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Tuesday, 3 December 2013

मांगों को लेकर गूंजे विरोध के स्वर

आशा वर्करों ने प्रदर्शन कर फूंका सीएम का पुतला

सिरसा। प्रदेश सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए आज जिला की आशा वर्करों ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। जिलाभर की आशा वर्कर आज प्रात: टाऊन पार्क में एकत्रित हुईं और यहां से प्रदर्शन करते हुए मुख्य बस अड्डा के समक्ष पहुंची। यहां नारेबाजी के बाद पुतला फूंका गया।
जिला प्रधान राजेन्द्र कौर ने कहा कि आशा वर्करों में मांगें पूरी न होने के कारण रोष है। एक दिसंबर को आशा वर्करों का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में मुख्यमंत्री से मिला था। मगर मुख्यमंत्री द्वारा उनकी मांगों को अनसुना कर दिया गया है। इसके बाद राज्य कमेटी ने फैसला लिया है कि प्रत्येक जिला से एक-एक कटोरी आटा मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा और जिला मुख्यालयों पर मुख्यमंत्री का पूतला फूंकेंगे। उन्होंने कहा कि आशा वर्करों के प्रति मुख्यमंत्री का रवैया संतोषजनक नहीं है। यदि उनकी मांगें शीघ्र पूरी नहीं होती हैं तो वे प्रदेशस्तरीय आंदोलन को तेज करेंगे। इस अवसर पर सीटू के जिला प्रधान राजेन्द्र फतहपुरिया, का. अवतार सिंह, राजेन्द्र सिंह, रणबीर सिंह, प्रकाश, सरोज, कुलदीप कौर, सुरजीत कौर, प्रोमिला इत्यादि उपस्थित थे।

विकलांगों ने लघु सचिवालय में दिया धरना
उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन

सिरसा। विकलांग संघ उमंग द्वारा आज उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया गया। विकलांगों ने सरकार व प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए अपना दुखड़ा रोया। संस्था की ओर से उपायुक्त को मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा गया।
संस्था के अध्यक्ष बंसीलाल झोरड़ ने कहा कि विकलांगों को रोजगार प्रदान करने के लिए कोई नीति नहीं बनाई गई है। उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए न्यायालय की शरण लेनी पड़ रही है। सरकार उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। विकलांग दर-दर भटक रहे हैं लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिल रहा। ज्ञापन के माध्यम से बैक लॉग भर्ती, निशुल्क बस पास सुविधा, शत-प्रतिशत अक्षम को पांच हजार व अन्य को तीन हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता, बीपीएल कार्ड तथा निशुल्क प्लाट सहित विभिन्न मांगें सरकार के समक्ष रखी गई हैं। आज संस्था के सदस्य उपायुक्त कार्यालय पहुंचे और धरने पर बैठ गए। विकलांगों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।  प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यदि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती तो वे मजबूरन प्रदेशस्तरीय आंदोलन चलाने को मजबूर होंगे। प्रदर्शनकारियों में संस्था के सचिव नवीन शर्मा, सुभाष कुलडिय़ा, पवन शर्मा, सिलोचना, विक्रम, राजेश आदि शामिल थे।

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