कालांवाली। कालांवाली क्षेत्र के गांव दादू में चार गांवों की पंचायतों ने मिलकर आज गांव त्रिलोकेवाला को जाने वाली विद्युत आपूर्ति ठप्प कर दी। ग्रामीणों का कहना था कि उनके गांवों को विद्युत आपूर्ति नहीं की जा रही है जबकि उनके गांवों से होकर जाने वाली लाइनों से गांव त्रिलोकेवाला को निर्बाध आपूर्ति की जा रही है। ग्रामीणों ने बिजलीघर पर पहुंचकर नारेबाजी की और गेट को ताला जड़ दिया। सूचना मिलने पर कालांवाली के नायब तहसीलदार बंसीलाल खुंडिया, थाना प्रभारी सुभाष बिश्रोई, सिंघपुरा चौकी प्रभारी खेता राम मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को भेदभाव न बरतने का आश्वासन देकर शांत किया।
जानकारी मुताबिक गांव दादू में स्थित 33 केवी सबस्टेशन से गांव त्रिलोकेवाला के लिए पिछले 3-4 दिन से आपूर्ति जोड़ी गई थी। त्रिलोकेवाला को आपूर्ति के चलते गांव केवल, धर्मपुरा, सिंघपुरा और दादू में बिजली के कट लगाए जा रहे थे। सरपंच दलीप सिंह ने बताया कि त्रिलोकेवाला गांव की सप्लाई यहां से जोड़े जाने के बाद उन्हें 24 घंटे की बजाए करीब 10 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है। उन्होंने त्रिलोकेवाला गांव को दादू से बिजली दिए जाने का विरोध करते हुए बिजली सप्लाई की तारें काट दी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि त्रिलोकेवाला की सप्लाई कालांवाली से जोड़ दी जाएगी जिसके बाद वे शांत हुए।
शीघ्र मिले गुरुद्वारों का प्रबंधन : दादू
एचएसजीपीसी का विरोध करने वाले भुगतेंगे खामियाजा
सिरसा। पंथक सेवा लहर के प्रमुख संत बलजीत सिंह दादू ने कहा कि वे हरियाणा सरकार से हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अंतर्गत आने वाले गुरुद्वारों का प्रबंधन जल्द से जल्द दिलवाए जाने की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि एचएसजीपीसी के कार्य संभालने के साथ ही प्रदेश में सिख पंथ और गुरुद्वारों के संबंध में सुखद फैसले लिए जाएंगे। संत दादू आज गुरुद्वारा दशम पातशाही में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने सर्वप्रथम एचएसजीपीसी के गठन के लिए मुख्यमंत्री हुड्डा को साधुवाद दिया और राज्यपाल का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एचएसजीपीसी प्रदेश के गुरुद्वारों का प्रबंधन अपने हाथ में लेने के लिए किसी भी प्रकार के तनाव के समर्थन में नहीं है। गुरुद्वारों का प्रबंधन एचएसजीपीसी के हवाले करना सरकार का कार्य है और इसके लिए वे सरकार से अनुमोदन करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपना कार्य बखूबी किया है। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के इस संबंध में देश के गृहमंत्री से मुलाकात के संबंध में पूछने पर उन्होंने कहा कि गृहमंत्री किसी की बातों में आकर प्रदेश के सिखों की भावनाओं को दरकिनार नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि बादल परिवार एचएसजीपीसी का विरोध इसलिए कर रहा है क्योंकि उनका धंधा बंद हो रहा है। एसजीपीसी के पैसे का हमेशा बादल द्वारा दुरुपयोग किया जाता रहा है। यहां तक कि राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति व अकाली दल बादल की रैलियों के लिए गुरुघर के पैसे व लंगर की बरतों की जाती है। उन्होंने कहा कि वे पहले भी बादल द्वारा एसजीपीसी के धन के दुरुपयोग की जांच सीबीआई से करवाने की मांग करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे।
हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव में किसी दल विशेष को समर्थन के नाम पर उन्होंने कहा कि वे किसी भी दल को समर्थन की बात नहीं करते। प्रदेश के सिख सजग हैं और अपने हितैषी को वे जानते हैं। अलग प्रबंधक कमेटी में सहजधारी सिखों को प्रबंधन व मत के अधिकार संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि जैसा चल रहा है वह सही है। अकाल तख्त की मर्यादा व सिद्धांतों के खिलाफ जाकर वे कोई भी कार्य नहीं करेंगे और अकाल तख्त के अनुसार अमृतधारी सिख को ही प्रबंधन व मत का अधिकार प्राप्त है।
विवाहिता की मौत
परिजनों ने लगाया ससुरालपक्ष पर प्रताडऩा का आरोप
सिरसा। गांव बुढीमेड़ी की एक विवाहिता की आज संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महिला पिछले तीन दिन से एक निजी अस्पताल में भर्ती थी। उसकी मां ने ससुराल पक्ष पर दहेज के लिए हत्या किए जाने के आरोप लगाए हैं। आज सामान्य अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया।
पुलिस को दी शिकायत में गांव मसीतां निवासी हरजिंदर कौर ने बताया कि उसकी पुत्री गुरजंट कौर (30) का गांव बुढीमेड़ी में जगदीश के साथ विवाह हुआ था। विगत 14 जुलाई को गुरजंट को उसके सास व ससुर ने यहां एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। बताया गया कि बुखार की शिकायत के कारण उसे अस्पताल लाया गया था। आज सुबह उन्हें गुरजंट की मौत की सूचना मिली। हरजिंदर कौर का आरोप है कि गुरजंट के गले पर चोट के निशान हैं जिसके कारण मामला संदिग्ध है। आरोप है कि ससुरालजनों द्वारा विगत कुछ समय से गुरजंट को दहेज के लिए प्रताडि़त किया जा रहा था जिस कारण एक साजिश के तहत उसको मौत के घाट उतारा गया है। हरजिंद्र कौर ने पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। आज सामान्य अस्पताल में मृतका के शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया।
नर्सों ने किया प्रदर्शन
सिरसा। सामान्य अस्पताल में कॉन्ट्रैक्ट पर नियुक्त जीएनएम नर्सों ने आज अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। नर्सें अपना वेतन पक्की नर्सों के बराबर करने की मांग कर रही हैं।
आज सामान्य अस्पताल में कच्चे तौर पर नियुक्त नर्सों ने प्रदर्शन कर नारेबाजी करनी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों में शामिल मीनाक्षी, सिमरजीत, अंग्रेज कौर, कृष्णा, नीलम छाबड़ा, सर्वजीत आदि ने बताया कि उन्हें बहुत कम वेतन दिया जा रहा है। उनका कहना है कि उनसे अस्पताल प्रशासन द्वारा पक्की नर्सों के बराबर कार्य लिया जा रहा है जबकि वेतन उनसे तीन गुणा कम है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा न तो उन्हें कोई भत्ता दिया जा रहा है और न ही किसी प्रकार की अन्य सहायता। वर्दी के लिए दिए जाने वाली राशि भी विगत काफी सालों से नहीं बढ़ाई गई है। उन्होंने कहा कि रोहतक पीजीआई में कच्ची नर्सों को स्थाई नियुक्त नर्सों के बराबर वेतनमान दिया जा रहा है। लेकिन उनके साथ भेदभाव हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे आगामी 19 जुलाई को रोहतक में मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे। यदि उनकी मांगें फिर भी नहीं मानी जाती हैं तो वे तेज आंदोलन शुरू करेंगी।
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