सिरसा। आमजन के सहयोग के लिए बनी पुलिस की कार्रवाई कई बार लोगों को सांसत में डाल देती है।रानियां चुंगी निवासी इंद्र सिंह पुलिसिया कार्रवाई से इस कद्र परेशान है कि उसे अपने पुत्र को ढूंढने के लिए पुलिस अधीक्षक व डीजीपी से हस्तक्षेप की गुहार लगानी पड़ी है। खास बात यह है कि मामला जून 2013 का है जबकि पुलिस द्वारा इस मामले में शिकायत के बावजूद एफआईआर ही नवम्बर 2013 में दर्ज की गई। इस बीच पुलिस लगातार पीडि़त को गुमराह करती रही।
मिली जानकारी के अनुसार रानियां चुंगी निवासी इंद्रसिंह का 22 वर्षीय पुत्र जगसीर 7 जून 2013 को लापता हो गया था। काफी तलाश के बावजूद जब परिजनों को उसका कुछ पता नहीं चला तो सब्जी मंडी चौकी में शिकायत दर्ज करवाई गई। पुलिस की ओर से पीडि़त को आश्वासन दिया गया कि शीघ्र ही उसके पुत्र को तलाश लिया जाएगा। इंद्र सिंह समय-समय पर चौकी पहुंचकर मामले बाबत जानकारी प्राप्त करता रहा। आखिरकार जब नवम्बर तक भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया तो उसने एफआईआर की प्रति मांगी और उच्चाधिकारियों के समक्ष तलब होकर शिकायत करने की बात कही। इस पर थाना प्रभारी ने उसे बताया कि एफआईआर अभी तक दर्ज ही नहीं की गई थी। उन्होंने शिकायत के करीब 5 माह बाद 8 नवम्बर 2013 को इंद्र सिंह के हंगामे के बाद भादंसं की धारा 346 के तहत एफआईआर दर्ज कर मामले पर लीपापोती के प्रयास शुरू कर दिए। इसके बावजूद जगसीर का कोई अता-पता पुलिस ने नहीं लगाया। पुलिस की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध इंद्र सिंह ने अब पुलिस अधीक्षक व प्रदेश के डीजीपी को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई की मांग की है।
उद्घाटन पत्थर तोडऩे के आरोप में मामला दर्ज
सिरसा। नलकूप का उद्घाटन पत्थर तोडऩे के मामले में पुलिस ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उल्लेखनीय है कि 16 फरवरी को गली डाकौता वाली में लगाए गए नए ट्यूबवैल का उद्घाटन सांसद अशोक तंवर द्वारा किया जाना था। मौके पर उद्घाटन पत्थर स्थापित किया गया। सांसद का प्रतिनिधित्व करते हुए उनकी पत्नी द्वारा उद्घाटन किए जाने की योजना थी। इसी दौरान वार्डवासियों ने अवंतिका द्वारा उद्घाटन किए जाने का विरोध किया और उद्घाटन पत्थर को तोड़ डाला। इस मामले में शहर थाना पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
कार-ट्रक में भिड़ंत, छह घायल
सिरसा। राष्ट्रीय राज मार्ग नंबर दस पर गांव मिठड़ी के समीप ट्रक ने कार को टक्कर मार दी। हादसे में कार सवार दो महिलाओं व एक बच्ची समेत छह लोग घायल हो गए। राहगीरों ने घायलों को उपचार के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया।
अस्पताल में उपचाराधीन वार्ड पांच निवासी रणजीत सिंह (39) ने बताया कि सोमवार रात को आठ बजे के करीब वह अपनी पत्नी ममता (37), भतीजा विजय (20), तीन वर्षीय पोती पूनम व राजस्थान के रायसिंह नगर निवासी बहन बिमला देवी (40), भानजा कालू राम (21) के साथ कालांवाली से वेगनॉर कार पर सवार होकर डबवाली की ओर आ रहा था। उसने बताया कि गांव मिठड़ी के समीप सामने से दो ट्रक बराबर आ रहे थे। उसने बचने के लिए कार को सड़क से नीचे उतार लिया। इसके बावजूद एक ट्रक ने कार में टक्कर मार दी। जिससे उसकी गाड़ी पलटते-पलटते बची। हादसे के बाद दोनों ट्रकों के चालक मौका से फरार हो गए। हादसे में कार सवार सभी छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
अफीम में मिलाकर दिया जहर, कार्रवाई की मांग
सिरसा। सप्लायर द्वारा अफीम में जहरीला पदार्थ मिलाकर देने के खिलाफ एक व्यक्ति ने बड़ागुढ़ा पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई है। इस मामले में पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने पर पीडि़त ने पुलिस अधीक्षक सौरभ सिंह को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। गांव कालूआना निवासी संदीप उर्फ बालाजी पुत्र जीत राम यहां डबवाली रोड स्थित साईं अस्पताल में उपचाराधीन है। पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में संदीप ने बताया कि वह अफीम के नशे का सेवन करता है। विगत 12 फरवरी को वह अफीम लेने गांव भंभूर निवासी पाल सिंह के पास गया था। आरोप है कि पाल सिंह ने अफीम में जहरीला पदार्थ मिलाकर उसे दे दिया। अफीम के सेवन से वह बेसुध हो गया। परिजनों ने उसे यहां साईं अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना के बाद मामले की जानकारी बड़ागुढ़ा थाना में दी गई और आरोपी पाल सिंह पर कार्रवाई की मांग की गई। इस मामले में बड़ागुढ़ा पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। आखिरकार आज संदीप ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र लिखकर बड़ागुढ़ा पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान लगाए हैं। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच करवाने का आश्वासन दिया है।
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