सिरसा। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह ने आज साध्वी यौन शोषण मामले में पंचकूला की सीबीआई अदालत के समक्ष वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हाजिरी लगाई। आज मामले में गवाह ड्रॉप किए जाने के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई। मामले में अगली सुनवाई 18 अक्तूबर को होगी। उल्लेखनीय है कि साध्वी यौन शोषण सहित डेरा के मैनेजर रणजीत सिंह तथा पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्या मामलों में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह मुख्य आरोपी है। अदालत में तीनों मामले विचाराधीन हैं और गवाहियों का दौर जारी है।
साध्वी यौन शोषण मामले में आज गुरमीत सिंह ने अदालत के समक्ष हाजिरी लगाई। अदालत में कल हुई सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने डेरा के स्कूल की प्रिंसिपल के जमानती वारंट जारी किए थे। गौरतलब है कि साध्वियों से यौन शोषण मामले में बचाव पक्ष की गवाहियां चल रही हैं। डेरा के गवाहों की लिस्ट में शामिल डेरा के स्कूल की प्राचार्या शीला पूनियां तथा एक अन्य ज्योति अरोड़ा के समन तामील हो चुके थे और उन्हें कल अदालत में हाजिर होना था। लेकिन कल दोनों गवाह अदालत में हाजिर नहीं हुए।
ज्योति अरोड़ा ने बच्चे की बीमारी का हवाला दिया। अदालत ने अरोड़ा को अगली पेशी पर आने का आदेश दिया जबकि शीला पूनियां ने डेरा के अस्पताल की ओर से जारी मेडिकल सर्टिफिकेट देकर बीमार होने का हवाला देकर पेशी से छूट मांगी। अदालत ने शीला पूनियां के खिलाफ जमानती वारंट जारी करते हुए डेरा के अस्पताल का रिकॉर्ड पेश करने को कहा। साथ ही अस्पताल के प्रबंधक को अदालत के समक्ष पेश होकर अपना पक्ष रखने का नोटिस जारी किया।
आज गवाह ड्रॉप किए जाने के कारण अदालत ने साध्वी यौन शोषण प्रकरण में कार्रवाई के लिए आगामी 18 अक्तूबर की तारीख निर्धारित की है। दोनों हत्याकांड में भी 18 अक्तूबर की तारीख पहले से मुकर्रर है।
कांग्रेस-चौटाला ने मिलकर हरियाणा को लूटा : शाह
सिरसा। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि अबकी बार प्रदेश में भाजपा की सरकार अपने दम पर बनेगी। इसके लिए पार्टी पूरी तरह से तैयार है। शाह आज एलनाबाद से भाजपा प्रत्याशी पवन बेनीवाल व रानियां से प्रत्याशी जगदीश नेहरा के समर्थन में अनाज मंडी में रैली को संबोधित कर रहे थे। शाह ने विपक्षी दलों पर जमकर भड़ास निकाली।
उन्होंने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी व भ्रष्टाचार के मामले में सजायाफ्ता इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला पर कड़े प्रहार किए। उन्होंने कहा कि इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला तिहाड़ में बैठकर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की सोच रहे हैं लेकिन किसी भी आम नागरिक को तिहाड़ जाना पसंद नहीं है, इसलिए प्रदेश की जनता असंवैधानिक प्रक्रिया का साथ नहीं देगी। उन्होंने कहा कि जनता को गुमराह करना इनेलो का पुराना काम है। भारतीय जनता पार्टी हमेशा विकास के नारे पर चुनावी मैदान में उतरी है और भारी बहुमत से जीत हासिल की है। उन्होंने कहा कि इस बार हरियाणा की जनता बीजेपी को भारी बहुमत से जिता रही है। जीत की इस भागीदारी में सिरसा की भूमिका बहुत अहम रहने वाली है। उन्होंने कहा कि भाजपा कभी भेदभाव की राजनीति नहीं करती। भाजपा की सरकार बनते ही पूरे प्रदेश का समान रूप से विकास होगा और विकास की शुरुआत पिछड़े क्षेत्रों से होगी।
अमित शाह ने सोनिया गांधी की नेतृत्व वाली यूपीए सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कोलगेट घोटाला मामले में यूपीए सरकार के तमाम मंत्री शामिल रहे। देश का खरबों रुपया कांग्रेसी खा गए। आजादी के बाद से कांग्रेस ने मात्र देश को लूटने का काम किया। 60 साल तक देश में कांग्रेस की सरकार रही लेकिन देश में गरीब जनता की स्थिति पहले की भांति ही है। कांग्रेस नारा देती है कि कांग्रेस का हाथ गरीबों के साथ लेकिन यह हाथ गरीबों का गला घोंटने में लगा है। देश में भाजपा की दो तिहाई बहुमत से सरकार बनी तो विदेशी राष्ट्रों के अध्यक्ष हिंदुस्तान को अलग नजरिए से देखने लगे। प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा इसका सबसे बड़ा सुबूत है जहां ओबामा से ज्यादा प्रधानमंत्री मोदी की एक झलक पाने को हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उमड़ पड़े।
उन्होंने कहा कि पूरे देशवासियों का एक ही सपना है, कांग्रेस मुक्त भारत। भारतीय जनता पार्टी गरीब, मजदूर, किसान व आम आदमी की पार्टी है। उनके हित में तमाम कड़े फैसले बीजेपी द्वारा लिए जा रहे हैं। इन फैसलों का परिणाम कुछ समय बाद देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा की जनता मन बना चुकी है कि इस बार प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाई जाए। उन्होंने कहा कि इनेलो के गुंडाराज, कांग्रेस के भ्रष्टाचार को हरियाणा वासी भुला नहीं सकते।
मनीराम केहरवाला भाजपा में शामिल
सिरसा। कांगे्रस को तगड़ा झटका लगा है जब पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ नेता मनीराम केहरवाला ने सैंकड़ों समर्थकों सहित मंगलवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा का दामन थाम लिया। प्रदेश के बड़े एससी लीडरों में से एक केहरवाला ने मंच से तंवर के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। बोले तंवर को अपनी औकात का पता अभी विधानसभा चुनाव के परिणाम आते ही लग जायेगा। कहा मेरे सारे कार्यकर्ता सिरसा लोकसभा में कांग्रेस की खिलाफत करने का काम करेंगे। इन्हीं कार्यकर्ताओं के दम पर दावा करता हूं कि मेरे कर्मठ कार्यकर्ता लोकसभा की सभी नौ सीटें कांग्रेस को हरवाकर तंवर को ट्रेलर दिखाने का काम करेंगे। केहरवाला ने भाजपा ज्वाईन करने से पूर्व अपने समर्थकों की भी बैठक ली जिसमें संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर को सिरसा सीट से लोकसभा चुनाव लडऩे की चुनौती दी। केहरवाला ने यहां तक कहा कि तंवर के सामने अगर मैं चुनाव हार गया तो राजनीति से सन्यास ले लूंगा।
यहां बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक ने कहा कि मेरे लिये कार्यकर्ता परिवार के सदस्य हैं। यही परिवार मेरी ताकत है। कहा मैंने ईमानदारी व सराफत की राजनीति की है जो आगे भी करता रहूंगा। बोले कि मेरे कोई पेट पाप नहीं है, जैसा बोलता हूं, वैसा ही करता हूं। दिल की आवाज से फैसले लेता हूं। बोले कार्यकर्ताओं के मेरे पूरे परिवार के हौंसले व ताकत के दम पर मंच से कहता हूं कि तंवर सिरसा छोड़कर न भाग जायें। केहरवाला बोले कि पद के अभिमान में चूर तंवर जब मेरे सामने चुनाव लड़ेंगे तो उन्हें अपनी असली औकात का पता चल जायेगा कि कौन जनाधार वाला नेता है। बैठक में मनीराम तब भावुक भी हो गये जब उन्होंने कांग्रेस को अलविदा करने की वजह बताई। बोले कि मेरे रग-रग में कांग्रेस बसी थी। पीढिय़ों से कांग्रेस में रहकर केहरवाला परिवार ने सेवा की मगर आज तंवर ने कांग्रेस का बेड़ा गर्क करने का काम किया है। बोले कांग्रेस छोडऩे की वजह एकमात्र अशोक तंवर है जिसने कार्यकर्ताओं के साथ दुव्र्यवहार किया। बोले कार्यकर्ता ही मेरी जान हैं, जिनके लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं। मनीराम केहरवाला ने आधा घंटे से ज्यादा के भाषण में अनेक पुरानी बातें भी ताजा की और पिता स्व. केसराराम से जुड़े सस्मरण सुनाये। साथ ही कहा कि महसूस हो रहा है कि मुझे आज की राजनीति शायद आती नहीं है। मैं तो दिल से बात करना जानता हूं।
लंबी राजनीतिक विरासत है केहरवाला की
सिरसा। मनीराम केहरवाला की बड़ी राजनीतिक विरासत है। वे ऐलनाबाद से पूर्व विधायक हैं तो कांग्रेस के जिला अध्यक्ष व हरको बैंक के चेयरमैन भी रह चुके हैं। वहीं वर्ष 1989 में जब ओमप्रकाश चौटाला मुख्यमंत्री थे तब केहरवाला ने सिरसा संसदीय सीट से चुनाव लड़ा जो वो मात्र 32 हजार वोटों से हार गये। पूर्व विधायक के पिता स्व. केसराराम तीन बार विधायक बनने के साथ ही हरियाणा अलग होने के बाद पहले सिंचाई एवं ऊर्जा मंत्री थे। इसके अलावा पूर्व विधायक के पुत्र यशपाल केहरवाला मौजूदा समय में युवा कांग्रेस के सिरसा लोकसभा से उपाध्यक्ष एवं युवा मेघवाल सभा के प्रदेशाध्यक्ष हैं। यशपाल कालांवाली व टोहाना के प्रभारी का कार्यभार भी रहे हैं। एससी लीडर के तौर पर पहचान रखने वाले मनीराम केहरवाला के समर्थक पूरे सिरसा लोकसभा क्षेत्र हैं। ऐसे में केहरवाला के कांग्रेस छोडऩे से जिला की लगभग सभी सीटों से कांग्रेस के उम्मीदवारों की नींद उड़ गई है। खासतौर पर रानियां, कालांवाली व ऐलनाबाद के कांग्रेसियों के लिए समीकरण पूरी तरह बिगड़ गये हैं। केहरवाला ने पार्टी छोडऩे की वजह पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर को बताया है। आरोप जड़े हैं कि तंवर पार्टी के सीनियर लीडरों का सम्मान करना नहीं जानते। तंवर के रवैये से ही पूरे प्रदेश में कांग्रेस कमजोर हुई और अनेक नेता पार्टी छोडऩे को मजबूर हुए। सिरसा जिला के लिहाज से देखा जाये तो यहां पुराने कांग्रेसियों में केहरवाला व नेहरा परिवार ही रहे हैं। नेहरा पहले ही भाजपा का दामन थाम चुके हैं तो केहरवाला ने अब कांग्रेस छोडऩे का ऐलान कर दिया।
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