सड़क पर उतर लोगों ने किया प्रदर्शन
सीएम को दी चेतावनी
सिरसा। बिजली की कीमतों में भारी बढ़ौतरी के विरूद्ध आज भारी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे और प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने जिला उपायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर आर-पार की लड़ाई की चेतावनी दी।
बिजली आंदोलन संघर्ष कमेटी के आह्वान पर छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडैंट्स फैडरेशन के राष्ट्रीय सचिव रोशन सुचान, जिला सचिव सी. भोला, हरबंस लाल शर्मा, छात्र नेता मनोज पचेरवाल, मांगेराम पनिहारी, कामरेड रामकिशन, लीलाराम, वेदप्रकाश के नेतृत्व में स्थानीय टाऊन पार्क में 100 से अधिक गांवों के हजारों लोगों की महापंचायत हुई जिसमें बिजली के बिलों का बहिष्कार जारी रखने और गांवों में बिजली कनैक्शन न कटने देने का प्रस्ताव पारित किया गया। महापंचायत में प्रदेश के दूसरे जिलों सोनीपत, पानीपत, करनाल, रेवाड़ी व फतहाबाद से भी छात्र नेता पहुंचे जिन्होंने प्रदेश भर में बिजली आंदोलन चलाने का प्रण लिया। सभा को सम्बोधित करते हुए ए.आई.एस.एफ. के राष्ट्रीय सचिव रोशन सुचान ने कहा कि सिरसा की जनता ईमानदारी से पिछले 45 वर्षों से बिजली के बिल नियमित रूप से अदा कर रही थी तथा सिरसा जिला हरियाणा में सबसे कम लाईन लोस वाले जिलों में शुमार है। सिरसा की जनता ने घरों में बिजली बचत के लिए सी.एफ.एल. लगा रखे हैं फिर भी बिजली विभाग ने बिजली के दाम बढ़ाकर 7 से 8 रूपये प्रति यूनिट तक कर दिए हैं। प्रदेश के जो जिले बिजली चोरी में अव्वल हैं उनका भार बिजली की कीमतों को बढ़ाकर सिरसा, फतहाबाद व हिसार आदि जिलों पर डाला जा रहा है। बिजली चोरी करने वाले जिलों का 1600 करोड़ रूपये माफ किया जा रहा है। इसलिए जब तक सरकार 2.50 रूपये प्रति यूनिट के मुताबिक घरों और 3 रूपये प्रति यूनिट के हिसाब से दुकानों के बिजली तय नहीं कर सकती तब तक यह आंदोलन इसी प्रकार जारी रहेगा। आज से यह आंदोलन प्रदेश के दूसरे जिलों में भी शुरू होगा। छात्र नेता ने आरोप लगाया कि पूंजीवादी राजनैतिक पार्टियां लोगों को लूटने में लगी हैं तथा उन्हें जनता से कोई सरोकार नहीं है।
रोशन सुचान ने कहा कि एक ओर सस्ती बिजली बनाने के नाम पर 1 लाख 86 हजार करोड़ रूपये का कोयला सरकार द्वारा बिजली कम्पनियों को मुफ्त प्रदान किया गया वहीं इन्हीं कम्पनियों द्वारा बिजली दामों में आश्चर्यजनक वृद्धि की गई। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग बिजली बिल न भरने वाले गांवों में बिजली कटौती करके और ट्रंासफार्मर या तार जलने पर उसे ठीक नहीं कर रहा, अगर ऐसा जारी रहा तो लोग कानून हाथ में लेने को मजबूर होंगे।
पीएम पद के उम्मीदवार बनेंगे राहुल!
नई दिल्ली। हाल ही में पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में मिली शर्मनाक हार के बाद अपनी किस्मत को आगामी लोकसभा चुनावों मे पुन: चमकाने के लिए कांग्रेस अपने उपाध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर सकती है।
सूत्रों के मुताबिक, इस बात की आधिकारिक घोषणा 17 जनवरी को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति को होने वाली बैठक में की जा सकती है। सूत्रों ने बताया कि पांच मे से तीन बड़े राज्यों मे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मिली शानदार जीत के बाद राहुल को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के बाद इन अटकलों को विराम लग जाएगा की आगामी चुनावों मे पार्टी का उम्मीदवार कौन होगा। हालांकि, यह चर्चा का विषय है, लेकिन देश की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने विधानसभा चुनावों मे पार्टी को मिली शानदार जीत का सहरा अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के सिर बांधा है।
कांग्रेस मे काफी समय से राहुल को प्रधानमंत्री पद का मांग उठ रही थी और यह मांग तब और तेज हो गई जब पांच राज्यो के आए चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा था कि सही समय पर पीएम उम्मीदवार की घोषणा कर दी जाएगी।
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