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Friday, 21 November 2014

ट्रेक्टर-ट्राली तले कुचले जाने से मासूम की मौत

सिरसा। गांव बकरियांवाली में आज सुबह टे्रक्टर ट्राली के नीचे कुचले जाने से एक मासूम की मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल लाया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव वारिसों को सौंप दिया गया। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।  मिली जानकारी के अनुसार सिरसा के सिंगीकाट मौहल्ला निवासी मौसाराम की पत्नी कूड़ा बीनने का कार्य करती है। आज सुबह वह अपने एक वर्षीय पुत्र सिद्धार्थ को साथ लेकर गांव बकरियांवाली गई हुई थी। वहां कूड़ा बीनते समय उसका ध्यान बच्चे से हट गया। इस दौरान सिद्धार्थ कचरा उठाने वाली ट्राली की चपेट में आ गया। बच्चे को तुरंत सामान्य अस्पताल लाया गया लेकिन यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लेकर मृत बच्चे के शव का पोस्टमार्टम करवाया।

तीरंदाजी को बढ़ावा देने के लिए आगे आए सरकार : खिलाड़ी
34वीं हरियाणा राज्य तीरंदाजी प्रतियोगिता का उपायुक्त ने किया शुभारंभ
11 जिलों के 350 खिलाड़ी ले रहे भाग

सिरसा। 34वीं हरियाणा राज्य तीरंदाजी प्रतियोगिता का शुभारंभ आज स्थानीय शहीद भगत सिंह स्टेडियम में उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला ओलंपिक एसोसियेशन डा. अंशज सिंह ने ध्वजारोहण कर किया। 24 नवम्बर तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में हरियाणा के 11 जिलों सिरसा, सोनीपत, रोहतक, पलवल, मैहन्द्रगढ, हिसार, करनाल, गुडग़ांव, फरीदाबाद, भिवानी के लगभग 350 खिलाड़ी भाग ले रहें हैं। 
इस अवसर पर उपायुक्त डा. अंशज ङ्क्षसह ने खिलाडिय़ों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिला प्रशासन व तीरंदाजी एसोसियेशन की और से आयोजित हो रही यह प्रतियोगिता एक छोटा सा प्रयास है  उन्होंने कहा कि तीरंदाजी बहुत प्राचीन खेल है। पुराने समय में राजा महाराजा युद्ध के समय भी तीर व कमान का प्रयोग करते थे। उन्होंने कहा कि कबड्डी, मुक्केबाजी आदि हरियाणा के प्रसिद्ध खेल है लेकिन तीरंदाजी खेल को भी कम नहीं समझना चाहिए। इस प्रकार की प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ी बाहर की दुनिया देखते हैं और उनके मनोबल व कैरियर को बढ़ाने में भी अहम सहयोग मिलता है। उन्होंने खिलाडिय़ों से आवहान किया कि वे खेल को खेल की भावना से खेले। उन्होंने खिलाडिय़ों को शपथ दिलाते हुए कहा कि हम शपथ लेते हैं कि '34वीं हरियाणा राज्य तीरंदाजी प्रतियोगिता 2014 में खेल के सभी नियमों का आदर पूर्वक पालन करते हुए हम मादक पदार्थाे से दूर रह कर एक सच्चे खिलाड़ी की भावना से खेलों के गौरव तथा प्रदेश के सम्मान के लिए भाग लेगेंÓ। इस अवसर पर उपायुक्त डा. अंशज सिंह एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती निशि सिंह अध्यक्षा जिला बाल कल्याण परिषद एवं भारतीय ग्रामीण महिला समिति सिरसा तथा नगराधीश निर्मल नागर ने स्वयं तीर चला कर खेल का प्रदर्शन किया। इस मौके पर न्यू सतलुज पब्लिक स्कूल सिरसा के छात्रों ने स्वागत गीत व हरियाणवी नृत्य प्रस्तुत किया। 
उधर प्रतियोगिता में भाग लेने पहुंचे राष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों विपिन व धीरज मलिक को इस बात का मलाल है कि तीरंदाजी के लिए सरकार की तरफ से किसी प्रकार की सहायता उन्हें नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि धनुष-बाण से लेकर कोच तक का प्रबंध उन्हें अपने व्यक्तिगत खर्च पर करना पड़ता है। उन्होंने हरियाणा सरकार से मांग की कि प्रदेश में तीरंदाजी को बढ़ावा देने के लिए खेल के मैदान, कोच व किट उपलब्ध करवाईं जाएं, ताकि अन्य खेलों की तरह तीरंदाजी में भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मैडल जीत सकें।

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