सिरसा। रानियां रोड स्थित जंडीवाली गली निवासियों ने आज सब्जी मंडी के दुकानदारों के साथ मिलकर बदहाल सीवरेज व्यवस्था के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों मुकेश कुमार, सतपाल, आत्मराम, गंगाराम बजाज, नीलो देवी, शांति, कमला इत्यादि का आरोप था कि विगत कई दिनों से इस क्षेत्र की सेवरेज लाईन बंद है। बार-बार शिकायत के बावजूद भी अधिकारी उनकी नहीं सुन रहे हैं। सीवर ओवरफ्लो होने से क्षेत्र मेें गंदा पानी जमा है जिसके कारण लोग बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।
प्रदर्शन की जानकारी मिलने के बाद जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ व मार्केट कमेटी सचिव मदन लाल सिहाग मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया। अधिकारियों द्वारा तुरंत सीवरेज सफाई का कार्य शुरू करवा दिया गया। लोगों का कहना है कि यदि फिर भी व्यवस्था नहीं सुधरी तो वे जाम लगाने को मजबूर होंगे।
प्रदर्शन की जानकारी मिलने के बाद जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ व मार्केट कमेटी सचिव मदन लाल सिहाग मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया। अधिकारियों द्वारा तुरंत सीवरेज सफाई का कार्य शुरू करवा दिया गया। लोगों का कहना है कि यदि फिर भी व्यवस्था नहीं सुधरी तो वे जाम लगाने को मजबूर होंगे।
रोडवेज कर्मी भड़के, किया प्रदर्शन
सिरसा। हरियाणा रोडवेज ज्वाइंट एक्शन कमेटी के तत्वावधान में आज सिरसा डिपू के परिवहन कर्मियों ने बस अड्डा परिसर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने द्वारा निजी परमिट दिए जाने का विरोध किया और कांग्रेस सरकार व मुख्यमंत्री हुड्डा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन का नेतृत्व मदन लाल खोथ व राजकुमार चूरनिया कर रहे थे। प्रदर्शन के बाद सभी कर्मी एक दिवसीय धरने पर बैठ गए।
ज्ञातव्य हो कि प्रदेश सरकार द्वारा नई परिवहन नीति के तहत 3519 निजी परमिट जारी किए गए हैं। मदन लाल खोथ ने कहा कि प्रदेश सरकार परिवहन विभाग को गर्त में धकेलने को प्रयासरत्त है। पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से निजी परमिट जारी किए जा रहे हैं जबकि सरकार को चाहिए कि परिवहन विभाग के बेड़े में बसों की गिनती बढ़ाए। इससे जहां विभाग के राजस्व में बढ़ौतरी होगी वहीं अनेक बेरोजगारों को भी पक्की नौकरी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता भी सरकारी बसों की सेवा का लाभ चाहती है लेकिन सरकार चला रहे नुमाइंदे सिर्फ स्वार्थभाव से कार्य कर रहे हैं। राजकुमार चूरनिया ने कहा कि सरकार की इस नीति का विरोध आमजन के साथ-साथ सभी विभागीय कर्मी भी कर रहे हैं। सरकार आम जनता को अच्छी सरकारी परिवहन सेवा देने की बजाए पूंजीपतियों की जेबें भर रही है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार अपना फैसला वापिस नहीं लेती है तो वे जनता में जाकर उसे बेनकाब करेंगे। इसके अलावा 13 नवंबर को एक दिवसीय हड़ताल रखने का भी प्रस्ताव है।
ज्ञातव्य हो कि प्रदेश सरकार द्वारा नई परिवहन नीति के तहत 3519 निजी परमिट जारी किए गए हैं। मदन लाल खोथ ने कहा कि प्रदेश सरकार परिवहन विभाग को गर्त में धकेलने को प्रयासरत्त है। पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से निजी परमिट जारी किए जा रहे हैं जबकि सरकार को चाहिए कि परिवहन विभाग के बेड़े में बसों की गिनती बढ़ाए। इससे जहां विभाग के राजस्व में बढ़ौतरी होगी वहीं अनेक बेरोजगारों को भी पक्की नौकरी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता भी सरकारी बसों की सेवा का लाभ चाहती है लेकिन सरकार चला रहे नुमाइंदे सिर्फ स्वार्थभाव से कार्य कर रहे हैं। राजकुमार चूरनिया ने कहा कि सरकार की इस नीति का विरोध आमजन के साथ-साथ सभी विभागीय कर्मी भी कर रहे हैं। सरकार आम जनता को अच्छी सरकारी परिवहन सेवा देने की बजाए पूंजीपतियों की जेबें भर रही है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार अपना फैसला वापिस नहीं लेती है तो वे जनता में जाकर उसे बेनकाब करेंगे। इसके अलावा 13 नवंबर को एक दिवसीय हड़ताल रखने का भी प्रस्ताव है।
गैंगरेप के आरोपी गिरफ्तार
न्यायालय ने भेजा न्यायिक हिरासत में
सिरसा। गांव फतेहपुरिया की एक महिला से गैंगरेप करने के मामले में पुलिस ने एक महिला सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को आज न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार फतेहपुरिया निवासी एक महिला ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर सामूहिक दुष्कर्म किए जाने की शिकायत दी थी। महिला का आरोप था कि विगत 7 अक्तूबर को वह सिरसा के पुराना बस स्टेंड पर खड़ी थी। उसे गांव भरोखां में अपनी पुत्री से मिलने जाना था। इसी दौरान उसके पास आकर एक जीप रुकी, जिसमें गांव ताजिया निवासी राकेश पुत्र बनवारी, सुभाष पुत्र महावीर तथा चन्द्रशेखर पुत्र सूरताराम सवार थे। तीनों ने उसे गांव भरोखां छोड़ देने की बात कहीं जिसपर वह उनके साथ जीप में बैठ गई। आरोप है कि रास्ते में तीनों ने उसे जबरदस्ती नशीली गोलियां खिला दीं जिससे वह बेसुध हो गई। महिला का कहना था कि तीनों उसे अज्ञात स्थान पर ले गए और उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच सदर थाना प्रभारी जगदीश चन्द्र को सौंपी। जांच अधिकारी ने महिला की चिकित्सीय जांच करवाई जिसमें दुष्कर्म की पुष्टि हुई। पुलिस ने जांच के बाद तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया। तफ्तीश में एक महिला रानी निवासी ताजिया को भी इस मामले में संलिप्त पाया गया। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर आज न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने चारों आरोपियेां को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
मिली जानकारी के अनुसार फतेहपुरिया निवासी एक महिला ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर सामूहिक दुष्कर्म किए जाने की शिकायत दी थी। महिला का आरोप था कि विगत 7 अक्तूबर को वह सिरसा के पुराना बस स्टेंड पर खड़ी थी। उसे गांव भरोखां में अपनी पुत्री से मिलने जाना था। इसी दौरान उसके पास आकर एक जीप रुकी, जिसमें गांव ताजिया निवासी राकेश पुत्र बनवारी, सुभाष पुत्र महावीर तथा चन्द्रशेखर पुत्र सूरताराम सवार थे। तीनों ने उसे गांव भरोखां छोड़ देने की बात कहीं जिसपर वह उनके साथ जीप में बैठ गई। आरोप है कि रास्ते में तीनों ने उसे जबरदस्ती नशीली गोलियां खिला दीं जिससे वह बेसुध हो गई। महिला का कहना था कि तीनों उसे अज्ञात स्थान पर ले गए और उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच सदर थाना प्रभारी जगदीश चन्द्र को सौंपी। जांच अधिकारी ने महिला की चिकित्सीय जांच करवाई जिसमें दुष्कर्म की पुष्टि हुई। पुलिस ने जांच के बाद तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया। तफ्तीश में एक महिला रानी निवासी ताजिया को भी इस मामले में संलिप्त पाया गया। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर आज न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने चारों आरोपियेां को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
दोहते के खिलाफ हत्या का मामला
सिरसा। दोहते द्वारा तलवार से काटकर घायल किए गए वृद्ध की आज मौत हो गई। शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने इस संदर्भ में दर्ज मामले में धारा 302 जोड़ दी है।
उल्लेखनीय है कि मीरपुर निवासी 80 वर्षीय सुलखन पुत्र भीम सिंह पर उसके दोहते शेर सिंह ने विगत 23 सितंबर को शराब के नशे में तलवार से हमला कर दिया था। घायल सुलखन का उपचार निजी अस्पताल में चल रहा था, जहां आज उसकी मौत हो गई।
उल्लेखनीय है कि मीरपुर निवासी 80 वर्षीय सुलखन पुत्र भीम सिंह पर उसके दोहते शेर सिंह ने विगत 23 सितंबर को शराब के नशे में तलवार से हमला कर दिया था। घायल सुलखन का उपचार निजी अस्पताल में चल रहा था, जहां आज उसकी मौत हो गई।
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