेपरों की गिनती की जाएगी। सिरसा व फतहाबाद के मतगणना केन्द्रों में 400 से अधिक कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सिरसा में मतगणना के लिए 65 टीमें बनाई गई हैं। प्रत्येक टीम में तीन-तीन कर्मचारी सदस्य होंगे। सिरसा के सभी पांच विधानसभा क्षेत्र के मतगणना केन्द्रों में 10-10 टेबल लगाई गई हैं जबकि फतहाबाद व जींद जिला के सभी चार विधानसभा क्षेत्रों में 14-14 टेबल लगाई गई हैं। इस तरह से सिरसा जिला में पडऩे वाले सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों में 18 से 20 राउंउ की मतगणना प्रक्रि या होगी। उन्होंने बताया कि मतगणना केन्द्रों के आसपास व अन्दर सुरक्षा के सभी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत सुरक्षा की दृष्टि से मतगणना केन्द्रों के 300 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि मतगणना केन्द्रों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। राजकीय महिला बहुतकनीकी कालेज के आस पास आठ नाके लगाए गए हैं जिन सभी पर उप निरीक्षक पुलिस को इंचार्ज बनाया गया है। मतगणना केन्द्र भवन परिसर व आसपास के क्षेत्र में जिला पुलिस व रिजर्व पुलिस की पांच कम्पनियां तैनात होंगी जो चप्पे-चप्पे पर नजर रखेगी और अनाधिकृत किसी भी व्यक्ति को मतगणना केन्द्रों में नहीं जाने दिया जाएगा। मतगणना के लिए थ्री टॉयर सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। सभी विधानसभा क्षेत्रवार मतगणना केन्द्रों में डयूटी मैजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। इसके साथ-साथ सुरक्षा का जिम्मा सुरक्षा अधिकारियों को सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि मतगणना केन्द्रों में किसी भी व्यक्ति को मोबाईल फोन, पैन, पेन्सिल व किसी भी प्रकार की वस्तु ले जाने की इजाजत नहीं होगी। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त शिवप्रसाद शर्मा, चुनाव तहसीलदार चंदुलाल सैनी सहित मतगणना डयूटी पर लगे सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
शिक्षामंत्री का पुतला फूंका
सिरसा। दलित एवं पिछड़ा वर्ग महापंचायत संघ व हरियाणा बेरोजगार युवा संगठन के जिलाध्यक्ष विजय कंडारा के नेतृत्व में बच्चों के अभिभावकों ने आज अंबेडकर चौक पर प्रदेश की शिक्षा मंत्री व शिक्षा विभाग के निदेशक का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की।
विजय कंडारा ने कहा कि शिक्षा विभाग ने गरीब परिवारों के बच्चे जो कि धारा 134-ए के अंतर्गत आते हैं, उन पर लर्निंग लेवल असेसमैंट टेस्ट थोपकर इस वर्ग का अपमान किया है। शिक्षा विभाग के पास ऐसा कोई आदेश नहीं है जिसके तहत बच्चों पर इस टेस्ट का बोझ डाला जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग ने स्वयं पूर्व में कहा था कि किसी बच्चे का टेस्ट नहीं लिया जाएगा। जब तक प्रदेश सरकार निजी स्कूलों की मान्यता रद्द नहीं करती तब तक निजी स्कूल अपनी मनमर्जी करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि संगठन द्वारा इस संबंध में प्रदेश के राज्यपाल को भी एक ज्ञापन सौंपकर इस दिशा में तुरंत कार्रवाई करने बारे लिखा जाएगा क्योंकि सरकार तीन माह का समय बीत जाने के बावजूद भी इन मासूम बच्चों के भविष्य का कोई फैसला नहीं कर पाई। जिन बच्चों ने धारा 134-ए के तहत दाखिला लिया है उन पर भी निजी स्कूल अपनी मनमर्जी थोप रहे हैं। जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। उन्होंने कहा कि लर्निंग लेवल असेसमेंट टेस्ट के लिए जिलाभर से कुल 1208 बच्चों ने आवेदन किया था जबकि परीक्षा में केवल 282 बच्चे ही बैठे। ऑन-लाइन आवेदन पर फोटो न होने के कारण 34 बच्चों को परीक्षा केंद्र में जाने से रोका गया जिस पर अभिभावकों ने हंगामा किया। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी के आने पर परीक्षा में उक्त विद्यार्थियों को बैठने की अनुमति मिली लेकिन इस दौरान इन विद्यार्थियों का एक घंटा खराब हो चुका था। इस प्रकार प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग ने अपनी मनमर्जी करते हुए बच्चों के भविष्य को अधर में लटका दिया है। बाद में संघ के प्रदेशाध्यक्ष वीर शांतिस्वरूप, जिलाध्यक्ष विजय कंडारा, महिला प्रधान कौशल्या देवी, एकता कपूर, अनिता रानी, ओमप्रकाश, अवतार सिंह, विक्रम सिंह, विनोद कुमार, रेशमा देवी, जुगल किशोर आदि ने प्रदेश की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल व शिक्षा विभाग के निदेशक का पुतला फूंका और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कृषि से जुड़े व्यवसायों को दिया जाएगा बढ़ावा
सिरसा। जिला में कृषि से जुड़े अन्य व्यवसायों को बढ़ावा देने के लिए इंटरग्रेटिड फार्मिंग योजना पर बल दिया जाएगा ताकि किसान मधुमक्खी, पशु पालन, मत्स्य पालन तथा बागवानी जैसे व्यावसायों को अपना कर स्वयं को समृद्ध बना सकें और देश की आर्थिक व्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। यह बात सिरसा के उपायुक्त डा अंशज सिंह ने आज कृषि ज्ञान केन्द्र में कांफ्रेस हाल के जीर्णाेद्धार का उद्घाटन करने पश्चात कही। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त श्री शिवप्रसाद शर्मा, कृषि विज्ञान केन्द्र के समन्वयक डा लक्ष्यवीर सिंह बैनीवाल, उप निदेशक कृषि वजीर सिंह व अन्य अधिकारी उपस्थित थे। उपायुक्त ने बताया कि इस कांफ्रेस हाल के जीर्णाेद्धार पर 30 लाख रुपए की राशि खर्च की गई है और हाल को पूरी तरह वातानुकूलित बनाया गया है। हॉल में गद्देदार कुर्सियों के साथ-साथ आधुनिक स्तर का साउंड सिस्टम व स्टेज तैयार किया गया है। हाल में 300 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता की गई है। यह कांफ्रे स हाल कृषि व्यवसाय से जुड़े कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुंचाने में मील का पत्थर साबित होगा। हाल को पूरी तरह अपग्रेड करके इसे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का लुक दिया गया है। कृषि ज्ञान केन्द्र द्वारा आयोजित किए जाने वाले सेमिनार, कार्यक्रमों के साथ-साथ कोई भी विभाग यहां अपने कार्यक्रम आयोजित कर पाएगा जिनसे हाल को व्यवस्थित रखने के लिए वाजिब से वाजिब किराया लिया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर कृषि ज्ञान केन्द्र की गतिविधियो बारे भी विस्तार पूर्वक जानकारी ली और कहा कि कृषि वैज्ञानिक अधिक से अधिक किसानों तक कृषि से सम्बन्धित योजनाएं, कार्यक्रम लेकर जाएं जिससे किसान नई तकनीक अपनाए और फसल पैदावार में बढ़ौतरी हो।
उल्लेखनीय है कि शेरपुरा मोड़ के निकट खड़ी जायलो को स्कारपियो ने पीछे से टक्कर मार दी थी। जायलो पर नीलम पत्नी महेन्द्र निवासी फतहाबाद, उसका पुत्र नक्श व मां शकुंतला देवी सवार थे। गाड़ी चालक सोनू चला रहा था। चालक ने जायलो को शेरपुरा मोड़ के पास सड़क किनारे रोका। इस दौरान पीछे से आ रही स्कारपियों ने टक्कर मार दी। हादसे में अढ़ाई वर्षीय बच्चे नक्श की मौके पर ही मौत हो गई जबकि नीलम, शकुंतला व सोनू घायल हो गए। तीनों घायलों को उपचार के लिए सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उपचार के दौरान नीलम की गत रात्रि मौत हो गई। बताया गया है कि नीलम करीब चार माह की गर्भवती थी। अस्पताल में शव पोस्टमार्टम के बाद आज परिजनों को सौंप दिए गए। पुलिस ने इस संदर्भ में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बच्चे के बाद गर्भवती मां की भी मौत
सिरसा। शेरपुरा मोड़ के निकट गत सायं हुए हादसे में घायल गर्भवती महिला की सामान्य अस्पताल में मौत हो गई। हादसे में मृतका के एक बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई थी। सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए।उल्लेखनीय है कि शेरपुरा मोड़ के निकट खड़ी जायलो को स्कारपियो ने पीछे से टक्कर मार दी थी। जायलो पर नीलम पत्नी महेन्द्र निवासी फतहाबाद, उसका पुत्र नक्श व मां शकुंतला देवी सवार थे। गाड़ी चालक सोनू चला रहा था। चालक ने जायलो को शेरपुरा मोड़ के पास सड़क किनारे रोका। इस दौरान पीछे से आ रही स्कारपियों ने टक्कर मार दी। हादसे में अढ़ाई वर्षीय बच्चे नक्श की मौके पर ही मौत हो गई जबकि नीलम, शकुंतला व सोनू घायल हो गए। तीनों घायलों को उपचार के लिए सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उपचार के दौरान नीलम की गत रात्रि मौत हो गई। बताया गया है कि नीलम करीब चार माह की गर्भवती थी। अस्पताल में शव पोस्टमार्टम के बाद आज परिजनों को सौंप दिए गए। पुलिस ने इस संदर्भ में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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