सिरसा। सरकार व प्रशासन छात्रों की मांगों को हल करने की बजाय उन पर मुकद्दमे दर्ज कर तानाशाही तरीके से छात्रों और छात्र संगठनों की आवाज को दबाना चाहते हैं। यह बात ऑल इंडिया स्टूडैंट फेडरेशन (ए.आई.एस.एफ.) के प्रदेश संयोजक रोशन सुचान ने करतार सिंह सराभा भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कही। ए.आई.एस.एफ. के पांचों छात्र नेता रोशन सुचान, सी.भोला, मनोज पचेरवाल, मनदीप आजाद व प्रवीन जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि इन पांचों छात्र नेताओं को सी.पी.आई. द्वारा 4 सितम्बर को महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के विरूद्ध आयोजित राष्ट्रव्यापी सत्याग्रह के बाद उपायुक्त कार्यालय से गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था। वहीं सी.पी.आई. के 24 नेताओं को भी जेल भेजा गया था। छात्र नेताओं पर आई.टी.आई. चौक पर सड़क जाम, हुड़दंग करने, छात्रों को भड़काने व ध्वनि प्रदूषण सहित विभिन्न मामले दर्ज किए गए थे।
कैदी की मौत के लिए जेल प्रशासन जिम्मेवार
सिरसा जेल में बंदियों के मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन किया जा रहा है। जेल प्रशासन भ्रष्टाचार में आकंठ डूबा हुआ है। 4 अक्तूबर की रात को जेल में बंद कैदी रियासत अली की मौत जेल प्रशासन और जेल अधिकारी आत्मा राम बिश्नोई की लापरवाही के कारण हुई थी। 2 अक्तूबर को जब रियासत की तबीयत बिगड़ी तो जेल प्रशासन द्वारा उसे अस्पताल में दाखिल करवाने के लिए पांच हजार रूपये मांगे गए थे। आखिरकार कैदियों द्वारा शोर मचाने पर उसे सिविल अस्पताल लाया गया लेकिन दाखिल नहीं किया गया। रात्रि 2 बजे उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि सुबह जेल अधीक्षक आत्मराम बिश्नोई द्वारा 'लगता है साला करंट छोड़ गया हैÓ जैसी अभद्र टिप्पणी की गई। रियासत की मौत के बाद कामरेड स्वर्ण सिंह विर्क के नेतृत्व मेंं सभी 800 कैदियों और हवालातियों ने भूख हड़ताल कर दी। आनन-फानन में उपायुक्त जे. गणेसन व आई.जी. जेल द्वारा मौके पर जाकर भूख हड़ताल खत्म करवाई गई और मजिस्टे्रट जांच की मांग मान ली गई। उन्होंने कहा कि जेल अधीक्षक के धमकाने के बावजूद प्रत्यक्षदर्शी कैदियों ने जांच अधिकारी को दिए बयानों में रियासत की मौत के लिए जेल प्रशासन को ही जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि ए.आई.एस.एफ. द्वारा राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री और राज्यपाल को पत्र लिखकर मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए मांग की जाएगी। इसके अतिरिक्त ए.आई.एस.एफ. द्वारा 11 एवं 12 नवम्बर को सिरसा में राज्य स्तरीय छात्र युवा सम्मेलन आयोजित कर शिक्षा, रोजगार व अन्य मुद्दों पर आंदोलन की घोषणा की जाएगी। इस अवसर पर ए.आई.एस.एफ. जिलाध्यक्ष जगजीत सिंह, अनिल सुचान, राकेश कम्बोज, प्रवीन, रामचन्द्र, पवन, रोहताश, नौरंग आदि नेता भी शामिल थे।
बस तले कुचले जाने से यात्री की मौत
सिरसा। जाट धर्मशाला के निकट हरियाणा रोडवेज की बस के नीचे आने से एक यात्री की मौत हो गई। पुलिस ने शव सामान्य अस्पताल पहुंचाया। मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। शिनाख्त हेतु पुलिस द्वारा मुनादी करवाई जा रही है। जानकारी के अनुसार गत सायं जाट धर्मशाला के निकट एक यात्री खारियां की ओर जाने वाली हरियाणा रोडवेज बस पर सवार होने लगा। अचानक यात्री का पैर फिसल गया और वह जमीन पर जा गिरा। इसी दौरान बस चल पड़ी। बस के टायरों के नीचे यात्री कुचला गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
नहीं मिला वेतन तो करेंगे आंदोलन
सिरसा। जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को अभी तक वेतन न मिलने से भारी रोष है। इस सम्बन्ध में सिरसा कार्यकारिणी की बैठक शाखा प्रधान धर्मपाल सैनी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर कर्मचारियों को शीघ्र वेतन नहीं मिला तो वे 11 अक्तूबर को बैठक में संघर्ष शुरू करने का फैसला करेंगे जिसकी पूरी जिम्मेवारी विभाग के अधिकारियों की होगी।
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