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Wednesday 5 February 2014

पिपली हत्याकांड में दोषी को सात साल कैद

सिरसा। बहुचर्चित पिपली चौहरे हत्याकांड में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश आरपी गोयल की अदालत ने आज दोषी को सात साल कारावास व एक लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाकर दंडित किया है। पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था, लेकिन ठोस सबूतों के अभाव में तीन आरोपियों को अदालत ने बरी कर दिया।
ज्ञातव्य हो कि थाना कालांवाली क्षेत्र के गांव पिपली में 30 सितंबर 2010 की रात यशपाल सिंह, दर्शन सिंह, हरदीप सिंह उर्फ निक्का और उनकी मां हरदेव कौर आंगन में सोये थे। एक अक्तूबर की सुबह उक्त सभी अपनी-अपनी चारपाई पर मृत मिले। एक साथ पूरे परिवार की मौत की घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस ने मृतकों के चाचा सुरजीत सिंह पुत्र अजमेर सिंह निवासी पिपली के बयान दर्ज किए। बयान में सुरजीत सिंह ने बताया कि वे तीन भाई हैं। छोटे भाई सौदागर सिंह की दस साल पहले मौत हो चुकी है। सौदागर सिंह की पत्नी हरदेव कौर अपने तीन बेटों यशपाल, दर्शन व हरदीप सिंह के साथ गांव में रहती थी। यशपाल की पत्नी सुनीता पति से अनबन होने के कारण अपने मायके बठिंडा चली गई थी।
जांच के दौरान पुलिस ने इस मामले में देसूजोधा निवासी रणधीर सिंह उर्फ गोगी व बलविंद्र सिंह को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उक्त आरोपियों ने खुलासा किया कि घटना के पांच दिन पूर्व गांव फूलो निवासी अमरजीत सिंह पिपली गया था। उस दिन सुरजीत सिंह के साथ अमरजीत सिंह, उग्र सिंह, रणधीर सिंह व जसकरण सिंह ने मिलकर हत्या की योजना बनाई। इसके बाद 30 सितंबर की रात को अपनी-अपनी चारपाई पर सोये हुए यशपाल सिंह, दर्शन सिंह, हरदीप सिंह व हरदेव कौर की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। मामले का निपटारा करते हुए न्यायधीश आरपी गोयल की अदालत ने हत्यारोपी रणधीर सिंह पुत्र गुरजंट सिंह को दोषी करार दिया, जबकि अन्य आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया।

सड़क हादसे में मोटरसाइकिल सवार युवकों की मौत

सिरसा। गांव पतली डाबर के पास आज सुबह सड़क दुर्घटना में मोटरसाइकिल सवार दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई। सूचना मिलने पर डिंग थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए।
मिली जानकारी के मुताबिक ढाणी माजरा निवासी परमिंदर सिंह पुत्र रणजीत सिंह व ढाणी चानन निवासी सुनील पुत्र काशी राम फोटोग्राफर थे। दोनों आज सुबह मोटरसाइकिल पर सवार होकर ढाणी फग्गू वाली में एक समारोह में फोटोग्राफी करने जा रहे थे। गांव पतली डाबर के पास अज्ञात वाहन ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। हादसे में परमिंदर व सुनील बुरी तरह घायल हो गए। राहगीरों ने उन्हें सामान्य अस्पताल पहुंचाया। यहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।  बताया गया है कि मृतक सुनील की छह माह पूर्व ही शादी हुई थी जबकि परमिंदर 2 बच्चों का पिता था। डिंग थाना पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर लिया है।

प्रेमी जोड़ा फरार

सिरसा। गांव खुईयां नेपालपुर से एक प्रेमी जोड़ा गत रात्रि फरार हो गया। पुलिस ने युवती के परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर प्रेमी जोड़े की तलाश शुरु कर दी है।
जानकारी के अनुसार गत रात्रि गांव खुईयां नेपालपुर से एक प्रेमी जोड़ा फरार हो गया। बताया जा रहा है कि युवक-युवती के परिजनों की ओर से दोनों की शादी पर सहमति नहीं जताई जा रही थी जबकि युवक-युवती शादी करना चाहते थे। परिजनों द्वारा शादी की अनुमति नही मिलने पर गत रात्रि दोनों घर से फरार हो गए। युवती के परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस में दी है जिसके बाद पुलिस ने दोनों की तलाश शुरू कर दी है।

धरने-प्रदर्शनों के नाम रहा आज का दिन 


सिरसा। आज का दिन धरने-प्रदर्शनों के नाम रहा। चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में गैर शिक्षकों, बर्खास्त औद्योगिक सुरक्षा कर्मियों, बिजली कर्मी व अनुबंधित कंप्यूटर शिक्षकों ने विभिन्न मांगों को लेकर धरना देकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में बुधवार गैर शिक्षक कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर लाइब्रेरी के समक्ष धरना देकर प्रदर्शन किया। कर्मचारी संघ के प्रधान महेंद्र बैनीवाल ने कहा कि सीडीएलयू में कर्मचारियों की भर्ती न होने के कारण काम का बोझ बहुत ज्यादा है जिस कारण कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे लंबे समय से मांग उठा रहे हैं लेकिन सीडीएलयू प्रशासन द्वारा भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की जा रही। उन्होंने कहा कि ठेकेदारी प्रथा को दिए जा रहे बढ़ावे के खिलाफ भी उनका संघर्ष जारी रहेगा।
धरने पर बैठे कंप्यूटर शिक्षक:अनुबंधित कंप्यूटर शिक्षक वेतन की मांग को लेकर बुधवार को लघु सचिवालय स्थित उपायुक्त कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे। कंप्यूटर शिक्षकों ने बताया कि उन्हें 22 माह से वेतन नहीं मिला है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनको ठेकेदार के अंर्तगत न रखकर विभाग के अंर्तगत रखा जाए।
बिजली कर्मी गरजे:बिजली कर्मियों ने भी आज लंबित मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। बिजली कर्मी 33 केवी सब स्टेशन के गेट पर एकत्रित हुए और विभिन्न मांगों को लेकर नारेबाजी की। कर्मचारी नेता राजमंदिर, विजयपाल जाखड़, अविनाश कंबोज, मनी राम आदि ने बताया कि वे यूनियन के बैनर तले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं लेकिन सरकार की और से उन्हे आश्वासन ही मिल रहे हैं।
बर्खास्त औद्योगिक सुरक्षा जवानों का अनशन जारी:नौकरी बहाली की मांग को लेकर बर्खास्त औद्योगिक सुरक्षा कर्मियों का अनशन बुधवार को भी जारी रहा। लघु सचिवालय के समक्ष अनशन पर बैठे जवानों का कहना है कि जब तक सरकार द्वारा उनकी नौकरी बहाल नहीं की जाती तब तक उनका अनशन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि वे आगामी लोकसभा चुनावों में सरकार की खिलाफत करेंगे जिसके लिए प्रदेश स्तर पर रणनीति तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि सरकार ने उन्हें नौकरी से निकाल कर बेरोजगार कर दिया है। सरकार साढ़े तीन हजार परिवारों को भूख मरने के लिए विवश कर रही है। उन्होंने कहा कि सिरसा के सांसद अशोक तंवर की जय सिरसा लोकसभा यात्रा का सिरसा में काले झंडे दिखाकर कर विरोध किया जाएगा। बाद में उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

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