BREAKING NEWS

 

सच और झूठ के बीच कोई तीसरी चीज नहीं होती और मैं सच के साथ हूं : छत्रपति       www.poorasach.com      

Saturday 21 March 2015

अदालत ने दिया गुरमीत सिंह को झटका

बहस शुरू न करने की याचिका हुई खारिज
सीबीआई ने पूरी की बहस की कार्रवाई
अब 23 मार्च को होगी सुनवाई
छत्रपति व रणजीत हत्या मामलों में 4 अप्रेल की तारीख

सिरसा। साध्वियों के साथ यौन शोषण के मामले में आज आरोपी डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत सिंह को बड़ा झटका अदालत ने दिया। सीबीआई की विशेष अदालत ने इस मामले में आरोपी गुरमीत सिंह द्वारा आज लगाई याचिका को खारिज करते हुए अंतिम बहस शुरू करवा दी। इस मामले में आगामी 23 मार्च को पुन: हाजिर होने के आदेश दिए गए हैं। इसी के साथ पत्रकार छत्रपति तथा रणजीत हत्या मामलों की सुनवाई के लिए 4 अप्रेल की तारीख मुकर्रर की गई है। 
आज सुबह करीब सवा 9 बजे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह ने सिरसा अदालत परिसर में पहुंचकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सीबीआई की पंचकूला स्थित विशेष अदालत के समक्ष हाजिरी लगाई। अदालत की कार्रवाई शाम करीब 4 बजे तक चली। इस दौरान गुरमीत सिंह को अदालत में हाजिर रहना पड़ा। 
उल्लेखनीय है कि विगत तारीख पर अदालत द्वारा आरोपी पक्ष को साध्वी यौन शोषण प्रकरण में अंतिम बहस के लिए तैयार होकर आने को कहा था। आज अदालत में जब इस मामले की सुनवाई शुरू हुई तो आरोपी गुरमीत सिंह द्वारा उच्च न्यायालय में लगाई गई एक याचिका का हवाला देकर अंतिम बहस शुरू न करने की गुहार अदालत से लगाई गई। लेकिन अदालत ने गुरमीत सिंह की याचिका खारिज करते हुए सीबीआई को अंतिम बहस शुरू करने को कहा। आज चली लंबी कार्रवाई के दौरान सीबीआई ने अपनी ओर से की जाने वाली बहस की कार्रवाई पूरी कर दी। इसके बाद आरोपी पक्ष की बहस की बारी आई लेकिन समय को देखते हुए अदालत ने इस मामले में आगामी कार्रवाई के लिए 23 मार्च की तारीख निर्धारित कर दी। 
इसके अलावा पत्रकार छत्रपति तथा रणजीत हत्या मामलों में आज कोई सुनवाई नहीं हो पाई। इन दोनों मामलों के लिए न्यायाधीश की ओर से 4 मार्च की तारीख अलग से निर्धारित की गई है। 

युवक ने रेलगाड़ी तले कटकर दी जान

सिरसा। गांव तख्तमल निवासी एक युवक ने कालांवाली में गल्र्ज   स्कूल के निकट सवारी गाड़ी के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने के बाद राजकीय रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा की कार्रवाई के बाद शव पोस्टमार्टम हेतु सिरसा सामान्य अस्पताल पहुंचाया।
जानकारी के अनुसार गांव तख्तमल निवासी मेलू पुत्र मि_ू विगत काफी समय से मानसिक रूप से परेशान था। मृतक के परिजनों ने बताया कि आज वह कालांवाली आया हुआ था। सुबह करीब साढ़े 11 बजे गल्र्ज स्कूल के निकट मेलू ने फाजिल्का-रेवाड़ी पैसेंजर गाड़ी के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने के बाद वे मौके पर पहुंचे और शिनाख्त की।

नवसंवत: डेरा बाबा सरसाईं नाथ में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

सिरसा। नवसंवत पर आज सिरसा शहर के संस्थापक बाबा सरसाई नाथ के डेरा में भंडारे का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने बाबा की समाधि पर शीश नवाकर सुख समृद्धि की कामना की। भजन मंडली के कलाकारों ने बाबा की महिमा का गुणगान किया।
नवसंवत के अवसर पर डेरा बाबा सरसाईनाथ में आयोजित भंडारे को लेकर भव्य सजावट की गई थी। सैकड़ों सेवादार व्यवस्था बनाने में जुटे हुए थे। महिलाओं व पुरूषों के लिए आने जाने के अलग अलग रास्ते बनाए गए हैं। परशुराम चौक मार्ग तथा बेगू रोड पर भगवा रंग के झंडे फहरा रहे थे व विद्युत चालित लडिय़ां जगमगा रही थी। सुबह सवेरे से ही श्रद्धालुओं का डेरा में आना शुरू हो गया जो मध्य रात्रि तक जारी रहा। श्रद्धालुओं ने बाबा की समाधि पर भगवा रंग की चादर, प्रसाद आदि चढ़ाकर मन्नत मांगी। विभिन्न भजन मंडली के कलाकारों ने बाबा की महिमा का गुणगान किया। डेरा के महंत बाबा सुंदराईनाथ ने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद से लाभांवित किया। उन्होंने कहा कि यहां सबकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं तथा यहां सभी धर्मों के लोग आकर बाबा की समाधि पर माथा टेकते हैं। उन्होंने कहा कि सिरसा नगरी बाबा सरसाईनाथ ने बसाई थी, जिसकी नींव नवसंवत के अवसर पर रखी गई थी। इसलिए नवसंवत पर जिलावासी यहां सपरिवार आकर शीश नवाते हैं और बाबा का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इस अवसर पर श्रद्धालुओं को मंदिर की प्रसाद वितरण समिति की ओर से चूरमे का प्रसाद वितरित किया गया। 
भाईचारे का संदेश देता है डेरा बाबा सरसाईनाथ:सिरसा का नाम बाबा सरसाईनाथ के नाम से अलंकृत हुआ। नाथ समुदाय से जुड़े यह ऐतिहासिक डेरा बेगू रोड पर स्थित है, जहां चेत्र मास की प्रतिपदा यानि नवसंवत के उपलक्ष्य में हर वर्ष मेले का आयोजन किया जाता है जिसमें सिरसा ही नहीं बल्कि आसपास के इलाकों से हजारों लोग आते हैं और बाबा की समाधि पर शीश नवाते हैं। 
डेरा बाबा सरसाईनाथ के महंत सुंदराईनाथ का कहना है कि डेरा मुगलकालीन है। यहां मुगल शहंशाह शाहजहां के बेटे दारा शिकोह को जीवनदान मिला था जिसके बाद मुगल बादशाह ने डेरे में भव्य गुंबद का निर्माण करवाया, जो आज भी ज्यों का त्यों हैं। महंत सुंदराईनाथ ने बताया कि नवसंवत पर सिरसावासी बाबा की समाधि पर शीश नवाते हैं और मनोकामनाएं मांगते हैं। डेरा प्रेम व भाईचारे का संदेश देता है तथा यहां हर धर्म के लोग आते हैं। 
आर्य स्कूल में हुआ हवन :नवसंवत पर आर्य सीनियर सेकंडरी स्कूल में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्यातिथि विद्यालय प्रबंध समिति के प्रधान डॉ. आरएस सांगवान थे। यज्ञ में डॉ. कर्ण सिंह, प्रबंधक राजकुमार वर्मा, उपप्रबंधक भूपसिंह गहलोत, प्रिंसिपल उमेद सिंह ढाका, पूर्व प्रिंसिपल कृष्णलाल वोहरा, कुलदीप सिंह आर्य, जगदीश सिंवर, वेदप्रकाश सरदाना, सुधाकर शर्मा, डॉ. रामस्वरूप, कृष्ण नेहरा आदि ने हवन यज्ञ में विश्व शांति की कामना के साथ आहूतियां डाली। यज्ञ परमजीत शास्त्री ने कराया जिसमें राजवीर शास्त्री ने सहयोग दिया। बाद में सभी उपस्थितजनों को प्रसाद वितरित किया गया।

No comments:

Post a Comment