सिरसा। गांव भीमां में घरेलू कलह के चलते व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। घटना में आरोपी के दो रिश्तेदारों ने भी साथ दिया। पुलिस ने पंचनामा भर शव सामान्य अस्पताल पहुंचाया।
मिली जानकारी के अनुसार गांव भीमां में जगदीश उर्फ लीला का परिवार है। कुछ दिनों से लीला का अपनी पत्नी जसविन्द्र कौर से मन मुटाव चल रहा था। सूत्रों के मुताबिक लीला को अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह था। इसी बात को लेकर पति-पत्नी में कलह रहने लगी। गत सांय लीला की अपनी पत्नी से कहासुनी हो गई। मामला बिगड़ गया। एक बारगी तो लीला घर से चला गया। बाद में वह अपने चाचा सुंदर व महेन्द्र पुत्र सूरत सिंह के साथ घर पहुंचा। तीनों ने मिलकर जसविन्द्र पर कुल्हाड़ी से वार कर दिए। घटना स्थल पर ही जसविन्द्र की मौत हो गई। बच्चों के चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुन आस-पड़ोस के लोग एकत्रित हुए। घटना की जानकारी रोड़ी थाना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर उपपुलिस अधीक्षक तथा रोड़ी थाना प्रभारी जगदीश राय पुलिस दल-बल सहित मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मृतका की बेटी नवजोत कौर की शिकायत पर उसके पिता जगदीश, महेन्द्र व सुंदर सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शव का पोस्टमार्टम करवा वारिसों को सौंप दिया। आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास जारी हैं।
ट्रैक्टर तले कुचले जाने से मासूम की मौत
सिरसा। रानियां में 11 वर्षीय बच्चे को ट्रैक्टर चालक ने कुचल दिया। मौके पर एक बच्चे का दम टूट गया। पुलिस ने चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार रानियां निवासी विशाल पुत्र राजू गत सायं घर के बाहर खेल रहा था। इसी दौरान वहां से गुजर रहे ट्रैक्टर की चपेट में आ गया। गंभीर चोट लगने के कारण विशाल की मौत हो गई। पुलिस ने शव का अंत: परीक्षण करवा वारिसों को सौंप दिया।
इनेलो नेता पर कब्जा करवाने का आरोप
सिरसा। अनाज मंडी निवासी एक महिला ने कालांवाली के आढ़ती और इनेलो नेता प्रदीप जैन पर प्लॉट पर कब्जा करवाने का आरोप लगाया है। एक निजी रेस्टोरेंट में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अनाज मंडी की दुकान नंबर 24 के पीछे रहने वाली दर्शना जैन पत्नी जैनेंंद्र जैन ने बताया कि उनका एक प्लॉट कालांवाली में है। एक कनाल सवा मरले का प्लॉट है और इसकी रजिस्ट्री 8 फरवरी 2005 को हुई थी जिसका इंतकाल नंबर 18433 है। दर्शना जैन ने बताया कि प्रदीप जैन उनका रिश्तेदार है और उसी ने यह जमीन कालांवाली में लेकर दी थी। साथ ही यह विश्वास दिलाया था कि वह इस जमीन की देखभाल करता रहेगा। जबकि हकीकत में प्रदीप जैन ने ही तहसीलदार, कानूनगो व हलका पटवारी के साथ मिलकर प्लॉट को हड़पने की साजिश की और उन्हें धोखे में रखा। दर्शना जैन के मुताबिक, इस संबंध में उन्होंने तहसीलदार व हलका पटवारी को दरख्वास्तें दी लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर उन्होंने उपायुक्त से इसकी शिकायत की। उपायुक्त ने एसडीएम को इस पर कार्रवाई करने को कहा। एसडीएम ने तहसीलदार की ड्यूटी लगाई तो उन्हें निशानदेही के लिए कालांवाली बुलाया गया। जांच रिपोर्ट में कुछ दोषियों के नाम सामने भी आए हैं लेकिन इसके बावजूद उपायुक्त ने कोई विशेष कार्रवाई नहीं की। दर्शना जैन ने अपने साथ न्याय किए जाने की गुहार की है और इस संबंध में कमिश्नर हिसार को भी पत्र भेजा है।
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