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सच और झूठ के बीच कोई तीसरी चीज नहीं होती और मैं सच के साथ हूं : छत्रपति       www.poorasach.com      

Sunday, 27 April 2014

कांग्रेस ने फूंका रामदेव का पुतला

सिरसा। बाबा रामदेव के दलितों के प्रति की गई टिप्पणी के विरोध स्वरुप कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता होशियारी लाल शर्मा के नेतृत्व में आज सुभाष चौक पर बाबा रामदेव का पुतला फंूका और उनकी गिरफ्तारी की मांग की। 
कांग्रेस कार्यकर्ता शर्मा के नेतृत्व में आज सुबह सुभाष चौक पर एकत्रित हुए। कार्यकर्ताओं ने बाबा रामदेव के खिलाफ नारेबाजी की और रामदेव के पुतल फूंका। शर्मा ने कहा कि बाबा रामदेव द्वारा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर दिए गए विवादास्पद बयान जिसमें उन्होंने कहा कि राहुल गांधी दलितों की बस्ती में हनीमून मनाने जाते हैं पर लोगों द्वारा भारी विरोध हो रहा है। यदि उन्हें जल्द ही गिरफ्तार नहीं किया गया तो अव्यवस्था फैलने का खतरा है। उन्होंने रामदेव के बयान की कड़ी निंदा करते हुए दलितों से माफी मांगने की बात कही। उन्होंने कहा कि विवाद और बाबा रामदेव के बीच चोली दामन का रिश्ता हो गया है। देश के लिए यह और भी दुर्भाग्य की बात है कि जिस बयान की देश भर के राजनेता व आम जनता विरोध कर रही है वहीं भारतीय जनता पार्टी बाबा रामदेव के पक्ष में सफाई पेश कर रही है। योग के बहाने राजनीति का पाठ पढ़ाने वाले रामदेव ने उन संत फकीरों को भी कलंकित किया है जिन्होंने लोगों को ज्ञान दिया व समाज सुधार में विशेष भूमिकाएं निभाई हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता जानती है कि गांधी परिवार ने देश सेवा के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया। राहुल गांधी जैसे युवा नेता आज देश के करोड़ों युवाओं के रोल मॉडल हैं। उन पर इस प्रकार की टिप्पणी करना दूषित मानसिकता को दर्शाता है। इस अवसर पर राजकुमार वर्मा, हरीश सोनी, पूर्णचंद गिरधर, संगीत कुमार, गंगाबिशन चालिया, निर्मल गनेरीवाला, चंद्रभान गोयल, रमेश खट्टर, जगदीश कुमार, बजदान चारण, रामकुमार निरंकारी, कंवर सैन आर्य, फूला राम योगी आदि मौजूद थे।

उपवासियों का पारना 2 को सिरसा में

सिरसा। अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण जी ने कहा कि आचार्य तुलसी के जन्म शताब्दी अवसर पर चल रही अहिंसा यात्रा का दो मई को अक्षय तृतीया के अवसर पर सिरसा में पड़ाव होगा और इस दिन विशाल समागम में उपवासियों का पारना होगा। यात्रा के दौरान ङ्क्षडग मंडी के निकट एक सरकारी स्कूल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए आचार्य महाश्रमण ने बताया कि यह यात्रा 2013 में शुरु हुई थी जो अक्तूबर 2014 में दिल्ली में संपन्न होगी। आचार्य तुलसी की जन्म स्थली लाडनू से शुरु हुई। इस यात्रा के दौरान वे अब तक राजस्थान के बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, पंजाब के बङ्क्षठडा, मानसा होते हुए सिरसा की तरफ बढ़ रही है। हरियाणा यात्रा के दौरान 18 मई को जमालपुर गांव में आचार्य तुलसी के जन्म शताब्दी अवसर पर प्रांत स्तरीय कार्यक्रम होगा। उन्होंने बताया कि जैन समाज के साधु और गृहस्थ जीवन से जुड़े हुए लोग वर्ष भर एक दिन उपवास व एक दिन भोजन की तपस्या करते हैं और इस तपस्या का समारोह 2 मई को सिरसा मेें होगा। भगवान ऋषभ ने एक वर्ष तक निरंतर भूखे रहकर यह तपस्या शुरु की थी। जिसे बाद में संत जैन समाज ने इसे एक दिन उपवास व एक दिन भोजन के रुप में अपनाया है। आचार्य श्री ने बताया कि यात्रा के   यात्रा के दौरान वे जन्नोत्थान का काम कर रहे हैं और लोगों में नैतिकता, अङ्क्षहसा, नशा मुक्ति आदि के लिए प्रेरित कर रहे हैं। एक प्रश्र के उत्तर में आचार्य श्री ने बताया कि देश में राजनीति अति आवश्यक है,लेकिन राजनीति में आने वाले लोगों को जनसेवा भावना से काम करना चाहिए। नैतिकता, संयम और अणुव्रत पर आधारित राजनीति ही सच्ची सेवा कर सकती है। उन्होंने कहा कि भारत के पास ऐसा बहुत कुछ है जिस पर गौरव किया जा सकता है। सर्वप्रथम यह संतों और तपस्वियों की भूमि है जो अत्यंत गौरव का विषय है इसके साथ-साथ भारत के पास विशिष्ट ज्ञान का खजाना है। संस्कृत-पाली सहित अनेक भाषाओं में ऋषियों ने यहां ज्ञान ग्रंथ लिखे हैं, जिन पर गौरव किया जा सकता है। एक अन्य प्रश्र के उतर ने आचार्य श्री ने कहा कि भारत में सभी वर्गों में सद्भाव का प्रयास करना चाहिए और नैतिकता का विकास होना चाहिए। सभी लोग झूठ बोलने से बचें, तो स्वत: ही भ्रष्टाचार और अनैतिकता पर अंकुश लग जाएगा। उन्होंने कहा कि सत्ता किसेे मिले यह प्रश्र  महत्वपूर्ण नहीं है, सत्ता जिसका मिले वे लोग इसे सेवा का माध्यम समझकर कार्य करें और जनता को सर्वोपरि समझे तो राजनीति भी अच्छी होगी और देश का विकास भी अच्छा होगा। संतों के राजनीतिक दखल के प्रश्र का जवाब देते हुए आचार्य श्री ने कहा कि यदि सेवा भावना से कोई संत राजनीति में प्रवेश करता है तो आपत्ति नहीं होनी चाहिए, लेकिन प्राय: प्राय: संत समाज को सीधे राजनीतिक दखल से बचना चाहिए बल्कि दूर रहकर राजनीतिक को दिशा निर्देशित करना चाहिए। धर्म क्या है का जवाब देते हुए आचार्य श्री ने कहा कि आत्म शुद्धि व चेतना शुद्धि करने के साधनों को धर्म कहा गया है। इस अवसर पर शासन सेवी पदम जैन, प्रदीप मेहता, घीसा राम जैन, देवेंद्र डागा, मनोज डागा, महावीर शर्मा, बंसत गुजरानी, कमल जैन सहित जैन समाज से जुड़े अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

बाजार में सांप, लोगों में हड़कंप

सिरसा। आज दोपहर को शहीद भगत सिंह चौक में अचानक एक सांप रेंगता हुआ आया और दुकान के आगे खड़ी स्कूटी में घुस गया। स्कूटी में सांप घुसता देख लोगों में हड़कंप मच गया। बाद में दो युवको सांप को काबू किया। तब लोगों ने राहत की सांस ली।
हुआ यूं कि आज दोपहर को कृष्ण नामक युवक स्कूटी पर सवार होकर भगत सिंह चौक में खरीददारी करने के लिए आया। जैसे ही कृष्ण ने स्कूटी खड़ी कि इसी दौरान एक करीब दो फूट लंबा सांप रेंगता हुआ आया और लोगों को देख अपनी जान बचाने के चक्कर में स्कूटी में जा घुसा। सांप को स्कूटी में घुसता देख लोगों ने शोर मचाया। स्कूटी मालिक कृष्ण ने अपनी स्कूटी सड़क पर ही गिरा दी और सांप को तलाशने में जुट गया। उसके साथ अन्य युवक भी सांप को तलाशने में जुट गए। मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। लाठी व कपड़ों की सहायता से सांप को कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा जा सका। सांप को पकड़े जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।

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