ईलाज के लिए आई वृद्धा को फर्श पर लिटा लगाई बोतल
तीमारदार बने स्टैंड
सिरसा। मुख्यमंत्री चाहे स्वास्थ्य सेवाओं के लिए करोड़ों खर्च करने की छाती ठोकते हों, सांसद चाहे लाख स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करवाने का दावा करते हों और प्रशासनिक अधिकारी भी चाहे आए दिन मीडिया में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की हुंकार भरते हों, लेकिन उन सभी छाती ठोक दावों पर आम लोग सिर्फ छाती ही पीट सकते हैं। विदेशों की तर्ज पर स्वास्थ्य सेवाएं और उपकरण उपलब्ध होने की बानगी पेश करने के लिए यह चित्र ही काफी है। खैरेकां निवासी अक्की बाई पत्नी दाना राम को उसके परिजन टीबी की शिकायत होने पर अस्पताल लाए। चिकित्सक ने उसे ट्रोमा सेंटर में भेज दिया। यहां पर स्वास्थ्य कर्मियों ने उसे बैड उपलब्ध नहीं करवाया, बल्कि बैंच के पास फर्श पर ही लेटने के लिए कहा। यहीं पर वृद्धा के साथ आई महिला के हाथ में ग्लूकोज की बोतल थमा दी।
यह हालात सभी उच्च स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित एक जिलास्तरीय सामान्य अस्पताल के हैं। वह अस्पताल, जिसमें ट्रामा सेंटर बना है। वह अस्पातल, जिसमें इमरजेंसी के लिए हर प्रकार के उपकरण व स्टाफ हर समय उपलब्ध रहता है। वह अस्पताल, जिसमें सभी बीमारियों के लिए मोटी तनख्वाह पर विशेषज्ञ रखे गए हैं। वह अस्पताल, जिसमें बीमारियों के हिसाब से विभागों का बांटा गया है। ऐसे अस्पताल में यदि किसी का ईलाज इस प्रकार होता है तो अंदाजा लगा लीजिए कि दूर-सुदूर गांवों की स्थिति क्या होगी?
नर्स व मजदूर ने की आत्महत्या
एएनएम ने खासा सल्फास, मजदूर ने लगाई फांसी
सिरसा। क्षेत्र में दो लोगों ने आज मानसिक परेशानी के चलते जीवनलीला समाप्त कर ली। निजी अस्पताल में कार्यरत नर्स ने सल्फास खा ली जबकि दुग्ध डेयरी पर कार्य करने वाले मजदूर ने फांसी लगाई। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर ली है।
जानकारी के अनुसार शक्तिनगर निवासी गुरप्रीत की पत्नी एएनएम राजबीर कौर (27) ने कल देर शाम सल्फास निगल ली। बताया जा रहा है कि राजबीर कौर एक निजी अस्पताल में नर्स के रूप में कार्य करती थी। गत सायं वह ड्यूटी के बाद घर पहुंची। उस समय घर में कोई मौजूद नहीं था। बताया गया है कि राजबीर मानसिक रूप से परेशान रहती थी, इसी के चलते उसने घर में रखी सल्फास निगल ली। हालत बिगडऩे पर आस-पड़ोस के लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां देर रात उसका दम टूट गया। वहीं जंडवाला मोहल्ला में स्थित एक डेयरी पर कार्य करने वाले झारखंड निवासी 25 वर्षीय अशोक पुत्र हिमानी ने गत रात्रि अपने कमरे में गार्डर से फंदा लगाकर जान दे दी। उसके साथ कार्य करने वाले लोगों का कहना है कि वह परेशान रहता था। संभवत इसी के चलते उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिए।
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