सिरसा। गांव नटार में पंचायती भूमि पर बने अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई को लेकर बीडीपीओ के नेतृत्व में आज टीम कब्जा हटाने को भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची। मामूली विरोध के बीच जेसीबी की मदद से टीम ने पंचायती भूमि में बने तीन पक्के कमरोंं को ढहा दिया। जबकि दो कब्जाधारियों को नोटिस दिया गया है। बीडीपीओ जितेंद्र अहलावत ने बताया कि गांव की जमीन पर कब्जा कर पांच लोगों द्वारा अवैध निर्माण किए जाने की शिकायत ग्राम पंचायत द्वारा प्रशासन को की गई थी। गांव के सरपंच जीत सिंह की ओर से उन्हें शिकायत मिली थी। जिसके बाद उन्होंने मौका मुआयना कर लोगों को निर्माण नहीं करने की बात कही थी। लेकिन वे नहीं माने। इसी के चलते शनिवार को कार्रवाई अमल में लाई गई। शेष दो कब्जाधारियों को नोटिस दिया गया है और भूमि की पैमाइश के बाद अगर कब्जा पाया जाता है तो इन्हें भी ढहाने की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल के चलते मामूली विरोध के बीच जेसीबी की मदद से तीन पक्के कमरोंं को ढहा दिया गया। उधर कब्जाधारियों का कहना है कि गत 40 वर्षों से इस जगह पर उनके निर्माण हैं। लंबे समय से यहां कच्चे कमरे बने हुए थे जिन्हें उन्होंने सिर्फ पक्का किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि गांव के सरपंच द्वारा प्रति निर्माण दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। रिश्वत नहीं देने के कारण उनके निर्माण ढहाए गए हैं। निर्माण ढहाने से पूर्व उन्हें कोई नोटिस भी नहीं दिया गया इसलिए प्रशासनिक कार्रवाई भेदभावपूर्ण है। पीडि़त लोगों ने मांग की है कि इस तरह उनके निर्माण ढहाए जाने से उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ है जिसके चलते उन्हें मुआवजा दिया जाना चाहिए। पीडि़त महिलाओं शांति देवी व कमला रानी का कहना है कि पिछले 40 वर्षों से वे इस जगह पर काबिज थे। अभी उन्होंने अपने भवनों को पक्का किया था। बिजली कनैक्शन व अन्य सुविधाएं भी इन्हें यहां मिल रही थीं। बावजूद इसके अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनीं और निर्माण ढहा दिए। उनका कहना है कि गांव के सरपंच ने रिश्वत की मांग की थी। रिश्वत नहीं देने के चलते उनके निर्माण ढहाए गए हैं।
खेल-खेल में गई जान
झूला-झूलते बच्चों पर गिरा पिल्लर
सिरसा। बेगू रोड स्थित जनकल्याण कालोनी में गेट पर झूलते समय पिल्लर गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई। उसका भाई गंभीर घायल है। शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार बेगू रोड स्थित जनकल्याण कालोनी में प्रभजोत का आवास है। कल शाम प्रभजोत के दोनों पुत्र कृष (7) व नैतिक (5) घर के मुख्य द्वार पर लगे गेट पर झूल रहे थे। इसी दौरान गेट का पिल्लर उनपर आ गिरा। हादसे में दोनों गंभीर घायल हो गए। कृष के हाथ की हड्डी टूट गई जबकि नैतिक के सिर में चोट लगी। परिजन दोनों को अस्पताल लेकर गए और उपचार करवाया। बताया जा रहा है कि चिकित्सकों ने दोनों का प्राथमिक उपचार कर छुट्टी दे दी। आज सुबह नैतिक की तबीयत अचानक खराब हो गई। उसे खून की उल्टी भी आई। प्रभजोत उसे लेकर पुन: अस्पताल पहुंचा। यहां चिकित्सकों ने नैतिक को मृत घोषित कर दिया। आज सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने इस संदर्भ में मर्ग दर्ज कर ली है।
विदेश भेजने के नाम पर ठगी
सिरसा। चतरगढ़पट्टी निवासी व्यक्ति से एक महिला सहित चार लोगों द्वारा विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है। पीडि़त ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर शिकायत दी है। शिकायत में बताया है कि उससे 1.70 लाख रुपये की ठगी हुई है। तकाजा करने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई।
मिली जानकारी के अनुसार चतरगढ़पट्टी निवासी शशी पुत्र नानकचंद टैक्सी चालक है। आरोप है कि कुवैत में रहने वाले रमेश व राकेश नामक भाइयों ने उसे वहां नौकरी दिलवाने का झांसा दिया। इसके एवज में उससे करीब 1.70 लाख रुपये ऐंठ लिए। शशी का कहना है कि रमेश व राकेश पहले सिरसा में ही रहते थे जिस कारण वह उनके संपर्क में था। शशी के अनुसार उसने जून 2013 में 70 हजार रुपये की राशि दोनों भाइयों को दी थी। इसके बाद इनके कहने पर उनकी मां दर्शना देवी को आदमपुर में जाकर 72 हजार रुपये की राशि दी। शशी का कहना है कि इस गौरखधंधे में तीनों मां-पुत्रों के अलावा सोमनाथ निवासी फगवाड़ा भी शामिल है। रमेश इत्यादि के कहने पर वीजा लगवाने के नाम पर उसने 28 हजार रुपये की राशि सोमनाथ के खाते में जमा करवाई थी। काफी समय बीत जाने के बाद भी न तो उसका वीजा लगा और न ही नौकरी की कोई बात बनी। इसी के चलते उसने रमेश इत्यादि से रुपये वापिस लौटाने की बात कही। आरोप है कि उसे जान से मारने की धमकी दी गई। शशी ने आज पुलिस अधीक्षक से मिलकर मामले में जांच की मांग की है।
लूट मामला : दो हिरासत में
सिरसा। अग्रसेन कालोनी से हुई 22 लाख की लूट के मामले में पुलिस ने ड्राइवर व मुनीम को हिरासत में लिया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस इस मामले में मिलीभगत की संभावनाओं से भी इंकार नहीं कर रही। विभिन्न कोणों से जांच की जा रही है। पुलिस का दावा है कि शीघ्र ही इस मामले का पटाक्षेप कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि गत रात्रि करीब 8 बजे अग्रसेन कालोनी की आठ नंबर गली के नजदीक आढ़ती महेश बांसल के आवास के बाहर से 22 लाख रुपये की लूट हुई थी। यह राशि हिसार से लाई जा रही थी और ड्राइवर प्रदीप व आढ़ती का मुनीम अमित कार में यह राशि लाए थे। अग्रसेन कालोनी स्थित आढ़ती के आवास के बाहर पहुंचने पर मोटरसाइकिल सवार तीन लोगों ने पिस्तौल की नोक पर उनसे रुपयों का बैग छीन लिया और फरार हो गए। पुलिस ने मुनीम अमित की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने प्राथमिक जांच मुनीम व ड्राइवर से ही शुरु की है। इसके अलावा यह भी सूचना मिली है कि स्वयं आढ़ती ने मुनीम पर संदेह जताया है। दोनों को देर रात्रि तक पुलिस ने हिरासत में रखकर कीर्तिनगर चौकी में पूछताछ की। इस दौरान डीएसपी, शहर थाना प्रभारी व सीआईए प्रभारी भी मौजूद रहे।
इसलिए हुआ संदेह
आढ़ती की मानें तो राशि के बारे में मुनीम व ड्राइवर को ही पता था। इस प्रकार की लूट की घटना से बचने के लिए बाकायदा राशि को दिल्ली पुल के निकट दूसरी कार में शिफ्ट किया गया था। दिल्ली पुल से अग्रसेन कालोनी पहुंचने से पूर्व लुटेरों को गाड़ी में राशि होने का पता कैसे चला? लुटेरे गाड़ी पहुंचने से पूर्व ही मौके की ताक में थे।
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