हत्या के आरोपी डेरा प्रेमियों को बरी करना निंदनीय
उच्च न्यायालय में करेंगे अपील
सिरसा। डबवाली में 2008 में हुए दंगों के दौरान मारे गए सिक्ख युवक के आरोपियों को बरी किया जाना सिख समुदाय के साथ नाइंसाफी है। इसके खिलाफ सिख समाज उच्च न्यायालय का सहारा लेगा। यह बात गुरुग्रंथ साहिब सत्कार सभा के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र खालसा ने कही। खालसा आज यहां गुरुद्वारा दशम पातशाही में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 में डेरा प्रेमियों व सिखों के बीच हुए टकराव में सिख समुदाय के हरमंदर की मौत हुई थी जबकि इसी मामले में डेरा के लोग घायल हुए थे। उन्होंने कहा कि न्यायालय द्वारा डेरा प्रेमियों पर हमले के आरोप में सिख समुदाय के सात लोगों को सजा सुना दी गई जबकि सिख युवक की हत्या को मामले में आरोपी पांचों डेरा प्रेमियों को अदालत द्वारा बरी कर दिया गया है। उन्होंने इसे सिख समुदाय के साथ अन्याय करार देते हुए उच्च न्यायालय में अपील करने की बात कही है। पत्रकार वार्ता में पंथक सेवा लहर के प्रमुख संत बलजीत सिंह दादूवाला ने सिख समुदाय से इस अन्याय के खिलाफ एकजुट होने की अपील की।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 में डेरा प्रेमियों व सिखों के बीच हुए टकराव में सिख समुदाय के हरमंदर की मौत हुई थी जबकि इसी मामले में डेरा के लोग घायल हुए थे। उन्होंने कहा कि न्यायालय द्वारा डेरा प्रेमियों पर हमले के आरोप में सिख समुदाय के सात लोगों को सजा सुना दी गई जबकि सिख युवक की हत्या को मामले में आरोपी पांचों डेरा प्रेमियों को अदालत द्वारा बरी कर दिया गया है। उन्होंने इसे सिख समुदाय के साथ अन्याय करार देते हुए उच्च न्यायालय में अपील करने की बात कही है। पत्रकार वार्ता में पंथक सेवा लहर के प्रमुख संत बलजीत सिंह दादूवाला ने सिख समुदाय से इस अन्याय के खिलाफ एकजुट होने की अपील की।
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