सिरसा। सामान्य अस्पताल के समीप एक ढाबा संचालक पर शनिवार को कुछ युवकों ने चाकू से हमलाकर घायल कर दिया। घटना के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। घायल को उपचार के लिए सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया।
सामान्य अस्पताल में उपचाराधीन विशाल (27) पुत्र शिवचरण के चाचा अनिल कुमार ने बताया कि सामान्य अस्पताल के समीप ही उनका श्याम वैष्णो भोजनालय के नाम से ढाबा है। उन्होंने बताया कि शनिवार 11 बजे के करीब अचानक कुछ युवक ढाबे पर आए और आते ही विशाल पर चाकू से हमला बोल दिया। उन्होंने बताया कि जब तक आसपास के लोग विशाल को बचाते हमलावर युवक विशाल को घायल कर फरार हो गए। उन्होंने बताया कि आज से करीब डेढ़ वर्ष पूर्व भी काकू, अमित व पांच छह अन्य युवकों ने विशाल पर हमला किया था। जिसकी रपट जेजे कालोनी चौकी पुलिस में दी थी। उन्होंने बताया कि उन्हे विशाल पर हुए हमले का उन्ही युवकों पर शक है। फिलहाल विशाल का अस्पताल में उपचार जारी है। पुलिस ने अभी तक उसके बयान दर्ज नहीं किए हैं।
बच्ची की जहरीले कीट काटने से मौत
सिरसा। डबवाली रोड पर स्थित मीरपुर कालोनी में एक दस वर्षीय बच्च्ी की जहरीले कीट के काटने से मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।
मीरपुर कालोनी निवासी अश्वनी (10) के परिजनों ने बताया कि अश्वनी शुक्रवार शाम को घर के समीप ही स्थित बाग में जामुन लेने गई थी। परिजनों ने बताया कि अश्वनी वापस घर आई तो उसकी तबीयत खराब हो गई। तबीयत बिगडऩे पर उसे उपचार के लिए सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया। जहां चिकित्सकों ने बताया कि बच्ची को किसी जहरीले जानवर ने काट लिया है। देर रात को बच्ची की उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने मृतका के परिजनों के बयान पर सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई करते हुए शव का अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।
दुर्घटना में युवक की मौत, एक घायल
सिरसा। गांव नुहियांवाली निवासी एक व्यक्ति की सड़क हादसे में मौत हो गई जबकि उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों मोटरसाइकिल पर सवार होकर गांव चोरमार जा रहे थे। रास्ते में एक निजी बस ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। मृतक का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार गांव नुहियांवाली निवासी 32 वर्षीय राजू पुत्र स्वर्ण गत सायं अपने दोस्त गुरप्रीत के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर किसी कार्य से गांव चोरमार जा रहे थे। रास्ते में एक निजी बस ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। राजू व गुरप्रीत गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने दोनों को उपचार के लिए सिरसा के सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां राजू की मौत हो गई। गुरप्रीत को परिजनों ने निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। पुलिस ने मृतक के परिजनों की शिकायत पर निजी बस चालक के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
घाटे का रोना रोते-रोते करोड़ों कमा गईं तेल कंपनियां : कैग रिपोर्ट
नई दिल्ली। घाटे के नाम पर आए दिन पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के दाम बढ़ा बढ़ा कर तेल कंपनियों की चांदी हुई है, जबकि जनता पर महंगाई की मार पड़ी है। कम्प्ट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल (कैग) की ओर से सरकारी तेल मार्केटिंग कंपनियों के पेट्रोलियम प्रोडक्ट की प्राइसिंग पर संसद में पेश की गई ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक इन कंपनियों ने वर्ष 2007 से 2012 के बीच 50513 करोड़ रूपए का मुनाफा कमाया है। कैग ने रिपोर्ट में कहा है कि एलपीजी, केरोसीन, डीजल और पेट्रोल के दाम आयात के आधार पर तय करने वाले इस प्राइस मैकेनिज्म का तेल कंपनियों को अच्छा खासा फायदा हुआ है और यही नहीं इस गलत प्राइस मैकेनिज्म से निजी रिफायनरीज को भी मुनाफा हुआ है। इस प्राइस मैकेनिज्म में नोशनल इम्पोर्ट से संबंधित खर्चे जैसे कि कस्टम ड्यूटी, इंश्यॉरेंस, ओशियन फ्रेट आदि को भी शामिल किया गया है। यह वो खर्चे हैं जो असल में हुए नहीं लेकिन इन्हें भी रीएम्बर्स किया गया है और इस बूते 50513 करोड़ रूपया इन पांच सालों में कमाया गया है। यही नहीं इस प्राइस मैथेडोलॉजी से रिफाइनरीज ने कच्चे तेल के आयात पर जो इम्पोर्ट संबंधी खर्चे किए हैं, उन पर भी तेल कंपनियों ने कम से कम 26626 करोड़ रूपए का मुनाफा कमाया है।
गौरतलब है कि सरकारी रिफायनरीज जरूरतों को पूरा करने के लिए निजी रिफायनरीज से पेट्रोलियम प्रोडक्ट लेती हैं और इन प्रोडक्ट्स के लिए तेल कंपनियां रिफाइनरीज को इंपोर्ट-लिंक्ड प्राइस अदा करती हैं। वहीं निजी रिफायनरीज अपने बचे हुए प्रोडक्ट्स को एक्सपोर्ट पैरिटी प्राइस पर निर्यात करती हैं। एक्सपोर्ट पैरिटी प्राइस इंपोर्ट-लिंक्ड प्राइस (रिफाइनरी गेट प्राइस) से कम होते हैं।
कैग रिपोर्ट मे कहा गया है, 'इससे रलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और इसार ऑयल लिमिटेड जैसी निजी रिफायनरीज को मोटा मुनाफा होता है। केवल हाई स्पीड डीजल पर ही वर्ष 2011-12 में 667 करोड़ रूपए का मुनाफा कमाया गया है।Ó कैग ने कहा कि प्राइस रेगुलेटिड पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के मैकेनिज्म से रिफायनरीज की एक्चुअल कॉस्ट ऑफ ऑपरेशंस पता नहीं चलती।
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