धूमधाम से मनाया गया महा शिवरात्रि पर्व
सिरसा। जिलाभर में शिवरात्रि पर्व आज धूमधाम से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने शिवालयों में जलाभिषेक किया। वहीं शहर में जगह जगह लंगर भंडारे का आयोजन किया गया। शिवभक्तों ने हरिद्वार से लाई गई कांवड से शिवभोले का जलाभिषेक किया।
मुख्य आयोजन शिवपुरी स्थिति भूतेश्वरनाथ मंदिर में किया गया। मंदिर परिसर में सुबह हवन यज्ञ किया गया। बाद में भंडारे का आयोजन किया गया। सुबह से जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं की कतारे लगी हुई थी। वहीं कांवडिय़ों ने हरिद्वार से लाए पवित्र गंगाजल से शिव भोले का जलाभिषेक कर पूजा अर्चन की। श्रद्धालुओं ने दुध, दही, घी, शहद, चीनी, मिष्ठाण, फल आदि के साथ पूजा अर्चना की। साथ ही शिवपुरी रोड पर मेला लगा था। जहां पर बच्चों और महिलाओं ने खरीददारी की तो युवा वर्ग भांग की पकौड़ी और कचौड़ी खरीदने के लिए उमड़ा हुआ था। श्री सरसांई नाथ डेरा और सनातन धर्म मंदिर में इस मौके पर लंगर भंडारे का आयोजन किया गया। सिरसा के संस्थापक सरसांई नाथ बाबा की पूजा अर्चना की साथ ही जलाभिषेक किया। परशुराम चौक स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया और लंगर का प्रसाद ग्रहण किया।
रानियां रोड स्थित श्री बाबा तारा कुटिया परिसर में गोबिंद कांडा ने कुटिया परिसर में हवन यज्ञ कर भगवान भोलेनाथ व तारा बाबा से सर्वकल्याण की कामना की। सुबह-सवेरे से ही बाबा तारा कुटिया में स्थित शिवालय पर जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया। काशी के विद्वान पंडितों ने विधिविधान पूर्वक पूजा-अर्चना की तथा महामत्युंज्य मंत्र का जाप किया। इसके पश्चात हजारों भक्तों ने कुटिया परिसर में आयोजित भंडारे का प्रशाद ग्रहण किया। इसके साथ ही गौशाला स्थित प्राचीन शिव मंदिर, भादरा पार्क स्थित सर्राफों वाला शिव मंदिर, खजांचियों वाला शिवालय, गली पारखांवाली स्थित शिव मंदिर, भादरा बाजार स्थित प्राचीन दूधेश्वर मंदिर, बी ब्लाक स्थित दुर्गा मंदिर, मुलतानी कालोनी स्थित शिव मंदिर, सब्जी मंडी स्थित शिव मंदिर में शिवालय पर जलाभिषेक किया गया। दिनभर मंदिरों में भगवान शिव के भजनों का गुणगान होता रहा। शहर में शिवभक्तों ने जगह जगह लंगर भंडारों का आयोजन किया गया। इसके अलावा ऐलनाबाद, डबवाली, रानियां, नाथुसरी चौपटा, कालांवाली, ओढ़ां, गौरीवाला आदि में महाशिवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया गया।
उधर शिवरात्रि पर्व पर हर वर्ष की भांति इस बार भी बरनाला रोड पर स्थित शिव मंदिर में लंगर का आयोजन किया गया। लंगर की शुरूआत कावडिय़ों द्वारा लाई गई कावड़ चढ़ाने के बाद किया गया। लंगर कार्यक्रम मेें पहुंचे बिजली निगम के एक्सईएन आरके सबरवाल ने लंगर की शुरूआत करवाई। उनके साथ शिव मंदिर, बिजली बोर्ड समिति के चेयरमैन व बिजली निगम के एक्सईएन रूपेश खेड़ा भी मौजूद थे।
हमारा जीवन भगवान शिव भोले के समान विश्व के कल्याण में लगाना चाहिए और जरूरतमंद लोगो की सहायता में हमें अपने आप को समर्पित कर देना चाहिए। ये शब्द स्वामी जी ने प्राचीन शिव मन्दिर में शिवरात्रि के अवसर पर भक्तों को सम्बोधित करते हुए कहें। उन्होंने कहा कि हमें हमेशा अपने प्रति कठोर होना चाहिए तथा दूसरों के प्रति उद्धार होना चाहिए और हमें सभी की सुख-शांति की भगवान शिव से अराधना करनी चाहिए। भगवान शिव ही एक ऐसा देव हैं जिसने संसार के कल्याण के लिए समुन्द्र मंथन किया था और उससे उत्पन्न विष को अपने कंठ में उतारा और भोले नाथ नीलकंठ बन गए। आज शिवरात्रि के अवसर पर शिव की निरगुण, निराकार स्वरूप की पूजा शिवलिंग के माध्यम से होती हैं जिसमें सभी देवता विराजमान हैं और इस प्रकार समस्त देवी-देवताओं की पूजा अपने आप ही सम्पन्न हो जाती है।
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