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Saturday 22 September 2012

यह धारावाहिक कब बंद होगा?


अरिदमन
पिछले एक दशक पर गौर फरमाया जाए तो दो ही महिलाओं ने पूरे भारत देश पर राज किया है। पाठकों के मन में सोनिया गांधी के बाद दूसरा बिम्ब किसी भी महिला का उभर सकता है। लेकिन दूसरी महिला राजनीति से नहीं है। लेकिन वास्तव में राज उसी की नीति ने किया है। कांग्रेस की कर्ताधर्ता श्रीमती गांधी तो उसके पदचिन्हों पर चल रही हैं। वह महिला हैं एकता कपूर। जी हां! टीवी चैनलों पर आने वाले धारावाहिकों से प्रसिद्धि पाने वाली एकता कपूर। पाठक अब लेखक की मानसिक क्षमता पर सवाल उठा सकते हैं कि भला सोनिया गांधी और एकता कपूर में क्या समानता हो सकती है?
एकता कपूर ने धारावाहिक बनाए। धारावाहिक ऐसे कि लोग अंत को तरस जाएं। इन धारावाहिकों के मायाजाल में महिलाएं खाना-पीना, बच्चों की देखभाल तक भूल गईं। इसी ने एकता कपूर को प्रसिद्ध कर दिया और उनके हौसले और बुलंद हो गए। धारावाहिकों की बढ़ती लोकप्रियता को देख कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी उनका अनुसरण किया। वर्ष 2004 में कांग्रेसनीत धारावाहिक 'संप्रग-1' शुरू हुआ। सोनिया गांधी की पटकथा और दमदार डायरेक्शन के साथ धारावाहिक की अच्छी शुरुआत हुई। मुख्य अभिनेता मनमोहन सिंह थे। एकता कपूर के धारावाहिकों की तरह ही बीच-बीच में अन्य अभिनेत्रियां व अभिनेताओं के चेहरे बदलते रहे। लेकिन धारावाहिक ज्यों का त्यों जारी रहा। कुछ अभिनेताओं ने अमिट छाप छोड़ी। हास्य कलाकार लालू यादव ने खूब वाहवाही बटोरी। एक समय आया जब लोगों को लगा कि धारावाहिक का अंत होने वाला है। धारावाहिक में 'फ्रंट' पर रहने की जिद को लेकर 'बाएं' कलाकारों ने अभिनय छोड़ दिया। लेकिन सोनिया गांधी ने हार नहीं मानी। एक नई टीम के साथ धारावाहिक पूरा किया गया। और धारावाहिक का सुखद अंत हो गया।
इस धारावाहिक में लोगों की दिलचस्पी रंग लाई और 2009 में 'संपग्र-2' धारावाहिक शुरू हुआ। मुख्य किरदार तो मनमोहन सिंह ने ही निभाया लेकिन कई नए किरदार सामने आए। हास्य कलाकार लालू यादव के स्थान पर कांग्रेस के ही दिग्विजय सिंह ने भूमिका निभाई। लेकिन यह धारावाहिक सकारात्मक की बजाय कई नकारात्मक पहलुओं को लेकर अधिक चर्चा में रहा। धारावाहिक देख रहे लोगों पर समय-समय पर यह धारावाहिक देखने का टैक्स लगने लगा। लोग मजबूर हो गए। धारावाहिक देखे बिना रह भी नहीं सकते, और टैक्स का भुगतान भी मुश्किल लगने लगा। धारावाहिक के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूटने लगा। यह धारावाहिक बंद होने और अपना नया धारावाहिक शुरू करने की चाह रखने वालों ने लोगों को और उकसाया और रोष बढऩे लगा। इसी बीच संप्रग-2 की अभिनेता ममता बनर्जी ने आम लोगों की बात को सही ठहराते हुए अभिनय छोडऩे की धमकी दे डाली। धारावाहिक में विलेन की भूमिका निभा रही अभिनेत्री के यह तेवर देख एक बारगी तो सारी युनिट के होश उड़ गए। लेकिन यहां फिर सोनिया गांधी की डायरेक्शन ने यह साबित कर दिया कि धारावाहिक किसी भी हाल में बंद नहीं होगा। पटकथा में आमूल-चूल परिवर्तन किया गया। फीमेल विलेन की जगह मेल विलेन शामिल किए गए और धारावाहिक फिर ज्यों का त्यों शुरू। उल्टे चैनल ने धारावाहिक देखने पर टैक्स और बढ़ाने की बात कर दी। लोग ठगे से रह गए। टैक्स की मार सहेंगे। और धारावाहिक देखना भी मजबूरी है। 
सोनिया गांधी वास्तव में एकता कपूर का धन्यवाद कर रही होंगी। क्योंकि अब वे एकता कपूर से भी अधिक कुशल पटकथा लेखक और डायरेक्टर बन चुकी हैं। टीवी सैट का रिमोट लोगों के हाथ में होता है। वे चाहें तो चैनल बदल सकते हैं। लेकिन सोनिया गांधी जिस धारावाहिक का निर्देशन कर रही हैं, उसमें लोगों के टीवी का रिमोट भी उनके हाथ में ही है!

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