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Wednesday 26 February 2014

मासूम बनी हवस की शिकार

बच्ची की हत्या का प्रयास
आरोपी पुलिस गिरफ्त में

सिरसा। दरिंदगी की हदें पार करते हुए गत रात्रि एक नशेड़ी ने अढ़ाई वर्ष की बच्ची को हवस का शिकार बनाया। यही नहीं उसने मासूम के सिर पर ईंट से वार कर मौत के घाट उतारने का भी प्रयास किया। बच्ची को फिलहाल एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया है। वह कोमा में है। आरोपी पुलिस गिरफ्त में है और उसने अपना जुर्म कबूल लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार लक्खी तालाब मोहल्ला निवासी सनी की अढ़ाई वर्षीय पुत्री कल देर शाम घर के बाहर खेल रही थी। इसी दौरान इन्द्रपुरी मोहल्ला निवासी रिक्शा चालक आजाद बच्ची को टॉफी खिलाने  का लालच देकर नेहरू पार्क ले गया। वहां जाकर उसने बच्ची के साथ बलात्कार किया। हवस की आग में सुरा के सुरुर ने घी का काम किया और बलात्कार के बाद भी उसकी आत्मा नहीं जागी। उसने बच्ची को मौत के घाट उतारने की ठान ली। पास ही पड़ी ईंट उठाई और मासूम के माथे पर दे मारी। इतने में बच्ची की चीख-चिल्लाहट सुनकर वहां लोग पहुंचे और उन्होंने आजाद को पकड़ लिया। बच्ची को तुरंत शहर के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस के अनुसार आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। आज उसे अदालत में पेश किया गया।
उधर अस्पताल में बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है। बच्ची का सिर बुरी तरह से कुचला गया है। आज सामान्य अस्पताल से भी चिकित्सकों की एक टीम ने निजी अस्पताल पहुंचकर बच्ची के ईलाज का जायजा लिया। चिकित्सकों के अनुसार अगले 72 घंटे बच्ची की जिंदगी के लिए अहम हैं।

सूफी गायकों ने बाबा तारा कुटिया में बांधा समां

सिरसा। रानियां रोड स्थित श्री बाबा तारा कुटिया में शिवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में गत रात्रि आयोजित भजन संध्या में सुफी कलाकार कंवर ग्रेवाल, नूर सिस्टर्स, सतवंत बाशा, समीर हयात ने बाबा भोले नाथ व तारा बाबा की महिमा का गुणगान किया। भजन संध्या का शुभारंभ कुटिया के मुख्य सेवक गोबिंद कांडा ने बाबा तारा के भव्य स्वरूप के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया। सूफी गायक कंवर ग्रेवाल ने-ना जाईं मस्तां दे वेहड़े, मस्त बना देणगे बीबा, तेरी बीन उत्ते जोगिया रूह मेल दी मेरी, इश्क बुल्ले नू नचावें यार ते नचणा पैंदा ए, वाह वाह रे मौज फकीरां दी, मैं कमली की जाना रमजां यार दियां भजन प्रस्तुत किए। जिनपर श्रद्धालु देर रात तक झूमते रहे। कंवर ग्रेवाल ने अपने भजनों के माध्यम से धार्मिक एकता व भाईचारे का संदेश भीदिया।
भजन संध्या के अंत में नूर सिस्टर्ज ज्योति-सुल्ताना ने सूफियाना अंदाज में भजन जुगनी को भक्तों ने जमकर सराहा। वहीं दिलेर मेहंदी के भतीजे सतवंत बाशा ने-नमो-नमो विश्वकर्ता, तेरे दर की क्या तारीफ करूं, तेरे दर पर रहमत बरसे तारा आदि भजन गाए तथा कन्या भ्रूण हत्या को रोकने का संदेश भी अपने भजनों के माध्यम से दिया। सूफी गायक हमसर हयात के पुत्र समीर हयात निजामी ने-जोगिया मैं जोगिया मैं बाबा का जोगिया, सर से लगाले तारा कुटिया की मिट्टी आदि भजनों के माध्यम से बाबा तारा व शिव भोले का गुणगान किया। सूफी एंकर हेमंत वालिया ने शेरों-शायरी से कला के माध्यम से भारी संख्या में उमड़े श्रद्धालुओं को बांधे रखा। मंच संचालन प्रेम सैनी व नरेश सैनी ने किया। कार्यक्रम का समापन पर गोबिंद कांडा ने बाबा तारा की आरती की। उन्होंने कहा कि शिवरात्रि पर्व पर 27 फरवरी को कुटिया परिसर में भंडारे व हवन यज्ञ का आयोजन किया जाएगा।

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