सिरसा। हत्या तथा बलात्कार के तीन मामलों के मुख्य आरोपी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह ने आज पंचकूला की सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष हाजिरी लगाई। आज पत्रकार रामचंद्र छत्रपति मामले में सुनवाई हुई। इस मामले में मुख्य जांच अधिकारी सीबीआई के तत्कालीन डीआईजी की गवाही की कार्रवाई पूरी कर ली गई। अदालत ने सुनवाई के लिए आगामी तारीख 16 अगस्त मुकर्रर की है।
आज सुबह करीब 10 बजे गुरमीत सिंह ने यहां अदालत परिसर पहुंचकर पंचकूला की सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हाजिरी लगाई। अदालत में पत्रकार छत्रपति मामले की सुनवाई शुरू हुई। करीब तीन घंटे चली कार्रवाई के दौरान छत्रपति मामले के मुख्य जांच अधिकारी सीबीआई के तत्कालीन डीआईजी एम नारायणन के बयानों पर बचाव पक्ष के वकील एस के गर्ग द्वारा जिरह की गई। जिरह के बाद गवाही की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई। अदालती कार्रवाई करीब 1 बजे खत्म हुई। सुनवाई के बाद अदालत ने इस मामले में आगामी कार्रवाई के लिए 16 अगस्त तारीख निर्धारित की है।
डेरा के लठैतों ने लगाया जाम
अदालत की कार्रवाई के दौरान सिरसा में डेरा के लठैत पूर्व की भांति सड़क के दोनों ओर जुटे रहे। चुनावों को देखते हुए डेरा सच्चा सौदा ने फिर से दबाव की नीति अपनानी शुरू कर दी है। इसी के चलते न्यायालय परिसर के बाहर भी भारी संख्या में लठैत और महिलाएं मौजूद रहे। डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह के 1 बजे न्यायालय से वापिस अपने घर रवानगी के बाद भीड़ ने मार्ग पूरी तरह बाधित कर दिया जिससे बरनाला रोड पर दोनों ओर लंबा जाम लग गया।
इनेलो की टिकट नहीं, तो आजाद लड़ूंगा : लीलाधर
सैनी के बगावती तेवर, ओमप्रकाश चौटाला से मिलने दिल्ली रवाना
सिरसा। इंडियन नेशनल लोकदल के उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही पार्टी में बगावत के सुर उठने लगे हैं। सिरसा से पार्टी के टिकट के प्रबल दावेदार लीलाधर सैनी ने उम्मीदवार बदले जाने की मांग उठा दी है। बाकायदा अपने कार्यकर्ताओं को एकत्रित कर शक्ति प्रदर्शन के माध्यम से उन्होंने अपना विरोध पार्टी के उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने की कोशिश की है। साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि वे चुनाव अवश्य लड़ेंगे। आज ही वे पार्टी सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला से मिलने दिल्ली रवाना हुए हैं। उनका कहना है कि यदि उनको इनेलो की टिकट नहीं मिलती है तो वे आजाद प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरेंगे।
उल्लेखनीय है कि गत देर सायं इंडियन नेशनल लोकदल ने प्रदेशभर की 62 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। सिरसा के पांच हल्कों में से एलनाबाद, रानियां व सिरसा से चेहरे मैदान में उतार दिए गए। एलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला दोबारा ताल ठोक रहे हैं जबकि सिरसा व रानियां से नए चेहरों को सामने लाया गया है। पिछले लंबे समय से सिरसा सीट से उम्मीदवारी की आस लगाए बैठे नगर परिषद के उपाध्यक्ष लीलाधर सैनी को पार्टी का फैसला नागवार गुजरा। खुद को मजबूत दावेदार बताते हुए सैनी ने बगावती सुर भी दिखाने शुरू कर दिए। आज उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को प्रभात पैलेस में एकत्रित किया और विचार विमर्श के बहाने शक्ति प्रदर्शन कर दिखाया। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने अपना रुख स्पष्ट कर दिया। कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद ही वे इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला से मिलने दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
फेसबुक पर लिखा
कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद लीलाधर सैनी ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा, ''एक शॉर्ट नोटिस मीटिंग में भी हुजूम उमड़ पड़ा। घोषणा कर दी चुनाव की। बस अब चौटाला साहब के बुलावे पर दिल्ली जा रहे। वहां फैसला हो जाएगा कि इनेलो से या आजाद चुनाव लड़ेंगे। लड़ेंगे जरूर।'
कांडा के खिलाफ लडऩा चाहता हूं चुनाव
सिरसा। लीलाधर सैनी शायद बगावत न करते। लेकिन उनके इरादों से यह जान पड़ता है कि वे सिर्फ और सिर्फ कांडा से अपनी दुश्मनी भुनाना चाहते हैं। कार्यकर्ताओं को दिए अपने संबोधन में उन्होंने अपना वक्तव्य पूर्ण रूप से कांडा पर केंद्रित रखा। उन्होंने कहा कि वे गोपाल कांडा के खिलाफ लडऩे की इच्छा रखते हैं और यदि इनेलो उन्हें टिकट नहीं देती तो वे आजाद लड़कर अपनी इच्छा पूर्ण करेंगे और क्षेत्र की जनता उन्हें जरूर विजयी बनाएगी। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कांडा पर कड़े कटाक्ष किए और कहा कि वे क्षेत्र की जनता को दिखाना चाहते हैं कि धनबल और जनबल की लड़ाई में कौन विजयश्री प्राप्त करता है।
No comments:
Post a Comment