सरगना चढ़ा हत्थे
सिरसा। नौकरी का झांसा देकर लड़कियों की खरीद-बेच के मामले में पुलिस ने एक 70 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह व्यक्ति इस गौरखधंधें का संचालन कर रहे गिरोह का सरगना बताया जा रहा है। सिरसा पुलिस ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपी को आज पुलिस ने न्यायालय में पेश किया जहां से उसे रिमांड पर भेज दिया गया। उल्लेखनीय है कि इस मामले में गांव बेगू निवासी एक महिला सहित दो लोगों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
ज्ञात रहे कि विगत 16 अपे्रल को सदर थाना में नोएडा निवासी शंभू साहनी की शिकायत पर उसकी नाबालिग पुत्री लक्ष्मी को दड़बा निवासी विनोद को बेचे जाने का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लक्ष्मी को उसी शाम गांव दड़बा से बरामद कर लिया था जबकि मामले के दो आरोपी गांव बेगू निवासी विष्णु व उसकी सहयोगी रामप्यारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसी मामले में जांच करते हुए पुलिस ने गोबिंदपुरी तुगलकाबाद निवासी एक वृद्ध मिथुन विश्वास पुत्र देवन को गिरफ्तार किया है। सूत्रों के अनुसार मिथुन इस गिरोह का सरगना है। उसकी गिरफ्तारी के बाद लड़कियों की खरीद-फरोख्त के अन्य कई मामलों के खुलासे की भी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। इसी के साथ पुलिस इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों तक भी पहुंचने की कोशिश कर रही है।
निशा का नहीं लगा सुराग : लक्ष्मी के अनुसार उसकी एक सहेली निशा को भी विष्णु उसके साथ ही लाया था। रास्ते में राजस्थान में पडऩे वाले किसी इलाके में निशा को कुछ लोगों के सुपुर्द कर दिया गया। लक्ष्मी ने हिम्मत की और अपने खरीददार विनोद के फोन से परिजनों को सूचित कर दिया। जिससे इस पूरे मामले का पटाक्षेप हुआ और वह सकुशल परिजनों तक पहुंच गई लेकिन निशा के बारे में अभी तक कुछ पता नहीं लग पाया है। न तो निशा के कोई सगे-संबंधी सामने आए हैं और न ही पुलिस ही अभी तक इस मामले में कोई कदम उठाती दिख रही है। क्या ऐसे में निशा का जीवन खरीददारों की अंधेरगर्दी की बलि चढ़ जाएगा?
यहां से मिली थी पुलिस को लक्ष्मी |
खरीददार को बचा रही पुलिस : सूत्रों के अनुसार लक्ष्मी को पुलिस ने गांव दड़बा की एक कोठी से बरामद किया है लेकिन पुलिस ने अपनी कार्रवाई में कहीं भी बरामदगी के स्थान का सही विवरण नहीं दिया है। यही नहीं, पुलिस लक्ष्मी के खरीददार विनोद नामक युवक तक पहुंचने का प्रयास भी नहीं कर रही। ऐसे में यही माना जा रहा है कि विनोद दड़बा के रसूखदार घराने से संबंध रखता है। उल्लेखनीय है कि लक्ष्मी द्वारा पिता को किए गए फोन की रिकॉर्डिंग में उसने विनोद नामक खरीददार का जिक्र किया है। इसके अलावा पुलिस गिरफ्त में आए मामले के आरोपी विष्णु ने भी लक्ष्मी को दड़बा के विनोद को बेचे जाने की बात कही थी। हालांकि पुलिस ने किशोरी को दड़बा की कोठी से बरामद कर लिया लेकिन आरोपी खरीददार का गिरेबान पकडऩे की कोशिश न करना कई सवाल खड़े करता है।
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