सिरसा। लड़कियों की खरीद-फरोख्त मामले में सदर थाना पुलिस ने गांव बेगू निवासी विष्णु व उसकी सहयोगी महिला को काबू किया है। इस मामले में सदर थाना पुलिस ने गांव दड़बा में बेची गई किशोरी लक्ष्मी को कल सायं ही बरामद कर लिया था। मैजिस्ट्रेट के समक्ष लक्ष्मी के बयान दर्ज करवाने के बाद पुलिस ने उसे परिजनों को सौंप दिया। इस मामले में एक अन्य बेची गई किशोरी निशा का अभी कोई सुराग नहीं लगा है।
बबली हत्याकांड : आरोपी जेठ गिरफ्तार
सिरसा। पुलिस ने गांव चत्तरगढ़पट्टी के पूर्व सरपंच की पत्नी की हत्या मामले में उसके जेठ को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी बरामद किया है। उल्लेखनीय है कि चत्तरगढ़पट्टी के सरपंच जसबीर सिंह की हत्या मामले में पैरोल पर आई उसकी पत्नी निर्मला उर्फ बबली की 10 अप्रेल की शाम तेजधार हथियार से काटकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप उसके जेठ सतबीर पुत्र पाला राम व उसके पुत्र विक्रम उर्फ विक्की व एक अन्य ओमप्रकाश मेहता पर लगा था। आरोपियों के खिलाफ हुड्डा चौकी में भादंसं की धारा 302, 459, 34 व 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी। आज पुलिस ने मुख्य आरोपी मृतका के जेठ सतबीर पुत्र पालाराम को काबू कर लिया।
अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठा छात्र
सिरसा। सीडीएलयू प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आज विधि विभाग का एक छात्र भूख हड़ताल पर बैठ गया। आरोप है कि स्वास्थ्य कारणों के चलते वह कुछ दिन कक्षाएं नहीं लगा पाया जिस कारण उसका नाम काट दिया गया। बाकायदा इसके लिए उसने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और न्यायालय ने भी सीडीएलयू प्रशासन को नाम वापिस लिखे जाने के आदेश दिए। बावजूद इसके अभी तक विभाग द्वारा उसकी नहीं सुनी गई है। परेशान होकर छात्र आज अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गया। अनशन पर बैठे विकास ने बताया कि वह सीडीएलयू में बीएएलएलबी का छात्र है। विवि ने 26 सितंबर 2013 को उसका नाम काट दिया। उसने बताया कि बीमारी की वजह से वह कालेज में कक्षाएं नहीं लगा पाया था। उसने अपना मेडिकल भी दिया। बावजूद इसके उसका नाम काट दिया गया। उसने बताया कि सीडीएलयू द्वारा अनेक छात्रों को पुन: प्रवेश दिया है, जिनके नाम काट दिए गए थे। इन छात्रों के मेडिकल को स्वीकार कर लिया गया और उसके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। लॉ डिपार्टमेंट उसके साथ भेदभाव कर रहा है। उसने बताया कि वह दिसंबर में नौंवे सेमेस्टर की परीक्षा नहीं दे पाया। इसी के चलते उसने सिरसा अदालत में वाद दायर किया। न्यायालय ने उसके पक्ष में फैसला सुनाया और सीडीएलयू प्रशासन को नाम दर्ज करने के आदेश दिए। करीब डेढ़ माह का समय बीत जाने के बाद भी उसका नाम पुन: नहीं लिखा गया। इसी के चलते आज से उसने एडमिशन की बहाली न होने तक भूख हड़ताल पर रहने का ऐलान किया।
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