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Monday 23 December 2013

डबवाली अग्नि त्रासदी : भुलाए नहीं भूलता वो मंजर

सिरसा। 23 दिसम्बर 1995 को डबवाली के डीएवी स्कूल का वार्षिक समारोह राजीव मैरिज पैलेस में चल रहा था।  नन्हें-मुन्ने, सजे-संवरे संगीत की मदमस्त धुनों पर इठला रहे थे। मंच के सामने मौजूद उनके अभिभावक इतरा रहे थे, अपने बच्चों को इठलाता देखकर। सबकुछ ठीकठाक चल रहा था। इसी दौरान आग की एक चिंगारी उठी और गीतों की स्वर-लहरियां चीख-पुकार में  बदल गईं। थिरकते पांव जान बचाने को दौड़भाग करने लगे। चंद लम्हों में ही सबकुछ आग की भेंट चढ़ गया। हादसे में मासूम बच्चों व उनके अभिभावकों सहित 462 लोगों की जान चली गई। कई जीवन भर के लिए अपाहिज हो गए। किसी की टांग चली गई तो किसी का हाथ। किसी का चेहरा तो इतना कुरूप हो गया कि पास बैठने वाला ही डर जाए। लम्बा समय बीत जाने के बाद भी वो हादसा भुलाए नहीं भूलता। 

स्मारक स्थल पर हुआ श्रद्धांजलि समारोह
ई-लाइब्रेरी का उद्घाटन 

डबवाली। डबवाली अग्निकांड की 18वीं बरसी पर आज अग्नि पीडि़तों के स्मारक स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विगत तीन दिनों से चल रहे गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ का भोग डाला गया और गीता के पाठ व हवन यज्ञ का आयोजन भी किया गया। आज सांसद अशोक तंवर सहित विभिन्न गणमान्य लोगों ने कार्यक्रम में शिरकत की और अग्नि पीडि़तों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
डॉ. तंवर ने कहा कि नि:संदेह यह अग्निकांड उस समय देश की सबसे भयानक, दुखदायी घटना और बड़ी त्रासदी थी। उन्होंने कहा कि इस घटना का खामियाजा उस समय न केवल सैंकड़ों परिवारों को उठाना पड़ा, बल्कि देश भर के लोग भी इससे प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके।  उन्होंने कहा कि जिला कांग्रेस कमेटी पीडि़त परिवारों के सदस्यों की मदद के लिए हर समय उनके साथ खड़ी हैं। साथ ही उन्होंने दिवंगत लोगों की आत्मा की शांति के लिए भी भगवान से प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री हरियाणा के विशेष कार्याधिकारी मीडिया डा. के. वी. सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आत्माएं कभी नहीं मरती। उन्होंने कहा कि 23 दिसंबर 1995 में यह त्रासदी विश्व की सबसे बड़ी त्रासदी थी जिसे भुुलाया नहीं जा सकता लेकिन बीते हुए समय के साथ-साथ परिस्थितियों का सामना करना ही पड़ता है।  इस अवसर पर सिरसा के सांसद डा अशोक तंवर ने डबवाली अग्रिकांड से पीडि़तों की याद में स्मारक स्थल डबवाली में स्थापित की गई ई-लाईब्रेरी का उद्घाटन किया। इस लाईब्रेरी में पाठकों के लिए किंडल टेबलेट भी उपलब्ध करवाए गए हैं। इस किंडल टेबलेट से यहां आने वाले पाठक लाईब्रेरी में रखी गई किताबों के अलावा किंडल एंडरोयड/ टेबलेट से भी किताबें पढ़ पाएंगे। किंडल टेबलेट की सुविधा वाली यह लाइब्रेरी न केवल हरियाणा प्रदेश बल्कि देश की पहली लाईब्रेरी होगी। शुरूआती दौर में ई-लाईब्रेरी के लिए दो किंडल टेबलेट खरीदे गए।

थाने में निगला जहर, हालत गंभीर
थाना प्रभारी पर लगाया प्रताडऩा का आरोप

सिरसा। खंड चौपटा के गांव रूपाणा के एक व्यक्ति ने पुलिस प्रताडऩा से तंग आकर चौपटा थाना में स्प्रे पी आत्महत्या का प्रयास किया। थाना में मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्काल उसे सिरसा के सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे रोहतक रैफर कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार गांव रुपाणा निवासी महेन्द्र की कुछ जमीन उसी के रिश्तेदारों ने धोखाधड़ी कर अपने नाम करवा ली थी। महेन्द्र ने इस बाबत छह माह पूर्व चौपटा थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने मामले के दो आरोपियों को तो गिरफ्तार किया लेकिन तीन आरोपी अभी तक खुलेआम घूम रहे हैं। महेन्द्र ने बार-बार चौपटा थाना में आरोपियों को गिरफ्तार करने की गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आज प्रात: भी महेन्द्र थाने पहुंचा और थाना प्रभारी जसविन्द्र शर्मा से आरोपियों की धरपकड़ की बात कही। आरोप है कि थाना प्रभारी जसविन्द्र शर्मा ने पीडि़त महेन्द्र के साथ गाली-गलौच किया और उसे थप्पड़ भी मारा। आरोप है कि थाना प्रभारी ने पीडि़त महेन्द्र को आत्महत्या करने लेने की बात कही। इसी से दुखी महेन्द्र ने स्प्रे खरीदा और थाना परिसर में जाकर पी लिया। हालत बिगडऩे पर पुलिस कर्मियों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया और परिजनों को सूचना दी। परिजनों के अस्पताल में पहुंचते ही चौपटा थाना प्रभारी मौके से फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद एएसपी राजेन्द्र मीणा, सिरसा शहर थाना प्रभारी दलीप सिंह दलबल सहित मौके पर पहुंचे। पीडि़त के भाई कुलदीप व दरिया सिंह ने बताया कि जमीन को लेकर महेन्द्र ने मामला दर्ज करवाया था। आज भी महेन्द्र थाना में गया वहां उसके साथ दुव्र्यवहार हुआ, जिसके चलते उसने स्पे्र पी ली। उन्होंने मांग की कि चौपटा थाना प्रभारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। इस बारे में पत्रकारों से जब एएसपी राजेन्द्र मीणा से बातचीत करनी चाही तो उन्होंने कहा कि वे आज छुट्टी पर हैं और इस बाबत कोई बात नहीं करेंगे।

फिर कायम होगा हॉकी का रुतबा : सरदारा

सिरसा। भारतीय हॉकी टीम के कप्तान व विश्व के जाने माने मिड फिल्डर सरदार सिंह ने कहा कि अब वो दिन दूर नहीं जब हॉकी का रूतबा भारत में फिर से लौटेगा और हॉकी में भारत की बादशाहात कायम होगी। सरदार सिंह जीवननगर के नामधारी गुरू हरी सिंह महाविद्यालय के अपने पुराने मैदान पर छोटे हॉकी खिलाडिय़ों के साथ अभ्यास कर रहे थे। वे पिछले पांच दिनों से अपने गांव संतनगर आए हुए थे। कल दिल्ली के लिए रवाना हुए जहां वे 28 दिसम्बर से दिल्ली में शुरू हो रहे विश्व कप से पहले चौथे व अन्तिम राउंड का अभ्यास शुरू करेंगे।
उन्होंने प्रदेश में खेल सुविधाओं के बारे में कहा कि राज्य सरकार द्वारा आधा दर्जन से भी अधिक एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान बनाए गए हैं। उन्हें खुशी है कि अब राज्य सरकार ने उनके पुराने मैदान जीवन नगर महाविद्यालय में, जहां उन्होंने बचपन में हॉकी के गुर सीखे हैं उस मैदान पर एस्ट्रोटर्फ बनाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस मैदान के बनाने पर लगभग साढे पांच करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी और इस क्षेत्र के खिलाडिय़ों को हॉकी में विश्व स्तर की सुविधाएं प्राप्त होंगी जिससे इस इलाके से और अधिक हॉकी के खिलाड़ी तैयार होंगे। 
सरदार सिंह ने कहा कि भारतीय हॉकी खिलाडिय़ों को अब छोटे शहरों में भी एस्ट्रोटर्फ की तकनीकों और खेल का अभ्यास होने लगा है जिससे छोटे कस्बों से हॉकी प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिलेगा। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय हॉकी का भविष्य उज्ज्वल है क्योंकि भारतीय टीम को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कोच टेरीगोच के मातहत प्रशिक्षण लेने का मौका मिला है जिससे टीम के मनोबल में इज़ाफा हुआ है और अब उनका व पूरी टीम का फोकस आगामी जुलाई 2014 में हालैंड में होने वाले विश्व कप पर है। भारतीय टीम इस कप के लिए क्वालीफाई कर चुकी है। इससे पहले भारतीय हॉकी टीम को हॉकी इण्डिया लीग और कई अन्तर्राष्ट्रीय खेलों में विश्व की बड़ी-बड़ी हॉकी टीमों के साथ खेलने का मौका मिलेगा जिससे टीम में विश्वास और बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि हॉकी टीम के लिए वर्ष 2014 बेहद महत्वपूर्ण है। इस वर्ष विश्व कप के साथ-साथ एशियन गेम्ज राष्ट्रमण्डल, चैम्पियन ट्रॉफी, हॉकी इण्डिया लीग होगा जिसमें भारतीय टीम का खेल और निखरेगा। सरदार सिंह जो विश्व के बैस्ट फाईव हॉकी प्लेयर्ज में शामिल हैं, ने अभी तक 185 अन्तर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं जिनमें से 35 अन्तर्राष्ट्रीय मैच उनकी कप्तानी में खेले गए।
इससे पहले वे सिरसा में जिला उपायुक्त डा जे गणेसन से मिले। उन्होंने जिला प्रशासन के अनुरोध पर 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवाओं को अपने नाम मतदाता सूची में शामिल करवाने का संदेश भी दिया।

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