सेंसर बोर्ड में सनसनी
चेयरमैन के बाद एक और सदस्य ने दिया इस्तीफा
नई दिल्ली। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख द्वारा बनाई गई फिल्म को ट्रिब्यूनल से मिली मंजूरी के बाद सेंसर बोर्ड में सनसनी फैल गई है। फिल्म प्रमाणन अपीलीय न्यायाधिकरण यानी एफसीएटी द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष लीला सैमसन ने इस्तीफा दे दिया। सैमसन ने कहा कि सेंसर बोर्ड की ओर से लिखित तौर पर इस फिल्म को रिलीज करने की अनुमति अभी तक नहीं दी गई है।
इस फिल्म में राम रहीम को 'भगवान' के तौर पर पेश किया गया है और इसी को लेकर सेंसर बोर्ड ने आपत्ति जाहिर की थी। सैमसन से जब यह पूछा गया कि क्या उन्हें मीडिया में आई उन ख़बरों की जानकारी है, जिनमें बताया जा रहा है कि फिल्म को प्रदर्शन के लिए मंजूरी दी जा चुकी है, सैमसन ने कहा कि उन्हें इन बातों की जानकारी तो है, लेकिन अब तक लिखित में कोई बात सामने नहीं आई है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने निर्णय के बारे में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को बता दिया है।
लीला सैमसन ने इस्तीफे के बारे में बताते हुए अपने कामकाज में दखल और भ्रष्टाचार की बातें कही हैं। माना जा रहा है कि उनका इशारा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से जुड़े अफसरों की तरफ है। लीला के अनुसार, उन्हें एक ऐसे संगठन का मैनेजमेंट करना पड़ा है जिसके बोर्ड की नौ महीने से ज्यादा समय से बैठक नहीं हुई, क्योंकि मंत्रालय के पास सदस्यों की बैठक को अनुमति देने के लिए फंड नहीं है। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड के सभी सदस्यों और अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, लेकिन नई सरकार ने नया बोर्ड और अध्यक्ष नियुक्त नहीं किया है। सेंसर बोर्ड की एक अन्य सदस्य नंदिनी सरदेसाई ने भी लीला सैमसन के उन आरोपों का समर्थन किया, जिनमें सैमसन ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का नाम लिए बिना इशारों में उससे जुड़े अफसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। सरदेसाई ने कहा, 'हम सबने फिल्म देखी। हम सभी का सामूहिक फैसला था कि फिल्म जनता के देखने लायक नहीं है। आम तौर पर ट्रिब्यूनल 15 से 30 दिन में फिल्म की रिलीज पर फैसला लेता है, लेकिन 'मैसेंजर ऑफ गॉड' को 24 घंटे में अनुमति मिल गई।'
फिल्म को मंजूरी की भी हो जांच : दादूवाल
कालांवाली।(चानन) डेरा प्रमुख की फिल्म को चाहे सैंसर बोर्ड ने मंजूरी दे दी गई है परन्तु इस फिल्म को किसी भी कीमत पर चलने नहीं दिया जायेगा। यह बात पंथक सेवा लहर के प्रमुख संत बाबा बलजीत सिंह दादूवाल ने आज गाँव दादू के गुरुद्वारा श्री गुरु ग्रंथसर साहिब में पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कही। उन्होंने इस फिल्म की सेंसर बोर्ड से मंजूरी को भी साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि फिल्म की मंजूरी से खफा सेंसर बोर्ड की अध्यक्षा द्वारा इस्तीफा दिए जाने और सरकार के मंत्रालय पर आरोप मढऩे से स्पष्ट हो गया है कि केंद्र सरकार ने सेंसर बोर्ड पर दबाव बनाकर फिल्म को हरी झंडी दिलवाई है। इसकी भी उच्च स्तरीय जांच करवाई जानी चाहिए। इस मौके पर अरविंदर सिंह सोढी, सोहन सिंह दादू और इन्द्रजीत सिंह साहूवाला आदि भी मौजूद थे।
संत दादूवाल ने कहा कि जिस फिल्म के साथ सभी धर्मों के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचती है, उस फिल्म पर पंजाब और हरियाणा की सरकारों को पूर्ण तौर पर पाबंदी लगाा देनी चाहिए और केंद्र सरकार को भी इस फिल्म पर तुरंत रोक लगा देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस फिल्म पर केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले यह कह कर रोक लगा दी थी कि इस फिल्म में डेरा प्रमुख ने खुद को भगवान के रूप में पेश किया है, पाबंदी लगाई थी उस फिल्म को रातों रात बिना कोई सीन काटे मंज़ूरी क्यों दी गई है। उन्होंने कहा कि फिल्म सैंसर बोर्ड की प्रधान लीला सेमसन द्वारा इस फिल्म को लेकर दिया गया इस्तीफा सराहनीय है और वह श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से मिल कर लीला सेमसन को सम्मानित करवाने के लिए बात भी करेंगे। उन्होंने कहा कि सिख कौम कभी भी डेरा प्रमुख द्वारा इस फिल्म के द्वारा किए गए झूठे प्रचार को बरदाश्त नहीं करेगी।
प्रीमियर शो के लिए गंवाई चार लोगों ने जान, शो रद्द
सिरसा। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह की फिल्म का प्रीमियर शो देखने के लिए लंबी से गुडग़ांव जा रही टवेरा में सवार चार लोगों की गांव भावदीन के निकट सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसे में नौ लोग घायल हो गए। मिली जानकारी के अनुसार सेंसर बोर्ड से फिल्म को हरी झंडी मिलने की जानकारी मिलते ही गुडग़ांव में फिल्म का प्रीमियर शो रख दिया गया। रातों-रात शो की बुकिंग कर चुके लोगों को गुडग़ांव पहुंचने के लिए निमंत्रण भेज दिया गया। शो को देखने के लिए गांव बादल निवासी रेशम, ख्योवाली निवासी प्रदीप, बठिंडा निवासी गुरप्रीत, माहूआना निवासी मनप्रीत सहित कुल 13 लोग टवेरा गाड़ी में सवार होकर गुडग़ांव जा रहे थे। सुबह करीब आठ बजे राष्ट्रीय राज मार्ग नंबर 9 पर गांव भावदीन के पास धुंध के कारण गाड़ी की सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक से टक्कर हो गई। टक्कर से टवेरा के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार प्रदीप, रेशम, मनप्रीत व गुरप्रीत की मौके पर ही मौत हो गई जबकि अन्य घायल हो गए।
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